" शिक्षा के बिना हम सभी मृत के समान हैं,
है धन्य उनका जीवन को सच में महान है,
मां देती है जीवन मगर चरित्र दे शिक्षक,
जीवन की हर एक शैली में शिक्षक महान है
होगा ना अगर शिक्षित समाज हमारा,
हो जाएगा यूं मुश्किल हम सबका गुजारा,
हर दर्द की दवा जो बता दे वो है शिक्षा
छुआ छूत,भेदभाव मिटा दे वो है शिक्षा
अज्ञानी के मन में ज्ञान का जो दीप जला दे,
जो किसी भी बुझी आस में विश्वास जगा दे,
भटके हुए को राह दिखा दे वो है शिक्षा
सिक नामुमकिन को भी मुमकिन बना दे वो है शिक्षा
रचना:- रोशन रसिक रचनाकार
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