Monday, August 31, 2020

देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 साल की उम्र में निधन


नई दिल्ली: देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 साल की उम्र में निधन हो गया. ब्रेन क्लॉट सर्जरी के बाद वो वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे. मुखर्जी कोरोना वायरस से भी संक्रमित पाए गए थे. पूर्व राष्ट्रपति को 10 अगस्त को उनके मस्तिष्क में क्लॉट हटाने की सर्जरी के बाद वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था.


प्रणब मुखर्जी का सियासी सफर


प्रणब मुखर्जी सियासी गलियारे में प्रणब दा के नाम से पुकारे जाते हैं. राजनीति में उनका लंबा अनुभव रहा जिसका लोहा हर कोई मानता है. यूपीए सरकार में प्रणब मुखर्जी के पास वित्त मंत्रालय संभालने के अलावा कई अहम जिम्मेदारियां थीं. उन्हें कांग्रेस के 'संकटमोचक' की संज्ञा दी गई. प्रणब मुखर्जी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बांग्ला कांग्रेस से की थी. जुलाई 1969 में वे पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए. इसे बाद वे साल 1975, 1981, 1993 और 1999 में राज्य सभा के सदस्य रहे. इसके अलावा 1980 से 1985 तक राज्य में सदन के नेता भी रहे. मई 2004 में वे चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे और 2012 तक सदन के नेता रहे.


1986 में कांग्रेस से हो गए थे अलग


एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी. 1986 में प्रणब दा को कांग्रेस छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था. इंदिरा गांधी की मौत के बाद राजीव गांधी पीएम बने. राजीव के पीएम बनने के बाद प्रणब मुखर्जी को पार्टी में किनारे कर दिया गया. वे कैबिनेट से बाहर कर दिए गए. इस सब से नाराज होकर आखिरकार प्रणब मुखर्जी ने 1986 में कांग्रेस से अलग होने का फैसला किया और राष्ट्रीय समाजवादी कांग्रेस बनाई. प्रणब मुखर्जी की पार्टी ने 1987 में पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव लड़ा, पर उनकी पार्टी को पहले ही चुनाव में बुरी हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद प्रणब मुखर्जी ने 1988 में कांग्रेस में दोबारा वापसी कर ली. मुखर्जी को कांग्रेस में दोबारा वापसी का इनाम जल्द ही मिला और उन्हें नरसिम्हा राव की सरकार में 1991 में योजना आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया. 2004 में सोनिया गांधी ने जब पीएम बनने से मना कर दिया था, तो प्रणब मुखर्जी का नाम भी प्रधानमंत्री पद के दावेदारों में शामिल हुआ. प्रणब मुखर्जी को मनमोहन सिंह की सरकार में रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री जैसे अहम पद मिले. 2012 में प्रणब मुखर्जी को कांग्रेस ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया और वो एनडीए समर्थित पी.ए. संगमा को हराकर देश के 13वें राष्ट्रपति बने.





 



योगी सरकार ने जारी किए अनलॉक-4 से संबंधित दिशा-निर्देश, जानें क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद

लखनऊ। केंद्र के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अनलॉक-4 से संबंधित दिशा-निर्देश रविवार देर जारी कर दिए। राज्य के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी की तरफ से जारी दिशानिर्देश में ज्यादातर बिंदु केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश के अनुरूप ही हैं। दिशानिर्देशों में कहा गया है कि अब निरुद्ध क्षेत्र (कंटेनमेंट जोन) के बाहर जिलाधिकारी स्थानीय स्तर पर किसी भी तरह का लॉकडाउन नहीं लगा सकेंगे। हालांकि हर शनिवार और रविवार को लागू होने वाली पाबंदियां जारी रहेंगी। दिशानिर्देशों के मुताबिक आगामी सात सितंबर से मेट्रो रेल को चरणबद्ध तरीके से चलाया जाएगा। इस सिलसिले में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) अलग से जारी की जाएगी। 


आगामी 21 सितंबर से सभी सामाजिक, अकादमिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों तथा अन्य सामूहिक गतिविधियों को शुरू करने की इजाजत होगी लेकिन इसमें अधिकतम 100 लोग ही हिस्सा ले सकेंगे। इस दौरान फेस मास्क का इस्तेमाल, सामाजिक दूरी का पालन करना और थर्मल स्कैनिंग, हाथ धोने तथा सैनिटाइजर की व्यवस्था अनिवार्य होगी। इसके अलावा 21 सितंबर से शादी-विवाह संबंधी समारोह और अंतिम संस्कार में अधिकतम 100 लोग शामिल हो सकेंगे। अभी तक इन मौकों पर क्रमशः 30 और 20 लोग ही शिरकत कर सकते थे। 


राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम तथा राज्य कौशल विकास अभियानों में या फिर राज्य सरकार अथवा केंद्र सरकार में पंजीकृत अल्पकालिक प्रशिक्षण केंद्रों में कौशल अथवा व्यावसायिक प्रशिक्षण की इजाजत होगी। राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय एवं विकास संस्थान, भारतीय उद्यमिता संस्थान, उद्यमिता विकास संस्थान, उत्तर प्रदेश और उनके प्रशिक्षण प्रदान करने वालों को भी अनुमति होगी। यह व्यवस्था 21 सितंबर से लागू होगी। इसके लिए संचालन प्रक्रिया केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी की जाएगी।


 


Sunday, August 30, 2020

पुलिस उप आयुक्त पश्चिमी लॉकडाउन को लेकर हुए पूरी तरह सक्रिय सड़को पर उतर कर किया निरीक्षण




पुष्पेंद्र सिंह सवांददाता लखनऊ

पुलिस उप आयुक्त पश्चिमी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी द्वारा अपने सहयोगी अपर पुलिस उप आयुक्त श्याम नारायण सिंह के साथ पश्चिमी जोन में त्योहार मोहर्रम के दृष्टिगत शान्ति एवं कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए किया गया पैदल गस्त  डीसीपी पश्चिमी द्वारा मोहर्रम के मद्देनजर ड्यूटी में लगे पुलिस बल को चेक किया गया तथा सतर्क रहने हेतु ब्रीफ किया गया । पश्चिमी क्षेत्र के समस्त थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारियों द्वारा समुचित पुलिस बल एवं आर.ए.एफ. टीम के साथ किया गया पैदल गस्त/फ्लैग मार्च । सआदतगंज व बाजारखाला थाना क्षेत्र के संवेदनशील/सार्वजनिक स्थानों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई । पश्चिमी क्षेत्र के समस्त थाना प्रभारीयों द्वारा अपने अपने क्षेत्रों में कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु सघन चेकिगं अभियान चलाया गया तथा लोगो से सोशल डिस्टेसिंग,मास्क का प्रयोग करने हेतु अपील की गई । बिना मास्क, बिना हेलमेट, अनावश्यक घूमने वाले लागों का चालान भी किया गया । डीसीपी पश्चिमी द्वारा साप्ताहिक लॉकडाउन को प्रभावी बनाने हेतु सभी चौराहों पर तथा बैरियर/चेकिगं प्वाइटं पर लगे पुलिस बल का निरीक्षण किया गया तथा सुरक्षा बंदोबस्त का जायजा लिया गया । पुलिस बल को लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने हेतु  तथा बिना हेलमेट, बिना मास्क, अनावश्यक घूमने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित को किया गया ।


 





Tuesday, August 25, 2020

पुलिस की मिली भगत से दबंगों के हौसले बुलंद एक ही परिवार के ६ लोगों को जान से मारने की कोशिश 

मामला है थाना मिल एरिया जिला रायबरेली का जहां दबंगों ने एक ही परिवार के छे सदस्यों को मामूली सी बात पर धार दार हथियारों से लहूलुहान कर दिया
पीड़ित के परिवार का कहना है सबा D/O काशिम अली जो कि अपने घर की चौखट पर बैठ कर अपने पति से फोन पर बात कर रही थी तभी फुरकान S/O जलील अपनी मोटर साईकिल से तेज रफ्तार में घर के सामने से निकला जब सबा ने उससे बाइक तेज रफ्तार में चलाने को लेे कर उसे मना किया तो फुरकान गाली देता हुआ वहां से तो चला गया लेकिन कुछ ही देर बाद वह अपने साथियों के संग कुल्हाड़ी, डंडा, लोहे की रॉड और धार दार हथियार ले कर सबा के घर पर घुस गया और बिना कुछ कहे सुने अपने साथियों के साथ मिल कर पीड़ित सबा के परिवार पर हमला कर दिया।
दबंगों का कहना था कि सब को जान से मार दो कोई भी बचने न पाए ऐसा कहते हुए दबंगों ने पीड़िता के परिवार वालों को मारते मारते खून से तत्पथ और अधमरा कर दिया।
सोर की आवाज सुन कर जब मोहल्ले वाले एकत्रित होने लगे तो   दबंगी मोहल्ले वालों को आता देख वहां से भाग निकले।
पीड़ित के परिवार वालों ने 112 पर कई बार मदत के लिए कॉल की किन्तु मौके पर पुलिस नहीं पहुंची, परिवार वालों की हालत बिगड़ता देख मोहल्ले वासियों द्वारा घायलों को टैंपो में जैसे तैसे बिठा कर सभी को थाने ले जाया गया घायलों कि स्थिति बिगड़ती देख  थाने से सभी को उपचार के लिए जिला अस्पताल रायबरेली भेज दिया गया है। जहां पर उनका उपचार चल रहा है सभी के सर फूटे हुए है किसी को तेरह टांके लगे है तो किसी को दस।
जब हमारी टीम ने मौके पर पहुंच कर जिला अस्पताल में घायलों से बात की तो पता यह चला कि थाना मिल एरिया द्वारा मामूली धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया किन्तु अपराधी अब भी खुले आम घूम रहें हैं अब तक कि किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
परिवार वालों की माने तो पुलिस द्वारा दबंगों से पैसे खा कर उनको बचाने के लिए पीड़ितों पर सुलह के लिए दबाव बनाया जा रहा है,
पीड़ित परिवार की बेटी ने हमारे चैनल के माध्यम से माननीय मुख्यंत्री योगी आदित्यनाथ जी से इंसाफ़ कि गुहार लगाई है।
अब देखना ये है कि ऐसे में पीड़ित परिवार को न्याय मिलता है या मुद्दे को दबा दिया जाता है।