Thursday, May 14, 2020

दबंगो ने छेडछाड का विरोध करने पर पूरे परिवार को पीटा,घायल को परिजन जिला अस्पताल से लाये वापह






मौदहा हमीरपुर।बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा देने वाली सरकार बेटियों की सुरक्षा को लेकर कितनी सतर्क है।कि अब तो बेटियों को दिन दहाडे निकलना भी मुश्किल हो गया है। इतना ही नहीं जनपद के लगभग सभी थानो मे यौन अपराध़ो के ग्राफ मे लगातार बढोत्तरी होना भी सरकार के वादे और दावों की सच्चाई बताने के लिए काफी है।बहिनो के साथ काफी समय से छेडखानी और छीटाकशी करने का विरोध करना भाई को इतना भारी पडा की दबंगो ने दो युवतियो सहित चार लोगों को लाठी,डण्डा और कुल्हाडी से मारपीट कर लहूलुहान कर दिया।मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने सभी घायलो का मेडिकल परीक्षण कराने के लिए कस्बे के सरकारी अस्पताल भेजा है जहां से एक की हालत गंभीर होने पर सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के रीवन गांव निवासी निशा (18)पुत्री राममिलन ने बताया कि उनका गांव के ही जयसिंह ,अन्नू आदि के पास काफी पैसा फंसा था।और वह हमारे साथ आयेदिन छेडखानी करते थे।लेकिन हमने अपने घरवालों को इसलिए नही बताया कि यदि विवाद बढ गया तो हमारा पैसा मिलना मुशकिल हो जायेगा।आज सुबह जब हम दोनो बहने पानी भरने जा रहे थे तभी जयसिंह पुत्र संतोष,अन्नू पुत्र नन्हे व जरावन पुत्र राजू आदि ने हमारे साथ छेडछाड और अश्लील कमेंट्स शुरू कर दिया।लेकिन पीछे से आ रहे हमारे भाई ने उक्त लोगों का विरोध किया।तो उक्त लोगों ने हमारे पूरे परिवार पर लाठी डण्डो और कुल्हाडी से हमला कर दिया जिससे निशा (18) व रचना (14)पुत्रीगण राममिलन उर्फ पुश्वा,मामा (55)पत्नी जालिम व सन्तू पुत्र जालिम को मारपीट कर लहुलुहान कर दिया।मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने सभी घायलो का कस्बे के सरकारी अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया।जहा से संतू की हालत गंभीर होने के कारण उसे सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।जबकि कोतवाली पुलिस ने पीडित की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है।जबकि पीडित गंभीर रूप से घायल हुए युवक संतू को लेकर जिला अस्पताल गया हुआ था और अपने पुत्र के सर का एक्सरे कराना चाहता था।जिस पर अस्पताल प्रशासन ने डाक्टरों के न लिखने के कारण एक्सरे करने से साफ इनकार कर दिया है।जिस पर पीडित पुनः अपने घायल हुए पुत्र को लेकर कस्बे के सरकारी अस्पताल पहुंचा और डाक्टरों की कार्यशैली पर सवाल उठाए।जबकि कस्बे के सरकारी अस्पताल के डाक्टरों का कहना है कि हमने सर की चोट लिखी है लेकिन हमे एक्सरे कराने जैसा नही लगा इसलिए एक्सरे नही लिखा है।वहीं पीडितों ने अस्पताल प्रशासन और पुलिस पर आक्रोश जताया है।वही युवक की हालत निरंतर बिगडती जा रही है


 

 



 



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