दैनिक अयोध्या टाइम्स,रामपुर- उधोगों को चालू करने और प्रवासी मज़दूरों को कारोबार से जोड़ने के लिए आज रामपुर ज़िलाधिकारी द्वारा कलैक्ट्रेट सभागार में महत्वपूर्ण मीटिंग बुलाई गई थी मीटिंग में फैसल लाला ने आला अधिकारियों को सुझाव देते हुए कहा कि रामपुर में बहुत बड़े पैमाने पर लकड़ी का कारोबार किया जाता है जिसमें बिहार, बंगाल, नेपाल आदि जगहों के लगभग एक लाख मज़दूर काम करते हैं लॉक डाउन के चलते फैक्ट्रियों के बंद होने से 80% बाहर की लेबर वापस जा चुकी है ऐसे में देश के दूसरे राज्यों से वापस आए प्रवासी मज़दूरों को लकड़ी की फैक्ट्रियों में काम पर लगाया जा सकता है जिससे फैक्ट्रियों को भी चलाने में मदद मिलेगी और मज़दूरों को भी अपने ग्रह जनपद में काम मिल जाएगा, फैसल लाला ने यह भी कहा कि अभी किसान छूट प्रजाति की पापुलर और यूकोलिप्टस जैसी लकड़ी मशीनों तक लाने में डर रहा है किसान को लगता है कि पुलिस रास्ते में लकड़ी के ट्रैक्टर-ट्रालियों को रोककर परेशान करेगी इसलिए जनपद में किसान की लकड़ी का कटान बंद है जिसके लिए प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि छूट प्रजाति की किसानों की लकड़ी की ट्रालियों को पुलिस परेशान न करे, इसी तरह मैंथा, राइस मिल, पतंग आदि का कच्चा माल लाने ले जाने में पुलिस द्वारा परेशान न किया जाए साथ ही वेल्डिंग, हार्डवेयर, प्लाईवुड की दुकानें, स्पेयर पार्ट्स, खैरात मशीन, बैरिंग, मोटर वाइंडिंग आदि जैसी दुकानों को अतिशीघ्र खोलने से इंडस्ट्री को फिर से खड़ा किया जा सकता है। फैसल लाला के सुझावों को प्रशासन ने गम्भीता से लेता हुए आश्वस्त किया है कि जल्द इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।
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