अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या पहुंच गए हैं. इस दौरान पीएम मोदी सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रख रहे हैं. उन्होंने मास्क पहन रखा है. एयरपोर्ट पर सीएम योगी से दो गज की दूरी से नमस्कार किया. इसके बाद उन्होंने हनुमानगढ़ी के दर्शन किए. यहां उन्होंने करीब 10 मिनट तक हनुमान जी की आरती की और वहां उन्होंने बजरंग बली के सामने शीश नवाया. आरती की थाली को खास पहले ही सैनेटाइज किया गया था. कोरोना संकट के कारण उन्हें टीका भी नहीं लगाया गया, न ही उन्होंने प्रसाद दिया गया. हालांकि प्रधानमंत्री ने अपनी जेब से कुछ रुपये निकालकर हनुमानगढ़ी मंदिर में कुछ दान भी चढ़ाया.
इसके बाद राम जन्मभूमि स्थल पहुंचे और रामलला के दर्शन किए. मोदी ने इस दौरान भी लगातार मास्क पहने रखा. उनके साथ मौजूद योगी आदित्यनाथ ने भी मास्क पहने रखा. पीएम मोदी ने रामलला के दर्शन किए और वहां अपना शीश नवाया. इसके बाद अब पीएम मोदी राम जन्मभूमि का भूमि पूजन कर रहे हैं और सभी पूजा-अर्चना के नियमों का पालन करते हुए इस कार्यक्रम को पूरा कर रहे हैं. सबसे पहले उनके हाथ धुलवाए गए और मंत्रोच्चार के बीच पीएम मोदी मुख्य स्थान पर बैठे हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे 29 साल बाद अयोध्या पहुंचे हैं और इससे पहले वो 1992 में अयोध्या आए थे. उस समय वो राम मंदिर आंदोलन का हिस्सा थे और इस समय वो बतौर प्रधानमंत्री अयोध्या में रामलला के दर्शन करने पहुंचे हैं.
Wednesday, August 5, 2020
टीका नहीं लगाया, प्रसाद नहीं लिया, पीएम मोदी ने ऐसे सोशल डिस्टेंसिंग का रखा ख्याल
सदी के श्रेष्ठ कार्यो में अंकित राम मंदिर निर्माण
भारत की एकता संप्रभूता और आस्था को एक नई गाथा अयोध्या नगरी में लिखी जाएगी जब भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण कार्य की नींव रखी जाएगी।सदी के महानतम कार्यो में से एक यह दो सदी के संघर्षो का इतिहास समेटने हुए खड़ा होने को उत्सुक है।वही पूरा भारतवर्ष राममय नजर आ रहा है।अदभूत और मनोरम है यह दृश्य जिसको हमारी न्यायपालिका ने यह गौरव हासिल करने का सौभाग्य तमाम सबूतो और साक्ष्यों के आधार पर देकर करोडो भक्तों का मान बढ़ाया है।आज पूरा भारतवर्ष खुश है ।हर कोई इस सदी के इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनना चाहता है।भारत ही नहीं कई देशों में भी इसका सीधा प्रसारण होगा।
जिनके हृदय श्रीराम वसै तिन और का नाम लियो न लियो।।यह पंक्ति हमारे अराध्य की महत्ता को दर्शाता है। दो अक्षर का यह नाम पूरे ब्रह्माण्ड पर भारी है।इनके नाम लेने मात्र से ही व्यक्ति का मोक्ष है।यहाँ तक परमपिता परमेश्वर शिव भी इनके नाम का जप करते हैं।जीवन की सत्यता का सार है राम नाम, मोक्ष का द्वार है राम नाम, सभी कष्टो के निवारण इन्हीं नामो में निहित है। ऐसे मर्यादा पुरूषोत्तम के मंदिर निर्माण के अवसर पर हम भारतवासी उनके भक्ति में नहाकर हमारे गौरवशाली इतिहास को चार चाँद लगा रहा है। आज की आस्था तथा इतिहास की यह गौरव गाथा का परिचायक युगो युगो तक याद रखा जाएगा। वेद पुराण और धार्मिक ग्रंथो और हिन्दू कलेंडर के अनुसार प्रभू श्री राम को भगवान् विष्णु जी की 10वीं अवतारों में से 7वां अवतार माना गया है। भगवान् श्री राम की अराधना घरो में भी करते हैं और अपने परिवार और जीवन की सुख-शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। पूरे देश में लोग मर्यादा पुरूषोत्तम की लीलाओ का बखान करते हैं उनके प्रति अपार श्रद्धा और विश्वास के साथ लोग उन्हें मर्यादा पुरूषोत्तम मनाते है। सभी लोग प्रभू श्री राम का दर्शन मंदिरो में करने को कई वर्षो से उत्सुक है।भक्त हमेशा रामचरितमानस का अखंड पाठ करते हैं और साथ ही मंदिरों और घरों में धार्मिक भजन, कीर्तन और भक्ति गीतों के साथ पूजा आरती भी करते है। आज विश्व पटल पर उनकी महिमा वखानऔर भक्ति में लीन अयोध्या,नगरी अदभूत लग रही है।
प्रभू राम को घर मिले प्रतीक्षा में हैं भक्त
पीड़ाहार,की पीड़ा दूर करते रामभक्त।
हो रहा निर्माण कार्य शूरू पाँच अगस्त
भव्य मंदिर होगा वहाँ जहाँ होंगे प्रभू।।
सजेगी नित दरबार गूँजेगी मंत्रोचार
घूम गूगल से महकेगी अयोध्या नगर।
आस पास दूर दरार से लोग आएँगे
चार चाँद लगेगा जब पर्यटन बढ जाएँगे।
वो घड़ी आयी है जिसका सबको इन्तजार
आइये इस ऐतिहासिक पल को दे प्यार।
आशुतोष, पटना बिहार
कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक भी हुए कोरोना संक्रमित, बोले- संपर्क में आए लोग अपनी जांच कराएं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक भी कोविड-19 के मरीज हो गए हैं। प्रदेश के कानून मंत्री पाठक ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा कि कोरोना के लक्षण होने के बाद मैंने डॉक्टरों की सलाह पर अपना टेस्ट कराया था जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पाठक ने कहा कि पिछले कुछ दिनों के दौरान जो लोग भी मेरे संपर्क में आए हैं उनसे अनुरोध है कि वे सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए खुद पृथक-वास में चले जायें और अपनी जांच कराएं।
गौरतलब है कि इससे पहले प्रदेश के कैबिनेट मंत्री मोती सिंह और महेंद्र सिंह भी कोरोना की जद में आ चुके हैं। इसके अलावा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी इस वायरस के मरीज हुए हैं। हाल में कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण का कोविड-19 संक्रमित होने के बाद निधन हो गया था।
रामलला के अस्थायी मंदिर में पीएम मोदी ने की पूजा-अर्चना
रामलला के अस्थायी मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूजा-अर्चना की। यहां पीएम मोदी ने परिसर की परिक्रमा की औरसाष्टांग दंडवत प्रणाम किया। जिसके बाद पीएम मोदी ने पारिजात के पौधे का रोपन किया। पारिजात के पौधे का भी अपना एक विशेष महत्व है। पारिजात के फूल को भगवान हरि के श्रृंगार और पूजन में प्रयोग किया जाता है, इसलिए इस मनमोहक और सुगंधित पुष्प को हरसिंगार के नाम से भी जाना जाता है।
हनुमान पूजन के साथ शुरू हुआ अनुष्ठान, मोदी ने राम के काज के लिए ली अनुमति
हनुमानगढ़ी में नरेंद्र मोदी पहुंचे और सबसे पहले शीश नवाजा। उन्होंने आरती उतारी और पूजा अर्चना की और मंदिर की परिक्रमा की। यही से शुरुआत होती है भगवान की भक्ति की प्रभु राम की पूजा की। वहां पर पीएम मोदी को एक पगड़ी पहनाई गई जिसपर एक मुकुट भी बंधा हुआ है। कार्यक्रम अच्छी तरह से संपन्न हो इसके लिए अनुमति ली जाती है, भगवान के सेवक हनुमान से। कहा जाता है कि लंका विजय करने के बाद हनुमान यहां एक गुफा में रहते थे और राम जन्मभूमि और रामकोट की रक्षा करते थे। इसी कारण इसका नाम हनुमानगढ़ या हनुमान कोट पड़ा। इसे ही हनुमानजी का घर भी कहा गया।
शिलान्यास के लिए होगा चांदी के फावड़े और कन्नी का इस्तेमाल
अयोध्या. राम मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम कुछ देर में शुरू होने वाला है. 12:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमिपूजन कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे. इसके कुछ ही देर बाद पीएम मोदी के करकमलों से राम मंदिर की आधारशिला की स्थापना होगी. खास बात है कि मंदिर की नींव खोदने के लिए चांदी का फावड़े का इस्तेमाल किया जाएगा जबकि नींव की ईंट पर सीमेंट लगाने के लिए चांदी की कन्नी का भी प्रयोग किया जाएगा. पीएम मोदी नींव खोदने के लिए चांदी के इसी फावड़े का इस्तेमाल करेंगे.
मेहमानों को चांदी का सिक्का
इसके अलावा इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले हर मेहमान को लड्डू के साथ-साथ चांदी का एक सिक्का भी दिया जाएगा. चांदी के सिक्के के एक तरफ राम दरबार की छवि है जिसमें भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान हैं और दूसरी तरफ ट्रस्ट का प्रतीक चिह्न है.
हरे और भगवा रंग वस्त्र में रामलला ने मन मोहा
रामलला को जो वस्त्र पहनाए गए हैं उनकी पहली झलक सामने आ चुकी है. रामलला को हरे और भगवा रंग के वस्त्र पहनाए गए हैं. इन वस्त्रों में रामलला की छटा देखते ही बन रही है. बतादें कि रामलला के वस्त्र मखमल के कपड़े से बने हैं. इन वस्त्रों पर 9 तरह के रत्नों को लगाया गया है.
हनुमान गढ़ी पहुंचे पीएम मोदी, सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा है खास ख्याल
अयोध्या. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के भूमिपूजन लिए अयोध्या पहुंच गए हैं. आजाद भारत में मोदी राम जन्मभूमि जाने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं. अयोध्या पहुंचकर पीएम ने हनुमान गढ़ी के दर्शन किए. मोदी का विशेष विमान 10:35 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंड हुआ था, इसके बाद 10:45 बजे अयोध्या के लिए प्रस्थान किया. करीब 11:30 बजे मोदी का हैलीकॉप्टर अयोध्या के साकेत कॉलेज पहुंचा. यूपी सीएम ने उनका स्वागत किया. 2 गज की दूरी से मोदी और योगी ने एक दूसरे को नमस्कार किया.
पीएम मोदी के हाथों होगा भूमि पूजन
करीब 12 बजे तक पीएम नरेंद्र मोदी राम जन्मभूमि परिसर में पहुंचेंगे. यहां रामलला परिसर में 12:15 बजे पीएम मोदी पारिजात के पौधे का रोपण करेंगे. इसके बाद पीएम मोदी 12:30 बजे भूमिपूजन कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे. ठीक 12:40 बजे पीएम नरेंद्र मोदी के करकमलों से राम मंदिर की आधारशिला की स्थापना होगी. 1.10 बजे पीएम मोदी नृत्यगोपाल दास वेदांती जी सहित राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट कमेटी के लोगों से मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात के बाद करीब 2:05 बजे पीएम मोदी साकेत कॉलेज के हेलीपैड के लिये रवाना होंगे. इसके बाद करीब 2:20 बजे पीएम मोदी का हेलिकॉप्टर वापस लखनऊ के लिए उड़ान भरेगा.
राम मंदिर निर्माण को लेकर मनोज तिवारी ने जताई खुशी, भगवान राम के लिए गाया ये गाना
बीजेपी नेता और भोजपुरी इंडस्ट्री के पॉपुलर सिंगर-एक्टर रहे मनोज तिवारी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर काफी एक्साइटेड हैं. इस मौके पर उन्होंने राम मंदिर निर्माण और राम कथा को लेकर एक गाना बनाया है. इसे उन्होंने बहुत ही खूबसूरती से गाया है. इस गाने को टीम फिल्म भोजपुरी पर लॉन्च किया गया है. इस गाने को अब तक हजारों बार देखा जा चुका है. गाने के शुरुआत में मनोज तिवारी कहते हैं,"500 सालों का इंजतार और अब अयोध्या में राम मंदिर का भव्यय शिलान्यास. सौ साल मतलब एक सदी. पांच सदी. " वह गाने के जरिए कह रहे हैं कि पांच सदी के इंतजार को, मिलकर हमें सजाना है. जहां जगत में राम पधारे उसी अयोध्या जाना है. गाने का शीर्षक भी 'जहां जगत में राम पधारे' है. इस गीत को मनोज तिवारी अयोध्या भूमिपूजन स्पेशल गीत बताया है. इस गान के बोल खुद मनोज तिवारी ने लिखा है.
अयोध्या जाने पर दुखी होंगे मनोज तिवारी
बता दें कि मनोज तिवारी भूमि पूजन के दौरान आयोध्या में नहीं रहेंगे. एक न्यूज चैन को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा,"वह अयोध्या जाएंगे तो दुखी हो जाएंगे कि हम उस समय धरती पर हैं और अयोध्या में नहीं है. बड़ी टीस हो सकती है, ऐसा सोचते ही मैं रोने लगूंगा" इस दौरान मनोज तिवारी भावुक भी दिखाई दिए. और इसी गीत की एक लाइन को गाकर बताते हैं.
गाने में प्रधानमंत्री की तारीफ
मनोज तिवारी गाने में मोदी के काल में राम मंदिर बनने पर खुशी जताई है. बता दें कि मनोज तिवारी हाल ही में दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटे हैं. लेकिन वह उत्तरी पूर्वी दिल्ली से लोकसभा सांसद है. भाजपा के सक्रिय नेता है. उन्होंने काफी वक्त पहले ही भोजपुरी फिल्मों से दूरी बना ली थी.
29 साल बाद अयोध्या पहुंचे मोदी, रामलला के दर्शन करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे, दोपहर 12.30 बजे राम मंदिर के लिए भूमि पूजन करेंगे, 32 सेकंड का मुहूर्त
आज राम काज का दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच गए हैं। वे रामलला के दर्शन और हनुमान गढ़ी जाने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे। दोपहर 12:30 बजे मोदी राम मंदिर की नींव रखेंगे। मोदी, जिनकी पार्टी भाजपा ने 10 में से 8 लोकसभा चुनाव में यही वादा दोहराया था।...और सबसे खूबसूरत बात यह कि इसका सबसे पहला न्योता उन इकबाल अंसारी को भेजा गया, जो बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे थे।
492 साल पहले बाबर के कहने पर अयोध्या में विवादित ढांचा बना था। 1885 में पहली बार यह मामला अदालत में गया। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके ठीक नौ महीने बाद अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन होने जा रहा है।
आजादी के बाद मोदी इकलौते ऐसे प्रधानमंत्री होंगे, जो इस पद पर रहते हुए रामलला के दरबार में होंगे। उनसे पहले इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी और खुद नरेंद्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री अयोध्या पहुंचे, लेकिन रामलला के दर्शन नहीं कर पाए थे।
मोदी 29 साल बाद अयोध्या में
इससे पहले मोदी 1991 में अयोध्या गए थे। तब भाजपा अध्यक्ष रहे मुरली मनोहर जोशी तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे और यात्रा में मोदी उनके साथ रहते थे। मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त फैजाबाद-अंबेडकर नगर में एक रैली को संबोधित किया था, लेकिन अयोध्या नहीं गए थे।
सीएम योगी और राज्यपाल अयोध्या पहुंचे, दोनों का कोरोना टेस्ट आया निगेटिव
अयोध्या: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंच चुके हैं. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी अयोध्या पहुंच चुकी हैं. अयोध्या पहुंचने से पहले दोनों का कोरोना टेस्ट हुआ, जिसमें दोनों निगेटिव आए. इनके अलावा यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य की कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आई है. कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे मेहमानों का भी भूमि पूजन स्थान में पहुंचने से पहले कोरोना टेस्ट होगा. ये सभी टेस्ट रैपिड एंटीजन टेस्टिंग के जरिए होगा, ताकि सिर्फ 15 मिनट में नतीजा मिल जाए. इसके बाद ही किसी भी मेहमान को अंदर जाने दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12 बजे राम जन्मभूमि पहुंचेंगे और 12 बजकर 5 मिनट पर रामलला के दर्शन करेंगे. इसके बाद राम जन्मभूमि परिसर में 12 बजकर 15 मिनट पर पारिजात के पौधे को लगाएंगे. ठीक 12 बजकर 30 मिनट पर भूमि पूजन को संपन्न करेंगे और 12 बजकर 40 मिनट पर राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे. इसके बाद 1 बजकर 15 मिनट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा और ये करीब 1 घंटा चलेगा. इसके बाद वो 2 बजकर 5 मिनट पर साकेत स्थित हैलीपेड रवाना होंगे और वहां से दिल्ली के लिए निकलेंगे.
अयोध्या में कोरोना के खतरे को टालने के लिए भी विशेष इंतजाम
यहां सबसे बड़ा खतरा बने कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरती गई है. हाल ही में भूमि पूजन से जुड़े पुजारी और सुरक्षाकर्मी संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद इसको लेकर ज्यादा एहतियात रखी जा रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी पुलिस ने पीएम को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए उनके करीबी सुरक्षा में 150 ऐसे पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जो हाल ही में कोरोना से जंग जीतकर आए हैं.
पुलिस के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि इन पुलिसकर्मियों के शरीर में कोरोना की एंडीबॉडीज विकसित हो गई हैं और अब कुछ समय तक न तो उनमें संक्रमण का खतरा है और न ही उनसे संक्रमण फैलने का खतरा है. इसलिए ऐसे पुलिसकर्मियों को पीएम के सबसे करीब रखा गया है.
32 महीने के अंदर पूरा होगा राम मंदिर का निर्माण
उत्तर प्रदेश: अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर को लेकर भूमि पूजन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. आखिरी कुछ घंटों का वक्त और बचा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत डेढ़ सौ से ज्यादा लोग इस दौरान राम जन्मभूमि पर मौजूद होंगे. लेकिन अब सब के ज़हन में सवाल यही है कि इस भूमि पूजन के बाद आखिर यह भव्य राम मंदिर कब तक बनकर तैयार हो जाएगा. आप के जहन में उठ रहे इसी सवाल का जवाब तलाशा है एबीपी न्यूज़ ने अपनी इस खास रिपोर्ट में.
अयोध्या में हर तरफ इस वक्त रौनक है. हर तरफ लोग बेसब्री से भूमि पूजन का इंतजार कर रहे हैं. भूमि पूजन को लेकर पूरा अयोध्या जगमगा रहा है, लेकिन इस सब के बीच अब राम के भक्त और देश भर से अयोध्या पहुंचने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालु यह भी जानना चाह रहे हैं कि इस भूमि पूजन के बाद कितना वक्त और लगेगा राम मंदिर के निर्माण में. इस सवाल का जवाब जानने के लिए एबीपी न्यूज़ ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी स्वामी परमानंद महाराज से बात की. इस बातचीत के दौरान स्वामी परमानंद महाराज ने बताया कि अभी राम मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम तय किया गया है, लेकिन इसके बाद पूरा जोर होगा जल्द से जल्द मंदिर निर्माण पूरा करने का.
लेकिन सवाल यह था कि आखिर श्रद्धालुओं को राम मंदिर के भीतर पहुंचकर रामलला के दर्शन करने का मौका कब मिलेगा. इस सवाल के जवाब में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी स्वामी परमानंद ने बताया कि फिलहाल जैसे ही भूमि पूजन का कार्यक्रम पूरा होगा. उसके बाद से ही जल्द से जल्द मंदिर निर्माण को लेकर काम शुरू हो जाएगा. इसी के मद्देनजर ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण करने वाली कंपनी को मंदिर निर्माण पूरा करने के लिए अगले 32 महीने का वक्त दिया है. यानी अब से 2 साल 8 महीने बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो सकता है.
इस बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी परमानंद जी महाराज ने एक अहम जानकारी और साझा की. परमानंद जी महाराज के मुताबिक देशभर में जिन जिन जगहों पर शिला पूजन हुआ है, उन सभी शिलाओं का इस्तेमाल राम मंदिर के निर्माण में किया जाएगा. इतना ही नहीं अयोध्या के कारसेवक पुरम में बनाई गई कार्यशाला में जो पत्थर तराश के रखे गए हैं, उनका भी इस्तेमाल राम मंदिर के निर्माण में होगा.
इन शिलाओं और पत्थरों के अलावा भी अयोध्या के कारसेवक पुरम में हजारों हजार की संख्या में ईंट भी रखी हुई हैं, जिनको देश के अलग-अलग हिस्सों से आए श्रद्धालुओं ने अपनी श्रद्धा के तौर पर यहां पर रखा है. इसके अलावा कारसेवक पुरम में जो ईंट रखी हुई हैं उन ईंटों का इस्तेमाल भी राम मंदिर के निर्माण में किया जाएगा.
इसके अलावा जो भी श्रद्धालु श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए चंदा देंगे, उनको चंदे की जो रसीद मिलेगी, वह भी अपने आप में खास होगी. क्योंकि वह रसीद आम रसीदों से हटकर होगी. वह रसीद ऐसी होगी, जिसको लोग हमेशा के लिए यादगार बना कर अपने पास रख सकेंगे.
तो कुल मिलाकर भूमि पूजन कल यानी 5 अगस्त 2020 को जरूर हो जाएगा, लेकिन फिलहाल जिस तरह से तैयारी की जा रही है, उससे तो यही लग रहा है कि साल 2023 में होने वाली रामनवमी तक मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा और श्रद्धालु श्री रामलला विराजमान के दर्शन कर सकेंगे.
रामलला की नगरी तैयार, नरेंद्र मोदी का इंतजार, अयोध्या के लिए दिल्ली से रवाना हुए पीएम
अयोध्या में राम मंदिर भूमिपूजन समारोह के लिए तैयारियां कर ली गई हैं। भूमिपूजन समारोह में मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख नृत्य गोपाल दास, उ.प्र. की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे।
अयोध्या के लिए प्रधानमंत्री दिल्ली से रवाना हुए। सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर लखनऊ पहुचेंगे पीएम मोदी। वहीं 10 बजकर 40 मिनट पर अयोध्या के लिए रवाना होंगे। पीएम मोदी कुर्ता और धोती पहने नजर आए।
अयोध्या पहुंचे योग गुरु बाबा रामदेव, बोले- रामराज्य का संकल्प जरूर पूरा होगा
अयोध्या. राम मंदिर भूमि पूजन के लिए अब बस कुछ ही घंटों का वक्त रह गया है. अयोध्या में इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए देश की कई जानी-मानी हस्तियां यहां पहुंची हैं. योगगुरु बाबा रामदेव भी राम नगरी अयोध्या पहुंचे हैं. बाबा रामदेव ने बुधवार सुबह हनुमान गढ़ी में बजरंग बली के दर्शन किए. रामदेव ने दर्शन से पहले एबीपी न्यूज के साथ बातचीत भी की. रामदेव ने बताया कि वो बजरंग बली से आशीर्वाद मांगने आए हैं. उन्होंने कहा, "मैं बजरंग बली से ये ही मांगने आया हू्ं कि राम मंदिर का काम बिना रुकावट के पूरा हो जाए. बजरंग बली की हम पर कृपा बनी रहें."
"भगवान राम हमारी संस्कृति, जीवन की मर्यादा"
रामदेव ने पूरा भरोसा जताया है कि राम मंदिर दुनिया का सबसे दिव्य और श्रेष्ठ मंदिर होगा. उन्होंने कहा "मुझे विश्वास है कि श्रेष्ठ मंदिर बनने के साथ ही राम और सीता जैसा चरित्र इस राष्ट्र का होगा. क्योंकि भगवान राम सिर्फ एक इंसान ही नहीं थे. बल्कि वे हमारी संस्कृति हैं. भगवान राम हमारे आध्यात्म है. हमारी परंपरा और हमारे जीवन की मर्यादा है. भगवान राम ही हमारी अस्मिता है." रामदेव ने बातचीत के अंत में ये भी कहा कि राम राज्य का संकल्प जरूर पूरा होगा.
भूमि पूजन से पहले 3.51 लाख दीयों से जगमग हुई अयोध्या
मंगलवार को रोशनी में नहाया अयोध्या बुधवार रात तक जगमग रहेगा. अयोध्या धाम में 3,51,000 दिए जलाए गए हैं. जिला प्रशासन ने बताया कि राम की पैड़ी समेत अयोध्या धाम के 50 स्थानों पर दिए जलाए गए. अयोध्या धाम के सभी मंदिरों में दिये जलाए गए हैं. प्रशासन के अनुसार 1 लाख 25 हजार दीपक सरयू घाट (राम की पैड़ी) पर इसके अलावा 25 हजार भरतकूप, छोटी चौक में 11 हजार, बड़ी चौक में 12 हजार हनुमान गढ़ी में 11000, जन्मभूमि में 101, इसके अन्य कई जगह भी दीपक जलाए गए.