Saturday, May 23, 2020

पूर्व माध्यमिक शिक्षा मंत्री और भाजपा नेता डा.नैपाल सिंह का निधन

दैनिक अयोध्या टाइम्स,रामपुर-उत्तर प्रदेश के पूर्व माध्यमिक शिक्षा मंत्री (कैबिनेट) एवं रामपुर के पूर्व सांसद डा. नैपाल सिंह का शुक्रवार को  ह्रदय गति रुक जाने से निधन हो गया। दोपहर तीन बजे उन्हें घबराहट हुई तो निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वह 79 वर्ष के थे। उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। सभी की शादी हो चुकी है। निधन की खबर के बाद भाजपा के कई नेताओं का जमावड़ा उनके जिगर कालोनी स्थित आवास पर लग गया। शनिवार को सुबह दस बजे मोक्ष धाम में उनकी अंत्येष्टि की जाएगी।मूल रूप से अलीगढ़ के चंदौला गांव में एक किसान परिवार में जन्मे डा. नैपाल सिंह की कर्मभूमि मुरादाबाद रही। शिक्षा अलीगढ़ में हुई फिर वह 1974 में मुरादाबाद आ गए। यहां हिन्दू कॉलेज केमिस्ट्री के प्रोफेसर बने। कुछ सालों बाद ही यूनिवर्सिटी की सियासत में उतर पड़े। रूटा के अध्यक्ष भी बने। 1981 में पहली बार एमएलसी चुनाव में उतरे तब मुरादाबाद के साथ गढ़वाल मंडल भी जुड़ा था। डा. नैपाल सिंह पहला चुनाव कांग्रेस के क्रांति कुमार से हार गए थे। इसके बाद भाजपा उम्मीदवार के रूप में 1986 में किस्मत आजमाई तो गढ़वाल मंडल हट गया और बरेली जुड़ गया। तब वह कांग्रेस के क्रांति कुमार को हरा कर जीते। फिर लगातार पांच बार 2014 तक एमएलसी बनते रहे। 2014 में एमएलसी कार्यकाल दो साल शेष रहते इस्तीफा देकर रामपुर संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरे और जीते। बाद मे उनकी सेहत बिगड़ी बाईपास सर्जरी हुई और सेहत के चलते ही 2019 लोकसभा चुनाव में नहीं उतरे।  डा. नैपाल सिंह 1997 में पहली बार उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में माध्यमिक शिक्षा कैबिनेट मंत्री बने। उन्हें कल्याण सिंह का करीबी माना जाता रहा। इसके बाद राम प्रकाश गुप्ता और राजनाथ सिंह जब मुख्यमंत्री बने तब भी वह कैबिनेट मंत्री बने। एक बार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष भी रहे।

 

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