Wednesday, April 1, 2020

क्षेत्रवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है






मुसाफिरखाना,अमेठी। किराना व्यवसाई डोर टू डोर नहीं कर रहे है सप्लाई ।मुसाफिरखाना नगर वासियों के साथ ही क्षेत्रवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है ।किराना व्यापारियों का पास निर्गत करा दिया गया। परंतु पास मिलने के बाद भी आज तक किराना व्यापारी डोर टू डोर जनता को सामान उपलब्ध नहीं करा रहे हैं जिससे स्थानीय कस्बा वासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

क डाउन के चलते शासन के निर्देश पर स्थानीय नगर पंचायत व ग्रामीण क्षेत्रों में रोजमर्रा की जरूरतों को दृष्टिगत रखते हुए सब्जी व किराना की दुकानों को चिन्हित किया गया था। लाक डाउन को लेकर स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद होकर संक्रमण से बचाने के लिए सोशल डिस्टेंस का पालन करवाने की मशक्कत में जुटा रहा ।जो स्थानीय कुछ व्यवसायियों को नागवार गुजर रहा था ।सोमवार को दोपहर बाद गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह जब स्थानीय कस्बा पहुंचे तो व्यापारियों ने बड़ी संख्या में समर्थकों  के साथ  विधायक से स्थानीय प्रशासन की शिकायत की।  शाम को नगर के दर्जनों व्यापारी धारा 144 का उल्लंघन करते हुए तहसील में बैठे सदर विधायक राकेश प्रताप सिंह से शिकायत करने पहुंचे कि पुलिस व्यापारियों को बैंक जाने पर अपशब्दों का प्रयोग करती है और तहसील प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर किराने की सभी दुकान खोलने की भी बात कही ।लेकिन सिर्फ पैसे कमाने के चक्कर में देश में लगे लॉक डाउन का पालन व्यापारी नहीं कर रहे हैं जिसका जीता जागता प्रमाण सैकड़ों की संख्या सीओ व एसडीएम के समक्ष व तहसील मुसाफिरखाना के प्रांगण के अंदर पास बनवाने के दबाव बनाने को लेकर दिखी ।व्यापारियों की मनमानी मंगलवार सुबह उस समय खुल कर सामने आ गई जब चिन्हित दुकानों के अलावा मिठाई व लाई चना की दुकानें भी खुल गई ।सुबह चेयर मैन बृजेश कुमार ने स्वयं माइक संभाल कर व्यापारियों से चिन्हित दुकानों के अलावा न खोलने का अनुरोध किया ।हालांकि स्थानीय प्रशासन के आलाधिकारी लगातार लॉक डाउन को लेकर सतर्कता बरत रहे है। पुलिस प्रशासन  लाक डाउन का पालन कराने के लिए रात-दिन एक जुट होकर सराहनीय कार्य कर रही है फिर भी व्यापारी लाक डाउन का पालन ना कर प्रशासन  की कार्यशैली पर उंगली उठा रहे हैं ।उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की कहावत चरितार्थ है।केंद्र व प्रदेश सरकार के सख्त निर्देश के बावजूद भी लाक डाउन तोड़ने वालों पर स्थानीय प्रशासन क्या कार्यवाही करता है ? यह तो समय बताएगा ।


 

 



 



No comments:

Post a Comment