Tuesday, October 29, 2019

चूहा और बिल्ली

बिल्ली मौसी बोली, बेटा! आओ-आओ,
मैं आई हूँ हरिद्धार से,
लो थोड़ा सा पेड़ा खाओ।
चूहा बोला, बस, बस, मौसी,
तुम मुझको न ऐसे बहकाओ।
तुम तो मुझको खा जाओगी,
दूर रहो बस पास न आऊँ।
बिल्ली बोली बेटा, मैने,
छोड़ दिया है पाप कमाना।
हरि नाम मैं हूँ जयती,
जल्दी से स्वर्ग मुझे है जाना।
इसी बीच चूहा लगा सोचने,
यह डायन है कैसी बदली।
इस बीच मौका पाकर,
बिल्ली उसके ऊपर ऊछली।
चूहा था चालाक झट,
घुस गया बिल के अन्दर।
रहगई बिल्ली हाथ मसल कर।।


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