Sunday, August 15, 2021

स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर जनपदवासियों से प्रतिबन्धित प्लास्टिक की सामग्री का उपयोग न करने की डीएम ने की अपील


 दैनिक आयोध्या टाइम्स

बहराइच। दिनांक 15 अगस्त 2021, स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर आपसे विनम्र अनुरोध करने की इच्छा हुई, क्योंकि हम आज़ादी की 75 वीं वर्षगाॅठ ‘‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’’ एवं ‘‘चैरी-चैरा शताब्दी वर्ष’’ के अन्तर्गत स्वतन्त्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहूति देकर भारत को स्वतन्त्र कराने के सपने को साकार किया है। उनको नमन कर रहे तथा श्रृंखलाबद्ध तरीके से उन वीर शहीदों की याद में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से शौर्य एवं वीरता के अमर सपूतों के प्रति याद कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे। यह हमारा सौभाग्य है कि हम स्वतन्त्र भारत के लोकतांत्रिक प्रक्रिया (व्यवस्था) के अन्तर्गत देश में निर्वाचन के माध्यम से बहुमत के आधार पर गठित सरकार के यशस्वी, युगपुरूष, राष्ट्र एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के प्राचीन गौरव की पुनस्र्थापना के लिए संकल्पबद्ध परमश्रद्धेय श्रीयुत श्री नरेन्द्र मोदी जी मा.0 प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘‘सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विकास’’ की अवधारणा पर आधारित संकल्प के साथ भेदभाव रहित जनकल्याण की भावना से अखण्ड एवं अपराजय संकल्पशक्ति के साथ कार्य कर रहे महान राजनीतिज्ञ के संरक्षण एवं नेतृत्व में आगे बढ़ रहे हैं। मा0 प्रधानमंत्री जी के उपरोक्त संकल्प को उत्तर प्रदेश में यशस्वी, ऊर्जावान, निष्ठावान, कर्तव्य एवं प्रतिबद्धता के प्रतीक, अजस्र ऊर्जा के संवाहक, अखण्ड आत्मविश्वास, अपराजय संकल्प शक्ति एवं अहर्निश सेवा भाव से जनकल्याण के प्रति समर्पित महान योगी तथा कर्म एवं योग की अतुलनीय, अद्भुत, असीमित उर्जा की शक्ति के स्रोत के रूप में श्रीयुत योगी आदित्यनाथ जी मा0 मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर रहे, युगदृष्टा एवं दूरदर्शी व्यक्तित्व के नेतृत्व में प्रत्यक्ष एवं परोक्ष चुनौतियों का सामना करते हुए तमाम झंझावातों, कंटकाकीर्ण मार्ग पर संघर्ष पूर्ण यात्रा तथा कोविड-19 की वैश्विक महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों को अदम्य साहस से चुनौती देकर सबके कल्याण की ओर अग्रसर, विकास की बहुमुखी सम्भावनाओं के प्रदेश, उत्तर प्रदेश में हम सब निश्चिंत भाव से शान्ति एवं सदभाव के साथ निवास कर रहे हैं।
परन्तु आज हमें पुनः उस समस्या के निराकरण के प्रति विचार करना है जिसके अनवरत प्रयोग एवं अव्यवस्थित निस्तारण की वजह से हम अपने भविष्य को पुनः आसन्न भयंकर विनाशकारी विभीषिका की ओर समाज को ले जा रहे हैं और वह है सिंगल यूज़ प्लास्टिक का अंधाधुन्ध प्रयोग, यद्यपि उत्तर प्रदेश भारत का अग्रणी राज्य है जिसने इस विषय पर वर्ष 2000 में चिन्तन किया था और इस चिन्तन को पुनः नवीन कलेवर में अमली जामा पहनाने का संवैधानिक कार्य श्रीयुत योगी जी मा0 मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मा0 राज्यपाल जी की सहमति से संविधान के अनुच्छेद 213 के खण्ड (1) द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए उत्तर प्रदेश प्लास्टिक और अन्य जीव अनाश्रित कूड़ा कचरा (उपयोग और निस्तारण का विनियमन) (संशोधन) अध्यादेश, 2013 (उत्तर प्रदेश अध्यादेश संख्या 10 सन् 2018) प्रख्याप्ति किया गया है।
जिसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश राज्य के भीतर से प्लास्टिक या अन्य जीव अनाश्रित सामग्री या तत्समय सामग्री जैसा कि वह उचित समझे, के उपयोग, विनिर्माण, विक्रय, वितरण, भण्डारण, परिवहन आयात या निर्यात पर निर्बन्धन या प्रतिषेध अधिरोपित किया गया है, जिसके अन्तर्गत प्लास्टिक के कप प्लेट, गिलास, चम्मच, कैरी बैग इत्यादि को पूर्णतः प्रतिषेध किया गया है इसी भाव को विस्तार देते हुए केन्द्र सरकार ने भी 01 जुलाई 2022 से सिंगल यूज़ प्लास्टिक की वस्तुओं की खरीद, बिक्री, निर्माण पर रोक का आदेश जारी किये जाने की उदघोषणा की है।
अतः जनपद बहराइच के जागयक एवं पर्यावरण प्रेमी नागरिकों से मेरी विनम्र अपील है कि प्रदेश में पूर्व से ही प्रभावी इस व्यवस्था को लागू कराने में सार्थक सहयोग करें तथा स्वतन्त्रता दिवस 15 अगस्त 2021 के इस राष्ट्रीय पर्व पर संकल्प लें कि हम 15 अगस्त 2022 तक अपने व्यवहार में परिवर्तन कर प्रतिबन्धित प्लास्टिक के प्रयोग को अपने जीवन एवं प्रयोग से बाहर रखेंगे अर्थात प्रयोग नहीं करेंगे, वैसे इस व्यवस्था को लागू के लिए दण्ड एवं सजा का भी प्राविधान है परन्तु समाज में व्यापक क्रान्ति व्यवहार परिवर्तन एवं संकल्प से ही संभव है। अतः हम इस संकल्प को पर्यावरण एवं जनहित को दृष्टिगत रखते हुए प्रतिबन्धित प्लास्टिक की सामग्री के प्रति त्याग का संकल्प करें। सहयोग की आकांक्षाओं के साथ।

एटा में सभासद ने ईओ खिलाफ फिर खोला मोर्चा,

आमरण अनशन पर बैठे वार्ड नम्बर 13 के सभासद उमाकांत चतुर्वेदी, 


आमरण अनशन पर बैठे सभासद के समर्थन मे पहुँचे अन्य सभासद,

ईओ को हटाने के लिए आमरण अनशन बैठे सभासद,
अतिक्रमण की भी ईओ से की थी शिकायत,
ईओ ने किसी भी समस्या नही लिया संज्ञान,
हाथ पर हाथ धरे बैठे ईओ पर पर कार्रवाई की मांग,करते सभसाद
*रिपोर्ट, पकंज गुप्ता etah

ठाकुर समाज ने शहीदों का सम्मान समारोह ग्राम हदरुख में मनाया एडवोकेट संदीप सिंह सेंगर

दैनिक अयोध्या टाइम्स ब्यूरो रविकांत गौतम


ऊमरी जालौन: रविवार को ग्राम हदरुख में ठाकुर समाज ने शहीदों का सम्मान समारोह  का आयोजन किया ठाकुर समाज के  शहीदों के   सम्मान कार्यक्रम की शुरुआत छात्र छात्राओं ने गीत गाकर की  कार्यक्रम का  संचालन कर रहे अजय दीप सिंह सेंगर  हदरुख के द्वारा किया गया  मंच पर उपस्थित एसके सिंह बरी का भूरा प्रमोद सिंह सेंगर एवं कार्यक्रम के  मुख्य अतिथि के रूप में  उरई से चल कर आए हुए  संदीप सिंह सेंगर एडवोकेट   का मंच पर बैठे सभी लोगों ने फूल माला से स्वागत किया इसके बाद मुख्य अतिथि ने अपने हाथों से शहीद 9 जवानों के परिवार को सहायता राशि प्रदान की और कहा है कि हर साल  हमारे वीर सपूतों का सम्मान समारोह मनाया जाएगा    ऐसे वीर जवानों को हम नमन करते हैं जो हमारे क्षेत्र से निकलकर अपनी धरती मां की सेवा करने के लिए अपनी जान निछावर कर दी है  नौजवानों से यही कहना है कि  आप भी अपनी सेवा किसी मिलिट्री या सिविल सर्विस में देकर अपने क्षेत्र में अपने गांव का नाम रोशन करें आज हमारे द्वारा इस स्थल पर शहीदों के लिए सम्मान कार्यक्रम रखा गया है जो ऐसे वीर जवानों ने जो अपनी जान की बाजी लगाकर अपनी धरती मां को जान निछावर कर दी ऐसे परिवार के लोगों को हम सम्मान करके उनका हौसला बढ़ाते हैं और कहते है कि आपने ऐसे लाल पैदा किए हैं जो देश  के खातिर अपनी जान दे देते हैं ऐसे वीर जवानों को हम बार-बार नमन करते हैं और कहा है कि देश 15 अगस्त 1947 को  देश आजाद हुआ था जब से हमारे कई माताओं के लाल इस देश पर बलिदान हो गए हैं इस आजादी का स्वागत तो हम बखूबी चला रहे हैं लेकिन हजारों दर्द सहने वाले क्रांतिकारियों की याद करना और उनको सम्मान देना हमारा परम कर्तव्य है शायद इसलिए संविधान निर्माताओं ने अनुच्छेद 51 का काम है स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदेशों को हृदय में संजोये रखने और उनका पालन करने के मूल कर्तव्य को शामिल किया अब जबकि आजादी को 75 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है इस वर्षगांठ को और अधिक रूप से प्रदान करने के लिए आजादी का देशभर के बसे भारतीयों को आपस में जोड़ते हुए मनाया जा रहा है एडवोकेट संदीप सिंह सेंगर ने कहा है कि जिन अमर शहीदों की मां के लालो ने अपने देश के लिए  बलिदान दिया है ऐसे वीर सपूतों को हम सब लोग नमन करते हैं और इस कार्यक्रम के अंतर्गत बताया जा रहा है कि हमारा तिरंगा हमारा स्वाभिमान और राष्ट्रगान की गरिमा से परिचित है और शहीदों की यादों में हमेशा तिरंगा का चिन्ह याद आता है इस सम्मान समारोह के कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक व्यक्ति आजादी के आंदोलन से जिन अमर शहीदों ने अपना सबकुछ बलिदान कर दिया है उनके प्रति यह कर्तव्य है कि हम सब लोगों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और ऐसे अमर शहीदों को याद करना चाहिए गांव के जो अमर शहीद हुए हैं उनके परिवार जनों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह वह साल देकर सम्मानित किया वीर जवानों के परिवारों को सम्मान और प्रमाण पत्र तौलिया मिलते ही उनके चेहरे पर खुशी देखने को मिली है बताते चलें आपको बुंदेलखंड जनपद  जालौन का  यह पहला हदरुख गांव है जहां पर भारतीय नौजवान ज्यादा संख्या में इस गांव से भर्ती होते हैं कार्यक्रम मैं उपस्थित सुरेंद्र प्रताप सिंह हथेरी, राजेश कुमार गुप्ता एडवोकेट, उरई बृजेंद्र सिंह एडवोकेट अजनारी उरई ,अनिल सिंह सेंगर , विपिन सिंह  , कपिल सिंह सेंगर हदरुख ,राजकुमार सिंह सेंगर प्रबंधक जनता इंटर कॉलेज उरई ,विनय सिंह सेंगर, माधव सिंह टिल्लू ,अभिषेक सिंह, शिवम सिंह ,कुलदीप सिंह, राजदीप सिंह, राहुल नेता, गोरे भदोरिया, भजन सिंह, राज सेंगर, आदित्य सिंह ,सौरभ सेंगर, अतुल सिंह ,विशाल सिंह सेंगर औरैया, आजाद सिंह सेंगर हदरुख ,प्रवीण सिंहसेंगर हदरुख ,पुत्तन सिंह तोमर हदरुख आदि लोग उपस्थित रहे!!!

सिद्धौर के कार्यकर्ताओ द्वारा कुल 15 गांवो में किया गया ध्वजारोहण


दैनिक अयोध्या टाइम्स


सिध्दौर बाराबंकी- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई सिद्धौर के कार्यकर्ताओ द्वारा स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने तथा देश को आजाद कराने में जिन जिन शहीदों ने अपनी जान गवाई उसी को ध्यान में रखते हुए। पूरे देश में 102536 जगहों पर और सिद्धौर नगर के कार्यकर्ताओ द्वारा कुल 15 गांव जैसे की सिद्धौर,मोहम्मदपुर चंडी सिंह,अंबेडकर पार्क,बाबाकपुरवा और कई अन्य गांवों में ध्वजारोहण करके मिष्ठान  वितरण किया। नगर मंत्री दुर्गेश वर्मा रुद्रांश ने बताया कि स्वाधीनता के 75 वे वर्ष में हम सब प्रवेश कर रहे है,यह हमारे लिए गौरव की बात है,भारत पुनः वैश्विक पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। यह दिन हमे महात्मा गांधी,भगत सिंह,नेता सुभाष चन्द्र बोस,चंदशेखर आजाद, समेत सैकड़ो महान स्वतंत्रता सेनानियो के त्याग तपस्या और बलिदान की याद दिलाता आज हम उन स्वतंत्रता सेनानियो को नमन करना चाहता हूं जिन्होंने इस देश को आजाद कराने में अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था।  इस दिन ही हमारे देश को वर्षो के गुलामी के बाद आजादी मिली थी। नगर  सह मंत्री विवेक कटियार ने बताया कि हम सब भारतीय के दिल में जो दिन देशभक्ति का जोश जगाने आता है वो है 15 अगस्त इस अवसर पर,नगर मंत्री दुर्गेश वर्मा रुद्रांश,नगर सहमंत्री विवेक कटियार,अनिकेत वर्मा,उत्कर्ष वर्मा,सूरज कुमार, राम तारे,सौरभ,शिवा, और कई अन्य कार्यकर्तओ द्वारा ध्वजारोहण करके मिष्ठान वितरण किया।

Thursday, July 1, 2021

तुम मेरी पहली और आखरी आशा

तुम्हीं मेरी पहली और आखरी आशा

तुम्हीं मेरी हो जीने की अभिलाषा
कहे करूं बखान तेरे प्यार की परिभाषा
सुन प्रियतम मेरे तुम ही मेरी पिपासा।।

तुम संग ही जुड़ी मेरी हैं सांसें
तुम्हें ही देख भरती मैं आंहें
बिन तेरे रह ना पाती प्रियतम
तुम्हीं मेरे जीने की हो वजह।।

मेरी पहली मंजिल तुम 
मेरी आखरी मंजिल भी गुम
खोके तेरी आंखों की गहराई मे प्रियवर
जैसे हो जाती मैं बेसुध।।

तुम मेरी पहली और आखरी आशा।।2।।

वीना आडवाणी"तन्वी"
नागपुर, महाराष्ट्र

आंखों में सागर लहराए

 आँखों में सागर लहराए

होठों पर मुस्कान खिली है!
आत्म-कक्ष में भंडारे में
दुख की बस सौगात मिली है!

मन उपवन में किया निरीक्षण
प्रेम-पुष्प सब निष्कासित हैं!
सांसों से धड़कन तक फैले
कंटक सारे उत्साहित हैं!

पीडाओं के कंपन से अब
अंतस की दीवार हिली है!
आत्म-कक्ष के--------

उलझ गये रिश्तों के धागे
जगह-जगह पर गाँठ पड़ी है!
द्वार प्रगति के बंद हुए सब
मुश्किल अब हर राह खड़ी है!

सत्य-झूठ की दुविधा में ही
विश्वासों की परत छिली है!
आत्म-कक्ष के---------

प्रश्न सरीखा जीवन जैसे
निशदिन उत्तर ढूढ़ रही हूँ!
पर्वत नदियाँ झरनों से अब
पता स्वयं का पूँछ रही हूँ!

सृष्टि करे संवाद भले पर
सबकी आज जुबान सिली है!
आत्म-कक्ष के-------

यहां चौरासी सिद्धों को योगनी माता ने दिये थे साक्षात दर्शन

हिमाचल प्रदेश जिला मण्डी के वाह्य सिराज व सतलुज के साथ लगते शिमला जिला क्षेत्र के गांव व उप गांव का शायद कोई ऐसा व्यक्ति हो, जो च्वासी क्षेत्र व च्वासीगढ़ से परिचित न हो। समुद्रतल से करीब 9000 फुट की ऊंचाई पर स्थित च्वासीगढ़ के नामकरण के बारे में प्रदेश के स्थान नाम व्युत्पत्तिजन्य विवेचनात्मक अध्ययन पुस्तक में लिखा है ,कि मण्डी जिला की करसोग तहसील के च्वासीगढ़ में किसी समय गुरु गोरखनाथ चौरासी सिद्धों के साथ स्वयं इस स्थान पर आये थे । इसलिए यह स्थान चौरासी कहलाया। जो बाद में बदलकर ( अपभ्रंश शब्द) च्वासी हो गया ।अपने धार्मिक महत्व की वजह से यह स्थान सुकेत ही नहीं ,अपितु जिला कुल्लू व शिमला का भी प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रहा है । 

इस स्थान के बारे में जे• हचिसन और जे• बोगल ने हिस्ट्री ऑफ पंजाब हिल स्टेट भाग एक में सुकेत राज्य में उग्रसेन के शासन काल में धूंगल वजीर की कठोरता के कारण इसी गढ़ में बने किले में बारह दिनों तक वजीर को बंदी बनाने का वर्णन मिलता है। करसोग घाटी के पांगणा निवासी वरिष्ठ समाज सेवी व संस्कृति मर्मज्ञ डाॅ• जगदीश शर्मा जी व च्वासीगढ़ के युवा कारदार व समाज सेवी टी सी ठाकुर बताते है कि समस्त कामनाओं को पूर्ण करने वाली योगिनियों का यह मंदिर जब अस्तित्व में आया तब से इसकी पूजा एक ही गांव के गांव वासी के वंशानुगत की जाती है। योगिनियों का यह मंदिर कताण्ङा से रोखङू बानीधार तक गहन वनराजियों से गुजरते हुए पहुंचा जा सकता है । यह मंदिर बानीधार व रोखङू के बीच एक ऊंचे स्थान पर जंगलों के बीच स्थित है ।कहा जाता है कि एक बार एक योगनी ने हाथ में सांप रूपी शस्त्र के साथ चौरासी सिद्धों को साक्षात दर्शन दिए थे। अतीत में यह तांत्रिक साधना का दिव्य स्थल रहा है। स्थानीय निवासी युवा नितेश ठाकुर जी ने बताया कि आगामी समय में इस मंदिर का जीर्णोद्धार प्राचीन शैली में ही किया जायेगा। यह स्थान चारों ओर से शानदार जंगलों से घिरा है ।हरे भरे पेड़ मन की शांति व तनाव मुक्ति रास्ता है। इस प्रकार के प्रयोजनों को सिद्ध करने वाली यह तांत्रिक योगिनियां आज तक खुले स्थान पर ही पूज्य रही है ।