आख्या रिपोर्ट में उप निरीक्षक ने गढी झूठी कहानी, मुख्य व्यक्तियो की जगह फर्जी व्यक्ति को बताया मकान की रजिस्ट्री
कराने वाला।
उपनिरीक्षक ने सार्वजनिक मंदिर को बताया छोटा मंदिर, पीडित को ही गलत साबित करने पर अमादा।
कानपुर नगर, यदि पुलिस अपना काम ईमानदारी से करे तो शहर से काफी हद तक अपराध समाप्त हो सकता है। दबंगो, भूमाफियाओं और पैसे वालो से मिलकर यह पुलिस अदालतो और विभागो और प्रार्थनापत्रो पर झूठी आख्या लगा देती है और इसका खामयाजा, मजलूमो, असहायो और पीडितों को करना पडता है। कुछ पैसे की लालच में पुलिस इतनी अंधी हो जाती है कि उसे सही और गलत का भी ध्यान नही रहता और न ही यह डर रहता है, सच्चाई सामने आने पर अधिकारी या शासन द्वारा उनपर भी कार्यवाही हो सकती है। एक ऐसे ही प्रकरण में थाना ग्वालटोली पुलिस ने राज्यपाल महोदय के यहां से आई जांच में झूठी आख्या प्रेषित करते हुए एक बडे मंदिर को जहां छोटा मंदिर बताया वहीं दबंगो और भूमाफियाओं द्वारा फर्जी रजिस्ट्री कराने वालो के नाम छिपा कर किसी ऐसे व्यक्ति का नाम लिख दिया जिसके मकान की रजिस्ट्री कराई ही नही। इतना ही नही पुलिस ने पीडित को मंदिर सम्पत्ति पर कब्जा करने वाला साबित करने की कोशिश की जबकि पीडित सिर्फ उक्त मंदिर सम्पत्ति का सर्वाराकार हैं
थाना ग्वालटोली क्षेत्र में स्थित 12/162 एक मंदिर धर्मादा सम्पत्ति है, इस सम्पत्ति पर कुछ दबंग और भूमाफिया किस्म के लोगो ने फर्जी रजिस्ट्री करा ली है, जिसके तमाम मुकदमें न्यायालय के समक्ष विचाराधीन भी है। वही मकान मे रहने वाले पीडित द्वारा मा0 राज्यपाल को प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसमें आई जांच ग्वालटोली थाने में रहे उप निरीक्षक मनोज कुमाद भाटी ने की। भाटी द्वारा दबंगो से सांठ-गांठ कर झूठी आख्या प्रेषित कर दी गयी, जिसमें उप निरीक्षक मनोज भाटी ने उक्त मंदिर परिसर की फर्जी रजिस्ट्री कराने वाले तीन नाम रानी पाण्डेय, सुमन पाण्डेय था सुधीर कुमार पाण्डेय का नाम छिपा दिया और मनोज शुक्ला जिसका उक्त परिसर से लेना देना नही, ऐसा कोई व्यक्ति भी क्षेत्र में नही उसे रजिस्ट्री
करने वाला बताया। इतना ही नही उल्टा पीडिता को ही आख्या में कहा कि वह मकान को अपनी जगह बता रहा है, जबकि पीडित महज उस मंदिर सम्पत्ति का सर्वराकार है। इसके अलावा उक्त परिसर में शिव भोलेनाथ विराजमान मंदिर है जो क्षेत्र की आस्था का केंद्र भी है और बडा मंदिर है, उसे उपनिरीक्षक मनोज कुमार भाटी ने छोटा सा मंदिर बताया। ऐसे में पीडित ने बताया कि मनोज भाटी ने दबंगो से सांठ-गांठ कर उसके द्वारा दिये गये प्रार्थनापत्र पर गलत, झूठी रिपोर्ट लगाकर भेज दी। सच सामने न आने पर पीडित की काफी क्षति हुई है। पुनः पीडित ने राज्यपाल महोदय से मिलकर तत्काली ग्वालटोली उपनिरीक्षक मनोज कुमार भाटी व थाना प्रभारी जय प्रकाश पाल पर गलत आख्या प्रेषित किये जाने को लेकर कार्यवाही करने के लिए शिकायत करेंगे।
Tuesday, February 4, 2020
भूमाफियाओं से सांठ-गांठ कर ग्वालटोली थाना पुलिस लगाती है गलत आख्या
जिलाधिकारी ने किया कूष्माण्डा देवी मंदिर का निरीक्षण
सफाई, बैठने की व्यवस्था के साथ रैन बसेरे को और बेहतर बनाने के दिए निर्देश
कानपुर नगर, कानपुर के जिलाधिकारी डा0 ब्रम्हदेव राम तिवारी ने घाटमपुर स्थित कूष्माण्डा देवी के मंदिर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने के पूरे मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए वहां की साफ-सफाई व्यवस्था और आने वाले भक्तो के बैठने की व्यवस्था को देखा।
जिलाधिकारी ने मंदिर परिसर में सफाई व्यवस्था को देखते हुए निर्देश दिया कि सफाई व्यवस्था ठीक रखी जाये और मंदिर परिसर में बैठने के लिए जगह-जगह व्यवस्था कराई जाये साथ ही उन्होने कहा कि यहां बने रैन बसेरे को और भी बेहतन बनाया जाये। उन्होने निर्देशित करते हुए कहा कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को जागरूक करने के लिए प्रतिबंधित पाॅलीथीन तथा थर्माकोल के की वस्तुओ का प्रयोग न करने के लिए फ्लेक्स बोर्ड लगाकर उन्हे जागरूक किया जाये साथ ही कहा कि मंदिर परिसर को साफ रखने की जिम्मेदारी सभी की है।
उन्होने जिला पंचायती राज अधिकारी को निर्देशित किया कि विशेष अभियान चलाकर मंदिर परिसर की सफाई कराई जाये और यहां लगे सफाई कर्मी समय से आये और और प्रतिदिन सफाई करें इस व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाये।
सफर के दौरान यात्री हुआ बेहोश, मौत
कानपुर नगर, ट्रेन में यात्रा करने के दौरान अचालक एक यात्री बेहोश हो गया। कानपुर सेंट्रल पर ट्रेन पहुंचने के पश्चात् डाक्टर ने
मुआयना कर यात्री को मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार 67 वर्षीय रामचंद्र शाह पुत्र दोसर शाह निवासी हलुवाई लक्ष्मनिया, बेगूसराय, बिहार जो काफी समय से बीमार चल रहा था। उसके परिजनो ने बताया कि वह स्थानीय डाक्टरो की सलाह पर उन्हे इलाज के लिए दिल्ली ले जा रहे थे। यात्री और परिजनो का आरक्षण ट्रेन संख्या 22411 अरूणांचल एक्सप्रेस के कोच ए-2 में था। बताया कि यात्रा के दौरान रामचंद्र की तिबियत अचानक बिगड गयी और वह बेहोश हो गये। सेंट्रल पर सूचपा पाकर पहुंचे डाक्टर ने बेहोश यात्री का मुआयना कर उन्हे मृत घोषित कर दिया।
वहीं मौके पर पहुंची जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा। पुत्र मनोज ने बताया कि उनके पिता को किडनी की बीमारी काफी समय से थी और वह इलाज के लिए दिल्ली जा रहे थे।
प्रधानमंत्री 7 फरवरी, 2020 को कोकराझार, असम जाएंगे
कार्यक्रम में बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीएडी) जिलों के 4 लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। असम सरकार, राज्य की विभिन्नता पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करेगी। स्थानीय समुदाय इस कार्यक्रम में प्रस्तुतियां देंगे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जनवरी में हुए ऐतिहासिक बोडो समझौते के बारे में जनसमुदाय को संबोधित करेंगे। प्रमुख हितधारकों को कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
समझौते पर 27 जनवरी, 2020 को नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए गए थे।
श्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट में इस दिन को भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिवस कहा था। ट्वीट में आगे कहा गया था कि यह समझौता बोडो लोगों के जीवन में बदलाव लाएगा और शांति, सदभावना और मिलजुलकर रहने के एक नई सुबह की शुरूआत होगी।
यह समझौता प्रधानमंत्री के सबका साथ, सबका विकास विजन और पूर्वोत्तर क्षेत्र के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्धता के अनुरूप है। इससे 5 दशक पुरानी बोडो समस्या का समाधान हुआ है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि ‘बोडो समझौता कई कारणों से अलग है। जो लोग पहले हथियार के साथ प्रतिरोधी समूहों से जुड़े हुए थे वे अब मुख्य धारा में प्रवेश करेंगे और हमारे राष्ट्र की प्रगति में योगदान देंगे।
एनडीएफबी के विभिन्न गुटों के 1615 कैडरों ने आत्मसमर्पण किया है और ये लोग समझौते पर हस्ताक्षर होने के दो दिनों के अंदर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि बोडो समूहों के साथ समझौता बोडो लोगों की अनूठी संस्कृति को संरक्षित करेगा और लोकप्रिय बनाएगा। लोगों को विकास आधारित कार्यक्रमों तक पहुंच प्राप्त होगी। हम उन सभी चीजों को करने के लिए प्रतिबद्ध है जिससे बोडो लोगों को अपनी आकांक्षा पूरी करने में मदद मिलती हो।
क्षेत्र के विकास के लिए 1500 करोड़ रूपये के विशेष पैकेज को अंतिम रूप दिया गया है।
हाल ही में भारत सरकार और मिजोरम एवं त्रिपुरा सरकारों के बीच ब्रू-रियांग समझौता हुआ था। इससे 35,000 ब्रू-रियांग शरणार्थियों को राहत मिली। त्रिपुरा में एनएलएफटी के 85 कैडरों ने आत्मसमर्पण किया। यह पूर्वोत्तर क्षेत्र में विकास और शांति के प्रति प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गणतंत्र दिवस पर प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने हिंसा के मार्ग पर चलने वाले सभी लोगों को आत्मसमर्पण करने और मुख्यधारा में शामिल होने का आह्वान किया था।
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर मैं देश के किसी भी हिस्से के उन लोगों से अपील करता हूं कि वे मुख्यधारा में वापस आ जाएं जो हिंसा और हथियारों के माध्यम से समस्या का समाधान चाहते हैं। उन्हें अपनी क्षमताओं के साथ-साथ देश की क्षमता पर भी भरोसा होना चाहिए कि शांतिपूर्ण माहौल में समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
रजा लाइब्रेरी में इंडो उजबेक प्रदर्शनी का आयोजन
जौहर यूनिवर्सिटी में चकरोड की जमीन पर बनी इमारतों को तोड़ने के लिए प्रशासन ने जारी किया नोटिस
अतिक्रमण पर गरजी जेसीबी पालिका प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
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हत्या कांड का हुआ खुलासा, एक अभियुक्त गिरफ्तार
हरदोई।3 फरवरी (अयोध्या टाइम्स)देहात कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम खुटेहना मजरा मंगोलपुर निवासी रामप्रकाश के गुम होने की सूचना थाने पर 10 जनवरी को दर्ज कराई गई थी। कोतवाली देहात में मुकदमा अपराध संख्या 10 / 20 धारा 364 आईपीसी के अंतर्गत पंजीकृत किया गया था । पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने उक्त जानकारी देते हुए पत्रकारों को बताया कि उपरोक्त गुमशुदगी की कुशलता पूर्वक बरामदगी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी व सीओ सिटी के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात रंधा सिंह की एक टीम गठित की गई थी । टीम द्वारा काफी सुराग रस्सी करने के बाद 2 फरवरी की शाम को अभियुक्त वर्मा पुत्र शिव बरन लाल निवासी ग्राम थाना महमूदाबाद जनपद सीतापुर को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार अभियुक्त की निशानदेही पर जनपद सीतापुर के थाना महमूदाबाद के ग्राम बिचपड़ी से तहसीलदार व प्रभारी निरीक्षक थाना महमूदाबाद उपनिरीक्षक मोती लाल यादव की उपस्थिति में गुमशुदा व्यक्ति रामप्रकाश के शव को बरामद किया गया । पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि मृतक के शव के पास से मोबाइल फोन व बांस का डंडा भी बरामद किया गया । जिसके आधार पर उक्त अभियुक्तों को धारा 302 /201 की बढ़ोतरी की गई । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्त से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि रामप्रकाश ने मेरी बेटी के नंबर पर फोन करके अपशब्द कहे थे । मेरी बेटी ने मुझे वह मेरी पत्नी को बताया यही वजह है कि मैंने राम प्रकाश को अपनी पत्नी से मिलने के बहाने बुलाकर अपने ही खेत में ले जाकर उसकी हत्या कर शव को जमीन में गाड़ दिया था ।