Wednesday, May 5, 2021

जानकीपुरम पुलिस ने ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वाले अपराधियों को किया गिरफ्तार , 115 भी किये बरामद

पुष्पेंद्र सिंह दैनिक अयोध्या टाइम्स लखनऊ


उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना महामारी वायरस की दूसरी लहर से ग्रसित है और लाखों लोग मौजूदा समय में कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित होकर एक-एक सांस के लिए जिंदगी और मौत से जंग कर रहे हैं ऐसे हालात में भी इंसान की शक्ल में हैवान कुछ लोग आपदा में भी अवसर तलाश कर प्राण वायु ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कालाबाजारी कर अपनी तिजोरिया कर रहे हैं। ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ लखनऊ पुलिस द्वारा चलाई जा रही मुहिम में लखनऊ की जानकीपुरम पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है । आपको बतादेे की तेज तर्रार एसीपी अलीगंज अखिलेश सिंह के नेतृत्व में अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक जानकीपुरम राज किशोर पांडे की टीम ने आज जानकीपुरम इलाके से ऑक्सीजन गैस के बड़े सिलेंडरों का जखीरा एक मकान से बरामद कर ऑक्सीजन गैस के सिलेंडरों की कालाबाजारी करने वाले सीतापुर रोड योजना सेक्टर ए मड़ियांव के रहने वाले करण भारद्वाज और बेगरिया काकोरी के रहने वाले ने नेकराम को गिरफ्तार किया है । एक घर से बरामद किए गए 115 ऑक्सीजन गैस के बड़े सिलेंडरों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। एडिशनल इंस्पेक्टर जानकीपुरम राज किशोर पांडे ने बताया कि 115 खाली सिलेंडरों के साथ पकड़े गए करन भारद्वाज और नेकराम आपदा के इस दौर में कोरोना संक्रमित मरीजों के तीमारदारों की मजबूरी का फायदा उठा कर प्रति एक सिलेंडर 30 से 35 हज़ार रुपए में बेच रहे थे। उन्होंने बताया कि कुछ सिलेंडर घर के अंदर रखे हुए थे और कुछ सिलेंडर टाटा एस गाड़ी में लदे हुए थे उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए करन भारद्वाज और नेकराम वैसे तो ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर के कारोबार से पहले से ही जुड़े हुए थे लेकिन कोरोना काल में जब ऑक्सीजन गैस की किल्लत हुई तो इन लोगों ने आपदा में अवसर तलाशते हुए ऑक्सीजन गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी शुरू कर दी उन्होंने बताया कि यह पता लगाया जा रहा है कि करन भारद्वाज और नेकराम के इस काले कारोबार में और कितने लोगों की संलिप्ता है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है । आपको बता दें कि गुडंबा पुलिस ने भी 87 ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर बरामद किए हैं इसके अलावा गोमतीनगर और नाका पुलिस के द्वारा भी ऑक्सीजन गैस के सिलेंडरों की कालाबाजारी करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया है । आपदा के इस दौर में लोगों की मजबूरी का फायदा उठा कर दवाओं और ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ लखनऊ पुलिस का अभियान लगातार जारी है।


Tuesday, May 4, 2021

छींके

छींक आना कोई बीमारी नहीं होती मगर हद से ज्यादा आने लगे तो यह परेशान कर देती है। जिस तरह फेफड़ों को हल्का करने के लिए हम खांसते हैं उसी तरह सिर को हल्का कराने के लिए छींक जरूरी होती है। छींक यदि दो-चार बार हो जायें तो कोई बात नहीं लेकिन जब अधिक आने लगती है तो इसे छींको का अधिक आना कहते हैं।

कलौंजी :कलौंजी और सूखे चूने को एक साथ अच्छी तरह मसलकर किसी कपड़े में बांधकर उसकी पोटली बनाकर सूंघने से छींके बंद हो जाती है।कलौंजी (मंगरैल) का प्रयोग रसोई में मसालें के रूप में की जाती है। कलौंजी के बीजों को पीसकर सूंघने से छींक का बार-बार आना बंद हो जाता है।
 सरसों का तेल: मौसम में बदलाव होने पर भी छींक आने लगती है। इस तरह के मौसम में बदलाव के कारण आने वाले छींक में सरसों का तेल नाक में 2 से 3 बूंद डालकर रोजाना नीचे से ऊपर खीचना चाहिए। इससे छींकों का अधिक आना बंद हो जाता है।
कपूर: यदि छींक के कारण से जुखाम हो जाये तो एक चावल के दाने के बराबर कपूर को बताशे में डालकर या चीनी के साथ मिलाकर खिलायें और ऊपर से पानी पिलाने से अधिक छीके आना बंद होती है। नोट: कपूर की मात्रा ज्यादा न हो।
पोस्त खसखस: पोस्त खसखस 12 ग्राम को लगभग 125 मिलीलीटर पानी में मिलाकर नाक से इसकी भाप लें। इससे छींक का अधिक आना बंद हो जाता है।
रोगनगुल: रोगन गुल 2-2 बूंद नाक में डालने से और ऊपर की ओर खींचने से और 2-2 बूंद कान में डालने से छींक का अधिक आना बंद हो जाता है।
खुलतजान: खुलतजान को पीसकर कपड़े से छानकर रोजाना सुबह-शाम सूंघने से छींक का अधिक आना बंद हो जाता है।
 इतरीफल किश्नीजी : इतरीफल किश्नीजी 7 ग्राम, पानी से रात को सोते समय लने से अधिक छीक में लाभ होता है।
अजवायन: 10 ग्राम अजवायन और 40 ग्राम पुराने गुड़ को लगभग 450 मिलीलीटर पानी में डालकर उबालने के लिए रख दें। उबलने पर जब 250 मिलीलीटर के करीब पानी बाकी रह जाये तो उस पानी को थोड़ी देर तक रखकर थोड़ा ठंडा होने पर पीकर ऊपर से चादर ओढ़ कर सो जाये। इससे छींक आना बंद हो जाती है।
 अदरक: नजले या जुकाम के साथ-साथ अगर लगातार छींके भी आ रही हो तो 3 ग्राम अदरक को 6 ग्राम गुड़ के साथ मिलाकर रात को सोने से पहले खाने से छींके बंद हो जाती है। इसके ऊपर से पानी नहीं पीना चाहिए।
नाक के बाल: अगर नाक के बाल बढ़कर अन्दर की ओर चले जाते है तो भी छींके आती रहती है इसलिये नाक के बालों को काट देना चाहिए।
कुलिंजन: कुलिंजन को किसी कपड़े में बांधकर नाक से सूंघने से छींके आना रुक जाती है।
छींकों से बचने के लिए गर्मी लगने पर या कहीं बाहर से चलकर आने पर, मेहनत करने के बाद हमें एकदम से कपड़ों को नहीं उतारना चाहिए।


डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय
प्राकृतिक चिकित्सक
मुंबई

वजन बढाने के उपाय

ज्यादा वजन हमारी परेशानी का कारण होता है तो कम वजन भी परेशानी बन जाता है। खासकर जब बच्चो का वजन कम हो, क्योकि बच्चो का सही वजन ही सही तरह से बच्चो  के विकास मे मददगार होता है।

कम वजन  के बच्चे सही लम्बाई भी नही पा सकते ओर फिर कम वजन  के साथ साथ कम लम्बाई  का भी सामना करना पड़ता है, इसलिए शुरु से ही बच्चो के विकास  पर नजर रखें।
 किस तरह का खानपान, बच्चो के सही वजन और लम्बाई  बढ़ाने मे मददगार  साबित होगा।
(1). प्रोटीन वाला भोजन जैसे मूंगफली, खजूर, बीन्स, दाले थोडी-थोडी मात्रा मे देते रहे।
(2). जौं 1चम्मच रात मे भिगो दें।
सुबह छिलका निकाल ले,
दूध मिलाकर खीर बनाये उसमे खजूर भी डाल सकते हैं।
बहुत चमत्कारी ढंग से वजन बढाती है ये खीर। सप्ताह मे 3 बार दे।
(3). चावल की खीर
अच्छे ढंग से से मेवा डालकर बनाये।
थोडा देशी घी डाले।
सप्ताह मे 2 बार दें, बहुत फायदा होगा।
(4). 4 बादाम  रात मे भिगा दे, सुबह छिलका उतार कर पीस ले, उसमे 1 चम्मच बटर और थोडी मिश्री मिलाकर खाली पेट दे, फिर दूध पिला दे।
(5). दूध  मे चीनी और शक्कर की जगह शहद मिलाकर दे।
(6). जड़ वाली सब्जी खिलाये जैसे गाजर, चुकन्दर, शलजम, आलू, मूली आदि।
(7). दिन मे कम से कम 2 गिलास दूध पिलाये।
(8). दिन मे थोडे-थोडे गैप पर कुछ भी खिलाते रहे। भोजन में ज्यादा गैप न रखे।
(9). यदि बच्चा केला खा ले तो बेहतर है नही तो बनाना शेक जरुर पिलाये उसमे खजूर भी मिला सकती है।
(10). 1 चम्मच देशी घी मे 1चम्मच देसी खांड मिला ले और रोटी से खिलाये।
महीने मे 2 से 3 बार देने से बहुत तेजी से वजन बढता है।
(11). जैसे वजन कम करने के लिये व्यायाम जरुरी है वैसे ही वजन बढाने के लिये भी शारिरिक श्रम जरुरी है।
(12). साल से बच्चे  को रस्सी कूदना शुरु करा दे। न तो कभी आँखे  कमजोर पड़ेंगी और लम्बाई  भी तेजी से बढेगी और वजन कम या ज्यादा  की भी समस्या नही होगी।
साथ ही साइकिल चलवाये, बैडमिंटन वगैरह अच्छे ओर आसन उपाय है शारिरिक विकास के लिये।
(13). सोयाबीन को भोजन मे शामिल  जरुर करे, दाल बनाकर दे, उबाल कर भून कर दे या सोयाबीन  का दूध  बना कर दे।
सोयाबीन का दूध तेजी से वजन और लम्बाई  बढाता है, आजमाया हुया नुस्खा  है।
(14). बच्चो को फास्ट फूड से दूर रखे, साथ ही बच्चो को समय दें, खुश रखे, उनके साथ समय बिताये, उनके खेल मे शामिल हो।

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय
प्राकृतिक चिकित्सक
मुंबई

ज़ुकाम

मौसमी जुकाम के इलाज में हल्दी काफी फायदेमंद है। बहती नाक के इलाज के लिए हल्दी को जलाकर इसका धुआं लें, इससे नाक से पानी बहना तेज हो जाएगा व तत्काल आराम मिलेगा। यदि नाक बंद है तो दालचीनी, कालीमिर्च, इलायची और जीरे के बीजों को बराबर मात्रा में लेकर एक सूती कपड़े में बांध लें और इन्हें सूंघें जिससे छींक आएगी। 


10 ग्राम गेहूं की भूसी, पांच लौंग और कुछ नमक लेकर पानी में मिलाकर इसे उबाल लें और काढ़ा बनाएं। एक कप काढ़ा पीने से लाभ मिलेगा। हालांकि जुकाम आमतौर पर हल्का-फुल्का ही होता है जिसके लक्षण एक हफ्ते या इससे कम समय के लिए रहते हैं, लेकिन खान-पान की आदतों को लेकर हमें काफी सतर्क रहना चाहिए और यदि जुकाम वगैरह के लक्षण दिखाई दे तो समुचित दवाओं आदि से इलाज कराना चाहिए। डिप्थीरिया होने पर अमलतास के काढ़े से गरारा करने पर जबर्दस्त आराम मिलता है। 
तुलसी और अदरक इस मौसम में लाभदायक होते हैं। तुलसी में काफी उपचारी गुण समाए होते हैं, जो जुकाम और फ्लू आदि से बचाव में कारगर हैं। तुलसी की पत्तियां चबाने से कोल्ड और फ्लू दूर रहता है। इसी तरह तुलसी और बांसा की पत्तियां (प्रत्येक 5 ग्राम) पीसकर पानी में मिलाएं और काढ़ा तैयार कर लें। इससे खांसी और दमा में काफी फायदा मिलेगा।
डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय
प्राकृतिक चिकित्सक
मुंबई