Wednesday, April 29, 2020

कृषि कार्य के लिए सीमावर्ती जिलों में जाने हेतु कृषकों को मिलेंगे पास

शिवपुरी, 29 अप्रैल 2020/ अपर जिला मजिस्ट्रेट श्री आर.एस.बालोदिया ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए है कि शिवपुरी जिले के ऐसे समस्त कृषक जिनकी कृषि भूमि शिवपुरी जिला तथा सीमावर्ती जिले में हैं। उन्हें कृषि कार्य हेतु सीमावर्ती जिलों में जाने के लिए पास जारी करना सुनिश्चित करें। जिससे उन्हें दूसरे जिले की सीमा में प्रवेश करने पर किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

शिवपुरी जिले के ऐसे समस्त कृषक जिनकी कृषि भूमि जिला शिवपुरी तथा सीमावर्ती जिले में हैं। उन्हें फसल काटने आदि कृषि कार्यों के लिए सीमावर्ती जिले की सीमा में प्रवेश करने पर सीमावर्ती जिले की सीमा पर बने नाकों पर पुलिस द्वारा रोका जा रहा है। कारोना वायरस के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए समस्त जिलों में धारा 144 क्रियाशील है तथा समस्त जिलों में लाॅकडाउन जारी है। इस हेतु एक जिले से दूसरे जिले में जाना प्रतिबंधित है। ऐसे में किसानों की खेती प्रभावित ना हो इसलिए उन्हें पास जारी किए जाएंगे।

 

वैश्विक महामारी से बचाव में आज भी कारगर है हजारों वर्ष पुरानी आयुर्वेदिक औषधियाँ

शिवपुरी, 29 अप्रैल 2020/ भारतीय चिकित्सा पद्धति में रोग प्रतिरोधक क्षमता के प्रभावी और प्रमाणित उपायों को देखते हुए प्रदेश में अब तक लगभग 70 लाख लोगों को त्रिकटु चूर्ण (काढ़ा पाउडर), संशमनी वटी, अणु तेल और आरोग्य कषायम निःशुल्क वितरित किए जा चुके हैं।
लघु वनोपज प्र-संस्करण एवं अनुसंधान केन्द्र के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एल.एस. रावत ने बताया कि आयुष विभाग से अब तक 22 करोड़ 23 लाख रूपये से अधिक के ऑर्डर मिल चुके हैं। ऑर्डर की आपूर्ति के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। पहली बार 3 और 8 अप्रैल 2020 को मिले ऑर्डर के परिप्रेक्ष्य में एमएफपी पार्क अब तक छह करोड़ 50 लाख 29 हजार 200 रूपये की औषधियों की सप्लाई आयुष विभाग को कर चुका है। इसमें एक लाख 23 हजार त्रिकटु चूर्ण (500 ग्राम), अणु तेल दो लाख 10 हजार (50 एम.एल.), 34 हजार संशमनी वटी (500 ग्राम) शामिल है। शेष औषधि सप्लाई के प्रयास भी युद्ध स्तर पर जारी हैं। हाल ही में आयुष विभाग ने 12 करोड़ 54 लाख 29 हजार रूपये मूल्य के 25 हजार नग त्रिकुट चूर्ण और 12 नग आरोग्य कषायम पूर्ति के आदेश भी दिए हैं।
पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए केन्द्रीय आयुष मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर ये रोग प्रतिरोधक दवाएं बाँटने के लिए कहा है। श्वसन तन्त्र और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने वाली ये औषधियाँ विभिन्न अध्ययन और परीक्षण से गुजर चुकी हैं। लॉकडाउन अवधि में इन आयुर्वेदिक दवाओं, जड़ी-बूटियों के प्रयोग, व्यक्तिगत सुरक्षा और एन्टीबायटिक तुरंत ही ले लेने की प्रवृत्ति पर नियंत्रण से अस्पतालों में मरीजों की संख्या और सामान्य मृत्यु दर घटी है। कई बीमारियाँ आधुनिक दवाइयों के साइड इफेक्ट की भी देन हैं।
संशमनी वटी में मुख्य रूप से गिलोय होती है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ बुखार, सर्दी-जुकाम में उपयोगी है। त्रिकटु चूर्ण में सोंठ, पीपली और कालीमिर्च शामिल है जिसका काढ़ा सर्दी-जुकाम में काफी असरदार है। अणुतेल संक्रमण की रोकथाम में बहुत कारगर सिद्ध हुआ है। इसके निर्माण में तिल तेल, नागरमोथा, वायविडंग, कटकारी, इलायची, खस, मुलैठी, दारूहल्दी, तेजपत्ता, देवदारू, दालचीनी, शतावर, जीवन्ती आदि का उपयोग किया जाता है। अणुतेल साइनस, नाक बहना, एलर्जी, नाक एवं गले के शुष्कपन (ड्रायनेस) की रोकथाम करता है। 


ग्रीन श्रेणी के सभी जिलों में प्रारंभ कराये जायेंगे कार्य

शिवपुरी, 29 अप्रैल 2020/ प्रदेश के समस्त ग्रीन श्रेणी के जिलों में यथाशीघ्र कार्य प्रारंभ करवा कर कार्यों को पूर्ण कराया जाने के साथ ही मजदूरों को आवश्यक काम की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जायेगी। 
प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री संजय दुबे ने सभी कार्यक्रम अधिकारियों को यह निर्देश जारी किये हैं। निर्देशों में कहा गया है कि ग्रीन श्रेणी के जिलों के अलावा आरेंज श्रेणी के जिलों में एवं जहाँ कंटनेमेंट क्षेत्र नहीं हैं, वहाँ पर भी सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सावधानी रखते हुए कार्य प्रारंभ करवाए जायें।


प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की दावा राशि का कृषकों को करें भुगतान

शिवपुरी, 29 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने लीड बैंक आफिसर एवं जिला सहकारी बैंक शिवपुरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को बीमा कंपनी से प्राप्त होने वाली दावा राशि का समायोजन कृषकों के खातों में करने के निर्देश दिए है।
जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत खरीफ वर्ष 2018 एवं रबी वर्ष 2018-19 की दावा राशि कृषकों को भुगतान करने हेतु बीमा कंपनी द्वारा सभी संबंधित बैंकों को भुगतान की गई है। योजनांतर्गत जिले में 1381 कृषकों हेतु राशि 1 करोड़ 55 लाख 88 हजार 603 रूपए का भुगतान किया गया है।