Saturday, May 23, 2020

भविष्य को लेकर अत्याधिक चिंताजनक स्थिति में मध्यमव

आज पूरी दुनिया लॉक डाउन से उत्पन्न दुष्परिणाम भोग रही है और आर्थिक मंदी जैसे हालात देश में उत्पन्न हो गए हैं जिससे हर वर्ग परेशान है! मध्यमवर्ग भी इस परेशानी से बचा नहीं और हालात बहुत ही गंभीर बन गए हैं! अगर बात की जाए उस वर्ग की जो सक्षम और अमीर है तो वहां तो सब कुछ ठीक नजर आता है! क्योंकि उनके पास पैसा है और वह अपना जीवन निर्वाह करने में सक्षम है! और यदि उस वर्ग की बात करें जहां हालात बहुत ही चिंताजनक है तो वह वर्ग आता है गरीब वर्ग जहां उनके पास इस लॉक डाउन में खाने को भी नहीं है और ना ही बेहतर रोजगार है!किंतु इस वर्ग की सहायता करने के लिए सरकार से लेकर वह वर्ग जो सक्षम है , सभी लोग आगे आ रहे हैं! अब रह गया मध्यमवर्ग वह अपना दुखड़ा किस के आगे रोए! इस वर्ग को सरकार से कुछ विशेष सहायता प्राप्त नहीं हो पा रही है! यह वर्ग इतना अमीर नहीं कि अपना और अपने परिवार का जीवन निर्वाह कुशल और ठीक-ठाक तरीके से कर सकें! मात्र काम धंधे पर यह  निर्भर रहता है! सरकार को भिन्न-भिन्न प्रकार के टैक्स भी देता है! और समय आने पर गरीबों की सहायता भी करता है! किंतु सरकार से इस वर्ग को कोई विशेष सहायता या लाभ प्राप्त नहीं होता है! जबकि यह वर्ग सभी के लिए तन मन धन से समर्पित भाव से समय-समय पर सहायता करता रहता है! किंतु आज परिस्थितियां बदल चुकी है! मध्यमवर्ग मैं आने वाले लोगों को भी अपने परिवार व भविष्य की चिंता सताने लगी है!यह वर्ग इस बात को लेकर सदैव चिंतित रहता है कि, अमीर वर्ग अपनी सहायता  स्वयं ही कर लेगा! और गरीबों की सहायता अमीर वर्ग और  सरकार कर देती है! किंतु इस वर्ग की सहायता कौन करेगा! मध्यमवर्ग किसको अपनी व्यथा सुनाएं, मध्यमवर्ग को ना तो अमीर माना जाता है और ना ही गरीब, किंतु स्थिति ऐसी बन चुकी है कि मध्यम वर्ग को गरीब श्रेणी में आने में समय नहीं लगेगा! इसका प्रमुख कारण है कि किसी प्रकार की विशेष सुविधा सरकार से प्राप्त ना होना! हर वर्ग की तरह इस मध्यम वर्ग को भी अपने परिवार की चिंता है! हम सभी को इस विषय पर संज्ञान लेते हुए! मध्यम वर्ग के बारे में भी सोचना होगा! अन्यथा वह दिन दूर नहीं जब यह वर्ग भी मध्यमवर्ग ना होकर  गरीबी रेखा में आ जाएगा! आइए सर्वे सुखिन सर्वे भवंतु के संकल्प के साथ सभी वर्ग के लोगों को उचित सहायता प्रदान की जाए ताकि सभी वर्ग के लोग सुख समृद्धि से अपना जीवन निर्वाह कर सकें ! आइए हम सब ऐसी नीति अपनाते हैं जहां हर वर्ग के साथ मध्यम वर्ग को भी उचित सहायता प्राप्त हो सके! जय हिंद वंदे मातरम!

 

 

                                         लेखक 

                                   अमित राजपूत  

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