Monday, May 17, 2021

दिमाग ठंडा, दिल में रहम, जुबा नरम हो, आंखों में शर्म हो, तो सब कुछ तुम्हारा है

भारत माता की मिट्टी में मानवीय संस्कारों का भंडार - आपातकाल में इन संस्कारों का तात्कालिक उपयोग जरूरी - एड किशन भावनानी

गोंदिया - विश्व में अगर माननीय संस्कारों, मानवीय मूल्यों, परोपकार, धार्मिक आस्था, करुणा  दया, दिल में रहम, जुबान नरम इत्यादि अनेक शब्दों से हम मानवीय संस्कारों की व्याख्या कर सकते हैं जो भारत की मिट्टी में कूट-कूट कर भरी है। साथियों, मेरा ऐसा मानना है कि भारत में जन्में व्यक्ति के अंदर दया दृष्टि, परोपकार, धार्मिक आस्था, सामाजिक सहयोग, इत्यादि अनेक गुण जरूर भरे होंगे। हालांकि इसके विपरीत बहुत कम प्रतिशत ऐसे लोग मिलेंगे। परंतु मैं विश्वास से कह सकता हूं कि उनमें भी बेसिक गुण आंतरिक रुप में रग रग में समाए हैं। बस जरूरत है उनका उपयोग करने की।भारत में जन्मे मानव की अंतरात्मा कहीं ना कहीं, कभी ना कभी, भारतीय संस्कारों के मूल्यों को लेकरजागृत जरूर है या एहसास जरूर दिलाती है। उन विपरीत लोगों के दिल में कहीं ना कहीं कभी ना कभी जरूर आएगा कि हम गलत थे। बस यही प्रमाण मिल जाता है कि भारतीय मिट्टी में ही मानवीय संस्कारों की जड़ कूट-कूट कर भरी है। इसका जीता जागता उदाहरण वर्तमान भारतीय संकटकालीन स्थिति कोरोना महामारी की दूसरी लहर की पीक स्थिति में हमें देखने को भी मिल रहा है कि किस तरह अनेक सामाजिक संस्थाएं, पड़ोसी, अनजान शख्स, इस संकटकालीन स्थिति में एक दूसरे का साथ देकर मानवता का परिचय दे रहे हैं। इस आपातकाल के समय में हर भारतीय नागरिक का यह कर्तव्य हो गया है कि दिमाग ठंडा, दिल में रहम, जुबा नरम, आंखों में शर्म, जैसे मानवीय मूल्यों को सजगता, संयमता, सुदृढ़ता, सक्रियता, संकल्प के रूप में, सकारात्मकता के साथ, एक अनिवार्य कड़ी के रूप में अपनाएं। हमारे पास इस आपातकाल में भी अवसर है कि इन अनमोल मानवीय मूल्यों को अपने ऊपर हावी करें ताकि हमें भविष्य में इन मानवीय मूल्यों का लाभ मिले। हालांकि आज पूरे भारत पर यह संकटकालीन, आपातकाल आया है कोरोना महामारी के रूप में, लेकिन भविष्य में अगर किसी के ऊपर कोई निजी रूप से भी इस तरह के संकट की घड़ी आती है तो इन उपरोक्त मानवीय मूल्यों, संस्कारों, मंत्रों, के बल पर अपने निजी या व्यक्तिगत विपरीत परिस्थिति से जंग भी जीत सकते हैं।... बात अगर हम दिमाग ठंडा, रखने की करें तो सारी विपरीत परिस्थितियों विपत्तियों, आपातकाल, परेशानियों  से जंग जीतने का यह कारगर और सटीक मंत्र है। दूसरे शब्दों में गुस्सा विपरीत परिस्थितियों का यह, खाद, पानी है। स्वाभाविक रूप से ऐसी मुश्किलों में मानव को गुस्सा आता ही है और अपना आपा खो बैठता है जो उसके इस मंत्र से हारने का कारण बनता है। मेरा मानना है कि हर अपराध का बेसिक कारण गुस्सा है जिसमें मनुष्य अपने आपे से बाहर होकर कुछ कर बैठता है फिर पछतावा होता है।... बात अगर हम दिल में रहम, की करें तो यह मंत्र भारतीय मिट्टी ने ही हमको दिया है। दूसरों की विपत्तियां, परेशानियां देख कर हमारे मन में मानवता जगती है, जिसमें उन विपत्तियों में घिरे लोगों की सहायता करने का भाव उत्पन्न होता है, जो हम अभी कोरोना काल में देख रहे हैं कि आज हर भारतीय एक दूसरे की सहायता करने उमड़ पड़े हैं कोई औपचारिक रूप से, तो कोई अनऔपचारिक रूप से याने छिपे रूप से सहायता कर रहे हैं। अतः हर मानव के दिल में रहम काभाव पालना नितांत आवश्यक व जरूरी है।....बात अगर हम जुबा नरम, होने की करें तो यह मंत्र भी भारतीय मिट्टी से ही उत्पन्न संस्कारों से मिलता है मुंह से अल्फाज हमेशा मीठे निकालें, कटु अल्फाज हमेशा कटुता और दुश्मनी को बढ़ाने का काम करते हैं। जो कम से कम भारतीय तो कभी नहीं चाहेंगे। हमेशा मुंह से शब्द नापतोल के और सकारात्मक औचित्य में निकलना चाहिए। यह संबंधों को प्रगाढ़य और मधुर करने में अहम रोल अदा करता है। यह संस्कारों रूपी अस्त्र विश्व प्रसिद्ध है कि भारत  की वार्ता, संबोधन शैली, संप्रेषण शैली, हमेशा सकारात्मक और अर्थपूर्ण होती है। अतः हर भारतीय नागरिक को इस मंत्र को आपातकालीन अवस्था में अपनाना अनिवार्य है। जिसमें भविष्य की सुरक्षा का बोध है।....बात अगर हम आंखों में शर्म की करें तो हम बड़े बुजुर्गों से सुनते आ रहे हैं कि गलत आदमी कभी भी आंख मिला कर बात नहीं कर सकता। सच्चाई पर चलने वाले ही सच्चे देशभक्त और पारदर्शिता पूर्ण व्यक्ति होते हैं। आज हम कोरोना आपातकाल में देख रहे हैं कि मानव के प्राणों की रक्षा करने वाले महत्वपूर्ण मेडिकल संसाधनों, ऑक्सीजन, रेमीडेसिविर इंजेक्शन, दवाइयां, वेंटीलेटर, कंसंट्रेटर इत्यादि संसाधनों की कालाबाजारी गैंग, महामारी के खलनायक, काम कर रहे हैं क्या वे किसी से आंखों में आंखें डाल कर बात कर सकते हैं ? जो दूसरे मनुष्य के प्राण की कीमत पर नाजायज धन उगाने का काम कर रहे हैं। उनकी आंखों में भी शर्म कभी नहीं हो सकता। अतः यह जरूरी है कि हम ऐसा कोई अस्वस्थ, गैरमानवतापूर्ण और दूसरों को दुख पहुंचाने वाला कार्य कभी नहीं करें, पर हमें अपनी आंखों में सच्चाई, ईमानदारी,नैतिकता, के गुणों और शर्म को के मंत्र को भी अनिवार्य रुप से अपनाना है। अतः उपरोक्त सभी चारों मंत्रों की चर्चा का अगर हम विश्लेषण करें तो हम देखेंगे कि वर्तमान दूसरी लहर की पीक स्तर पर महामारी, ब्लैक फंगस, ताऊट चक्रवर्ती तूफान का हमला, लॉकडाउन, वैक्सीन पर टकराव, रेमदेसीविर, ऑक्सीजन पर टकराव, इत्यादि अनेक समस्याओं से हमारा भारत और हम नागरिक जूझ रहे हैं। हालांकि यह समस्या अब धीरे-धीरे कम होती जा रही है परंतु इस आपातकाल की घड़ी में हम सब भारतीय नागरिकों का कर्तव्य है कि उपरोक्त चारों मंत्रों का स्वतः संज्ञान लेकर पालन करें। क्योंकि यह चारों मंत्र हमारे ऊपर ही निर्भर हैं कि हम उसका पालन करें या नहीं और इनका पालन करने में हम सब का भला होगा। 
मन के हारे हार है मन के जीते जीत। 
मुश्किलें तुम्हारे दिन हैं तुम इतरा लो।। 
हम भी भारतीय हैं यह सोच लो। 
जंग हम ही जीतेंगे परिणाम तुम देख लो।।

-संकलनकर्ता लेखक- कर विशेषज्ञ एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र

फिर भारत मुस्कायेगा

खुशहाली आएगी वापस,फिर भारत मुस्काएगा।

वक्त  बुरा है जो भी देखो,जल्दी ही कट जाएगा।

कठिन समय है देखो प्रियवर,
धीरज  सब   को  रखना  है।
विजय  हमारी  निश्चित होगी,
नहीं  किसी   को थकना  है।
थोड़ी   दूरी   पर  है  मंजिल, 
शिखर  हमें  अब  चढ़ना है।
आयेगी    जो   भी  बाधाएं,
मिलकर   सबसे  लड़ना है।
विपदा को जो समझे अवसर,दर -२ ठोकर खाएगा।
वक्त बुरा  है  जो  भी देखो,जल्दी  ही  कट  जाएगा।

कभी अँधेरे से   डर कर क्या,
दिनकर   नहीं  निकलता  है।
और शूल से   डर  कर बोलो,
फूल   नहीं  क्या खिलता है।
संकट   का आना  जाना ही,
जीना    हमें    सिखाता   है।
लड़ते  कैसे हैं   मुश्किल  से,
संकट    ही   समझाता   है।
कट जाएगी रातें काली,भोर  सुखों का आएगा।
वक्त बुरा है जो भी देखो,जल्दी ही कट जाएगा।

रिश्तों  को  तुम जोड़े रखना,
प्रेम   भरे    इन   धागों   से।  
अंधियारा कब जीत सका है,
जलते     हुए   चिरागों   से।
वीर  पुरुष के  वंशज हैं हम,
हार    हमें   स्वीकार   नहीं।
युद्धभूमि   से   पीछे   हटना,
है  अपना    किरदार   नहीं।
कौन खड़ा है  संग हमारे,संकट  ही समझाएगा।
वक्त बुरा है जो भी देखो,जल्दी ही कट जाएगा।

नितिन त्रिगुणायत 'वरी'
शाहजहॉपुर उत्तर प्रदेश

Saturday, May 15, 2021

भाकपा माले के राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस के आह्वान पर दिया धरना

राजापाकर (वैशाली )संवाददाता, दैनिक अयोध्या टाइम्स

 भाकपा माले के राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस के आह्वान पर आज थाना क्षेत्र के रंदाहा ,बहुआरा, अलीपुर, बरियारपुर बुजुर्ग सहित अनेक गांव में कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए भाकपा माले के वरिष्ठ नेता विशेश्वर प्रसाद यादव, सुमन कुमार, ज्वाला कुमार ,लाला प्रसाद सिंह, रामनाथ सिंह, योगेंद्र राय ,शिव कुमारी देवी, चिंता देवी, प्रेम माझी ,बहादुर माझी ,मोहम्मद इदरीश सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने अपने अपने घरों में एक दिवसीय धरना दिया. कोविंड महामारी फैलाने वाले मोदी शाह गद्दी छोड़ का नारा दिया। कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को बर्खास्त करने, एंबुलेंस घोटालेबाज भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी को गिरफ्तार करने ,जनता की सेवा करने वाले पूर्व सांसद पप्पू यादव सहित अन्य राजनेताओं को रिहा करने, जिला अनुमंडल और सभी पीएचसी में बेड भेन्लेटीलेटर, ऑक्सीजन दवाई की मात्रा बढ़ाकर आपूर्ति करने, गांव गांव में कोरोना की जांच,  सभी उम्र के नागरिकों के लिए वैक्सीन का इंतजाम कर ने,समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद करने, फल सब्जी उत्पादक किसानों के लिए मंडी की व्यवस्था करने की मांग किया . स्वास्थ्य व्यवस्था पर इस सरकार ने पर्याप्त बजट नहीं दिया.  अभी भी ग्रामीण इलाकों में गरीबों को जांच व वैक्सीन का इंतजाम नहीं किया गया है. गेहूं खरीद की घोषणा अखबारों में हो रही है. लेकिन पूरे वैशाली जिले में एक छटाक भी गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीद किया गया है. फल सब्जी उत्पादक किसानों के लिए मंडी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण ओने पौने दाम पर उन्हें बेचना पड़ रहा है. बिहार के चरमराई हुई स्वास्थ्य व्यवस्था वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री के रास्ते संभव नहीं है. अन्य राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी जो जनता की सेवा में लगे हैं गिरफ्तार किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए लगातार आंदोलन जारी रहेगा.

राजापाकर प्रखंड में काम की तलाश में भटक रहे मजदूर

राजापाकर( वैशाली) संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स

 प्रखंड  के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा मजदूर काम के अभाव में इधर-उधर भटक रहे हैं। नतीजतन  ना ही उन्हें इस लॉकडाउन में कोई सरकारी योजना से काम मिल रहे  हैं और  न ही निजी क्षेत्र में कोई कार्य मिल रहे हैं ।जिससे वे भुखमरी के कगार पर  पहुंच गए हैं । शनिवार को ग्रामीण क्षेत्रों में काम की तलाश में घूम रहे मजदूरों में  दिलीप दास महेश दास मुन्ना दास,

 ढुनढुन दास  मानटुन दास लखींद्र मांझी धीरज मांझी  ढोलक मांझी  कपल मांझी  आदि ने बताया कि वे मजदूरी कर कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। मनरेगा का जॉब कार्ड भी है किंतु  बिचौलिए जाॅब कार्ड  जबरदस्ती मांग के ले गए  कि पैसा आएगा। किंतु  आज तक न तो काम मिले और न ही मजदूरी मिली। प्रखंड कार्यालय द्वारा मनरेगा के तहत कार्य मिलने के संबंध में पूछे जाने पर बताया कि प्रखंड का कोई भी पदाधिकारी उनकी सुधि लेने वाला नहीं है।  टीवी पर नेता  भाषण देते  हैं कि  प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के तहत काम मिलेगा लेकिन हालात यह है कि  लॉकडाउन में भूखे मरने की नौबत आ गई है ।मजदूरों ने बताया कि वे  सभी सुबह से ही दौड़ी व कुदाल लेकर गांव गांव में घूम रहे हैं कि कहीं कोई आदमी काम दे दे ताकि शाम को दो जून की रोटी का उपाय हो जाए। कभी कभी काम मिलता है कभी कभी नहीं मिल पाता है। इस लॉकडाउन में मजदूरों व प्रवासी मजदूरों ने सरकार के कार्यकलापों से क्षुब्ध हो  आक्रोश व्यक्त किया और कहा कि उनके दुख दर्द कोई सुनने वाला कोई  नहीं हैं। अब तो  भगवान ही कोई मदद कर सकते हैं।

बहुवारा में सांसद मद निधी से ऑक्सीजन प्लांट के कार्य का हुआ शुभारंभ


पातेपुर ( वैशाली) मोहम्मद एहतेशाम पप्पू संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स

उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र के पातेपुर विधानसभा अंतर्गत पातेपुर प्रखंड के बहुआरा उप स्वास्थ्य केंद्र परिसर मे ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य शुरू हो गया है । इस मौके पर उपस्थित स्थानीय विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन ने कहा कि यह निर्माण कार्य स्थानीय  सांसद सह केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद राय जी के सांसद निधि द्वारा जिले में कोविड 19 महामारी से निपटने के लिये दिए गये 1 करोड़ रुपये की राशि से कराया जा रहा है । इस ऑक्सीजन प्लांट का  निर्माण अत्याधुनिक तकनीक द्वारा हो रहा है । जिससे कोरोना माहामारी से जुझ रहे  लोगों मे हो रही आक्सीजन की कमी को यह प्लांट पुरा करेगा । इस प्लांट से ऑक्सीजन उत्पादन शुरू होने  पर वैशाली  जिला ऑक्सीजन आपूर्ति में आत्मनिर्भर होगा । इस ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण 15 दिनों में पूरा होकर यहाँ से ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू हो जाएगा । सांसद  नित्यानंद राय  के इस कार्य से पातेपुर के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है। कि अब उन्हें अपने घर मे ही ऑक्सीजन उपलब्ध मिलेगा । निर्माण कार्य शुरू होने के मौके पर बीडीओ डाक्टर संदीप कुमार, थानाध्यक्ष रामाशंकर कुमार,   भाजपा जिला उपाध्यक्ष अजब लाल साह  , पुर्व मुखिया देवेंद्र राय,दिलीप राय, कामेश्वर साह, मुखिया पति कुन्तलाल साह,धनेश मिश्रा,कुमार क्रान्ति ,जयप्रकाश पासवान, उपेन्द्र झा, नरेश राय,कुंदन कुमार, डॉ विशाल कुमार, शिव कुमार , सहायक अभियंता कृष्णा गुप्ता सहित  भाड़ी संख्या में पदाधिकारी कर्मचारी के साथ साथ भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

घर में आग लगने से लाखों रुपया का सामान जलकर हुआ खाक

सारण (ब्यूरो चीफ संजीत कुमार) दैनिक अयोध्या टाइम्स सोनपुर प्रखंड के अंतर्गत सबलपुर पूर्वी पंचायत के चहारम में उस समय हाहाकार व अफरातफरी का माहौल बन गया जब रविन्द्र राय के घर में अचानक खाना बनाने के क्रम में आग लग जाने से वहां भगदड़ की माहौल बन गया जिससे घर के रखे शादी के सामान जलकर राख हो गया । इस बात की जानकारी देते हुए समाजसेवी लालबाबु पटेल ने बताया कि वार्ड सदस्य रविंद्र राय पिता धर्मदेव राय के घर में महिला द्वारा खाना बनाने के क्रम में शनिवार के दिन आग लग गई जहां आनन-फानन में लोगों ने किसी तरह से आग बुझाने में भारी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया वहीं उन्होंने यह भी बताया कि 18 .5 के रविन्द्र राय के भतीजा का शादी था जहां शादी विवाह के सभी सामानों की खरीद कर घर में रखे हुए सभी सामान जलकर राख हो गया । ग्रामीणों ने नल जल योजना के द्वारा पानी के पाईप एवं बोरिंग द्वारा किसी तरह से आग पर काबू पाया गया लेकिन आग इतनी त्रीव थी कि घर में रखे लाखों रुपए के सभी सभी सामान जलकर राख हो गया।  इस संबंध में पीड़ित ने सोनपुर थाने में लिखित आवेदन दिया । समाजसेवी लालबाबु पटेल ने स्थानीय प्रशासन से  मांग किया कि पीड़ित परिवार को हर संभव  मदद व प्रधानमंत्री आवास योजना उपलब्ध कराया जाय ।

गरीब रक्षक आर्मी के कार्यो में सहयोग देने के लिए आगे आये युवा : राकेश निखज़

सारण( ब्यूरो चीफ संजीत कुमार) दैनिक अयोध्या टाइम्स 

सोनपुर अनुमंडल क्षेत्र के असहाय लोगों को बढ़ती कोरोना महामारी में कोरोना संक्रमित व्यक्ति को ऑक्सीजन , मास्क, सेनेटाइजर , दवा , वाहन आदि उपलब्ध करवा रही ग़रीब रक्षक आर्मी के नौजवानों को देखकर यह के समाजसेवियों में भी समाज की सेवा करने के लिए मन।मचलते हुए आगे हाथ बढाकर इस कार्यो में सहयोग करने के लिए  आगे आई युग संस्कृति न्यास के सदस्यों ने इसी  क्रम में दिल्ली की  डेप्युटी कमांडेंट व पहाड़ोचक के कर्मठ लगनशील व समाजसेवी  निवासी राकेश निखज़  के निर्देशन में इस महामारी से निबटने के लिए पीपीई किट, मास्क, सेनेटाइजर की व्यवस्था उपलब्ध कराते हुए गरीब रक्षक आर्मी के  संयोजक प्रभात रंजन को शुक्रवार के सुपुर्द करते हुए  श्री निखज ने बताया कि कोरोना महामारी में चिकित्सा व्यस्था और सोनपुर को कोरोना के प्रति युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे गरीब रक्षक आर्मी के नौजवानों को हिम्मत व ईमानदारी से अपने कर्तव्यों को वेखुवी से पालन करने वाले नौजवानों को हौसला अफजाई व उद्देश्य को मजबूत करने के के लिए  उक्त सामग्री को सुपुर्द किया गया। इसके साथ ही  कार्यालय के सभी युवाओं को मास्क, सेनेटाइजर एवं पीपीई किट दिया गया। इस कर्मठ यौद्धा को धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे संगठन मजबूत होगी । वही  डेप्युटी कमांडेंट राकेश निखज द्वारा दिए गए वस्तुओं को स्वीकार करते  हुए संगठन के संयोजक प्रभात रंजन ने कहा कि आप जैसे देश को सेवा दे रहे लोग समाज के लिए इस प्रकार खड़े रहते है ये समाज के लिए प्रेरणास्रोत है तथा ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर उपलब्ध करवाने की मांग की वही  दिल्ली के डिप्टी कमंडेड राकेश निखिज ने आश्वस्त किया कि  जो भी जरूरत समाग्री या सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा क्योंकि समाज से बड़ा कोई सेवा नही होती हैं । इस मौके पर आशुतोष कुमार, जयंत सिंह, गौरव सिंह, ललित शर्मा,गरीब रक्षक आर्मी से राजवीर सिंह, कुणाल सिंह, गोलू सिंह, रौशन सिंह, अविनाश मिश्रा एवम् बॉबी मौजूद रहे।