Wednesday, January 27, 2021

वैशाली जिले के चेहराकला प्रखण्ड के एक स्कूल में 27 जनवरी के सुबह तक फहराता रहा झण्डा


पटना(राज्य ब्यूरो) दैनिक अयोध्या टाइम्स।वैशाली जिले के चेहराकला प्रखण्ड अंतर्गत बस्ती सरसिकन पंचायत के महमदपुर टुरी ग्राम के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 26 जनवरी 21 को झंडेतोलन हुआ  हुआ था नियम के अनुसार झंडा  शाम में उतार लिया जाता है लेकिन ठीक इसके विपरीत उस स्कूल के प्रधान ने  26 जनवरी को फहराया गया झंडा 27 जनवरी सुबह लगभाग 7 तक फहराता रहा विद्यालय के प्रधान से मोबाइल से सम्पर्क करने पर उनका मोबाइल व्यस्त जा रहा था, ग्रामीणों ने बीडियो चेहराकला को भी सूचित किया गया लेकिन उन्होंने ने कोई इस संदर्भ में संज्ञान लेने से इंकार कर गए। ग्रामीण जग्गू साह, विजय सिंह,पूर्व मुखीय उपेन्द्र कुमार पासवान समेत सैंकड़ो की संख्या में ग्रमीण उक्त स्कूल परिसर में पहुँच का स्कूल के प्रधान के खिलाफ नारेवाजी करते है दोसी पर क़ानूनी कार्रवाई की मांग की है इस आशय की सूचना दैनिक अयोध्या के संवाददाता ने कटहरा ओपी को दिया थानाध्यक्ष अपने पुलिस बल के साथ स्कूल परिसर में पहुंचे उससे पहले स्कूल के प्रधान को इसकी भनक लगते ही स्कूल में खिचड़ी बनाने बाली महिला के द्वारा आनन फानन में  फहराता हुआ झण्डा को उतरा गया,कुछ ग्रामीणों कहना है कि स्कूल के प्रधान विजेंद्र हजारी के द्वारा झंडा का अपमान किया गया है उनपर न्याय संगत  क़ानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।अंचलाधिकारी चेहराकला ने इस घटना की जाँच पड़ताल करने के बाद कानूनी कार्रवाई करने की बात की है।

सपा के आह्वान पर पूर्व विधायक राम सिंह पटेल की अगुवाई में ट्रैक्टर रैली निकाली

 कृषि कानून का विरोध करते हुए


सपा के आह्वान पर पूर्व विधायक राम सिंह पटेल की अगुवाई में ट्रैक्टर रैली निकाली गई। दीवानगंज गांव से होते हुए यह रैली करैला बाजार तक पहुंची ही थी कि ट्रैक्टर रैली की सूचना पाकर तहसील प्रशासन के अधिकारी पहुंच गए ।इस दौरान एसडीएम धीरेंद्र प्रताप सिंह कोतवाल नरेंद्र सिंह के साथ भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचकर रैली को आगे बढ़ने से रोक दिया। पूर्व विधायक राम सिंह पटेल ने कहा कि ट्रैक्टर रैली को प्रशासन ने शांतिपूर्ण होने के बाद भी रोक दिया।  समाजवादी पार्टी किसानों के साथ उनके हित को लेकर हमेशा उनके साथ खड़ी है। किसानों के आंदोलन को देखते हुए केंद्र की भाजपा सरकार को इस किसान  विरोधी बिल को वापस लेने को  मजबूर होना पड़ेगा। रैली में भारी तादाद में सपा कार्यकर्ता और किसान उपस्थित रहे। पूर्ब विधायक ने कहा भाजपा की सरकार समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के ऊपर फर्जी मुकदमे दर्ज कर रही हैं और कार्यकर्ताओं को जेल भेज रही है इस तरह का डर बना रही है कि कोई भी  विपक्षी कार्यकर्ता भाजपा की नाकामियों को प्रदर्शित ना कर पाए ।हम और हमारी पार्टी इसके खिलाफ संघर्ष करते रहेंगे हम लोग डरने वाले नहीं हैं भाजपा  की निरंकुश सरकार के खिलाफ जमकर लड़ाई लड़ते रहेंगे ।

मनकारेस्वऱ पार्क में राष्ट्रीय स्तर के कवि सम्मेलन का आयोजन

 कानपुर मे 26 जनवरी पर्व पर  दामोदर नगर के


मनकारेस्वऱ पार्क में राष्ट्रीय स्तर के कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें वीर शहीदों को कविताओं के माध्यम से श्रद्धांजलि दी गई कवि सम्मेलन पीके फैमिली के संस्थापक वैभव पाठक व अनुन्य अवस्थी द्वारा संचालित हुआ इस कार्यक्रम को सफल बनाने का श्रेय डॉ अंजना कुमार को गया  कवि सम्मेलन में डॉक्टर नारायणी शुक्ला,के के अग्निहोत्री,नारायण साडिल्य जी,सुरेश सैनी,शहबाश,  तालिब कुमार,सचिन,निरवेश  शुक्ला, मृत्युंजय बाजपेयी कवियों ने शिरकत की कार्यक्रम में डॉ अंजना कुमार ने वीर रस में पढ़कर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और देश में अमन व सुरक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना की वही दामोदर नगर की सक्रिय जागरूक महिलाओं में कमलेश कटियार, सरला कनौजिया,मंजू यादव, मीरा सचान,अनीता साहू ज्योति राठौर, वर्षा गुप्ता ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया

ग्राम संगठन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर 26 जनवरी का कार्यक्रम बनाया गया

  संवाददाता शिवम त्रिपाठी बकेवर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मतरामपुर में महिलाओं और


ग्राम संगठन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर 26 जनवरी का कार्यक्रम बनाया गया और समूह की महिलाओं को जागरूक किया गया किस तरह से महिलाएं रोजगार कर सकती हैं समूह के द्वारा और जानकारी दी गई स्वच्छता के विषय में अपने देश के विषय में महिलाओं के सहयोग के विषय में प्रकाश ग्राम संगठन के द्वारा यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वाहन पर दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में पूरे जिले में ट्रैक्टर रैली निकाली

इटावा 


सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वाहन पर दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में पूरे जिले में ट्रैक्टर रैली निकाली गई। सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव के नेतृत्व में और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव की उपस्थिति में नगर में भी ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया। रैली को रोकने को लेकर पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। जिसके बाद पुलिस ने रैली को रोकने के लिये सपा कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग किया। ट्रैक्टर रैली निकालने वाले सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। सपा नेता अंशुल यादव और सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार किसान विरोधी है। अपने पूंजीपति आकाओ को लाभ पहुंचाने के लिये ये किसान कानून लाया गया है। इससे किसान भूमि हीन होकर बड़े उद्योगपतियो का गुलाम बन कर रह जायेगा। गिरफ्तार होने वाले सपा नेताओं में सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव, पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया, पूर्व चेयरमैन कुलदीप गुप्ता, फुरकान अहमद, हाशिम क़ुरैशी, सचिन यादव, अवनीश राजपूत, शिवम पाल, सुरजीत यादव, चंकी यादव, महिला नेत्री लीलावती राजपूत समेत कई पदाधिकारी और नेता शामिल रहे।

तिरंगे के साथ निकली ट्रैक्टर रैली को प्रसासन ने रोक को सपा नेता का प्रसासन पर फूटा गुस्सा

 उपेन्द्र सिंह सुल्तानपुर

सुल्तानपुर


जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के विराइता ज्ञानपुर निवासी व  उत्तर प्रदेश समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपू श्रीवास्तव के नेतृत्व में मंगलवार 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अव सर पर तिरंगे के साथ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव के आह्वान पर किसानों के समर्थन व किसान विरोधी बिल के विरोध में दर्जनों की संख्या में विराइता चौराहे से ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्र के सैकड़ो किसान व दर्जनों टैक्टर शामिल हुए। सपाइयों की रैली बाँदा टाण्डा नेशनल हाइवे  के सेमरी बाई पास पर पहुंची ही थी कि जयसिंहपुर कोतवाल बेचू सिंह यादव व सेमरी चौकी इंचार्ज कन्हैया यादव अपने हमराही सिपाहियों के साथ पहुँच का रोक लिया । रैली प्रशासन द्वारा रोके जाने से नाराज सपाइयों ने सरकार विरोधी नारे लगाए।फिलहाल कोतवाल बेचू सिंह यादव को किसानों और सपा नेता दीपू श्रीवास्तव से बातचीत कर रैली को वापस करवाने में सफलता मिली।


वही प्रदेश उपाध्यक्ष  दीपू श्रीवास्तव ने कहा कि  हम सभी माननीय अखिलेश यादव जी के आह्वान पर गणतंत्र दिवस और किसानों के विरोध में जारी काले कानून के विरोध में तिरंगे के साथ ट्रैक्टर रैली निकाली थी जो विराइता चौराहे से सेमरी ,पीढ़ी, बगिया चौराहे होते हुए तहसील मुख्यालय  जयसिंहपुर तक जाता किन्तु ये किसान विरोधी सरकार और प्रशासन ने हमे आगे नही बढ़ने दिया। इस सरकार में लोकतंत्र की हत्या की जा रहीहै लोंगों को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित किया रहा है संविधान द्वारा  लोंगो को दी गई आज़ादी को भी इन प्रशासनिक  अधिकारियों और सरकार  द्वारा छीनकर हनन किया जा रहा है।


उपजिलाधिकारी जयसिंहपुर के ऊपर  सपा नेता का  फूटा गुस्सा


दीपू श्रीवास्तव ने उपजिलाधिकारी जयसिंहपुर  के रवैये से नाराज हो कर कहा कि जयसिंहपुर का एस डी एम  फोन करने पर अपना फोन भी उठाना मुनासिब नही समझता ये सी यू जी फोन उसके बाप का नही सरकारी है  जो आम जनता की आवाज और उनके फोन को सुनने के लिए ही दिया गया है। एक हप्ते से लगातार फोन कर रहे हैं किन्तु  फोन  नही उठा रहे है जब हमारी मुलाकात चीफ सेक्रेटरी आर के तिवारी से होगी तो हम अपने लेटर पैड पर लिख कर दूँगा की प्रशाशन हम समजवादियो के साथ जो सौतेला बेवहार कर रही है हमारी सरकार आने दो हम उसका हिसाब लेंगे हम मानीय अखिलेश यादव जी के सिपाही है ।

समाजवादी निःशुल्क पाठशाला मे मनाया गया गणतंत्र दिवस


जबसे लाकडाऊन लगा तब से लगातार गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा और कापी पेन स्वेटर और प्रत्येक दिन दूध फल फ्रूट बिस्कुट दिया जाता हैं गरीब बच्चों के पास इतना पैसा नहीँ था की ओ कम्पूटर लैपटॉप टेबलेट लेकर ऑनलाइन पढ़ाई कर सके बच्चों को पढ़ाई मे दिक्कत हो रही थी इसीलिए निःशुल्क पाठशाला शुरू की गई और पाठशाला निरन्तर चल रही हैं 

संचालक -प्रवेश यादव 

पूर्व प्रदेश कार्य करणी विशेष आमन्त्रित सदस्य छात्र सभा 

स्थान -ग्राम चन्दौका पोस्ट बथुआ विधान सभा कटेहरी जिला अम्बेडकर नगर 

 समाजवादी निशुल्क पाठशाला चंदौका  बथुआ अंबेडकर नगर मे  प्रवेश यादव पूर्व  कार्यकारिणी  सदस्य के नेतृत्व में गांव के  बच्चों को निशुलक शिक्षा की व्यवस्था निरंतर बच्चों को शिक्षा तथा शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई जाती है प्रवेश यादव का कहना है कि समाजवादी पाठशाला के माध्यम से निरंतर बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने का  निरंतर प्रयास  कर रहे हैं  लाक डाउन  के दौरान से शिक्षा की अव्यवस्था देखते हुए इस पाठशाला की शुरुआत हुई जिसे संचालक प्रवेश यादव की द्वारा उन के सदस्य टीम दौरा बच्चों को निशुल्क पढ़ाया जाता है जिसमें करीब 200 से 300 तक बच्चे पढ़ाई जाते हैं जिसे कोई फीश कापी  किताब का कुछ भी नहीं लिया जाता है प्रवेश यादव का कहना है कि समाजवादी निशुलक पाठशाला के माध्यम से बच्चे को निरंतर आगे भी पढ़ाई का कार्य चालू रहेगा उनका कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के  संरक्षण मे  यह कार्य कर रहे हैं।

भाजपा सरकार में लाठी के दम पर किसानों की आवाज दबाना चाहती है सरकार दिलीप यादव


सोनू कुमार यादव मण्डल प्रभारी अयोध्या टाइम्स

गोरखपुर।अयोध्या टाइम्स।समाजवादी पार्टी के जिला सचिव  दिलीप यादव ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भाजपा सरकार हम विपक्ष पार्टी के नेताओ को सरकार किसी भी प्रकार का कार्यक्रम को आयोजन नही करने दे रही है।श्री यादव ने कहा कि हम सब समाजवादी पार्टी के नेता किसानों के के समर्थन में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर गणतंत्र दिवस पर किसानों के सम्मान में जिला अध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी के नेतृत्व में ट्रैक्टर रैली निकलने की तैयारी में थे।सुबह 6 बजे से पुलिस के लोग सभी सपा के नेताओं को उनके ही घर मे नजर बन्द किया जा रहा है।सत्ता में बैठी भाजपा सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही है।गणतंत्र दिवस पर किसानों ने ट्रैक्टर परेड रैली निकाला तो उनके ऊपर आशु गैस व पथराव किया गया।भाजपा सरकार में लोकतंत्र खत्म हो गया है।सैकड़ो की संख्या में ट्रैक्टर रैली लेके निकल रहे समाजवादी पार्टी के जिला सचिव दिलीप यादव को उनके घर पर ही पुलिस ने रोक दिया और घर ही नजर बंद कर दिया।

सरकार घोट रही है लोकतन्त्र का गला:- मनुरोजन यादव

सोनू कुमार यादव मण्डल प्रभारी अयोध्या टाइम्स


गोरखपुर।अयोध्या टाइम्स।सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर पूरे प्रदेश में किसानों के पक्ष में ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया।योगी सरकार ने इस रैली को विफल करने के लिए सपा के नेताओ की गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है।आज सपा के पूर्व प्रत्याशी मनुरोजन यादव को पुलिस ने गिरफ्तार करने की कोशिश की लेकिन मनुरोजन यादव पुलिस धता बताते हुये  ट्रैक्टर रैली में शामिल हुये।मनुरोजन यादव ने  पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि भाजपा सरकार किसानों मजदूरों की एक नही सून रही है।सरकार पूजीपतियों के हाथ की कठपुतली हो गई है।अग्रेजो की दमनकारी नीति ये भाजपा सरकार अपना रही है।हमारा पूर्वांचल काफी पिछड़ा हुआ है  यहां पर  विकास की गति काफी धीमी है मैं चौरी चौरा विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा का  प्रत्याशी भी रह चुका हूं मैं जानता हूं कि हमारा क्षेत्र काफी पिछड़ा है हम चाहते हैं कि हमारे पूर्वांचल में फिर से चीनी मिनी चलें बेरोजगार नौजवानों को रोजगार मिले पर्यटक स्थल बने ताकि हमारे लोग विकास कर सके।भाजपा की सरकार केवल बड़े-बड़े वादे करती है जमीनी हकीकत में कोई कार्य नहीं कर रही है।अभी तक इस किसान आंदोलन में करीब 100 के आस पास किसानों की मृत्यु हो चुकी है लेकिन फिर भी यह सरकार किसानों के हित के लिए कुछ नहीं कर रही है।हम समाजवादी लोग इसका विरोध तबतक करेंगे जबतक सरकार किसान बिरोधी ये कानून वापस नही ले लेगी।इस मौके पर हजारों लोगों की भीड़ जमी रही।

बाबा विश्वनाथ पीजी कॉलेज में बड़ी धूमधाम से मनाया गया 72 वां गणतंत्र दिवस


दैनिक अयोध्या टाइम्स अमित सिंह की रिपोर्ट 

अयोध्या बीकापुर

अयोध्या जिले में बीकापुर के लुतफा बाद बछौली के बाबा विश्वनाथ पीजी कालेज में 72वा गणतंत्र दिवस व विद्यालय का वार्षिकोत्सव धूम धाम से मना,विद्यालय परिवार की तरफ से मित्रो शुभचिंतकों छात्र छात्राओं को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी गई। बाबा विश्वनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय के तीसरे वार्षिकोत्सव में हजारों दर्शकों के बीच विद्यालय के छात्रों ने अपना जलवा बिखेरा,वार्षिकोत्सव में कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पमाला अर्पित करके किया गया। महाविद्यालय के अध्यक्ष संजय सिंह एवं प्रबंधक दिग्विजय उर्फ बुक्कू सिंह, सुमित सिंह ने वार्षिकोत्सव में एक दर्जन से अधिक प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों को प्रशस्ति सम्मान पत्र ,अंगवस्त्र, कैलेंडर, डायरी व हैंड बैग देकर सम्मानित किया। वार्षिकोत्सव में विद्यालय के छात्र छात्राओं ने ऐ वतन ,ऐ वतन, जानेमन जानेमन, जलवा तेरा जलवा, जैसी धुन पर देशभक्ति का जज्बा और जलवा बिखेरा जिसके चलते वार्षिक महोत्सव में मौजूद हजारों की संख्या में आए हुए बच्चों के परिजनों ने तालियां बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया। बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ,की झांकी में महोत्सव में मौजूद सभी लोग भावुक हो गए।गणतंत्र दिवस का अवसर ऐसे में देशभक्ति गीतों पर थिरकती प्रतिभाएं अलग ही समा बिखेर रही थी। वार्षिकोत्सव समारोह का नजारा देशभक्ति के माहौल में सराबोर बरबस ही लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा था। वार्षिकोत्सव के छात्र कलाकारों को विद्यालय परिवार द्वारा सम्मानित किया गया।  महाविद्यालय के प्रबंधक दिग्विजय सिंह उर्फ बिक्कू ने बताया हम सभी सम्मानित देशवासियों को 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर बधाई देते हैं । उन्होंने कहा यह महाविद्यालय हम सब का परिवार है और मेरी तरफ से जो कुछ संभव है उसको देखते हुए छात्र और छात्राओं को पठन-पाठन से संबंधित पूरी व्यवस्था  दे रहे हैं। इस अवसर पर वार्षिक महोत्सव में कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

छोटी बात पर,फटकार अच्छी नहीं होती,

छोटी बात पर,फटकार अच्छी नहीं होती,

छोटी बात पर,फटकार अच्छी नहीं होती,
अफवाहों की दीवार पक्की नहीं होती।

घर है तो दीवारें लाज़मी होगी ही,
दिलों में दीवार अच्छी नहीं होती।।

फरेबी किसका सगा हुआ आज तक,
उसकी कोई गुहार सच्ची नहीं होती।

सादा, सच्चे,मासूम है जो लोग।
उनसे तकरार अच्छी नहीं होती।।

एक बार रूठे को सलीके से मनाइये,
बार बार मनुहार अच्छी नहीं होती।।

राम ने भी रावण का वध किया,
टपकती लार हर नार पर अच्छी नहीं होती.

पंख लागकर उड़ने दो उन्हें आकाश में,
नसीहत की बौछार अच्छी नही होती,

गर्म बयार बह रही शहर में अब,
महफूज घर की,कच्ची दीवार नही
होती,
संजीव ठाकुर 

प्रावि रामपुर बेनीपुर में 72 वें गणतंत्र दिवस प्रा० दिनेश नारायण सिंह ने किया ध्वजारोहण

विकास सिंह ब्यूरो चीफ दैनिक अयोध्या टाइम्स



अम्बेडकरनगर। शिक्षा क्षेत्र बसखारी के प्राथमिक विद्यालय रामपुर बेनीपुर में 72 वें गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर प्रधानाध्यापक दिनेश नारायण सिंह ने ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान और देशभक्ति के उदघोषों से वातावरण गुंजायमान हो गया।
  अभिभावकों को गणतंत्र दिवस के महत्व को बताने के साथ ही उन्हें मिशन प्रेरणा के लक्ष्यों से परिचित कराते हुए उनको बच्चों का सहयोग करने के लिए प्रेरित किया गया। अभिभावकों को शपथ दिलाई गई कि बच्चों के शैक्षिक स्तर को सुधारने में सहयोग करेंगे।
    विद्यालय प्रबन्ध समिति के उपाध्यक्ष गंगेश कुमार पासी ने सभी  बच्चों को पुरस्कार दिया और स0अ0 आनंद कुमार, सुमित सिंह, गौतम शि0मि0 कुसुमलता देवी,शांती देवी,आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री पूनम देवी और रसोइया साधना, आशा और मालती आदि उपस्थित रहे। प्रधानाध्यापक दिनेश नारायण सिंह ने सभी का आभार प्रकट किया।

शिक्षा व ज्ञान मनुष्य को मां सरस्वती द्वारा प्रदान अनमोल रत्न हैं जिसका सम्मान जरूरी - एड किशन भावनानी

गोंदिया - भारत में हम किसी भी साहित्यिक, शैक्षणिक, ज्ञान, बौद्धिक क्षमता, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी,से संबंधित किसी भी प्रोग्राम में हम सबसे पहले मां सरस्वती की स्तुति से शुरुआत करते हैं। क्योंकि इस क्षेत्र में जुड़े ज्ञान का वरदान हमें मां से मिला है। अतः हम सब मानवों का यह कर्तव्य व जिम्मेदारी है कि इस शिक्षा रूपी वरदान का हम सब मिलकर सम्मान करें। वर्तमान समय में हम प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से पढ़ते व सुनते आ रहे हैं कि शिक्षा क्षेत्र का तीव्र गति से भारत में विकास हुआ है। परंतु एक सच्चाई यह भी है कि कई क्षेत्रों में कुछ शैक्षणिक संस्थाएं अपने रास्ते से भटकने का अंदेशा भी महसूस होता है।क्योंकि हम देख रहे हैं और मीडिया के माध्यम से पढ़ सुन भी रहे हैं कि, शिक्षा का व्यवसायीकरण की ओर कदम बढ़ गया है जहां शिक्षा की अपेक्षा धन को महत्त्व देने की ओर कदम बढ़ गए हैं। जिसे सरकार, शासन, प्रशासन व नागरिकों द्वारा मिलकरके इसे रोकना होगा, तथा बड़े हुए कदमों को सही रास्ते पर लाने केलिए संकल्पित होकर एकजुट होना होगा, ताकि भटकी हुई शैक्षणिक संस्थाओं को वापस अपने शैक्षणिक उद्देश्यों की ओर लाया जा सके।....इस विषय से संबंधित ही एक मामला मंगलवार दिनांक 19 जनवरी 2021 को माननीय इलाहाबाद हाई कोर्ट नंबर 40 में 2 जजों की बेंच जिसमें माननीय न्यायमूर्ति मुनीश्वर नाथ भंडारी तथा माननीय न्यायमूर्ति रोहित रंजन अग्रवाल की बेंच के सम्मुख स्पेशल अपील डिफेक्टिव क्रमांक 39/2021 जो, 8 दिसंबर 2020 के जजमेंट को चैलेंज करने से उदय हुई थी। जिसमें माननीय बेंच ने अपने 5 पृष्ठों और मेमो ऑफ अपील के अपने आदेश के पेज नंबर 4 पैरा नंबर 1 में कहा कि शिक्षा को व्यवसाय के रूप में ले लिया गया है या डिग्री बेचने के उद्योग के रूप में, इसे रोकने की आवश्यकता है। बेंच ने बी.एड में 25 सीटों को भरने के लिए अपीलकर्ताओं/याचिकाकर्ताओं की संस्था द्वारा उठाए गए कदम पर नाराजगी दिखाते हुए यह टिप्पणी की। इन सभी सीटों को सीधे तौर पर भर दिया गया था,जबकि केंद्रीकृत काउंसलिंग के जरिए इन सभी सीटों के लिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के 25 उम्मीदवारों के नामों की सिफारिश की गई थी।न्यायालय के समक्ष मामला अपील के माध्यम से, 08 दिसंबर 2020 के निर्णय को चुनौती दी गई थी। इस निर्णय के तहत अपीलकर्ताओं/याचिकाकर्ताओं (शिक्षा संस्थानों) की तरफ से दायर की गई रिट याचिका को खारिज कर दिया गया था। अपीलकर्ताओं/ याचिकाकर्ताओं ने प्रस्तुत किया था कि उन्हें सुनवाई का अवसर दिए बिना, गैर-अपीलकर्ताओं/ प्रतिवादियों द्वारा किए गए तर्क पर विचार करते हुए रिट याचिका पर निर्णय ले लिया गया था। इस प्रकार, न्यायालय के समक्ष यह तर्क दिया गया था कि एकल न्यायाधीश द्वारा पारित किए गए निर्णय को पूर्वोक्त आधार पर रद्द कर दिया जाना चाहिए। केस के तथ्य बी.एड कोर्स में प्रवेश के लिए केंद्रीकृत काउंसलिंग में पच्चीस अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों/ छात्रों के नाम की सिफारिश की गई थी। हालांकि, उन उम्मीदवारों/ छात्रों में से किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया, बल्कि अपीलकर्ताओं/ याचिकाकर्ताओं के संस्थान ने खाली सीटों को सीधे भर दिया। संस्थान ने तर्क दिया कि जब कोई भी छात्र प्रवेश के लिए इच्छुक नहीं था तो अपीलकर्ताओं/याचिकाकर्ताओं के संस्थान ने नियमों के अनुसार रिक्त सीटों को भर दिया।यह भी तर्क दिया गया था कि नियम ऐसी स्थिति में सीधे प्रवेश की अनुमति देते हैं, जब उम्मीदवार प्रवेश लेने में विफल हो जाते हैं और इसप्रकार संस्थान द्वारा पच्चीस अन्य उम्मीदवारों/छात्रों के इन सीटों पर सीधे प्रवेश देने की कार्रवाई में कोई अवैधता नहीं थी। अपनी कार्रवाई को सही ठहराने के लिए, एक दलील दी गई थी कि केंद्रीकृत काउंसलिंग में प्रवेश के लिए जिन उम्मीदवारों के नाम की सिफारिश की गई थी,उनमें से कोई भी प्रवेश लेने के लिए इच्छुक नहीं था और इसके लिए कुछ उम्मीदवारों के हलफनामे की एक प्रति संलग्न की गई थी। न्यायालय ने आगे कहा,अपीलकर्ता याचिकाकर्ताओं की संस्था द्वारा एक ही भाषा वाले हलफनामे प्राप्त किए गए थे, लेकिन अगर इन हलफनामों को अलग-अलग तारीखों पर अलग-अलग उम्मीदवारों द्वारा दिया गया था,तो ऐसा नहीं हो सकता है। एक ही भाषा वाले हलफनामों को अपीलकर्ताओं/ याचिकाकर्ताओं के संस्थान के निर्देश पर तैयार किया गया था और ऐसा लगता है कि ऑनलाइन भुगतान की गई राशि का रिफंड देने के लिए इनको तैयार किया गया है। न्यायालय ने यह भी रेखांकित किया कि प्रवेश के लिए पच्चीस उम्मीदवारों/छात्रों के नाम की सिफारिश की गई थी। ऐसा नहीं हो सकता है कि इनमें से किसी ने भी प्रवेश न लिया हो। कोर्ट ने कहा कि,यह एक असाधारण स्थिति होगी जब प्रवेश के लिए केंद्रीकृत परामर्श द्वारा अनुशंसित उम्मीदवारों में से कोई भी प्रवेश लेने से इनकार करेगा, जबकि हर किसी को शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए बी.एड. कोर्स करने की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। तथ्यों को समग्रता को देखते हुए,न्यायालय को एकल न्यायाधीश के फैसले में कोई अवैधता नहीं मिली क्योंकि यह एक एक्ट-पार्टी आदेश नहीं था, बल्कि अपीलकर्ता /याचिकाकर्ताओं की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई के समय उनकी उपस्थिति के समय उठाए गए मुद्दे पर चर्चा करने के बाद दिया गया था।इस प्रकार, 8 दिसम्बर 2020 को दिए गए फैसले को चुनौती देने वाली अपील विफल रही और खारिज कर दी गई। अंत में,अदालत ने कहा कि वह उचित कार्रवाई के लिए इस मामले को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एन.सी.टी.ई) को भेजने के लिए इच्छुक थी (उनके आचरण को देखते हुए संस्था की मान्यता समाप्त करने सहित), लेकिन इस अपील में व याचिका में एन.सी.टी.ई एक पक्षकार नहीं थी,इस कारण से अदालत ने सू-मोटो संज्ञान लेने से अपने आप को रोक लिया, लेकिन संस्था को चेतावनी दी है कि वह इस तरह की प्रैक्टिस में लिप्त न रहें। गैर-अपीलीय विश्वविद्यालय को हालांकि यह लिबर्टी दी गई है कि यदि अपीलकर्ताओं/याचिकाकर्ताओं की संस्था भविष्य में इसी तरह की प्रैक्टिस में लिप्त पाई जाए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है और उस बारे में एन.सी.टी.ई. को भी सूचित किया जाए ताकि आवश्यक कार्यवाही की जा सकें।

*-संकलनकर्ता कर विशेषज्ञ एड किशन भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र*