किसके साथ क्या खाने से रोग हो सकते हैं…….
चाय के साथ कोई भी नमकीन चीज नहीं खानी
चाहिए।
दूध और नमक का संयोग सफ़ेद दाग या
किसी चर्म रोग को जन्म दे सकता है या
बाल असमय सफ़ेद होना या बाल झड़ना।
- दूध या दूध की बनी किसी भी चीज के साथ दही
,नमक, इमली, खरबूजा,बेल, नारियल, मूली, तोरई,तिल
,तेल, कुल्थी, सत्तू, खटाई, नहीं खानी चाहिए।
दही के साथ खरबूजा, पनीर, दूध और खीर नहीं
खानी चाहिए।
घी, तेल, खरबूज, अमरूद, ककड़ी,
खीरा, जामुन ,मूंगफली के साथ ठण्डा जल कभी नहीं।
शहद के साथ मूली , अंगूर, गरम खाद्य या गर्म जल
कभी नहीं।
खीर के साथ सत्तू, शराब, खटाई, खिचड़ी ,कटहल
कभी नहीं।
घी के साथ बराबर मात्र में शहद तुरंत विषैला प्रभाव करेगा।
तरबूज के साथ पुदीना या ठंडा पानी कभी नहीं।
चावल के साथ सिरका कभी नहीं।
चाय के साथ ककड़ी खीरा भी कभी न खाएं।
खरबूजे के साथ दूध, दही, लहसून और मूली कभी नहीं।
संयोगज पदार्थ
कुछ चीजों को एक साथ खाना हितकर होता है।
जैसे……….
- खरबूजे के साथ बूरा, खाण्ड, शक्कर।
- इमली के साथ गुड ।
- गाजर और मेथी का साग।
- बथुआ और दही का रायता
- मकई के साथ मट्ठा ,
- अमरुद के साथ सौंफ ,
- तरबूज के साथ गुड ,
- मूली और मूली के पत्ते ,
- अनाज या दाल के साथ दूध या दही ,
- आम के साथ गाय का दूध,
- चावल के साथ दही,
- खजूर के साथ दूध ,
- चावल के साथ नारियल की गिरी ,
- केले के साथ इलायची।
अधिक खाना हितकर नहीं होता। पर भूल या स्वाद के कारण कभी -कभी कुछ चीजें अधिक खाई जाएं तो
- केले की अधिकता में दो छोटी इलायची ।
- आम पचाने के लिए आधा चम्म्च सोंठ का चूर्ण और
गुड ।
- जामुन ज्यादा खा लिया तो ३-४ चुटकी नमक ।
- सेब ज्यादा हो जाएं तो दालचीनी का चूर्ण एक
ग्राम ।
- खरबूज के लिए मिश्री / चीनी का शर्बत ।
- तरबूज के लिए सिर्फ एक लौंग ।
- अमरूद के लिए सौंफ ।
- नींबू के लिए नमक।
- बेर के लिए सिरका।
- गन्ना ज्यादा चूस लिया हो तो ३-४ बेर खा
लीजिये।
- चावल ज्यादा खा लिये हैं तो आधा चम्म्च
अजवाइन पानी से निगल लीजिये ।
- बैगन के लिए सरसो का तेल एक चम्म्च ।
- मूली ज्यादा खा ली हो तो एक चम्म्च काला
तिल चबा लीजिये या मूली के पत्ते खाएं।
- बेसन ज्यादा खाया हो तो मूली के पत्ते चबाएं ।
- खाना ज्यादा खा लिया है तो थोड़ी दही खाइये।
- मटर ज्यादा खाई हो तो अदरक चबाएं ।
- इमली, उड़द की दाल, मूंगफली, शकरकंद,
जिमीकंद अधिक खाया गया हो तो गुड खाईये ।
- मूँग या चने की दाल ज्यादा खाई हों तो एक चम्म्च
सिरका पी लीजिये ।
- मकई ज्यादा खा गये हो तो मट्ठा पीजिये ।
- घी या खीर ज्यादा खा गये हों तो काली मिर्च
चबाएं ।
- खुरमानी ज्यादा हो जाए तो ठंडा पानी पीयें ।
- पूरी कचौड़ी ज्यादा हो जाए तो गर्म पानी
पीजिये ।
नींबू का प्रयोग करने से अनेकों रोगों से बचाव होता है। पानी में मिला कर पीयें या भोजन में लें। अनुकूल न हो तो न लें। अचार बनाकर लेना भी अच्छा हैः पर बर्तन या जार काँच का हो। निम्बू बीज वाला देसी ही लें।।
जो प्राप्त है-पर्याप्त है
जिसका मन मस्त है
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