Thursday, April 2, 2020

ईपीसीएच ने आईएचजीएफ-दिल्ली फेयर स्प्रिंग-2020 के 49वें संस्करण को रद्द किया

भारत और विदेशों में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट (ईपीसीएच) द्वारा आईएचजीएफ-दिल्ली फेयर स्प्रिंग-2020 के 49 वें संस्करण को रद्द कर दिया गया है। ईपीसीएच के महानिदेशक, राकेश कुमार ने कहा कि चूंकि देश लॉकडाउन की स्थिति में है, इसलिए निकट भविष्य में इस प्रकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन करना अव्यवहार्य बन गया है।


इससे पहले, 15-19 अप्रैल, 2020 को इस मेले का आयोजन होने वाला था, जिसे इस उम्मीद के साथ स्थगित कर दिया गया था कि कोविड-19 की स्थिति में सुधार आ जाएगा और मेले का आयोजन जून/जुलाई में कभी भी किया जा सकता है।


इस मेले में 10,000 से ज्यादा आगंतुकों और 7,000 विदेशी खरीदारों और उनके प्रतिनिधियों के आने की उम्मीद थी, जिसमें पूरे देश से भारतीय हस्तशिल्प में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 3,200 से ज्यादा प्रदर्शकों द्वारा मेजबानी किया जाना था।


हस्तशिल्प, सामूहिक गतिविधि पर आधारित होता है और इस मेले के रद्द होने से प्रमुख शिल्प समूहों जैसे मुरादाबाद, सहारनपुर, जोधपुर, जयपुर, आगरा, नरसापुर, फिरोजाबाद और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र का निर्यात प्रभावित होने वाला है।


आईएचजीएफ-दिल्ली फेयर ऑटम के 50वें संस्करण का आयोजन 14-18 अक्टूबर 2020 को इंडिया एनसीआर सेंटर और मार्ट, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली एनसीआर में किया जाएगा।



प्रधानमंत्री ने भारतीय उच्‍चायोगों के प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्‍फ्रेंस की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया भर में भारत के दूतावासों और उच्चायोगों के प्रमुखों के साथ आज शाम 5 बजे एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की। यह कॉन्‍फ्रेंस - दुनिया भर में भारतीय मिशनों के लिए इस तरह का पहला आयोजन था – जिसे वैश्विक कोविड-19 महामारी की प्रतिक्रियाओं पर चर्चा करने के लिए आयोजित किया गया था।


प्रधानमंत्री ने कहा कि असाधारण समय के लिए असाधारण समाधान की आवश्यकता होती है, यही वजह है कि वैश्वीकरण के इस युग में भी, दुनिया के अधिकांश लोगों ने खुद को अलग कर लिया था। इस महामारी से लड़ने के लिए यह एक अपरिहार्य कदम था, लेकिन इसके बहुत अधिक परिणाम निकलने थे, क्योंकि वैश्विक प्रणाली के बंद होने का अंतर्राष्ट्रीय परिवहन प्रणाली, वित्तीय बाजारों और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर व्यापक और दूरगामी प्रभाव पड़ा है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने इस महामारी पर अपनी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त करते हुए इस साल जनवरी के मध्य से अभूतपूर्व और शुरुआती कदम उठा लिए थे, ताकि संक्रमण के बाहर से आने के जोखिम को कम किया जा सके, और उसके बाद महामारी को फैलने से रोका जा सके। इसमें दुनिया का सबसे बड़ा क्‍वारंटीन और लॉक डाउन शामिल है, जिसे भारत ने लागू किया है।


प्रधानमंत्री ने कुछ संकटग्रस्‍त क्षेत्रों में विदेश में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए किए गए प्रयासों के लिए मिशनों के प्रमुखों की सराहना की। उन्होंने पांच विशिष्ट बिन्दुओं पर कदम उठाने के लिए उन्हें प्रेरित किया:


i. अपना स्‍वास्‍थ्‍य और सुरक्षा सुनिश्चित करें, साथ ही अपनी टीम और परिवार की सुरक्षा का भी ध्‍यान रखें;


ii. अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों की अनिश्चितता को देखते हुए, विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों पर ध्‍यान दिया जाए। उन्होंने भारतीय मिशनों के प्रमुखों का आह्वान किया कि वे विदेश में फंसे हमवतन लोगों के मनोबल को बढ़ाने में मदद करें, और विदेशों में उनके अनियोजित प्रवास से उत्पन्न मुद्दों के समाधान में मेजबान सरकारों के साथ मदद करें, और भारतीयों को विदेश में जिन अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, उनका समाधान करें, जिसमें जहां आवश्यक और संभव हो; आश्रय की व्यवस्था करना शामिल है,


iii कोविड​​-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में सतर्क रहें और सर्वोत्तम प्रथाओं, नवाचारों, वैज्ञानिक सफलताओं और चिकित्सा उपकरणों की खरीद के स्रोतों को अपने देशों में स्‍वीकृति प्रदान करें। उन्होंने मिशन के प्रमुखों को विदेशों से चंदा जुटाने के लिए नव-स्थापित प्रधानमंत्री संरक्षण कोष को उपयुक्त तरीके से प्रचारित करने की सलाह दी।


iv. चूंकि यह संकट अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव डालता है, पीएम ने मिशन के प्रमुखों को सलाह दी कि वे विदेशी भागीदारों के साथ अपने समन्वय के माध्यम से आवश्यक आपूर्ति, रसद श्रृंखला, प्रेषण पर ध्यान केंद्रित करें;


v. अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक स्थिति विकसित करने के लिए करीब से ध्यान देना जारी रखें, खासतौर से कोविड-19 महामारी के संदर्भ में।


जवाब में, बीजिंग, वाशिंगटन डीसी, तेहरान, रोम, बर्लिन, काठमांडू, अबू धाबी, काबुल, माले और सियोल स्थित उच्‍चायोगों के दस प्रमुखों ने प्रधानमंत्री और बाकी दर्शकों को अपने दृष्टिकोण की जानकारी दी। उन्होंने इस महामारी का मुकाबला करने के लिए भारत द्वारा उठाए गए दृढ़ उपायों को अपने देशों में स्‍वीकृति प्रदान करते हुए उसकी सराहना की।


मिशनों के प्रमुखों ने विदेश में फंसे भारतीयों, विशेष रूप से, छात्रों और श्रमिकों की मदद करने के अपने प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने दवाओं, चिकित्सा उपकरणों, प्रौद्योगिकियों, अनुसंधान और अन्य उपायों को स्‍वीकृति देने के प्रयासों की भी जानकारी दी, जो इस महामारी से लड़ने के भारत के राष्ट्रीय प्रयासों में मदद कर सकते हैं। कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में मिशन के प्रमुखों ने अन्य देशों से सीखे गए सबक, और उनके सर्वोत्तम तरीकों की भी जानकारी दी। हमारे पड़ोस में, मिशन के प्रमुखों ने कोविड -19 का मुकाबला करने के लिए सार्क देशों के लिए भारत की पहल पर बनाई गई विशेष निधि का उपयोग करते हुए सहायता करने के उपायों को रेखांकित किया। मिशन के प्रमुखों ने उनके काम के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और प्रेरणा के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।


अंत में, प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि विदेश में भारत के उच्‍चायोग घर से बहुत दूर हो सकते हैं, लेकिन वे कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में पूर्ण भागीदार बने हुए हैं। उन्होंने जोर दिया कि सभी भारतीयों की एकता और सतर्कता राष्ट्र के भविष्य को सुरक्षित रखने में मदद करेगी।



विपणन योग्‍य दिनांकित प्रतिभूतियां : अप्रैल, 2020 – सितंबर, 2020 के लिए कैलेंडर जारी

संस्थागत एवं छोटे निवेशकों को अपने निवेश की योजना कुशलतापूर्वक बनाने में सक्षम करने और सरकारी प्रतिभूति बाजार में पारदर्शिता एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के उद्देश्‍य से वित्त वर्ष 2020-21 की प्रथम छमाही (01 अप्रैल, 2020 से 30 सितंबर, 2020 तक) के लिए सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियां जारी करने के लिए एक सांकेतिक कैलेंडर को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के साथ परामर्श कर जारी किया जा रहा है। यह कैलेंडर निम्‍नानुसार है:


 









भारत सरकार की दिनांकित प्रतिभूतियां जारी करने के लिए कैलेंडर


(01 अप्रैल, 2020 से लेकर 30 सितंबर, 2020 तक)


 








































































































































































क्र. सं.



नीलामी सप्‍ताह



धनराशि


(करोड़ रुपये में)



प्रतिभूति-वार आवंटन



 


1



 


06 अप्रैल-10  अप्रैल, 2020



 


19,000




  1. 2 वर्षीय प्रतिभूति,  3,000  करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40   वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के लिए



 


2



 


13  अप्रैल -17 अप्रैल, 2020



 


20,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति,  9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति,  5,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



 


3



 


20 अप्रैल -24  अप्रैल,2020



 


21,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति,  9,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति,  5,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड, 4,000 करोड़ रुपये के लिए



 


4



 


27 अप्रैल -01 मई, 2020



 


19,000




  1.   5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14   वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए



  1. 30  वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के‍ लिए



5



 


4  मई -08  मई, 2020



 


19,000




  1. 2   वर्षीय प्रतिभूति,  3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति,  10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40   वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के लिए



 


6



 


11  मई -15  मई, 2020



 


19,000




  1. 5   वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14   वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



 


7



 


18  मई -22  मई, 2020



 


19,000




  1. 2   वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10   वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



 


8



 


25  मई -29  मई, 2020



 


21,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 8,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड, 4,000 करोड़ रुपये के लिए



9



01 जून-05 जून, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10   वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40   वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



10



08 जून- 12 जून, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14   वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



11



 15 जून-19 जून, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



12



22 जून-26 जून, 2020



21,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 8,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड,  4,000 करोड़ रुपये के लिए



13



29 जून-03 जुलाई, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



14



06 जुलाई -10  जुलाई, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



15



13  जुलाई -17 जुलाई, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



16



20 जुलाई -24 जुलाई, 2020



21,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 8,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड, 4,000 करोड़ रुपये के लिए



17



27  जुलाई -31  जुलाई, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के लिए



18



 3 अगस्‍त-7 अगस्‍त, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के लिए



19



10  अगस्‍त -14  अगस्‍त, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के लिए



20



  17  अगस्‍त -21 अगस्‍त, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



21



24  अगस्‍त -28  अगस्‍त, 2020



21,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 2,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 5,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड, 4,000 करोड़ रुपये के लिए



22



31  अगस्‍त -04 सितंबर, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



23



07  सितंबर -11  सितंबर, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



24



14  सितंबर -18  सितंबर, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



25



21  सितंबर -25  सितंबर, 2020



21,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 2,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 5,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड,   4,000 करोड़ रुपये के लिए



 



       कुल



488,000



 



 



जैसा कि अब तक देखा गया है, कैलेंडर के दायरे में आने वाली सभी नीलामियों में गैर-प्रतिस्‍पर्धी बोली योजना की सुविधा होगी, जिसके तहत अधिसूचित राशि का 5 प्रतिशत निर्दिष्‍ट रिटेल या छोटे निवेशकों के लिए आरक्षित होगा।


अतीत की तरह ही इस बार भी भारत सरकार के पास भारतीय रिजर्व बैंक के साथ सलाह-मशविरा करके अधिसूचित राशि, निर्गमन अवधि, परिपक्‍वता इत्‍यादि की दृष्टि से उपर्युक्‍त कैलेंडर में आवश्‍यक संशोधन करने और विभिन्‍न प्रकार के प्रपत्र (इंस्‍ट्रूमेंट) जारी करने का लचीलापन होगा। इसके अलावा गैर-मानक परिपक्वता वाले प्रपत्रों सहित विभिन्न प्रकार के प्रपत्रों को जारी करने और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) सम्बद्ध महंगाई से जुड़े बॉन्डों सहित प्लोटिंग रेट बॉन्डों (एफआरबी) को जारी करने की दृष्टि से भी उपर्युक्‍त कैलेंडर में आवश्‍यक संशोधन करने का लचीलापन होगा। ये संभावित संशोधन भारत सरकार की आवश्‍यकताओं, उभरती बाजार स्थितियों एवं अन्‍य प्रासंगिक कारकों पर निर्भर करेंगे और ये संशोधन करने से पहले बाजार को बाकायदा सूचित किया जाएगा। आवश्‍यकता पड़ने पर इस कैलेंडर में बदलाव किये जा सकते हैं। तय अवधि के दौरान कोई अवकाश पड़ जाने जैसे कारण भी इसमें शामिल हैं। इस तरह के बदलावों के बारे में जानकारी प्रेस विज्ञप्तियों के जरिए दी जाएगी।


भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से भारत सरकार के पास नीलामी संबंधी अधिसूचना में इंगित उपर्युक्त प्रतिभूतियों में से प्रत्येक के सापेक्ष 2000 करोड़ रुपये तक के अतिरिक्त अभिदान को बनाए रखने के लिए ग्रीन-शू ऑप्शन का इस्तेमाल करने का अधिकार है। हालांकि किसी भी नीलामी के अंतर्गत एक या उससे अधिक प्रतिभूतियों में ग्रीन-शू ऑप्शन या विकल्प का उपयोग नीलामी संबंधी समग्र अधिसूचित राशि के दायरे में ही करना होगा।


भारतीय रिजर्व बैंक महीने के प्रत्येक तीसरे सोमवार को नीलामी के जरिए प्रतिभूतियों की अदला-बदली भी सुनिश्चित करेगा। यदि तीसरे सोमवार को अवकाश रहता है, तो महीने के चौथे सोमवार को नीलामी के जरिए प्रतिभूतियों की अदला-बदली की जाएगी।


दिनांकित प्रतिभूतियों की नीलामी पर भारत सरकार द्वारा 27 मार्च, 2018 को जारी एफ. संख्‍या 4(2)-डब्‍ल्‍यूएंडएम/2018 में उल्लिखित शर्तें लागू होंगी। इसमें समय-समय पर संशोधन किया जाता है।  


 


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एएम/आरआरएस- 6441                           


कोथावां में रामनवमी को लेकर घरो में विधिविधान से की गई पूजा





सण्डीला/हरदोई:-(अयोध्या टाइम्स)चैत्र मास के नवरात्र के रामनवमी को लेकर घरो में विधिविधान से पूजा अर्चना की गई।
       विवर्णानुसार कोथावां कस्बे में आज सुबह रामनवमी के शुभ अवसर पर घरो में रामनवमी की पूजा विधिविधान से की गई। वही रामनवमी के अवसर पर कुंवारी कन्याओं को घर की माताओ,बहनो ने कन्याओं को फल नारियल व यथा शक्ति अनुसार दान दक्षिणा आदि देकर व्रत तोड़ा। इस समय कोरोना महामारी के चलते खुद को बचने व बचाने के लिए घर की महिलाओं ने एक या दो कुंवारी कन्याओं को पैकेट बनाकर दान दिया।
      बताया जाता है। नवमी  का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी  मनाया जाता है। हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था।
चैत्रे नवम्यां प्राक् पक्षे दिवा पुण्ये पुनर्वसौ ।उदये गुरुगौरांश्चोः स्वोच्चस्थे ग्रहपञ्चके ॥
मेषं पूषणि सम्प्राप्ते लग्ने कर्कटकाह्वये ।आविरसीत्सकलया कौसल्यायां परः पुमान् ॥  (निर्णयसिन्धु)
      हिन्दु धर्म शास्त्रों के अनुसार त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों को समाप्त करने तथा धर्म की पुन: स्थापना के लिये भगवान विष्णु ने मृत्यु लोक में श्री राम के रूप में अवतार लिया था। श्रीराम चन्द्र जी का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में रानी कौशल्या की कोख से, राजा दशरथ के घर में हुआ था। राम, सीता, लक्ष्मण एवं हनुमान राम नवमी पूजन में एक घर में रामनवमी के त्यौहार का महत्व हिंदु धर्म सभ्यता में महत्वपूर्ण रहा है। इस पर्व के साथ ही माँ दुर्गा के नवरात्रों का समापन भी होता है। हिन्दू धर्म में रामनवमी के दिन पूजा  अर्चना की जाती है। रामनवमी की पूजा में पहले देवताओं पर जल, रोली और लेपन चढ़ाया जाता है, इसके बाद मूर्तियों पर मुट्ठी भरके चावल चढ़ाये जाते हैं। पूजा के बाद आ‍रती की जाती है। कुछ लोग इस दिन व्रत भी रखते है। कबीर साहेब जी आदि राम की परिभाषा बताते है की आदि राम वह अविनाशी परमात्मा है जो सब का सृजनहार व पालनहार है। जिसके एक इशारे पर‌ धरती और आकश काम करते हैं जिसकी स्तुति में तैंतीस करोड़ देवी-देवता नतमस्तक रहते हैं। जो पूर्ण मोक्षदायक व स्वयंभू है।"एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा, एक राम का सकल उजियारा, एक राम जगत से न्यारा"।। यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। रामनवमी के दिन ही चैत्र नवरात्र की समाप्ति भी हो जाती है। हिंदु धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था अत: इस शुभ तिथि को भक्त लोग रामनवमी के रूप में मनाते हैं एवं पवित्र नदियों में स्नान करके पुण्य के भागीदार होते है। राम नवमी का त्यौहार हर साल मार्च - अप्रैल महीने में मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राम नवमी का इतिहास क्या है? राम नवमी का त्यौहार पिछले कई हजार सालों से मनाया जा रहा है। राम नवमी का त्यौहार भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियाँ थीं लेकिन बहुत समय तक कोई भी राजा दशरथ को संतान का सुख नहीं दे पायी थी। जिससे राजा दशरथ बहुत परेशान रहते थे। पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ को ऋषि वशिष्ठ ने कमेष्टि यज्ञ कराने को विचार दिया। इसके पश्चात् राजा दसरथ ने महर्षि रुशया शरुंगा से यज्ञ कराया। यज्ञ समाप्ति के बाद महर्षि ने दशरथ की तीनों पत्नियों को एक-एक कटोरी खीर खाने को दी। खीर खाने के कुछ महीनों बाद ही तीनों रानियाँ गर्भवती हो गयीं। ठीक 9 महीनों बाद राजा दशरथ की सबसे बड़ी रानी कौशल्या ने राम को जो भगवान विष्णु के सातवें अवतार थे, कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने जुड़वा बच्चों लक्ष्मण और शत्रुघ्न को जन्म दिया। भगवान राम का जन्म धरती पर दुष्ट प्राणियों को खत्म करने के लिए हुआ था।


 

 



 



त्रिदेव शक्ति ने वितरित किया लंच बॉक्स






*विनय सिंह ब्यूरो चीफ बाराबंकी*

त्रिदेव समाज सेवा संस्थान कोठी बाराबंकी ने करीब 1000 लंच बॉक्स बनवा कर दिहाड़ी मजदूरों के घर भिजवाया इसी दौरान दिहाड़ी मजदूरों और गरीबों के चेहरों पर रौनक नजर आई आपको बताते चलें कि त्रिदेव समाज सेवा संस्थान के संस्थापक विनोद कुमार विश्वकर्मा ने बाराबंकी जिला के विभिन्न जगहों पर लंच बॉक्स वितरित करते हुए एक मानवता की मिसाल दी है तो वही देखा गया है कि उनके निवास स्थान कोठी से करीब 500 लंच बॉक्स लखनऊ भी भिजवाया गया है इसी दौरान त्रिदेव समाज सेवा संस्थान के संस्थापक विनोद कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि जिस स्थिति में पूरा विश्व परेशान दिख रहा है ऐसी स्थिति में गरीब बेसहारों की मदद करना मेरी प्रथम प्राथमिकता है उनका कहना है कि लॉक डाउन के चलते बहुत से दिहाड़ी मजदूरों को कार्य न मिलने को लेकर मजदूर परेशान हैं ऐसी स्थिति में उनकी मदद की जा रही है उन्होंने कहा कि जब तक शरीर में जान है तब तक सेवा की भावना लेकर सेवा करने का काम मेरी संस्था के द्वारा किया जाएगा


 

 



 



कोरोना महामारी से उपजे हालत से निपटने के लिए रवि भारती ने बढ़ाये हाथ






*विनय सिंह ब्यूरो चीफ बाराबंकी*

बाराबंकी कोठी कोरोना वायरस महामारी से भारत में लॉक डाउन होने से तमाम डेली मजदूर की मुसीबतें बड़ी इसी हालत को देखते हुए राकेश भारती पूर्व प्रधान कोठी एवम युवा नेता रवि भारती ने तमाम जरूरतमंद लोगों के लिए मसीहा बने हुए हैं श्री रवि भारती की तरफ से सब्जी आलू मिर्ची प्याज कद्दू आदि वगैरा पैकेट मैं पैक कर पैकेट का वितरण किया आपको बता दें अभी हाल ही में दो दिन पहले रवि भारती द्वारा लंच पैकेट सभी बाहर से आए हुए लोगों को वर्तमान जरूरतमंद लोगो को उनके घर जा जाकर पूरे लम्बाउवा, पूरे रामदीन, बक्सावा,, कोठी, पूरे भवानी, पूरे कारी, नौबस्ता, पूरे जुगराज, पूरे बाज, पूरे कुबेर, लोखडिया, छातौनी ,तकिया आदि गावो मे दिया गया व अन्य दैनिक उपयोग की आवश्यकता सामग्री कुछ आर्थिक मदद के साथ सभी ग्राम सभा सभी पुरवे व मोहल्ले में एक तरफ से जरूरतमंदों के बीच एक हजार पैकेट का वितरण किया आपको बता दें अभी हाल ही में दो दिन पहले रवि भारती द्वारा लंच पैकेट सभी बाहर से आए हुए लोगों को वर्तमान जरूरतमंद लोगो को उनके घर जा जाकर लंच पैकेट दिया वह सब्जी मिर्चा आलू कद्दू टमाटर आदि वगेरह पहुंचाया आपको बताते चलें कि कोरोना वायरस  महामारी से लॉक डाउन होने से तमाम लोग बहुत ही परेशान हुए जिसको देखते हुए तमाम नेताओं ने आगे बढ़ कर हिस्सा लिया जिसमें सबसे पहले भी जिला मंत्री रवि भारती द्वारा बहुत ही सराहनीय काम किया गया इनकी टीम द्वारा सब लोग मिलकर बहुत ही बढ़िया इंतजाम करके सब्जी की पैकिंग की गई और घर घर जाकर जरूरतमंद को सब्जी दी गई रवि भारती ने तमाम जनपद वासियों ग्राम वासियों को कोरोना वायरस के बारे में बचने के लिए जागरूक किया और कहा कि आप लोग सुरक्षित रहें घर पर रहे बगैर काम के घर से बाहर ना निकले सरकार के आदेशों का पालन करें जिससे कोरोना महामारी से बचा जा सके... जिसमे जवाहर कनौजिया, कमल रावत, रिजवान, दिलीप सिंह, अंबुज सिंह, आवेश, चुनमून, आवेश, दीपक सिंह आदि मौजूद रहे


 

 



 



कोरोनावायरस का डर तो दूसरी तरफ गंदगी का अंबार मच्छरों का आतंक : प्रशासन मौन




   *ब्यूरो रिपोर्ट:-जितेंद्र सिंह अन्नू*

उत्तर प्रदेश बाराबंकी जिले के बनीकोडर ब्लॉक के दुल्लापुर ग्रामसभा में जिम्मेदार ही अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे है मोदी योगी सरकार को दिखा रहे है ठेंगा जिम्मेदारों को नही कोई डर जहाँ एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के स्वच्छ भारत अभियान को और विश्व व्यापी आपदा कोरोनावायरस से पूरा विश्व थर थर कांप रहा है पूरे विश्व के हालात से सबक लेते हुए भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी ने समय रहते आवश्यक कदम उठाते हुए कोरोना पर कड़ा प्रहार किया है,और लाक डाऊन घोषित कर लोगो से घरों में रहने की अपील की जिसका लोग पालन भी कर रहे है वही जनपद बाराबंकी के विकासखंड बनीकोडर के ग्राम पंचायत दुल्लापुर के ग्राम सोहासा मे जमकर पलीता लगाया जा रहा है गांव निवासी जनता त्राहि-त्राहि कर रही है ग्रामीणों के अनुसार गांव में सफाईकर्मचारी धर्मेंश.कुमार तैनात है वह तैनाती के बाद भी वह कभी कभार आता है जबकि गांवो  में गंदगी का साम्राज्य फैला है  नालिया कीचड़ की वजह से बज बजा रही है और मच्छरों का आतंक जारी है वही ग्राम प्रधान सफाईकर्मी की दबंगई से जनता परेशान है क्योंकि सफाईकर्मी धर्मेश.कुमार  गांव.मे कभी कभार ही आता है वही दूसरी तरफ वह खुले आम वह कहता फिरता है कि मौजे का प्रधान हमारा सगा मित्र है और मैं सरकारीकर्मचारी हूं यदि किसी ने मेरे खिलाफ शिकायत की तो उसके खिलाफ सरकारी कार्य मे बाधा पहुँचाने आदि केसों का मुकदमा दर्ज कराकर जेल भिजवाकर दूंगा।

अब देखने वाली बात होगी कि गांवों में सफाई.व दवाओं का छिड़काव होगा या फिर ग्रामीणों पर मुकदमा लिखा जाएगा।


 

 



 

ग्रामीणों ने जमकर काटा हंगामा 

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पूरा देश 21 दिन के लिए लॉकडाउन है,ऐसे में गरीब तबके के लोगों के लिए रोटी जुटाना परेशानी का सबब बन गया है। सूबे में गरीब तबके के लोगों के लिए योगी सरकार ने फ्री राशन देने की भी सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही है। लेकिन अमेठी जिले के हरदोइया गाँव मे अब कई लोगों को इस बात की दिक्कत है कि राशन वितरक द्वारा उन्हें दो महीने से राशन नहीं दिया जा रहा है इसी बात को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को गांव में जमकर हंगामा काटा ।

ग्रामीणों ने कोटेदार पर आरोप लगाया की उन्हें फरवरी और मार्च माह में राशन नहीं दिया गया और हम लोग बहुत मजबूरी में है कोटेदार कहते की हम राशन देंगे,लेकिन नहीं दिए एक महीने का राशन नहीं दिए तो जनता ने माफ कर दिया कि सुधर जाएंगे लेकिन ये सुधरे नहीँ फिर रोक दिए दो महीने का ये राशन नहीं देते गाँव वालों को बहुत दिक्कत है.

हरदोइया गाँव के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मनीराम ने बताया कि हमारे गाँव मे फरवरी माह में आधे गाँव को राशन दिया गया लेकिन आधे गाव को नहीं दिया गया और मार्च माह में बिल्कुल राशन नही दिया गया जिसको लेकर हम लोगों ने जिले के उच्चाधिकारियों से शिकायत की थी ।

वही पूरे मामले पर सप्लाई इंस्पेक्टर सीताराम का कहना है ग्राम पंचायत हरदोईया की शिकायत ग्राम प्राधान प्रतिनिधि द्वारा किया गया था इस सम्बंध में विधायक द्वारा भी जांच को लेकर कहा गया था ।मैं छुटटी पर था और बीते सोमवार को मुख्यालय पर आया हूँ चूंकि गाँव में कोई भी घटना घट सकती थी इसलिए मौके पर यहाँ आया हूँ ग्रामीणों और कोटेदार का बयान ले लिया गया है यदि शिकायत की पुष्टि होती है तो नियमानुसार सख्त से सख्त कारवाई की जाएगी ।

 

 

महिला जन-धन खातों में ’’प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना ’’ के अन्तर्गत रूपए 500/- की भेजी गई राहत राशि।

अमेठी 02 अप्रैल 2020, जिलाधिकारी श्री अरूण कुमार के निर्देशानुसार जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक  ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव हेतु पूरे देश में लागू लॉक डाउन के इस कठिन समय में महिला जन-धन खातों में ’’प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’’ के अन्तर्गत रूपए 500/- की राहत राशि भेजी गई है। बैंक से राहत राशि आहरित करते समय कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु सामाजिक दूरी एवं स्वच्छता उपायों का ध्या्न रखना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने बताया कि आपकी सुरक्षा हेतु हमारा बैंक आपसे सहयोग चाहता है कि सामाजिक दूरी बनाये रखने के नियम का पालन करें, बैंक शाखा/ग्राहक सेवा केन्द्र पर धन निकासी के पूर्व साबुन से हाथ अवश्य धो लंे। उन्होंने बताया कि महिला जन-धन खातों में प्रेषित की गयी धनराशि का आहरण खाता संख्या के अंतिम अंक के आधार पर निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिनके खातें का अन्तिम अंक 0 व 1 है वे महिला जन-धन खाता धारक दिनांक 03 अप्रैल 2020 (शुक्रवार) को, इसी क्रम में 2 व 3 के 04 अप्रैल 2020  (शनिवार) को, 4 व 5 के 07 अप्रैल 2020 (मंगलवार) को, 6 अथवा 7 के 08 अप्रैल 2020 (बुधवार) को तथा 8 व 9 के 09 अप्रैल 2020 (गुरूवार) को भेजी गयी धनराशि का आहरण कर सकतीं हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उक्त तिथियों के बाद भी महिला जन-धन खाते में भेजी गयी धनराशि का आहरण सामान्य रूप से बैंक/ग्राहक सेवा केन्द्र/ए0टी0एम0 द्वारा कर सकतें हैं। यह उपाय केवल आम जनता को कोरोना महामारी से बचाव हेतु लागू किए गए है। कृपया सुरक्षित रहें एवं स्वस्थ रहें।

 

 

ऑल जर्नालिस्ट प्रेस काउंसिल ने जरूरतमंदों को बाटा राशन वा अन्य सामग्री




 कानपुर महानगर में कोरोनावायरस का जहां प्रकोप इतना बढ़ रहा है वहीं पर गरीबों को कानपुर नगर में जगह-जगह जाकर के राशन व अन्य सामग्री  गरीबों को वितरित किया, और जरूरतमंदों को ऑल जर्नालिस्ट प्रेस काउंसिल परिवार ने जगह-जगह जाकर के मार्क्स  बाटे , और यह संस्था हमेशा   एजेपीसी परिवार पूरा एकत्रित होकर के जगह-जगह गरीबों  लोगों की मदद करते रहते है और कार्यक्रम में सभी लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और लोगों की मदद करने में हमेशा आगे रहते हैं *कानपुर से विजय कुमार की रिपोर्ट*


 

 



 

थाना ठाकुरगंज बालागंज क्षेत्र अंतर्गत जल निगम रोड बिस्मिल्लाह कैंटीन के पास विवाद के कारण चली गोली




पुष्पेंद्र सिंह ब्यूरो चीफ दैनिक अयोध्या टाइम्स लखनऊ

एक तरफ कोरोना के चलते जनता को घर से बाहर निकलने के किये मना जा रहा है। लेकिन जनता  मानने के लिये तैयार नही आपस में विवाद करती जा रही।  लोगो को न तो शासन का डर है। न ही प्रशासन का खौफ है।  पुलिस को तो एक कतपुतली समझ रही है जनता। सूत्रो के मुताबिक थाना ठाकुरगंज क्षेत्र में हरीनगर चौराहे के पास पूर्व की रंजिश को लेकर रम्मन पुत्र मुन्ना नि जल निगम रोड ठाकुरगंज का निज़ाम पुत्र रसूल नि अली कॉलोनी ( दूध का काम ) तथा मो उस्मान पुत्र अब्दुल जब्बार नि नानक नगर ( प्लास्टिक की दुकान ) से बाद विवाद हुआ तथा रम्मन द्वारा फायरिंग कर दी गई जिसमें मो उस्मान के दाहिने कंधे में चोट आयी उसे ट्रामा सेंटर भेजा गया जहां उसकी स्थिति खतरे से बाहर है |

 निज़ाम जिसका पूर्व से रम्मन से विवाद था उसके हाथ में मामूली खरोंच आई है |

   प्रकरण में निज़ाम की तहरीर पर अभियुक्त रम्मन , राजू , सूफियान  के विरूद्ध थाना ठाकुरगंज पर अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्तगण की गिरफ्तारी हेतु प्रयास किया जा रहा है |


 

 



 

दुर्गा कमेटी के लोगों ने पुनः तीसरे दिन  गरीबों की  व अनाथ लोगों को करवाया भोजन




पुष्पेंद्र सिंह ब्यूरो चीफ दैनिक अयोध्या टाइम्स लखनऊ

राजधानी लखनऊ में लॉक डाउन होने की वजह से देश में आर्थिक रूप से गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए मानो मुसीबतों का पहाड़  टूट पड़ा हो इस महामारी के दौरान उन लोगों को अपने खाने के लिए एक वक्त की रोटी जुटा पाना भी बहुत मुश्किल हो गया है इन गरीब असहाय अनाथ व बेरोजगार लोगो के लिए दुर्गा कमेटी के लोगों ने भोजन बनवाया और उन गरीब लोगो को भोजन पहुंचाया  इस कार्य में कमेटी के सभी लोगो ने  साथ देकर बड़ा ही सराहनीय कार्य किया  कमेटी के लोगों ने बताया कि अब इस कार्यक्रम को तब तक किया जाएगा जब तक देश में लॉक डाउन रहेगा अब से प्रातः ही भोजन बन कर उन गरीबों तक पहुंचाया जाएगा दुर्गा कमेटी के माध्यम से दुर्गा कमेटी के सदस्य रामशरण पप्पू नेता  दिलीप मिश्रा कुलदीप शर्मा नीरज साहू डॉ राजकुमार यादव नवनीत दीक्षित सिद्धांत राणा दीपू मिश्रा शशि रावत सानू मिश्रा डॉ कपिल अवधेश तिवारी जी आदि कार्यकर्ताओं ने सहयोग किया । और कमेटी ने एक अपना नंबर भी दिया है जिस कारण अगर किसी भी महान व्यक्ति को इस कार्य में अपना योगदान देना है या फिर भोजन बनवाने में सहयोग करना है तो वह भोजन बनवाने के लिए सहयोग कर सकता है और कमेटी के इस नबर पर 9455 90 7343 संपर्क कर सकता है


 

 



 

कोथावां में 21 दिन के लॉक डाउन के 9 वे दिन पसरा सन्नाटा



सण्डीला/हरदोई:-(अयोध्या टाइम्स)21 दिन कस।लॉक डाउन के 9 वे दिन कस्बे व ग्रामीण क्षेत्रो की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ नजर आ रहा है।
    विवर्णानुसार कोथावां कस्बे में 21 दिन के लॉक डाउन के 9 वे दिन कोथावां कस्बे के रोड व गलियों में सूनसान नजर आ रहा है। सुबह 7 बजे से 9 बजे तक फल,सब्जी, दूध,किराना,खाद की दुकाने खुली रही जिससे लोगो ने सब्जी व खाद्य सामग्री खरीदते हुए नजर आए। करीब 9 बजे बाद रोड पर बिल्कुल सन्नाटा नजर आ रहा था। वही चौकी प्रभारी द्वारा लोगो को बार बार समझाते हुए बोले कि आप सभी लोग कोरोना से बचने के लिए अपने अपने घरों में रहे बाहर न निकले लोगो से हाँथ न मिलाए। वही साइकिल व मोटरसाइकिल से चलने वाले लोगो से कहा कि आप सभी लोग जरूरी हो तो बाहर एक ही लोग निकले अन्यथा न निकले लॉक डाउन का पालन करे।