Sunday, March 7, 2021

सिंघेश्वर थाना के खिलाफ आक्रोशित महिलाओं के द्वारा बाजार के मुख्य मार्ग को जाम कर किया गया विरोध प्रदर्शन

मधेपुरा: संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स

 सिंघेश्वर थाना के खिलाफ आक्रोशित महिलाओं के द्वारा बाजार के मुख्य मार्ग को जाम कर, किया गया विरोध प्रदर्शन। बिते दिनों सिंहेश्वर थाना क्षेत्र अंतर्गत गोरीपुर वार्ड नं 13 में आपसी जमीन विवाद को लेकर हुआ था मारपीट जिसमें सिंहेश्वर थाना के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया था, उसी केस में दिलीप यादव अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वहीं बबीता देवी के द्वारा बताया जा रहा है कि बृध जगदीश यादव दस वर्ष पूर्व से ही बिमार चल रहा था, बीमारी के कारण ही जगदीश यादव की मृत्यु हुई है। जिस कारण जगदीश यादव के पुत्र ने थाने में आवेदन देकर आरोप लगाया है कि लक्ष्मण यादव ने बीते रात मेरे पिता की गला दबाकर हत्या कर दिया। जिसको लेकर लक्ष्मण यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं लक्ष्मण यादव के पत्नी बबिता देवी समेत अन्य सभी सहयोगियों ने रोड जाम कर सिंहेश्वर पुलिस प्रसाशन के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन। बतादे की प्रदर्शन के दौरान बबिता देवी ने सिंहेश्वर थाना के पुलिस पदाधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमलोग से घुस मांगा गया है उसके बाद ही मेरे पति लक्ष्मण यादव को छोड़ेगा।

विस चुनाव में मिली शिकस्त के बाद माननीय को अब याद आई अपनी समाज,कही अगली पीढ़ी की अब तैयारियां तो नही

मुज़फ़्फ़रपुर,07 मार्च () जिले के महेश्वर प्रसाद सिंह साइंस कॉलेज के मैदान में आयोजित ब्रह्मर्षि समाज के द्वारा चिंतन शिविर का मुख्य केंद्र रहा बीजेपी कोटा से बिहार सरकार में  रहे पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा जिनको विधानसभा चुनाव में नगर क्षेत्र से हार मिली थी वहीं दूसरी तरफ पूर्व मंत्री रहे अजीत कुमार जिन्होंने कांटी विधानसभा क्षेत्र से अपना भाग्य निर्दलीय आजमाया और हार गए इन्हीं दोनों के द्वारा इस चिंतन शिविर का आयोजन किया गया था इसमें काफी लोग शामिल हुए लेकिन शहर के ही कई जाने-माने ब्रह्मर्षि नेता और बुजुर्गों ने हिस्सा तक नहीं लिया किसी को आने के लिए नहीं कहा गया तो कोई राजनीतिक चिंतन के कारण अपने आप को इस शिविर से अलग रखा है पूरे भव्य आयोजन में लाखों रुपए खर्च हुए ब्रह्मर्षि समाज के नाम पर चिंतन शिविर लगाया गया जाम कर बैनर पोस्टर हार्डिंग के साथ प्रिंट मीडिया में प्रचार प्रसार डाला गया वह बस सिर्फ इसलिए कि खुद का तो टिकट तक नहीं बचा वह भी सिर्फ कुछ खास जगह अपने समाज के कारण ही कहावत चरितार्थ है कि जैसी करनी वैसी भरनी लेकिन अब अगला निशाना अपनी-अपनी अगली पीढ़ी के लिए है जो कि ऐसा इसलिए कि पूर्व मंत्री अजीत कुमार का कहना था कि डॉक्टर का बेटा डॉक्टर ही बनता है शिक्षक का बेटा शिक्षक बनता है तो इसमें हर्ज क्या है इससे यह साफ जाहिर है कि यह चिंतन शिविर अपने समाज के नाम पर अगली पीढ़ी की तैयारियों की शिविर थी । शहर के ब्रह्मर्षि समाज के कई बड़े चेहरे जो बड़े बिजनेस और कारोबार से जुड़े हैं उन्होंने बताया कि या सिर्फ व्यक्ति विशेष अपने अपने मैदान बनाने के लिए समाज के नाम पर चिंतन शिविर का नाम देकर सभी ब्राह्मण से लोगों को बुलाया गया था लेकिन जो लोग वहां शिविर में गए थे उन्होंने कहा कि सिर्फ चुनाव में मिली शिकायत थी मुख्य बिंदु रहा इससे यह साफ जाहिर है कि समाज के नाम पर राजनीति की गई लेकिन ब्रह्मर्षि समाज सबसे अग्रणी समाज है आने वाले इसके युवा वर्ग और गार्जियन लोग भी कितने हैं सभी देख रहे हैं सुने भी हैं समाज के नाम पर राजनीतिक ऐसे लोगों के लिए नहीं है जो सिर्फ अपनी ही सोचे समाज की नहीं और जब शिकस्त मिल जाए तो समाज याद आ जाती है ।

वार्ड सचिव ने बैठक कर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन करने के लिए पटना चलने का किया आवाह्न

      (बिहार सोनपुर संजीत कुमार) दैनिक अयोध्या टाइम्स सोनपुर--सोनपुर के डाक बंगला मैदान में प्रखंड भर के सभी वार्ड सचिव ने एक  बैठक कर वार्ड के विकास एवं जनसमस्याओं के साथ-साथ सरकार के योजनाओं को जनकारी  करने के साथ साथ कार्यो में पर्दिशता के साथ धरातल पर उतारने एवं  प्रत्येक वार्ड में वार्ड सचिवों को नियुक्ति करने को लेकर पटना 8 मार्च को चलने को लेकर एक  बैठक की गई । इस बैठक की अध्यक्षता प्रखंड वार्ड सचिव संघ के सचिव संजीत कुमार व संचालन संध के प्रखंड अध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने किया । इस बैठक को संबोधित करते हुए संध के प्रखण्ड सचिव  संजीत कुमार ने उपस्थित वार्ड सचिवों को संबोधित करते हुए कहा कि  वार्ड सचिव अपने कर्तव्य को ईमानदारी के साथ पालन करते हुए वार्ड के विकास करेंगे तभी पंचायत की विकास होगी और पंचायत के विकास से ही प्रखंड और जिला का विकास होगा इसमें जनप्रतिनिधियों की सहभागिता एवं आला अधिकारियों की सहयोग की जरूरत है इसे पूर्ण करने के लिए सरकार की योजनाओं को जानकारी हासिल करना एवं उस जानकारी के अनुसार धरातल पर कार्य करना ही सबसे बड़ी जिम्ववारी है तभी जनता खुशहाल होगी । वही संध के जिलाध्यक्ष गणेश कुमार ने कहा कि 8 मार्च को गर्दनीबाग थाना स्थित पटना में वार्ड सचिव के पद पर अनुरक्षक के पद पर स्थायी नियुक्ति करने को लेकर अनिश्चियत कालीन धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आवाहन किया । इस बैठक में शामिल रहे राजेश कुमार ,अरविंद कुमार, पिंटू कुमार, रवि कुमार, जितेंद्र शाह ,सुमन देवी ,चंद्रावती देवी, रामजी प्रसाद, अखिलेश कुमार, राकेश, संतोष ,मुकेश ,मुरारी, कामेश्वर सिंह ,रंजन, कविता सिंह, अनूप कुमार ,सूरज कुमार बीरबल कुमार, अखिलेश कुमार, रंजन कुमार ,कविता सिंह के साथ सैकड़ो वार्ड सचिव मौजूद रहे ।

जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव यज्ञ की महा आरती में शामिल होंगे

राजापाकर (वैशाली )संवाद सूत्र , दैनिक अयोध्या टाइम्स

 राजापाकर के इतिहास में हो रहे सबसे बड़ा यज्ञ श्री श्री 108 शिव शक्ति महारुद्र यज्ञ के छठे दिन सोमवार की संध्या 5:00 बजे महाआरती का आयोजन होगा। जिसमें जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव शामिल होंगे ।इस आशय की जानकारी यज्ञ समिति के सदस्य ने देते हुए बताया है कि सोमवार की संध्या 5:00 बजे जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव, मंगलवार 9 मार्च की संध्या 5:00 बजे वैशाली लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद रामा किशोर सिंह उर्फ रामा सिंह एवं उनकी पत्नी महनार विधानसभा क्षेत्र की विधायिका वीणा सिंह और बुधवार  10 मार्च की संध्या 5:00 बजे तिरहुत स्नातक क्षेत्र के विधान परिषद सदस्य देवेश चंद्र ठाकुर भी यज्ञ में पधार रहे हैं। ऐसा यज्ञ राजापाकर प्रखंड क्षेत्र के आसपास में भी नहीं हुआ था ।यज्ञ में प्रतिदिन हजारों की संख्या में दूर-दूर से श्रद्धालु शामिल होकर पूजा अर्चना कर रहे हैं।

HPL क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन रविवार को किया गया

बिदुपुर (वैशाली) संवाद सूत्र दैनिक अयोध्या टाईम्स

प्रखंड क्षेत्र के हरपुर गोपाल गांव में नव निर्माण बिदुपुर सिक्स लाइन पुल के निकट चौड़ में लाला राय रौशन राजा उर्फ शम्भू के अध्यक्षता में एच पी एल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन रविवार को किया गया, टूर्नामेंट का उद्घाटन मथुरा पंचायत के मुखिया प्रत्याशी शिव नारायण राय एवं खानपुर पकड़ी पंचायत के मुखिया प्रत्याशी राम सुदिन ठाकुर ने फीता काटकर किया, खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए श्री शिव नारायण राय ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेल आयोजन से आपसी भाईचारा को बढ़ावा मिलता है साथ ही गांव की युवाओं को आगे बढ़ने का मौका भी मिलता है, गांव में खेल मैदान नहीं होने से युवाओं को खेलने में असुविधा होता है फिर भी गांव के युवाओं में प्रतिभा छिपी होती है जिन्हें इस तरह के आयोजन से अपनी खेल प्रतिभा को निखारने का मौका मिलता है, वही राम सुदीन ठाकुर ने बताया कि खेल में असीम संभावनाएं छिपी है जरूरत है अब इस क्षेत्र में अपना मंजिल बनाने की, इस तरह के खेल आयोजन से युवाओं को खेलने का मनोबल बढ़ता है और आगे भी कुछ अच्छा करने की अभिलाषा रखते हैं, वही खेल आयोजक अभिषेक आनंद व नीरज यादव ने बताया कि पहला मैच हाजीपुर जढुआ और सुल्तानपुर पचकठिया के बीच खेला गया, जिसमें टाॅस जीतकर हाजीपुर की टीम ने क्षेत्ररक्षण का फैसला लिया, इस मौके पर रंजीत महंतों, वार्ड सदस्य शिव कुमार, पंचायत समिति प्रत्याशी जितेन्द्र महंतों, समाजसेवी मुरारी पासवान उपस्थित थे।

आनंद मार्ग में महिला को पौरोहित्य गिरी का अधिकार देकर महिला सशक्तिकरण को और किया मजबूत

 महिलाओं को भी आनंद मार्ग में हर तरह के कर्मकांड  विवाह , दाह संस्कार  एवं श्राद्ध कर्म कराने का अधिकार है।


 महिलाओं को भी आनंद मार्ग में हर तरह के कर्मकांड  विवाह , दाह संस्कार  एवं श्राद्ध कर्म कराने का अधिकार ।

  पातेपुर(वैशाली) संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स।

आनंद मार्ग में महिला को  पौरोहित्य गिरी का अधिकार देकर महिला सशक्तिकरण को और मजबूत किया। 

पातेपुर (वैशाली) संवाददाता दैनिक अयोध्या टाईम्स।

आनंद मार्ग प्रचारक संघ की महिला पौरोहित्य अवधूतिका   आनंदचित्रप्रभा आचार्या एवं अवधूतिका कल्याणमया आचार्या का कहना है कि पातेपुर एवं उसके

 आसपास महिलाओं को शारीरिक मानसिक एवं आध्यात्मिक रूप से विकसित करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं  महिला सशक्तिकरण की बात अब केवल दिखावा ही रह गया है महिलाओं को हर स्तर पर अधिकार देना होगा तभी महिलाओं का सर्वांगीण विकास संभव है महिला तो भौतिक स्तर पर स्वालंबी हो रही है परंतु उन्हें मानसिक एवं आध्यात्मिक स्तर पर भी विकसित होने का अवसर प्रदान करना होगा हम महिलाओं को केवल महिला पौरोहित्य गिरी का अधिकार ही नहीं बल्कि महिलाओं द्वारा वैवाहिक कार्यक्रम दाह संस्कार कर्म श्राद्ध कर्म करने का भी अधिकार समाज को देना होगा आज तक समाज में पुरुष महिला पौरोहित्य के द्वारा ही सारे धार्मिक कर्मकांड संस्कार कार्यक्रम संपन्न होता था आनंद मार्ग के संस्थापक श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने महिलाओं को महिला पौरोहित्य गिरी का अधिकार देकर महिला सशक्तिकरण को मजबूत किया समाज में सभी को समान अधिकार है इससे किसी को वंचित करना घोर पाप है महिला एवं पुरुष समाज रूपी गाड़ी के दो पहिए हैं इनके समान अधिकार के बिना समाज का सर्वांगीण उत्थान संभव नहीं है महिला एवं पुरुष को आनंदमार्ग में समान अधिकार दिया गया है महिलाओं को भी मानसिक शारीरिक एवं आध्यात्मिक उत्थान का अधिकार मिलना चाहिए अंधविश्वास से भी महिलाओं को ऊपर उठाना होगा शादी विवाह के लिए सभी समय शुभ है जब सभी भगवान के ही बनाए हुए हैं तो सब कुछ समान है हर समय शुभ है इसका भेदभाव समाज में खत्म करना होगा तभी समाज का सर्वांगीण विकास संभव होगा आचार्या ने कहा कि नारी और पुरुष दोनों एक ही परम पिता के संतान है क्योंकि दोनों परम पिता के संतान हैं इसलिए जीवन की अभिव्यक्ति और अधिकार के क्षेत्र में दोनों को समान अधिकार है महिलाओं को भी आनंद मार्ग में विवाह  दाह संस्कार  एवं श्राद्ध कराने का अधिकार दिया गया है आनंद मार्ग के संस्थापक श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने महिलाओं को महिला पौरोहित्य गिरी का अधिकार देकर महिला सशक्तिकरण को मजबूत किया है समाज में सभी को समान अधिकार है इससे किसी को भी वंचित करना घोर पाप है महिला एवं पुरुष समाज रूपी गाड़ी के दो पहिए हैं इनके समान अधिकार के बिना समाज का सामाजिक उत्थान संभव नहीं है आनंद मार्ग प्रचारक  संघ का कहना है कि महिलाओं को हर स्तर पर महिला सशक्तिकरण की बात अब केवल दिखावा ही रह गया है महिलाओं को हर स्तर पर अधिकार देना होगा तभी महिलाओं का सर्वांगीण विकास संभव है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीवन कुण्डली

 


नरेंद्र मोदी जी ऐसी सख्शियत है, जोकि देश हो या विदेश सभी जगह प्रसिद्ध हैं. मोदी जी हमारे देश के 15 वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत है. सन 2014 और फिर 2019 के आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर मोदी जी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की. मानो पुरे देश में मोदी लहर सी आ गई है, अधिकतर भारतीय मोदी जी पर पूर्ण विश्वास रखे है कि वो उन्हें उज्जवल भविष्य देंगें . स्वतंत्रता के बाद ऐसी जीत हासिल करने वाले ये भारत के पहले प्रधानमंत्री बने. लगातार दूसरी बार मोदी जी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आये है. प्रधानमंत्री बनने के पहले से लेकर बाद तक इन्होंने भारत देश के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किये. हालाँकि मोदी जी बहुत से विवादों में भी घिरे पाए गए हैं, लेकिन इनकी नीतियों की हमेशा प्रशंसा की जाती रही है. मोदी जी ने अपने जीवन में क्या दृ क्या महत्वपूर्ण कार्य किये हैं एवं इनका अब तक का जीवन कैसा रहा यह सभी बातें आज हम इस लेख के माध्यम से आप तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं।

नरेंद्र मोदी जी का शुरूआती जीवन: नरेंद्र मोदी जी का जन्म गुजरात राज्य के मेहसाना जिले के एक छोटे टाउन वडनगर में हुआ. जब इनका जन्म हुआ था तब यह बॉम्बे में था किन्तु अब वर्तमान में यह गुजरात में स्थित है. नरेंद्र मोदी जी के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इनके पिता एक सड़क व्यापारी थे, जिन्होंने अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए काफी संघर्ष किया था. मोदी जी की माता एक गृहणी महिला है. मोदी जी ने बचपन में अपने परिवार का समर्थन करने के लिए अपने भाइयों के साथ रेलवे स्टेशन में और फिर बस टर्मिनल में चाय भी बेची. मोदी जी ने अपने बचपन के दिनों में हीकई कठिनाइयों और बाधाओं का सामना किया था, लेकिन अपने चरित्र और साहस की ताकत से उन्होंने सभी चुनौतियों को अवसरों में बदल दिया. इस तरह से इनका शुरूआती जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा था।

नरेंद्र मोदी जी के परिवार, आयु, जाति: मोदी जी का परिवार मोध घांची तेली समुदाय से है, जोकि भारत सरकार द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी से संबंध रखता है. नरेंद्र मोदी जी अपने माता दृ पिता की तीसरी संतान हैं. मोदी जी के बड़े भाई सोमा मोदी की उम्र वर्तमान में 75 वर्ष हैं, वे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी रह चुके हैं. इनके दूसरे बड़े भाई अमृत मोदी एक मशीन ऑपरेटर हैं, जिनकी उम्र 72 साल है. इसके बाद मोदी जी के 2 छोटे भाई है, एक प्रहलाद मोदी जिनकी उम्र 62 साल हैं, वे अहमदाबाद में एक शॉप चलाते हैं, एवं दूसरे पंकज मोदी जो , कि गांधीनगर में सूचना विभाग में एक क्लर्क के रूप में कार्यरत हैं।

नरेन्द्र मोदी जी का विवाह: मोदी जी का विवाह घांची समुदाय की परम्पराओं के अनुसार 18 साल की उम्र में सन 1968 में जशोदा बेन चिमनलाल के साथ हुआ. रिपोटर्स के अनुसार, कहा गया है कि मोदी जी का अपनी पत्नी से तलाक नहीं हुआ था, लेकिन फिर भी वे दोनों एक दृ दूसरे से अलग हो गए. मोदी जी की पत्नी जशोदा बेन गुजरात के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्य किया करती थी, जोकि अब रिटायर हो चुकी हैं.सभी लोग जानना चाहते है कि नरेन्द्र मोदी जी के कितने बच्चे है, हम आपको बता दे मोदी के कोई भी बच्चे नहीं है. शादी के कुछ दिन बाद ही अलग हो गए थे. नरेन्द्र मोदी जी का घर कहाँ है, इसका जबाब है कि अभी दिल्ली में जिसका नाम पंचवटी है, वैसे वे गुजरात के रहने वाले है।

नरेंद्र मोदी जी की शिक्षा एवं शुरुआती करियर : नरेंद्र मोदी जी की शुरूआती शिक्षा वडनगर के स्थानीय स्कूल से पूरी हुई, उन्होंने वहां सन 1967 तक अपनी हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई पूरी कर ली थी. उसके बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था, और फिर उन्होंने पूरे भारत में भ्रमण कर विविध संस्कृतियों की खोज की.इसके लिए मोदी जी ने उत्तर भारत में स्थित ऋषिकेश एवं हिमालय जैसे स्थानों का दौरा किया. उत्तर पूर्व के हिस्सों में दौरा करने के 2 साल बाद वे भारत लौटे. इस तरह से मोदी जी ने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद कुछ साल तक अपनी आगे की पढ़ाई नहीं की.फिर मोदी जी ने सन 1978 में अपनी उच्च शिक्षा के लिए भारत के दिल्ली यूनिवर्सिटी में एवं उसके बाद अहमदाबाद में गुजरात यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. वहां उन्होंने राजनीति विज्ञान में क्रमशः स्नातक एवं स्नातकोत्तर किया.एक बार मोदी जी के एक शिक्षक ने बताया था, कि मोदी जी पढ़ाई में सामान्य थे, किन्तु वे पुस्तकालय में ज्यादातर अपना समय बिताया करते थे. उनकी वाद विवाद की कला बेहतरीन थी।

नरेंद्र मोदी जी के राजनीतिक करियर की शुरुआत: अपनी कॉलेज की पढ़ाई के बाद मोदी जी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो कर फुलटाइम प्रचारक के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) जोकि एक हिन्दू राष्ट्रवादी राजनीतिक दल हैं में शामिल होने के लिए अहमदाबाद गये.सन 1975 दृ 77 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाये गये राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में प्रतिबंध लगा दिया गया था. जिसके कारण मोदी जी को उस समय अंडरग्राउंड होने के लिए मजबूर होना पड़ा एवं गिरफ्तारी से बचने के लिए भेस बदल कर यात्रा किया करते थे.आपातकाल के विरोध में मोदी जी काफी सक्रीय रहते थे. उन्होंने उस समय सरकार का विरोध करने के लिए पर्चे के वितरण सहित कई तरह के हथकंडे अपनाये. इससे उनका प्रबंधकीय, संगठनात्मक और लीडरशिप कौशल सामने आया.इसके बाद नरेन्द्र मोदी राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में राजनीति में शामिल हो गये. इन्हें आरएसएस में लेखन का काम सौंपा गया था.सन 1985 में आरएसएस द्वारा मोदी जी ने भारतीय जनता पार्टी यानि बीजेपी पार्टी में सम्मिलित होने के बारे में सोचा. सन 1987 में नरेंद्र मोदी जी पूरी तरह से बीजेपी में शामिल हो गए, और पहली बार उन्होंने अहमदाबाद नगरपालिका चुनाव में भाजपा के अभियान को व्यवस्थित करने में मदद की, इसमें भाजपा की जीत हुई।

नरेंद्र मोदी जी का राजनीतिक करियर: सन 1987 में नरेंद्र मोदी जी का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद रैंक के माध्यम से तेजी से उदय हुआ, क्योंकि वे एक बहुत ही बुद्धिमानी व्यक्ति थे. उन्होंने व्यवसायों, छोटे सरकारी एवं हिन्दू मूल्यों के निजीकरण को बढ़ावा दिया. इसी साल इन्हें पार्टी के गुजरात ब्रांच के महासचिव के रूप में चुना गया.सन 1990 में एल के आडवानी जी की अयोध्या रथ यात्रा के संचालन में मदद करने के बाद पार्टी के भीतर मोदी जी की क्षमताओं को मान्यता मिली, जो उनका पहला राष्ट्रीय स्तर का राजनीतिक कार्य बन गया.उसके बाद सन 1991-92 में मुरली मनोहर जोशी की एकता यात्रा हुई. मोदी जी ने सन 1990 में गुजरात विधानसभा चुनावों के बाद गुजरात में भाजपा की उपस्थिति को मजबूत करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी.सन 1995 के चुनावों में पार्टी ने 121 सीटें जीतीं, जिससे गुजरात में पहली बार भाजपा की सरकार बनी. पार्टी थोड़ी समय के लिए सत्ता में रही, जो सितंबर 1996 में समाप्त हो गई.सन 1995 में मोदी जी को हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में गतिविधियों को संभालने के लिए भाजपा का राष्ट्रीय सचिव चुना गया, और वे नई दिल्ली में स्थानांतरित हो गए.सन 1998 में जब भाजपा में आंतरिक लीडरशिप विवाद चल रहा था, तब मोदी जी ने उस दौरान भाजपा की चुनाव जीत का मार्ग प्रशस्त किया, जिससे विवादों को सुलझाने में सफलतापूर्वक मदद मिली.इसके बाद इसी साल मोदी जी महासचिव नियुक्त किये गये. इस पद में वे सन 2001 तक कार्यरत थे. उस दौरान मोदी जी को विभिन्न राज्यों में पार्टी संगठन को फिर से लाने की जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभाने का श्रेय दिया गया था। 

नरेंद्र मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में : नरेंद्र मोदी जी ने पहली बार सन 2001 में विधान सभा चुनाव लड़ा, और राजकोट में 2 में से एक सीट जीती. जिसके बाद वे गुजरात के मुख्यमंत्री बन गए. दरअसल उस समय केशुभाई पटेल का स्वास्थ्य खराब हो गया था और दूसरी तरफ उपचुनाव में भाजपा राज्य की कुछ विधानसभा सीटें हार गई थी. जिसके बाद बीजेपी की राष्ट्रीय लीडरशिप केशुभाई पटेल के हाथ से लेकर मोदी जी को थमा दी गई थी और उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार सौंपा गया.7 अक्टूबर सन 2001 को मोदी जी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. इसके बाद उनकी एक के बाद एक जीत निश्चित होती चली गई.सबसे पहले उन्होंने 24 फरवरी 2002 में राजकोट के ‘द्वितीय निर्वाचन क्षेत्र’ के लिए उपचुनाव जीता. उन्होंने कांग्रेस के अश्विन मेहता को 14,728 वोटों से हराया.

सन 2002 में गुजरात दंगे में नरेंद्र मोदी को मिली ‘क्लीन चिट: नरेंद्र मोदी जी के उपचुनाव जीतने के 3 दिन बाद गुजरात में सांप्रदायिक हिंसा की एक बहुत बड़ी घटना हुई, जिसके परिणामस्वरुप 58 लोगों की हत्या कर दी गई थी. क्योंकि उस समय गोधरा के पास सैकड़ों यात्रियों से भरी एक ट्रेन में जिसमे ज्यादातर हिन्दू यात्री थे, उसमें आग लगा दी गई थी. इस घटना से मुस्लिमों के विरोध में यह घटना हुई थी. जिससे यह पूरे गुजरात में फैल गया. और गुजरात में सांप्रदायिक रूप से दंगे होने लगे. इस दंगे में लगभग 900 से 2,000 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी.

उस दौरान राज्य में मोदी जी की सरकार थी, जिसके कारण उन पर इस दंगे को फैलाने का आरोप लगाया गया था. मोदी जी पर लगाये गये आरोप के चलते उन पर चारों तरफ से दबाव बढ़ गया था, जिसके कारण उन्हें अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसलिए मोदी जी का उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री का कार्यकाल केवल कुछ महीनों का ही बस था. फिर सन 2009 में इससे संबंधित सुप्रीमकोर्ट ने एक दल बनाया, जोकि इस मामले की जाँच करने के लिए बनाया गया था. इस दल का नाम एसआईटी था. इस दल ने पूरी तरह से जाँच करने के बाद सन 2010 में सुप्रीम कोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें मोदी जी को इस मामले में ग्रीन सिग्नल दे दिया गया. हालाँकि सन 2013 में इस जाँच दल के ऊपर आरोप लगाया गया, कि उन्होंने मोदी जी के खिलाफ मिले सबूतों को छिपाया है.           

दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में: जब मोदी जी को कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई, तो उन्हें फिर से गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त कर दिया गया था. मोदी जी के दोबारा गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने राज्य के विकास के लिए कार्य करने शुरू कर दिए. इससे राज्य में काफी परिवर्तन भी आये. उन्होंने गुजरात राज्य में टेक्नोलॉजी और वित्तीय पार्क्स का निर्माण किया. सन 2007 में मोदी जी ने वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में गुजरात में 6,600 अरब रूपये के रियल स्टेट निवेश सौदों पर हस्ताक्षर किये. इसके बाद इस साल जुलाई में नरेंद्र मोदी जी ने मुख्यमंत्री के रूप में लगातार 2,063 दिन पूरे कर लिए थे, जिसके चलते उन्होंने सबसे अधिक दिनों तक गुजरात के मुख्यमंत्री पद को संभालने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.

तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में

मोदी जी का यह रिकॉर्ड आगे भी कायम रहा, सन 2007 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में मोदी जी ने दोबारा जीत हासिल की और वे वहां के तीसरी बार मुख्यमंत्री बन गये. इस कार्यकाल के दौरान मोदी जी ने राज्य में आर्थिक विकास के बारे में अधिक ध्यान दिया, और साथ ही निजीकरण पर भी ध्यान केन्द्रित किया. उन्होंने भारत को आकार देने के लिए ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग एपीसेंटर के रूप में अपनी नीतियों को प्रोत्साहित किया. मोदी जी के मुख्यमंत्री बनने के इस कार्यकाल में गुजरात में कृषि विकास दर में काफी वृद्धि हुई थी. इसकी वृद्धि इतनी थी, कि यह भारत के अन्य राज्यों की तुलना में काफी विकासशील राज्य बन गया था. मोदी जी ने ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई की व्यवस्था की जिससे कृषि को बढ़ाने में मदद मिली. सन 2011 से 2012 के बीच में मोदी जी ने गुजरात में सद्भावना ध् गुडविल मिशन शुरू किया. जोकि राज्य में मुस्लिम समुदाय तक पहुंचने के लिए शुरू किया गया था. मोदी जी ने कई उपवास भी किये और उनका मानना था कि यह कदम गुजरात की शांति, एकता और सद्भावना के माहौल को और अधिक मजबूत करेगा.

चैथी बार मुख्यमंत्री के रूप में

सन 2012 में मोदी जी का तीसरी बार मुख्यमंत्री का कार्यकाल समाप्त हो गया. और इस साल फिर से गुजरात में विधानसभा चुनाव आयोजित हुए. और हर साल की तरह इस साल भी मोदी जी ने ही जीत हासिल की और उन्हें चैथी बार भी गुजरात के मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के लिए नियुक्त कर दिया. इसलिए मोदी जी को राज्य में समृद्धि और विकास लाने का श्रेय दिया गया. इसके चलते गुजरात सरकार के प्रमुख के रूप में उस दौरान मोदी जी ने एक सक्षम शासक के रूप में अपनी पहचान बना ली थी. उन्हें राज्य की अर्थव्यवस्था के तेजी से विकास के लिए भी श्रेय दिया जाता है. इसके अलावा मोदी जी को उनकी और उनकी पार्टी के चुनावी प्रदर्शन में सबसे आगे रखा गया, क्योंकि वे न केवल पार्टी के सबसे प्रतिभाशाली नेता थे, बल्कि उनके अंदर प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में प्रतिभा थी. हालाँकि कुछ लोगों का मानना था, कि राज्य लोगों के विकास, शिक्षा, पोषण और गरीबी मिटाने में बहुत अच्छी रैंक पर नहीं है. लेकिन फिर भी उनके कार्यों एवं उनकी नीतियों के कारण लोग उन्हें पसंद करते थे।

नरेंद्र मोदी जी की सन 2014 के आम चुनाव में भूमिका : नरेंद्र मोदी जी के चैथी बार गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के एक साल बाद जून में उन्हें भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष बना दिया गया. और वे इस तरह से सन 2014 में होने वाले आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में दिखाई दिए. जिसके चलते मोदी जी को अपना गुजरात का मुख्यमंत्री पद त्यागना पड़ा. हालांकि उस दौरान लाल कृष्ण आडवाणी जी के साथ बीजेपी के कुछ सदस्यों ने इस चीज का विरोध किया था. किन्तु फिर भी मोदी जी ने उस दौरान वाराणसी और वडोदरा दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी. और आने वाले आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में अपनी जगह बना ली थी.इस चुनाव के दौरान मोदी जी ने पूरे देश में लगभग 437 चुनावी रैलियां की, इन रैलियों में मोदी जी ने कई सारे मुद्दों को जनता के सामने रखा, जिससे जनता ने प्रभावित होकर बीजेपी को वोट दिया. फिर सन 2014 के आम चुनावमें बीजेपी की जीत एक ऐतिहासिक जीत बन गई थी. इस साल बीजेपी ने पूर्ण बहुमत के आधार पर 534 में से 282 सीटें अपने नाम की. और इस तरह से नरेंद्र मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री के रूप में एक नया चेहरा बन गये।

नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री के रूप में: प्रधानमंत्री पद के लिए जीत हासिल करने के बाद 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण की और इस तरह से वे देश के 14 वें प्रधानमंत्री नियुक्त हो गये. नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद लोगों को उनसे काफी उम्मीदें होने लगी. प्रधानमंत्री के रूप में मोदी जी ने भारत में कई विकास कार्य किये. उन्होंने विदेशी व्यवसायों को भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया. मोदी जी ने विभिन्न नियमों, परमिट्स और इंस्पेक्शन लागू किये, जिससे कि व्यवसाय अधिक एवं आसानी से बढ़ सके. मोदी जी ने सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों पर कम खर्च किया, और स्वास्थ्य सेवा की तरफ अधिक ध्यान केन्द्रित किया. इसके अलावा मोदी जी ने हिंदुत्व, रक्षा, पर्यावरण एवं शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए भी कई कार्य किये.

लोकसभा चुनाव 2019 में नरेन्द्र मोदी जी एक बार फिर प्रधानमंत्री बने 

2019 लोकसभा चुनाव में मोदी जी का परचम फिर छाया रहा. मोदी क्रांति ने दुसरे दलों को बहुत पीछे छोड़ दिया. नरेन्द्र मोदी जी की पूर्ण बहुमत के साथ 303 सीट प्राप्त कर अभूतपूर्व जीत हुई. भारत के इतिहास में पहली बार है कि किसी नेता ने लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ इतनी बड़ी जीत हासिल की है. भारत की जनता ने इस बार अपना प्रधानमंत्री खुद चुना है, और सबने मोदी जी पर पूर्ण विश्वास दिखाया है. मोदी लहर कहो या मोदी क्रांति, इस बार भारत के ये लोकसभा चुनाव पूरी दुनिया में छाए रहे. मोदी की वाहवाही चारों और थी. नरेन्द्र मोदी जी के पिछले पांच सालों के काम से जनता बहुत खुश थी, जिसके चलते जनता उन्हें एक बार और मौका देना चाहती थी. उन्नत भारत के लिए लोगों को मोदी जी से बहुत उम्मीद है. मोदी जी ने भी कहा “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास = विजयी भारत”. मोदी जी ने इस जीत को बीजेपी कार्यकर्ताओं की मेहनत का फल बोला.

मोदी जी प्रधानमंत्री के रूप में अगली पारी शुरू कर रहे है, हमें उम्मीद है कि पिछली बार की तरह वे पुरे देशवासियों की उम्मीद में खरे उतरेंगें, और भारत देश को नई ऊँचाइयों में ले जायेंगें.

नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई महत्वपूर्ण योजनायें 

सन 2014 से लेकर अब तक के कार्यकाल में मोदी जी ने कई महत्वपूर्ण योजनायें एवं पहलों की शुरुआत की. जिनमें से कुछ के बारे में जानकारी इस प्रकार है स्वच्छ भारत अभियान ः यह अभियान भारत का बड़े स्तर पर शुरू किया गया अभियान है, जिसके अंतर्गत देश में स्वच्छता और ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों शौचालय का निर्माण किया गया.

प्रधानमंत्री जन धन योजना ः यह योजना देश के किसानों के बैंकों में खाते खुलवाने के लिए शुरू की गई थी. जिसके तहत किसानों के मुफ्त में खाते खोले गए एवं किसानों को दी जाने वाली सहायता उनके बैंक खाते में जमा की गई। 

प्रधानमंत्री उज्जवाला योजना ः इस योजना के तहत गरीब परिवार की महिलाओं को सम्मान देते हुए उन्हें एलपीजी गैस सिलिंडर प्रदान किये गये.

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना रू- इस योजना के तहत फसलों की अच्छी तरह से सिंचाई हो सकें एवं कृषि कार्य को बेहतर दिशा मिल सके. इसलिए इस योजना की शुरुआत की गई.

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ः इस योजना में फसल के लिए किसानों को बीमा प्रदान किया गया. ताकि यदि उनकी फसलें प्राकृतिक आपदाओं के कारण खराब हो जाती है तो उन्हें बीमा का पैसा मिल सके.

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना ः प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत युवाओं के कौशल के विकास के लिए उन्हें प्रशिक्षण देने की सुविधा दी गई.

मेक इन इंडिया ः प्रधानमंत्री मोदी जी ने सत्ता में आने के बाद कुछ बहुत ही अहम अभियान चलाये, उन्हीं में से एक ‘मेक इन इंडिया’ अभियान था. जिसके तहत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को प्रोत्साहित कर उनके विकास के लिए कार्य किये गये.

गरीब कल्याण योजना ः इस योजना के तहत गरीबों के कल्याण एवं उन्हें बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए कार्य किया गया. सुकन्या समृद्धि योजना ः इस योजना को शुरू करने का प्रधानमंत्री जी का उद्देश्य छोटी बच्चियों के सशक्तिकरण के लिए उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करना था. प्रधानमंत्री आवास योजना ः इस योजना के अंतर्गत गरीबों को किस्तों के आधार पर खुद का घर बनने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गई. डिजिटल इंडिया प्रोग्राम ः प्रधानमंत्री जी ने इस प्रोग्राम को शुरू कर देश में अर्थव्यवस्था को डिजिटल करने के लिए प्रेरित किया. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से भी डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के लिए अपील की. इस तरह से नरेंद्र मोदी जी ने अपने अब के कार्यकाल में और भी कई अन्य महत्वपूर्ण योजनायें एवं अभियान जैसे नमामि गंगे, बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना, सर्व शिक्षा अभियान, स्टैंड अप इंडिया आदि चलायें, जोकि पूरी तरह से देश के विकास के लिए थे।

नरेंद्र मोदी जी के मुख्य कार्य: गुजरात के मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री दोनों के रूप में मोदी जी ने कई सारे महत्वपूर्ण फैसले लिए, एवं इनके कार्यकाल में लिए गये कुछ फैसलों की जानकारी इस प्रकार है।

भूमिजल संरक्षण प्रोजेक्ट: गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनके शासन के दौरान सरकार ने भूमिजल संरक्षण प्रोजेक्ट के निर्माण का समर्थन किया. इससे बीटी कॉटन की खेती में मदद मिली, जिससे नल कूपों से सिंचाई की जा सकती थी. इस तरह से गुजरात बीटी कॉटन का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया.

नोटबंदी: प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरानमोदी जी ने नोटबंदी जैसा बहुत ही अहम फैसला लिया. जिसके तहत मोदी जी ने 500 एवं 1000 के पुराने नोट बंद कर दिये एवं इसके स्थान पर 2000 एवं 500 के नये नोट जारी किये. यह मोदी जी द्वारा लिया गया एक ऐतिहासिक फैसला था.

जीएसटी: नरेंद्र मोदी जी ने नोटबंदी करने के बाद देश में जितने भी टैक्स लगाये जाते थे, उन्हें एक साथ सम्मिलित कर दिया और एकटैक्स जीएसटी यानि गुड्स एंड सर्विस टैक्स लागू किया.

सर्जिकल स्ट्राइक: प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2016 में उरी हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारतीय सेना के साथ मिलकर सर्जिकल स्ट्राइक करने के फैसला लिया.

एयर स्ट्राइक दृ इसके बाद उन्होंने साल 2019 में फरवरी में हुए पुलवामा हमले के बाद देश के सभी सुरक्षा बलों को पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी प्रकार का एक्शन लेने के लिए खुली छूट दे दी, जोकि बहुत ही बड़ा ऐलान था. इसके बाद फरवरी में ही वायुसेना द्वारा एयर स्ट्राइककी गई थी.ऊपर दिए हुए मुख्य कार्यों के अलावा प्रधानमंत्री जी खाते में आने वाले कुछ अन्य कार्य जैसे ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ की शुरुआत, गुजरात में ‘स्टेचू ऑफ लिबर्टी’ का निर्माण, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का निर्माण आदि भी है. इसके अलावा विदेशी निवेशों के साथ मिलकरभारत में बुलेट ट्रेन लाने जैसे कार्यों में भी मोदी जी ने अपनी अहम भूमिका निभाई है. इन सभी के साथ ही मोदी जी ने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और दुनिया के अन्य देशों के साथ संबंधों को सुधारने के लिए बहुत बड़ा संकल्प भी दिखाया है।

नरेंद्र मोदी जी की उपलब्धियां: नरेंद्र मोदी जी ने अपने अभी तक के जीवन में निम्न उपलब्धियां हासिल की हैं।

सन 2007 में इंडिया टुडे मैगजीन द्वारा किये गये एक सर्वे में मोदी जी को देश के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री के रूप में नामित किया गया था.सन 2009 में एफडी मैगजीन में उन्हें एफडीआई पर्सनालिटी ऑफ द ईयर पुरस्कार के एशियाई विजेता के रूप में सम्मानित किया गया.इसके बाद मार्च सन 2012 में जारी टाइम्स एशियाई एडिशन के कवर पेज पर मोदी जी की फोटो छापी गई थी.सन 2014 में मोदी जी का नाम फोर्ब्स मैगजीन में दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची में 15 वें स्थान पर रहा. इसी साल टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा दुनिया के 100 सबसे शक्तिशाली लोगों में भी मोदी जी का नाम सूचीबद्ध किया गया था.सन 2015 में ब्लूमबर्ग मार्केट मैगजीन में मोदी जी का नाम दुनिया के 13 वें सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में था. और साथ ही इन्हें इसी साल टाइम मैगजीन द्वारा जारी इन्टरनेट सूची में ट्विटर और फेसबुक पर 30 सबसे प्रभावशाली लोगों में दूसरे सबसे अधिक फॉलो किये जाने वाले राजनेता के रूप में इन्हें नामित किया गया था.सन 2014 एवं 2016 में मोदी जी का नाम टाइम मैगजीन के पाठक सर्वे के विजेता के रूप में घोषित किया गया था.साल 2016 में ही अप्रैल माह की 3 तारीख को मोदी जी को सऊदी अरबिया का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार अब्दुलाजिज दृ अल दृ सऊद के आदेश पर दिया गया था. एवं 4 जून को अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार घाजी आमिर अमानुल्लाह खान के राज्य आदेश पर दिया गया था.साल 2014, 2015 एवं 2017 में भी मोदी जी का नाम टाइम मैगजीन में दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल था. एवं सन 2015, 2016 एवं 2018 को फोर्ब्स मैगजीन में दुनिया के 9 सबसे शक्तिशाली लोगों में शामिल था.10 फरवरी, सन 2018 में इन्हें विदेशी डिग्निटरीस के लिए पलेस्टाइन का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘पलेस्टाइन राज्य के ग्रैंड कोलार’ के साथ सम्मानित किया गया था.27 सितंबर, 2018 को नरेंद्र मोदी जी को चैंपियंस ऑफ अर्थ अवार्ड प्रदान किया गया था, जोकि यूनाइटेड नेशन का सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान है, और यह अवार्ड 5 अन्य व्यक्तियों और संगठनों को भी प्रदान किया गया था, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय सोलर अलायंस की लीडरशिप के लिए और सन 2022 तक प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करने के लिए संकल्प लिया था.साल 2018 में ही 24 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय सहयोग और ग्लोबल आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए मोदी जी के योगदान के लिए उन्हें सीओल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.इस साल 22 फरवरी, सन 2019 को मोदी जी ने प्रतिष्ठित सीओल शांति पुरस्कार 2018 प्राप्त किया. और साथ ही मोदी जी का नाम दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना शुरू करने के लिए इस साल के ‘नॉबेल शांति पुरस्कार’ के लिए भी नामांकित किया गया है. इस तरह से मोदी जी ने अपने मुख्यमंत्री बनने से लेकर प्रधानमंत्री बनने के बाद तक के कार्यकाल में काफी सारी उपलब्धियां अपने नाम की है और आगे भी करते रहेंगे।

नरेंद्र मोदी जी विवाद एवं आलोचनाओं में: सन 2002 में हुए गुजरात दंगे मोदी जी के करियर का सबसे बड़ा विवाद था, जिसके तहत आलोचकों का कहना था, कि मोदी जी इस दंगे को भड़काने के पीछे मास्टरमाइंड हैं.सन 2002 में तीस्ता सीतलवाड़ ने गुलबर्ग सोसाइटी में अपने पति की हत्या के लिए मोदी जी को जिम्मेदार ठहराया था.नरेंद्र मोदी जी का नाम इशरत जहाँ के फेक एनकाउंटर के लिए भी आया था. उन्हें इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था.नरेंद्र मोदी जी के वैवाहिक स्थिति को लेकर भी आलोचकों द्वारा आलोचना की गई.गुजरात दंगे में चूकि मोदी जी का नाम सामने आ रहा था, इसके चलते यूनाइटेड स्टेट्स द्वारा उनका वीसा कैंसिल कर दिया गया था.सन 2015 में नरेंद्र मोदी जी ने 10 लाख रूपये की कीमत का एक सूट पहना था, जिसमें उनका नाम ‘नरेंद्र मोदी’ लिखा हुआ था. इसके लिए आलोचकों द्वारा उनकी काफी अलोचना की गई थी.10 अगस्त 2018 में भारतीय संसद में पहली बार ऐसा हुआ था, कि प्रधानमंत्री की कोई टिप्पणी को राज्य सभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया था. राज्य सभा के उपाध्यक्ष के रूप में हरिवंशराय नारायण सिंह के चुनाव के बाद, अपने भाषण में, हरिवंश को बधाई देते हुए, पीएम मोदी ने कहा, कि चुनाव ‘दो हरी’ के बीच में था.

नरेंद्र मोदी जी की रोचक जानकारी

बचपन में मोदी जी भारतीय आर्मी में शामिल होना चाहते थे, और उन्होंने सैनिक स्कूल में शामिल होने के लिए कोशिश भी की. लेकिन वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से वे सैनिक स्कूल में दाखिला नहीं ले सके.17 साल की उम्र में मोदी जी ने अपना घर छोड़ दिया था और वे भारत के अलग दृ अलग हिस्सों में यात्रा करने के लिए गए.प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपना अधिकारिक निवास अपने किसी भी परिवार के सदस्य के साथ साझा नहीं किया.उन्होंने यूनाइटेड स्टेट में इमेज मैनेजमेंट एवं पब्लिक रिलेशन पर 3 महीने का कोर्स किया था.मोदी जी स्वामी विवेकानंद जी को बहुत मानते थे, वे उनके महान अनुयायी थे.बराक ओबामा के बाद नरेंद्र मोदी जी ट्विटर पर दुनिया के दूसरे सबसे ज्यादा फॉलोवर वाले नेता है, इनके लगभग 12 मिलियन से भी अधिक फॉलोवर हैं. मोदी जी एवं बराक ओबामा दोनों बहुत अच्छे दोस्त भी हैं.नरेंद्र मोदी जी सन 2010 में जब गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत थे, तब गुजरात दुनिया का दूसरा सबसे अच्छे राज्य के रूप में उभरा था.मोदी जी ने अपने 13 साल के गुजरात के मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान एक दिन की भी छुट्टी नहीं ली थी.नरेंद्र मोदी जी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे ट्विटर, फेसबुक एवं इन्स्टाग्राम में सक्रीय रहते हैं, इसके चलते इन्हें भारत का सबसे टेक्नो दृ प्रेमी नेता माना जाता है.मोदी जी हमेशा हिंदी भाषा में हस्ताक्षर करते हैं, फिर चाहे वह कोई आकस्मिक अवसर हो या अधिकारिक दस्तावेज हो.सन 2016 में लंदन के मेडम टूसौद वैक्स म्यूजियम में मोदी जी का एक वैक्स स्टेचू बनाया गया है.नरेंद्र मोदी जी असल में बहुत धार्मिक है, और वे हर साल नवरात्र के दौरान पूरे 9 दिन उपवास करते हैं, भले ही वह यात्रा ही क्यों न कर रहे हों.मोदी जी दिन में केवल 5 घंटे या उससे कम ही सोते हैं.मोदी जी को उनकी ड्रेसिंग में बहुत स्टाइलिश होने के लिए जाना जाता है. उन्हें पारंपरिक भारतीय पोशाक काफी पसंद है.

नरेंद्र मोदी जी के सुविचार: एक बार जब हम यह तय कर लेते हैं कि हमें कुछ करना है, तो हम मीलों आगे जा सकते हैं.हम में से सभी के पास अच्छे और बुरे दोनों गुण हैं, जो लोग अच्छे गुणों पर ध्यान केन्द्रित करते हैं वे लोग सफल होते हैं.बन्दूक के साथ आप पृथ्वी को लाल बना सकते हैं, लेकिन यदि आपके पास हल हैं तो आप पृथ्वी को हरा बना सकते हैं.हर किसी में सपने देखने की शक्ति होती है. लेकिन सपनों को संकल्पों में बदलना चाहिए. कभी किसी विचार को मरने नहीं देना चाहिए.भारत एक युवा देश है, इतने बड़े प्रतिशत वाले देश में न केवल भारत को बल्कि पूरे विश्व के भाग्य को बदलने की क्षमता है.मंगल मिशन की सफलता के बाद कोई भी भारत के युवाओं पर सवाल नहीं उठा सकता है्र।

सब कुछ स्वदेशी है. नरेंद्र मोदी जी हमारे देश की ऐसी हस्ती है जिन्हें लोग कभी नहीं भूल सकते हैं. साल 2019 के आम चुनाव में मोदी जी दोबारा प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में दिखाई दे रहे हैं. उम्मीद करते हैं कि एक बार फिर से मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने और देश को विकास की ओर ले चलें।