Thursday, May 28, 2020

प्रवासी मज़दूरों के लिए 'मसीहा' बनकर सामने आए हैं।बसपा नेता अब्दुल कलाम मलिक के छोटे भाई हफ़ीज़ मलिक




मसकनवा गोंडा:कोरोना वायरस से निपटने के लिए पिछले दो महीने से पूरे देश में लॉकडाउन लागू है, लेकिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।  लॉकडाउन के चलते मजदूरों को सबसे ज्यादा दिक्कतें आ रही हैं|  लॉकडाउन के दौरान गौरा विधानसभा से बसपा नेता  अब्दुल कलाम मलिक के छोटे भाई हफ़ीज़ मलिक लगातर मुम्बई से प्रवासी मज़दूरों के लिए 'मसीहा' बनकर सामने आए हैं।

गौरा विधानसभा से बसपा नेता  अब्दुल कलाम मलिक के छोटे भाई हफ़ीज़ मलिक ने बीते दिनों से अपनी दरियादिली दिखाकर हर देश वासी का दिल जीत चुके हैं| हफ़ीज़ मलिक इन दिनों उन लोगों की सहायता के लिए सड़क पर उतरे हैं जो पैदल अपने घर जा रहे थे|हफ़ीज़ मलिक ने अपने पैसों से स्पेशल ट्रेन से प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने का काम शुरू किया| जिसके बाद अब हजारों की तादात में हफ़ीज़ मलिक मुंबई से लोगों को उनके घर भेज चुके हैं| हफ़ीज़ मलिक ने अभी तक 1800 से भी अधिक प्रवासियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया है।हफ़ीज़ मलिक सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया पर जो भी उनसे संपर्क कर गुहार लगा रहे हैं हफ़ीज़ मलिक 

खुद उन्हें जवाब देकर मदद का भरोसा दे रहे हैं। 

हफ़ीज़ मलिक  ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। उनसे जुड़े करीबी सूत्र के अनुसार वह लगातार 20-20 घंटों तक फील्ड में रहकर प्रवासियों की  मदद कर रहे हैं। अपनी इस पहल के बारे में बात करते हुए गोंडा, गौरा विधानसभा बसपा नेता हफ़ीज़ मलिक ने कहा,मेरे लिए यह बहुत ही भावुक यात्रा रही है क्योंकि इन प्रवासियों को पैदल चलते हुई सड़कों पर देखने के बाद मुझे बहुत दुख हुआ।गोंडा, गौरा विधानसभा बसपा नेता हफ़ीज़ मलिक ने कहा,मैं प्रवासियों को घर भेजना तब तक जारी रखूंगा जब तक कि अंतिम प्रवासी अपने घर और चाहने वालों से ना मिल जाए।


 

 



 

No comments:

Post a Comment