Friday, January 10, 2020

सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर का अनुमान

हाल ही में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistical Office-NSO) द्वारा चालू वित्त वर्ष में देश की सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product-GDP) दर घटकर 5% रहने का अनुमान लगाया गया है।
मुख्य बिंदु:
§ ये आँकड़े सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Programme Implementation) के अंतर्गत NSO द्वारा वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी संबंधी पहले अग्रिम अनुमान के रूप में जारी किये गए हैं।
§ अगर चालू वित्त वर्ष में जीडीपी की विकास दर 5% ही रहती है तो यह पिछले 11 वर्षों की सबसे न्यूनतम विकास दर होगी।
जीडीपी दर कम होने का कारण (अनुमानित आँकड़े):
कुल जीडीपी:
§ NSO द्वारा जारी इन आँकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 में देश की जीडीपी (स्थिर मूल्यों पर, आधार वर्ष 2011-12) 147.79 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में यह 140.78 लाख करोड़ रुपए थी।
§ इस तरह चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 5% रहने का अनुमान है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 6.8% थी।
विनिर्माण क्षेत्र:
(Manufacturing Sector)
§ विनिर्माण क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 6.9% की वृद्धि की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में महज 2% की वृद्धि का अनुमान है।
निर्माण क्षेत्र
(Construction Sector):
§ निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर का वित्त वर्ष 2018-19 के 8.7% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 3.2% रहने का अनुमान है।
कृषि, वन एवं मत्स्य पालन क्षेत्र:
(Agriculture, Forestry and Fishing)
§ कृषि, वन एवं मत्स्य पालन क्षेत्र में वृद्धि दर के स्थिर रहने का अनुमान लगाया गया है।
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 2.9% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 2.8% वृद्धि दर रहने का अनुमान है।
बिजली, गैस, पानी की आपूर्ति और अन्य उपयोगी सेवाएँ:
(Electricity, Gas, Water Supply and Other Utility Services)
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 7% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 5.4% की वृद्धि दर का अनुमान है।
व्यापार, होटल, परिवहन और संचार एवं प्रसारण से संबंधित सेवाएँ:
(Trade, Hotels and Transport & Communication and Services related to Broadcasting)
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 6.9% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 5.9% की वृद्धि दर का अनुमान है।
लोक प्रशासन, रक्षा एवं अन्य सेवाएँ:
(Public Administration, Defence and Other Services)
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 8.6% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 9.1% की वृद्धि दर का अनुमान है।
खनन एवं उत्खनन क्षेत्र:
(Mining and Quarrying)
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 1.3% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 1.5% की वृद्धि दर का अनुमान है।
वित्तीय, रियल एस्टेट और व्यावसायिक सेवाएँ:
(Financial, Real Estate and Professional Services)
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 7.4% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 6.4% की वृद्धि दर का अनुमान है।
अग्रिम अनुमान से संबंधित अन्य तथ्य:
§ नॉमिनल संदर्भ में भारत की जीडीपी के वित्तीय वर्ष 2019-20 में 7.5% की दर से बढ़ने का अनुमान है जो कई दशकों का न्यूनतम स्तर है। इससे कर राजस्व और व्यक्तिगत आय पर दबाव बढ़ेगा।
§ सकल स्थायी पूंजी निर्माण का वित्त वर्ष 2019-20 में महज 1% की दर से बढ़ने का अनुमान है।
जीडीपी दर कम होने से भारत पर प्रभाव:
§ विनिर्माण क्षेत्र में कमी भारतीय व्यवसायों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगी, जिससे व्यवसायियों को कर्ज चुकाने में अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा इससे बैंकिंग प्रणाली पर दवाब बढेगा तथा ऋण प्रवाह में कमी आएगी।
§ जीडीपी वृद्धि को लेकर वैश्विक जोखिम के बावजूद इस समय भारत की चुनौतियाँ काफी हद तक घरेलू स्तर पर हैं।
§ भारत में आर्थिक वृद्धि में तेज़ी आने की संभावनाएँ पश्चिम एशिया में पैदा हुए नए तनाव से धूमिल हुई हैं। कच्चे तेल की आपूर्ति में बाधा उत्पन्न होने और तेल के भाव बढ़ने की आशंका से वैश्विक एवं घरेलू वृद्धि दोनों पर प्रभाव पड़ेगा।
§ तेल की कीमतों में वृद्धि और रुपए के भाव में कमी शीर्ष मुद्रास्फीति को बढ़ा सकता है जिससे निकट अवधि में ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हो जाएगी।
आगे की राह:
§ मौजूदा जीडीपी वृद्धि दर को गति प्रदान करने के लिये सरकार को पुराने मुद्दों के अलावा बैंकिंग प्रणाली की खामियाँ को दूर करना होगा।
§ वहीं केंद्र सरकार को अपने एवं आर्थिक गतिविधियों के बीच खोए हुए विश्वास को बहाल करना होगा।
§ सुविचारित, अनुमानित एवं भविष्योन्मुख आर्थिक एवं राजकोषीय नीतियों का रोडमैप तैयार करना होगा।


    बेखौफ लुटेरों ने पत्रकार के भाई का मोबाइल छीन लिया

     माल रोड जा रहे मोo शाहनवाज़ खान का दो अग्गियात लोगो ने सफ़ेद एक्टिवा  बिना नंबर की गाड़ी से उनका मोबइल झीन के  अपराधी बेखौफ भाग निकले भाग .   *करीब 8.50 pm डी/2 खपरा मोहाल निवासी मोo शाहनवाज़ खान  मॉल रोड की तरफ अपने मोबइल से बात करते हुए जा रहे थे तभी दो लोग एक्टिवा टाइप की गाड़ी से आये और  कैथरीन  हॉस्पिटल के पास से उनके हाथ से मोबइल (vivo v9) झीन  कर मॉल रोड की तरफ गाड़ी से भाग गए शाहनवाज़ ने कुछ दूर उनका पीछा किया पर वो उनको पकड़  नी पाए उसके बाद शाहनवाज़ ने 112 डायल कर पुलिस को सुचना दी तभी मौके पर पुलिस आई और शाहनवाज़ को हरबंस मोहाल थाने मे अपनी तहरीर  देने को कहा और चली गई.


अपने मूल-संस्कारों को अपनाओ!!!

संभलने की जरूरत है !!


1. चोटियां छोड़ी ,
2. टोपी, पगड़ी छोड़ी ,
3. तिलक, चंदन छोड़ा
4. कुर्ता छोड़ा ,धोती छोड़ी ,
5. यज्ञोपवीत छोड़ा ,
6. संध्या वंदन छोड़ा ।
7. रामायण पाठ, गीता पाठ छोड़ा ,
8. महिलाओं, लड़कियों ने साड़ी छोड़ी, बिछिया छोड़े, चूड़ी छोड़ी , दुपट्टा, चुनरी छोड़ी, मांग बिन्दी छोड़ी।
9. पैसे के लिये, बच्चे छोड़े (आया पालती है)
10. संस्कृत छोड़ी, हिन्दी छोड़ी,
11. श्लोक छोड़े, लोरी छोड़ी ।
12. बच्चों के सारे संस्कार (बचपन के) छोड़े ,
13. सुबह शाम मिलने पर राम राम छोड़ी ,
14. पांव लागूं, चरण स्पर्श, पैर छूना छोड़े ,
15. घर परिवार छोड़े (अकेले सुख की चाह में संयुक्त परिवार)।
अब कोई रीति या परंपरा बची है? ऊपर से नीचे तक गौर करो, तुम कहां पर हिन्दू हो, भारतीय हो, सनातनी हो, ब्राह्मण हो, क्षत्रिय हो, वैश्य होया कुछ और हो 
कहीं पर भी उंगली रखकर बता दो कि हमारी परंपरा को मैंने ऐसे जीवित रखा है।
जिस तरह से हम धीरे धीरे बदल रहे हैं- जल्द ही समाप्त भी हो जाएंगे।


बौद्धों ने कभी सर मुंड़ाना नहीं छोड़ा!
सिक्खों ने भी सदैव पगड़ी का पालन किया!
मुसलमानों ने न दाढ़ी छोड़ी और न ही 5 बार नमाज पढ़ना!
ईसाई भी संडे को चर्च जरूर जाता है!
फिर हिन्दू अपनी पहचान-संस्कारों से क्यों दूर हुआ? 
कहाँ लुप्त हो गयी- गुरुकुल की शिखा, यज्ञ, शस्त्र-शास्त्र, नित्य मंदिर जाने का संस्कार ?
हम अपने संस्कारों से विमुख हुए, इसी कारण हम विलुप्त हो रहे हैं।


अपनी पहचान बनाओ! 
 


इंस्पायर अवार्ड मानक योजना अंतर्गत जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन

उरई जालौन 


रिपोर्टर रविकांत गौतम जालौन 



 राजकीय इंटर कॉलेज उरई में संपन्न हुआ जिसमें मुख्य रुप से डॉक्टर रईस खान वैज्ञानिक आई0एम0एफ0 अहमदाबाद उपस्थित हुए इस कार्यक्रम में जनपद स्तर पर प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के 227 विद्यार्थियों का चयन किया गया चयनित सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों ने विज्ञान के मॉडल प्रस्तुत किए इन सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं के खातों में विज्ञान मॉडल बनाने प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा प्रत्येक खातों में दस-दस हजार रुपये की धनराशि स्थानांतरित की गई उक्त कार्यक्रम मे जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत पटेल ,मुख्यकोषा अधिकारी आशुतोष चतुर्वेदी ,अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका संजय कुमार, महिला थाना अध्यक्ष  श्रीमती नीलेश कुमारी, एवं  विज्ञान एवं  प्रौद्योगिकी परिषद औरैया उत्तर प्रदेश मनीष यादव सहायक, बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद भूषण, डी0पी0आर0ओ अभययादव, एलड्रिच पब्लिक स्कूल के प्रबंधक अजय इटौदिया , अलीम सर  ,सहित  एवं  निर्णाक मंडल विज्ञान संचारक  मेंटर शिक्षक अभिभावक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे यह कार्यक्रम प्रदेश में प्रतिशतता की दृष्टि की प्रथम स्थान पर है  इस आयोजन में गठित निर्णायक मंडल के सदस्यों द्वारा प्रत्येक मॉडल पर जाकर उसका अवलोकन किया गया और प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थियों से मॉडल से संबंधित तार्किक प्रश्न पूछे और मॉडल को अधिक से अधिक कैसे उपयोगी बनाया जा सकता है इस पर प्रकाश डाला गया योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब बिछड़े प्रतिभावन बच्चों का विकास करना है इसके लिए जनपद के शिक्षा विभाग के मुखिया श्री भगवत पटेल ,अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य सुश्री अर्चना त्रिपाठी ,सारिका आनंद, जिला विज्ञान समनयवक अनिल  गुप्ता,  सहायक समनयवक शैलेन्द्र निरंजन, एवंअतुल दीक्षित, सुमेन्द्र पान्डेय, पुश्पेन्द्र सिह ,नरेश श्रीवास, धीरेन्द यादव, अनरुद कुशवा  अनिल श्रीवास्तव  राजेन्द्र कुमार गुप्ता व जनता इंटर कॉलेज  एट के छात्र देवेंद्र सिंह ने इलेक्ट्रिक साइकिल बनाकर एक जनपद में अपना अच्छा नाम रोशन किया है छात्र देवेंद्र सिंह का कहना है कि आने वाले समय में पेट्रोल खत्म हो सकता है तो इलेक्ट्रॉनिक का जमाना है और इस साइकिल को हम सोलर ऊर्जा के द्वारा चार्ज करके इस्तेमाल कर सकते हैं |



रविकांत गौतम दैनिक अयोध्या टाइम