Wednesday, April 1, 2020

एफ0 आई0 मौलाना अली मियां इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ को क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील






लखनऊ। कानपुर रोड बनी स्थित कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए जिला प्रशासन ने बाहर से आए लोगो को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार एफ0 आई0 मौलाना अली मियां इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ को क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील किया गया है। देश के कोने-कोने से लोग अपने घरों को लौट रहे हैं। कानपुर रोड बनी स्थित एफ0 आई0 इंस्टिट्यूट क्वारंटाइन सेंटर में लोगों के लिए आने जाने का अलग रास्ता होगा तथा 300 बेड का क्वारंटाइन जोन की व्यवस्था परिसर में होगी।

यह जानकारी एफ0 आई0 मौलाना अली मियां इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के सचिव, सिराज इकबाल ने दी

एफ0 आई0 संस्था पिछले कई वर्षों से स्वास्थ्य सेवा एवं चिकित्सा को लेकर आम जन-मानस के लिए कार्य करती चली आ रही है। वहीं इस बार भी चीन से भारत आई इस महामारी में भी वर्तमान प्रदेश सरकार के साथ चुनौतीपूर्ण आपदकाल का सामना व अत्यंत आवश्यक सयोग करेगी।


 

 



 



कानपुर प्रेस क्लब आपदा पीड़ितों की मदद में आया आगे, मुख्यमंत्री राहत कोष में ढ़ी 25 हजार की सहायता की चेक डीएम को सौंपी




कानपुर। कानपुर प्रेस क्लब की ओर से कोरोना वायरस की वैश्विक आपदा में पीड़ितों की मदद के लिए आया आगे। अध्यक्ष अवनीश दीक्षित, महामंत्री कुशाग्र पांडेय, कोषाध्यक्ष अभिलाष बाजपेई के साथ पदाधिकारियों व कार्यकारिणी सदस्यों ने मिलकर प्रेस क्लब कोष से 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष में जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी को सौंपा। इस मौके पर उपाध्यक्ष सुनील साहू, नीरज अवस्थी, चन्दन जायसवाल, अमन तिवारी, मोहित वर्मा, अमित सिंह, गौरव त्रिवेदी, दीप त्रिवेदी, प्रभात अवस्थी, नीरू मिश्रा, दिलीप सिंह, सूरज शुक्ला आदि उपस्थित रहें।


 

 



 

यदि घर में भात-दाल होता, तो मजदूरों का क्यों ऐसा हाल होता .डॉ.कुमार राकेश रंजन




मोतिहारी।लक्ष्मी नारायण दुबे महाविद्यालय, मोतिहारी में राजनीति विज्ञान के सहायक प्राध्यापक डॉ.कुमार राकेश रंजन के अनुसार राष्ट्रव्यापी लॉक डॉउन की स्थिति में दुनिया बनाने वाले, क्या तेरे मन में समायी, काहे को दुनिया बनायी - यह गीत शत-प्रतिशत सार्थक प्रतीत हो रही है। सूचना व प्रसारण मंत्रालय के सौजन्य से जहां एक ओर घरों में रामायण का प्रसारण शुरू किया गया है वहीं दूसरी ओर भारत की सड़कों पर भूख से महाभारत की स्थिति कायम है। एक ओर जहां कोरोना का कहर है तो दूसरी ओर सड़कों पर गांवों का शहर है। अपनी मातृभूमि से रोजगार की तलाश में कोसों दूर गए बिहारी दिहाड़ी/रेहड़ी मजदूर वतन वापसी हेतु व्याकुल दिख रहे हैं। विभिन्न दूरदर्शन चैनलों पर दिखाई जा रही तस्वीरों से पुन: भारत-पाक विभाजन की याद ताजी हो गई है। लौटते श्रमिकों के अनुसार यदि उनकी अपनी माटी मे ही अपेक्षित रोजगार मिल जाती तो आज यह दिन नहीं देखना पड़ता। होगा भी क्यों नहीं यदि किसी के घर में सब्जी-रोटी व भात-दाल उपलब्ध हो जाए तो यह हाल पैदा नहीं होगा। पहले अमूमन प्रवासी मजदूर दशहरा, छठ व होली जैसे त्योहारों में ही वतन लौटते रहे हैं। इतिहास में कभी भी ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई कि सभी मजदूरों को एक साथ ही अपना वतन लौटने को मजबूर होना पड़ा हो। अचानक राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन की स्थिति ने लोगों को अपने माटी की याद दिला दी। उनके मकान मालिकों ने घर का पानी और बिजली का कनेक्शन काट दिया था। पानी के बिना एक दिन भी गुजारना मुश्किल था। परदेस से मोहभंग होना स्वाभाविक था। उन लोगों ने मकान खाली कर मातृभूमि की ओर कूच करना ही उचित समझा। आनंद विहार व लाल कुआं बस अड्डे पर दिहाड़ियों की भीड़ लॉक डाउन में सांस्कृतिक रूप से खूबसूरत भारत की बदसूरत तस्वीर लग रही है।दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा से बसों में लदकर बिहार के चारों ओर मजबूर होकर मजदूर पहुंच रहे हैं। यदि उस भीड़ में  2-4 संक्रमित भी होंगे तो विपदा का दायरा अप्रत्याशित हो जाएगा। हजारों जिंदगियां काल के गाल में समा सकती है। ऐसे में दिल्ली व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लोगों को बसों में लादकर भेजने का फैसला उनकी जान से खिलवाड़ है। लॉक डाउन का उल्लंघन होने पर किसी भी अनहोनी के लिए इतिहास कभी माफ नहीं करेगा। भोजन तथा आश्रय के अभाव से जूझ रहे मजदूर मजबूरी में सड़कों पर ही दम तोड़ सकते हैं। देश के विभिन्न राज्यों में बिहार के लोग अब भी भूख से परेशान हैं एक छोटे से कमरे में 12-15 लोगों तक बंद हैं, जो पैदल निकले हैं उन्हें भी रास्ते में कोई राहत नहीं मिल पा रही है। सरकार के उच्चाधिकारी स्थिति के पूर्वानुमान में फेल हो गए, प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से संबंधित प्रतिष्ठान के नियोजकों द्वारा अपेक्षित प्रबंध करवानी चाहिए थी। विश्वव्यापी संक्रमण को देखते हुए देश में लॉक डाउन के सिवाय कोई उपाय भी नहीं बचा था। प्रतिष्ठानों से पैदल गंतव्य की ओर प्रस्थान करते मजदूर बुलंद भारत की बदनसीब तस्वीर हैं। यहां यह यक्ष प्रश्न है कि क्या लाखों लोगों के सुख के लिए करोड़ों लोगों के जीवन को खतरे में डाला जा सकता है? इन प्रवासी मजदूरों की नियति में क्या लिखा हुआ है? अपनी माटी में ही इन्हें पौष्टिक आहार सब्जी-रोटी व भात-दाल कब उपलब्ध हो जाएगा? क्या ऐतिहासिक रूप से समृद्ध बिहार के सर पर पलायन का कलंक सदा बनी रहेगी? उभरती आर्थिक महाशक्ति के रूप में भारत व सर्वाधिक विकास दर का ढोल बजाने वाली सरकार अपने दायित्वों से कहां मुकर गई है? यद्यपि प्रशासनिक रूप से सख्त बिहार के मुख्यमंत्री माननीय नीतीश कुमार द्वारा स्थिति को भांपते हुए अपेक्षित कदम उठाया गया। नेपाल की सीमा व राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में फंसी प्रवासियों के राहत हेतु आपदा सीमा राहत शिविर की व्यवस्था की गई है। पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया,6 किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, गया, नवादा, औरंगाबाद, भोजपुर, कैमूर, बक्सर, छपरा, सीवान व गोपालगंज के जिलाधिकारियों को सतत् निगरानी हेतु निर्देशित किया गया है।आपदा सीमा राहत केंद्र पर स्क्रीनिंग उपरांत ही संबंधित जिलों में क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। बिहार भवन, नई दिल्ली के स्थानिक आयुक्त द्वारा भी देश के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों को भोजन, आवासन व चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा रही है। बिहार सरकार के सूचना व जनसंपर्क विभाग की मानें तो 285888 व्यक्तियों के भोजन व आवासन का प्रबंध करवा दिया गया है। प्रवासी श्रमिकों का सहयोग बिहार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है, इसके लिए वह सदैव तत्पर है,संपूर्ण तंत्र सक्रिय एवं प्रतिबद्ध है। सीमाई क्षेत्रों में अभी भी प्रवासियों में छिपकर कर मातृभूमि पहुंचने की असीम आकांक्षाएं छिपी हुई है। यदि प्रशासनिक स्तर पर तथा समाज के श्रमजीवी व बुद्धिजीवी वर्गों में ससमय चेतना नहीं आयी तो भावी बिहार का रोगमुक्त होना मुश्किल हो जाएगा।


 

 



 

12 मार्च के बाद विदेश से आने वाले दें सूचना

दैनिक अयोध्या टाइम्स,संवाददाता,रामपुर-12 मार्च के बाद विदेश से आने वाले दें सूचना 12 मार्च 2020 के बाद विदेश से आने वाले व्यक्तियों के बारे में पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अथवा कोरोनावायरस के दृष्टिगत जनपद स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम को सूचना उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर जनपद में नियमित मॉनिटरिंग कराई जा रही है साथ ही प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वे 12 मार्च 2020 के बाद विदेश से आने वाले लोगों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएं। विदेश से लौटने वालों की यह प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वे स्वयं सूचित कर दें उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि विदेश से आए व्यक्ति द्वारा सूचना नहीं दी गई और उसमें कोरोनावायरस के लक्षण पाए गए या उसकी वजह से अन्य व्यक्ति संक्रमित होते हैं तो उसके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी।

रामपुर व टांडा में तब्लीगी जमात के 46 लोग मिले ,जिनका चिकित्सीय परीक्षण कराया गया

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता,रामपुर- दिल्ली के निजामुद्दीन में हुई तब्लीगी जमात में शामिल हुए कुछ लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने की खबर से खलबली मच गई है। मरकज निजामुद्दीन दिल्ली से निकले कई लोगों की कोराना वायरस से मौत हो जाने से देशभर में हड़कंप मचा है। रामपुर में भी पुलिस प्रशासन ऐसे लोगों की तलाश में जुटा रहा जो निजामुद्दीन से आए हैं। जिले में तब्लीगी जमात के 46 लोग मिले हैं, जिनका चिकित्सीय परीक्षण कराया गया है। इनमें दो जमात निजामुद्दीन दिल्ली से आई हैं।रामपुर शहर में केरल से आए 12 लोग मिले हैं। ये सभी तब्लीग के लिए निजामुद्दीन से आए थे। शहर में तब्लीगी जमात का मरकज घेर मर्दान खां में है। इस मरकज के संचालक मुहम्मद तारिक ने बताया कि केरल से 20 दिन पहले जमात आई थी। इन सभी लोगों को एक मकान में रखा गया है। इस संबंध में तीन दिन पहले एलआइयू को भी सूचना दे दी थी और मंगलवार को प्रशासन ने जानकारी की तो उन्हे भी पूरी बात बता दी है। टांडा : निजामुद्दीन दिल्ली से पांच लोग 18 मार्च को टांडा आए थे। उनमें कानपुर, बहराइच, मेवात, सम्भल, बिहार के निवासी हैं। इसी प्रकार अमरोहा जिले के हसनपुर से 12, बुलंदशहर से दस लोग आए हैं। सभी का सीएचसी में चेकअप किया जा रहा है। इससे प्रशासन में हड़कंप मचा है। एसडीएम ने निजामुद्दीन से आए लोगों को दो दिन सीएचसी में क्वारंटाइन में रखने का आदेश दिया है। बाकी लोग सेल्फ क्वारंटाइन में रहेंगे। साथ ही लोगों से न मिलने की भी ताकीद की है। दिल्ली निजामुद्दीन से आने वाले पांच लोग जो 18 मार्च को 40 दिन की जमात में आए हैं, जिसमें सम्भल के अब्दुल अलीम, पिनगवां मेवात हरियाणा के मोहम्मद अरशद, करनैल गंज कानपुर निवासी मोहम्मद लईक, अररिया बिहार निवासी मोहम्मद मुनीर आलम, बहराइच निवासी मोहम्मद महमूद शामिल हैं।

मदरसे में छात्र,निजामुद्दीन मरकज का मामला सामने आने के बाद दी गई जानकारी

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता,रामपुर-टांडा क्षेत्र स्थित मदरसे में बुधवार दोपहर एक साथ 522 छात्रों के होने की सूचना मिली है। वहीं रामपुर शहर के एक मदरसे में 50 लड़कियों के होने की भी खबर है। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के मामले के तूल पकड़ने के बाद मदरसा संचालकों ने आज प्रशासन को इतनी बड़ी संख्या में छात्रों के होने की जानकारी दी। अब तक मदरसा प्रबंधन ने प्रशासन से यह बात छुपाई थी, लेकिन मरकज का मामला प्रकाश में आने के बाद प्रशासन की सख्ती को देखते हुए उन्हें आज मदरसा संचालकों द्वारा जानकारी दी गई। छात्रों की इतनी बड़ी संख्या में इकट्ठा होने की खबर मिलते ही पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। फिलहाल सभी छात्रों को प्राथमिक जांच के लिए टांडा सीएचसी लाया गया है।

पूर्व राज्यमंत्री व सपा नेता तेज नारायण पाडेंय "पवन पांडेय"  निषाद बस्ती व शहर के बहेलिया टोला में बांटा  राहत सामग्री




कोरोना वायरस के प्रकोप चलते समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का निर्देश पर न कोई साथी भूखा रहने पाये, न कोई साथी परेशान होने पाये, इसी संकल्प को पूरा करने के लिये लाक डाउन के दौरान गरीबों की मदद के लिए उतरे पूर्व राज्यमंत्री व सपा नेता तेज नारायण पाडेंय "पवन पांडेय" रेतिया के निषाद बस्ती व शहर के बहेलिया टोला में बांटा फूड पैकेट।सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आदेश पर 14 अप्रैल तक अनवरत जारी रहेगा भोजन बांटने का अभियान।टीम के साथ प्रतिदिन फूड पैकेट बाटेंगे पवन पांडे।इस अवसर पर  श्री पाडेंय ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये लगातार हम सभी लोग अपने घर पर रहकर लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं, सुरक्षित हैं ।  सजगता से इस महामारी से लड़ने का सभी का उत्तम योगदान है, लॉकडाउन के शुरू के दिनों से ही हमारे समाजवादी पार्टी संगठन के नेतागण, कार्यकर्तागण एवं अन्य स्वयंसेवी समाजसेवी संगठन के लोग लगातार गाँवो में, वार्डो में, मोहल्लों में जाकर भरसक प्रयास कर लोगों को राशन एवं भोजन उपलब्ध करा रहे हैं, उन्ही के सच्ची सेवा को और बढ़ाया  जायेगा।एवं अयोध्या विधानसभा के समस्त निवासियों से तथा पार्टी के साथियों से अनुरोध करना चाहता हूँ कि यदि कहीं पर भी कोई भी साथी भूखा है, उसके पास खाने की व्यवस्था नही है तो कृपया मुझे सूचित करें, उसके दरवाजे पर भोजन पहुंचाने की जिम्मेदारी हमारी है। आप इस नेक कार्य में हमारा सहयोग करें, हम आपके आभारी रहेंगे। प्रवक्ता चौधरी बलराम यादव


 

 



 

गरीबों के प्रति युवाओं मे दिखा जोश






*बलरामपुर/ग्रामसभा गुमड़ी*- जनपद बलरामपुर में कोरोना संक्रमण पर जहां पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य कर्मी और पत्रकार टीम जीजान लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे आमजनता से बार बार यह अपील की जा रही है कि आप सतर्कता बरते और स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन का सहयोग करे अपने घरों में रहे और बताये गए नियमो का कड़ाई से पालन करे ।लेकिन देखा जा रहा है कि इस वैश्विक महामारी में भी कुछ युवा लोग अपने जान की फिकर ना करते हुए गरीबों और असहाय लोगों की सेवा में लग गए हैं और राहत पैकेज बांट रहे हैं इसमें आवश्यकता के अनुसार सभी चीजें बांटी और हांथ जोड़ कर लोगों से अपील किया कि अगर आपको कोई समस्या होती है तो तुरंत हमसे संपर्क करें इसमें अनेक पदअधिकारी और कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की अध्यक्षता में कार्यकर्ता गण सदर विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण करते हुए गरीब किसानों को राहत सामग्री दीया श्री अशोक कुमार बौद्ध विधानसभा प्रभारी सुक्षित 294 बलरामपुर सदर चंद्रिका प्रसाद, विक्रम पटेल विधानसभा अध्यक्ष,रोहित मिश्रा,  धर्मराज, चौहान,कन्हैया लाल यादव, पिंटू वर्मा ,एवं समस्त कार्यकर्ता गण ने अपना मूल्यवान समय जनता की सेवा में समर्पित किया


 

 



 



लाॅकडाउन के दौरान नूर महल में खाद्य सामग्री के पैकेट तैयार कराते नवेद मियां

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता,रामपुर- लाॅकडाउन के दौरान गरीबों और ज़रूरतमंदों तक राशन सामग्री पहुंचाने के काम में पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां भी जुटे हुए हैं। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लाॅकडाउन के बीच बुद्धवार को अपने आवास नूर महल में उन्होंने खाद्यान्न के पैकेट तैयार कराए। इन पैकेटों में आटा, चावल और दाल समेत अन्य जरूरी सामान पैक कराया गया है। इस सामग्री को लाॅकडाउन के दौरान अपने घरों में रहें रहे गरीबों और ज़रूरतमंदों तक भेजा जाएगा।

विधायक के द्वारा गरीबों को राहत सामग्री बाटी गई




*बलरामपुर*- जिला बलरामपुर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र श्रीदत्तगंज में सदर विधायक पलटू राम और राहुल जयसवाल ब्लॉक अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद के द्वारा गरीबों को राहत सामग्री बांटी गई और सभी को सावधान रहने की सलाह दीया सब से हाथ जोड़कर निवेदन किया कि कृपया अपने घर में ही रहे बाहर ना निकले और लाक डाउन का पालन करे सदर विधायक पलटू राम के द्वारा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया और यह कहा कि आप ऐसे ही समाज सेवा करते रहें इसमें भाजपा के कुछ  कार्यकर्ताओं ने अपना सहयोग दिया टिंकू जयसवाल, विनय जयसवाल भावी जिला पंचायत सदस्य, और अनेक कार्यकर्ताओं ने अपना पूर्ण योगदान दिया और अपना मूल्यवान समय गरीबों की सेवा में व्यतीत किया


 

 



 

सभासद सहित मोहल्ले वालों ने लगाए कोटेदार पर आरोप






मौदहा हमीरपुर।जहां देश कोरोना से जूझ रहा है तो वहीं कोटेदारों की कालाबाजारी चरम पर है।हालांकि पूर्ति विभाग के लिए यह नयी बात नहीं है।और समय समय पर पूर्ति विभाग पर ऐसे आरोप लगते रहे हैं और पूर्ति विभाग बाकायदा जांच करने के नाम पर मामले को निबटाने का काम भी करता रहा है।हालांकि यह अलग बात है कि इस बार आरोप सभासद द्वारा लगाये गए हैं और जब सभासद आरोप लगाने लगे तो मामला अधिक गंभीर रूप धारण कर लेता है। नगरपालिका मौदहा के ब्लॉक वार्ड के सभासद शिवकुमार सोनी ने उक्त वार्ड के कोटेदार नरेन्द्र के विरुद्ध सीधे आरोप लगाते हुए बताया है कि नरेंद्र कोटेदार अक्सर लोगों का अंगूठा लगवा लेता है और खाद्यान्न नहीं देता है।सभासद ने बताया कि एक महीने का खाद्यान्न रोक लेता है।और अभी पिछले महीने का खाद्यान्न नहीं दिया गया है इस लिए देश में चल रहे लाकडाऊन के चलते लोगों के चूल्हे ठंडे हो गए हैं इस लिए भीड़ लगी हुई है।इस मामले में कोटेदार सहित अधिकारियों से सभासद ने कयी बार बात की है लेकिन न तो कोटेदार की कार्यशैली मे सुधार आया है और न ही अधिकारियों ने उक्त मामले पर जांच करना उचित समझा है।


 

 



 



भूख से परेशान तीन व्यक्ति अंबाला से बलरामपुर पैदल पहुंचे




रिपोर्ट - श्रावस्ती  विशाल  पाठक यह तीन महान व्यक्ति अंबाला से पैदल चलते हुए इन्हें यह तीन व्यक्ति श्रावस्ती और बलरामपुर के बॉर्डर पर पहुंचे तभी इन्हें वहां की पुलिस बलरामपुर श्रावस्ती के चेक पोस्ट पर रोका  तथा इन लोगों से पूछताछ हुआ  और इनका टेंपरेचर  चेक करके और इन लोगों को फिर जाने के लिए बता दिया गया और इन तीनों को खलीलाबाद जाना है पैदल यात्रा कर रहे हैं ना कोई खाना मिलना है ना कोई पानी मिला है  यह लोग से पूछा गया कि आप लोग खाना पानी खाओगे तुरंत बोले खाएंगे साहब बहुत दिनों से भूखे हैं और इन्हें भोजन कराया गया तथा इन्हें चेक पोस्ट पर बता दिया गया है कि चेक पोस्ट पर जो  कोई भी गाड़ी आएगी उसमें बिठा देना यह अपने घर सुरक्षित पहुंच जाएं


 

 



 

झोपड़ी बनाकर रह रहे मजदूरों को तीसरे दिन 500 लंच पैकेट बाटा गया




बलरामपुर में राहगीरों व फुटपाथ  झोपड़ी बनाकर मजदूरों को तीसरे दिन 500 लंच पैकेट बाटा गया, श्री महादेव मंदिर झारखंडी साईं दरबार के संस्थापक एवं एसएससी ग्रुप ऑफ कंपनीज के निदेशक धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू के सौजन्य से 1-4-2020 को 500 पैकेट लंच सामाजिक दूरी बनाने हेतु सभी सदस्यों को अलग-अलग वितरित करने हेतु पैकेज लंच दिया गया सदस्यों द्वारा बलरामपुर रेलवे स्टेशन, विशनीपुर,भगवतीगंज चौराहा, पहलवारा,नौशहरा, अचलापुर सिविल लाइन पीपल तिराहा घोसी मोहल्ला मेजर चौराहा खलवा मोहल्ला पूरब टोला अलीजान पुरवा,चिकनी,संतोषी माता मंदिर,बस स्टॉप, कचहरी डाकखाना चौराहा व राहगीरों को फुटपाथ पर झोपड़ी बनाकर रह रहे मजदूरों को कुल 500 पैकेट बाटा गया जिसमें रविन्द्र गुप्ता कमलापुरी युवा समाजसेवी बलरामपुर ने मोटर साइकिल से गली व रोड पर दूरदराज से आए हुए दिल्ली बिहार राजस्थान गुजरात झारखंड लखीमपुर व कई जगह से आए हुए मजदूरों वह गरीब असहाय लोगों को भगवतीगंज चौराहा के आस-पास कई जगह लंच पैकेट बांटें रविन्द्र गुप्ता कमलापुरी ने कहा कि, एसएससी ग्रुप ऑफ कंपनीज के निर्देशक धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू भैया व बलरामपुर श्री महादेव मंदिर झारखंडी साईं दरबार के संस्थापक व सदस्यगण सभासद इन सभी लोगों को लंच पैकेट बांटने में बड़ा सहयोग रहा जिसमें भाजपा जिला मीडिया प्रभारी डीपी सिंह,रविन्द्र गुप्ता कमलापुरी युवा समाजसेवी बलरामपुर, सभासद में राघवेंद्र कान्त सिंह मंटू,विनोद गिरी,अंशु मिश्रा, सुभाष पाठक,व,करुणेश सिंह कुक्कू,व डॉक्टर दिग्विजय नाथ जयसवाल निशांत सिंह अनिल सिंह मामा,डॉक्टर अफसर रसूल खान,रजनीश कुमार सिंह,शिवम मिश्रा,सुरेश गुप्ता,मनीष सिंह,अटल शर्मा,गौरव मिश्रा,राहुल गिरी सोहन मिश्रा,आदि लोगों ने 500 लंच पैकेट,वितरित करने में सहयोग किये