Tuesday, May 26, 2020

पेशेवर हत्यारों पर वारदात को अंजाम देने का शक

हत्यारों का पता लगाने के लिए पुलिस दोनों भाइयों तथा उन्हें घर से बुलाकर ले जाने वाले युवक के मोबाइल फोन का काल डिटेल और टावर लोकेशन खंगाल रही है। माना जा रहा है कि उनसे बातचीत करने वालों में से ही किसी ने उनकी हत्या की साजिश रची है। फिलहाल यह नहीं स्पष्ट हो सका है कि दोनों भाइयों को घर बुलाकर ले जाने वाला हत्या की साजिश में शामिल है या नहीं?


पुलिस को शक है कि दोहरा हत्याकांड पेशेवर हत्यारों ने अंजाम दिया है। इसकी दो वजह है। एक, वारदात में नाइन एमएम की पिस्टल का इस्तेमाल किया जाना। आमतौर से इस तरह की पिस्टल पेशेवर बदमाश ही रखते हैं। दूसरा, बदमाशों का सटीक निशाना। दिवाकर और कृष्णा को एक-एक गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया था। दिवाकर के सिर में और कृष्णा के बाईं तरफ सीने में कंधे से नीचे गोली लगी थी। पुलिस का मानना है कि पेशेवर हत्यारे ही इस तरह से हत्या की वारदात को अंजाम दे सकते हैं।


दिवाकर के पिता सुदामा निषाद की जंगल बनसप्ती में फर्नीचर की दुकान है। दिवाकर ने घर पर ही सब्जी मसाले का पाउडर बनाने की छोटी सी फैक्ट्री डाल रखी थी। मसाले की पैकिंग कर खुद ही बाजार में बेचता था। उसके साथ मारे गए चचेरे भाई कृष्णा के माता-पिता की मौत हो चुकी है। बड़े भाई के साथ घर पर रहकर वे खेती-बारी का काम करता था। उन्हें घर से बुलाकर ले जाने वाला कुरमौल निवासी मुकेश इंटर तक पढ़ा है। पिछले साल इंटर की परीक्षा पास करने के बाद वह घर पर ही रहता था।


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