पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड में बेंगलुरु एसआइटी ने गुरुवार को धनबाद के कतरास से आरोपित ऋषिकेश देवरिकर उर्फ राजेश को गिरफ्तार कर लिया। बेंगलुरु पुलिस ने कतरास पुलिस के सहयोग से कतरास के भगत मोहल्ले में छापेमारी कर ऋषिकेश को दबोचा। ऋषिकेश कुछ दिनों से यहां पहचान छिपाकर रह रहा था और कतरास में प्रदीप खेमका के पेट्रोल पंप में केयरटेकर के रूप में काम कर रहा था। भगत मोहल्ला में वह पेट्रोल पंप के मालिक के ही घर में किराये पर रह रहा था।
Friday, January 10, 2020
UP में 28 जूनियर PCS अफ़सरो का तबादला
2016 बैच के PCS अफ़सरो की ट्रेंनिग के बाद तैनाती
लखनऊ में 3 नये PCS अफ़सरो की पोस्टिंग
PCS रौशनी यादव डिप्टी कलेक्टर लखनऊ
PCS सीमा पांडेय डिप्टी कलेक्टर लखनऊ
PCS नवीन चन्द्र डिप्टी कलेक्टर लखनऊ
लखनऊ को मिले 3 नये PCS अफ़सर
PCS प्रखर उत्तम डिप्टी कलेक्टर कौशाम्बी
PCS लवी त्रिपाठी डिप्टी कलेक्टर कानपुर नगर
PCS आंशिक दिक्षित डिप्टी कलेक्टर रायबरेली
PCS गिरीश कुमार द्विवेदी डिप्टी कलेक्टर अम्बेडकर नगर
PCS राजीव रत्न सिंह- आजमगढ़
PCS परमानंद सिंह-मुरादाबाद
PCS उत्कर्ष श्रीवास्तव-सिद्धार्थनगर
PCS ज्ञानेंद्र विक्रम-प्रतापगढ़
PCS अजय मिश्रा-मनी अरोड़ा
PCS रवेंद्र कुमार-कासगंज
PCS कुलदीप सिंह-गोंडा
PCS भारत-ग़ाज़ीपुर
PCS अंकित कुमार-पीलीभीत
PCS नरेंद्र सिंह- फिरोजाबाद
PCS कल्पना जयसवाल-श्रावस्ती
PCS रामकेश सिंह-सम्भल
PCS यादव भूमिका राजबहादुर-अंबेडकर नगर
PCS अंजली गंगवार-पीलीभीत
PCS प्रियंका -फतेहपुर
PCS महेश कुमार कैथल- बहराइच
PCS प्रशांत कुमार- अयोध्या
PCS अपूर्वा यादव- कन्नौज
PCS रमेश कुमार- सोनभद्र
विवादित IPS अफसर वैभव कृष्ण par आदित्यनाथ ने की बड़ी कार्रवाई
• आईपीएस वैभव कृष्ण, एसएसपी नोएडा के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने की बड़ी कार्रवाई, सस्पेंड किए गए एसएसपी नोएडा वैभव कृष्ण
• एक महिला से चैट की वायरल वीडियो की गुजरात के फोरेंसिक लैब से रिपोर्ट आते ही सस्पेंड हुए वैभव कृष्णा
• फोरेंसिव लैब की रिपोर्ट में वह वीडियो और चैट सही पाई गई जिसे वैभव कृष्णा ने बताया था फर्जी
• फोरेंसिक जांच में सामने आय़ा कि वीडियो एडिटेड और मार्फ्ड नहीं था (No sign of Edit, alteration medication, morphing was observed in this video)
• वैभव ने वायरल वीडियो के संबंध में खुद कराई थी एफआईआर, मेरठ के एडीजी और आईजी को दी गई थी जांच
• जांच के दौरान आईजी ने फोरेंसिक लैब को भेजा था वीडियो
• वैभव ने पत्रकार वार्ता खुद बुलाकर दी जी जानकारी, और पत्रकार वार्ता में शासन को भेजी गई गोपनीय रिपोर्ट को कर दिया था लीक
• अधिकारी आचरण नियमावली के उल्लंघन किये जाने के कारण सस्पेंड हुए वैभव कृष्णा
• वैभव कृष्णा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी, लखनऊ के एडीजी एसएन साबत करेंगे जांच, जल्द से जल्द देनी होगी रिपोर्ट
यूपी में 14 आईपीएस अफसरों के तबादले
लखनऊ
यूपी में 14 आईपीएस अफसरों के तबादले
नोएडा एसएसपी वैभव कृष्ण सस्पेंड
कलानिधि नैथानी गाजियाबाद एसएसपी बने
शिवहरि मीणा सुल्तानपुर एसपी
संतोष कुमार मिश्रा रामपुर एसपी
रामपुर एसपी अजय पाल शर्मा हटाए गए
गाजियाबाद एसएसपी सुधीर सिंह भी हटे
आकाश तोमर एसएसपी इटावा बनाए गए
अरविंद चतुर्वेदी एसपी बाराबंकी
ओमप्रकाश सिंह एसपी गाजीपुर
मुनीराज एसएसपी झांसी बनाए गए
गौरव भंसवाल एसपी हाथरस बने
सिद्धार्थ मीणा बांदा के नए एसपी बने
गणेश साहा पर भी गिरी गाज
मानवाधिकार में भेजे गए गणेश साहा
राजीव नारायण मुरादाबाद पीएसी
हिमांशु कुमार 28वीं वाहिनी PAC इटावा
वर्ष 2019 में यातायात नियमों का क्रियान्वयन कराने में जनपद वाराणसी पुलिस ने पूरे प्रदेश में पाया तृतीय स्थान
महानगर वाराणसी पुलिस यातायात नियमों का क्रियान्वयन कराने की दिशा में बहुत ही तेजी से अग्रसर।
महानगर वाराणसी में सुगम यातायात संचालन कराने एवं यातायात नियमों का क्रियान्वयन कराये जाने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, वाराणसी महोदय द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश पर पुलिस अधीक्षक यातायात के नेतृत्व में एवं क्षेत्राधिकारी यातायात के पर्यवेक्षण में महानगर वाराणसी में नियुक्त समस्त यातायात निरीक्षक, यातायात उ0नि0, थीटा, मु0आ0 यातायात, यातायात सचल दस्ता, यातायात फैण्टम मोबाइल दस्ता सहित समस्त यातायात कर्मियों द्वारा अथक परिश्रम किया गया, जिसके फलस्वरूप जनपद वाराणसी पुलिस सम्पूर्ण प्रदेश में यातायात नियमों का क्रियान्वयन कराने में तृतीय स्थान प्राप्त किया। जनपद वाराणसी से मात्र जनपद गौतमबुद्ध नगर एवं जनपद लखनऊ ही क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर रहे।
प्रेस/मीडिया के माध्यम से मैं पुलिस अधीक्षक यातायात वाराणसी आम जनमानस से अपेक्षा करता हूॅं कि 02 पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट एवं 04 पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट सुरक्षा के दृष्टिकोण से अवश्य धारण करें। समस्त वाहन चालक आटोमैटिक कैमरे की नजर में हैं। वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित चलें।
सिलेंडर लीकेज होने से एजेंसी के मकैनिक सहित 8 लोग झुलसे
वाराणसी /अदलहट 8 जनवरी मिर्जापुर जिले के अदलहट थाना अंतर्गत समदपुर गांव के रहने वाले पप्पू गुप्ता गैस खत्म होने पर ध्रुवी इंडेन गैस एजेंसी से गैस सिलेंडर आज सुबह 10:00 बजे लेकर आए थे गैस लीकेज होने पर पप्पू गुप्ता ने एजेंसी में कंप्लेंट किया जिसे ठीक करने के लिए एजेंसी से मकैनिक रिंकू 28 वर्ष आया और सिलेंडर चेक करने के दौरान उसने सिलेंडर से गैस निकालकर माचिस की तीली जला दिया गैस सिलेंडर लीकेज होने से पहले ही कमरे में गैस फैल गया था मगर रिंकू को इसकी मेहक नहीं लगा तीली जलाते ही कमरे में आग लग गया जहां मौजूद पूरे परिवार के 7 सदस्य मकैनिक सहित झुलस गए जिसमें मंजू गुप्ता पत्नी पप्पू गुप्ता, रिका 18 वर्ष , प्रीति 17 वर्ष, सुनीता 16 वर्ष ,काजल 7 वर्ष, दिव्या 8 वर्ष ,पड़ोसी आशीष गुप्ता 16 वर्ष झुलस गए क्षेत्री लोगों की मदद से सभी को स्थानीय चिकित्सालय ले जाया गया जहां इलाज चल रहा है कट डीहा गांव निवासी मकैनिक रिंकू गंभीर अवस्था में जलने के कारण उसे सरकारी हॉस्पिटल जमालपुर रेफर कर दिया गया
देशव्यापी भारत बंद को बड़ा समर्थन
लखनऊ|
10 से ज्यादा सेंट्रल ट्रेड यूनियन ने किया बंद का एलान
6 बैकिंग यूनियन ने किया हड़ताल को समर्थन
60 से ज्यादा स्टूडेंट यूनियन भी भारत बंद में शामिल
बैकिंग और ट्रांसपोर्ट सेवाओ पर रहेगा बंद का बड़ा असर
UP DGP ने सतर्कता के दिये सख्त निर्देश
केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ आंदोलन
देश की सभी ट्रेड यूनियन हड़ताल में है शामिल
CAA और NRC का ट्रेंड यूनियन कर रही विरोध
बैको के मर्जर, लेबर कानून, विश्विद्यालय के खराब हालत के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया
भारत बंद में बैक, डाकघर, BSNL और LIC भी शामिल
किसानों के संगठनों का हड़ताल को देश मे मिला है समर्थन
सरकार से नियुनतम 21 हजार ₹ वेतन देने की मांग
देश मे 25 करोड़, UP में 20 लाख लोग हड़ताल में शामिल
हड़ताल को देश और प्रदेश के कर्मचारी संगठनों का समर्थन
सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर का अनुमान
हाल ही में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistical Office-NSO) द्वारा चालू वित्त वर्ष में देश की सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product-GDP) दर घटकर 5% रहने का अनुमान लगाया गया है।
मुख्य बिंदु:
§ ये आँकड़े सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Programme Implementation) के अंतर्गत NSO द्वारा वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी संबंधी पहले अग्रिम अनुमान के रूप में जारी किये गए हैं।
§ अगर चालू वित्त वर्ष में जीडीपी की विकास दर 5% ही रहती है तो यह पिछले 11 वर्षों की सबसे न्यूनतम विकास दर होगी।
जीडीपी दर कम होने का कारण (अनुमानित आँकड़े):
कुल जीडीपी:
§ NSO द्वारा जारी इन आँकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 में देश की जीडीपी (स्थिर मूल्यों पर, आधार वर्ष 2011-12) 147.79 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में यह 140.78 लाख करोड़ रुपए थी।
§ इस तरह चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 5% रहने का अनुमान है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 6.8% थी।
विनिर्माण क्षेत्र:
(Manufacturing Sector)
§ विनिर्माण क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 6.9% की वृद्धि की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में महज 2% की वृद्धि का अनुमान है।
निर्माण क्षेत्र
(Construction Sector):
§ निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर का वित्त वर्ष 2018-19 के 8.7% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 3.2% रहने का अनुमान है।
कृषि, वन एवं मत्स्य पालन क्षेत्र:
(Agriculture, Forestry and Fishing)
§ कृषि, वन एवं मत्स्य पालन क्षेत्र में वृद्धि दर के स्थिर रहने का अनुमान लगाया गया है।
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 2.9% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 2.8% वृद्धि दर रहने का अनुमान है।
बिजली, गैस, पानी की आपूर्ति और अन्य उपयोगी सेवाएँ:
(Electricity, Gas, Water Supply and Other Utility Services)
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 7% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 5.4% की वृद्धि दर का अनुमान है।
व्यापार, होटल, परिवहन और संचार एवं प्रसारण से संबंधित सेवाएँ:
(Trade, Hotels and Transport & Communication and Services related to Broadcasting)
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 6.9% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 5.9% की वृद्धि दर का अनुमान है।
लोक प्रशासन, रक्षा एवं अन्य सेवाएँ:
(Public Administration, Defence and Other Services)
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 8.6% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 9.1% की वृद्धि दर का अनुमान है।
खनन एवं उत्खनन क्षेत्र:
(Mining and Quarrying)
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 1.3% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 1.5% की वृद्धि दर का अनुमान है।
वित्तीय, रियल एस्टेट और व्यावसायिक सेवाएँ:
(Financial, Real Estate and Professional Services)
§ इस क्षेत्र में वित्त वर्ष 2018-19 के 7.4% की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में 6.4% की वृद्धि दर का अनुमान है।
अग्रिम अनुमान से संबंधित अन्य तथ्य:
§ नॉमिनल संदर्भ में भारत की जीडीपी के वित्तीय वर्ष 2019-20 में 7.5% की दर से बढ़ने का अनुमान है जो कई दशकों का न्यूनतम स्तर है। इससे कर राजस्व और व्यक्तिगत आय पर दबाव बढ़ेगा।
§ सकल स्थायी पूंजी निर्माण का वित्त वर्ष 2019-20 में महज 1% की दर से बढ़ने का अनुमान है।
जीडीपी दर कम होने से भारत पर प्रभाव:
§ विनिर्माण क्षेत्र में कमी भारतीय व्यवसायों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगी, जिससे व्यवसायियों को कर्ज चुकाने में अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा इससे बैंकिंग प्रणाली पर दवाब बढेगा तथा ऋण प्रवाह में कमी आएगी।
§ जीडीपी वृद्धि को लेकर वैश्विक जोखिम के बावजूद इस समय भारत की चुनौतियाँ काफी हद तक घरेलू स्तर पर हैं।
§ भारत में आर्थिक वृद्धि में तेज़ी आने की संभावनाएँ पश्चिम एशिया में पैदा हुए नए तनाव से धूमिल हुई हैं। कच्चे तेल की आपूर्ति में बाधा उत्पन्न होने और तेल के भाव बढ़ने की आशंका से वैश्विक एवं घरेलू वृद्धि दोनों पर प्रभाव पड़ेगा।
§ तेल की कीमतों में वृद्धि और रुपए के भाव में कमी शीर्ष मुद्रास्फीति को बढ़ा सकता है जिससे निकट अवधि में ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हो जाएगी।
आगे की राह:
§ मौजूदा जीडीपी वृद्धि दर को गति प्रदान करने के लिये सरकार को पुराने मुद्दों के अलावा बैंकिंग प्रणाली की खामियाँ को दूर करना होगा।
§ वहीं केंद्र सरकार को अपने एवं आर्थिक गतिविधियों के बीच खोए हुए विश्वास को बहाल करना होगा।
§ सुविचारित, अनुमानित एवं भविष्योन्मुख आर्थिक एवं राजकोषीय नीतियों का रोडमैप तैयार करना होगा।
बेखौफ लुटेरों ने पत्रकार के भाई का मोबाइल छीन लिया
माल रोड जा रहे मोo शाहनवाज़ खान का दो अग्गियात लोगो ने सफ़ेद एक्टिवा बिना नंबर की गाड़ी से उनका मोबइल झीन के अपराधी बेखौफ भाग निकले भाग . *करीब 8.50 pm डी/2 खपरा मोहाल निवासी मोo शाहनवाज़ खान मॉल रोड की तरफ अपने मोबइल से बात करते हुए जा रहे थे तभी दो लोग एक्टिवा टाइप की गाड़ी से आये और कैथरीन हॉस्पिटल के पास से उनके हाथ से मोबइल (vivo v9) झीन कर मॉल रोड की तरफ गाड़ी से भाग गए शाहनवाज़ ने कुछ दूर उनका पीछा किया पर वो उनको पकड़ नी पाए उसके बाद शाहनवाज़ ने 112 डायल कर पुलिस को सुचना दी तभी मौके पर पुलिस आई और शाहनवाज़ को हरबंस मोहाल थाने मे अपनी तहरीर देने को कहा और चली गई.
अपने मूल-संस्कारों को अपनाओ!!!
संभलने की जरूरत है !!
1. चोटियां छोड़ी ,
2. टोपी, पगड़ी छोड़ी ,
3. तिलक, चंदन छोड़ा
4. कुर्ता छोड़ा ,धोती छोड़ी ,
5. यज्ञोपवीत छोड़ा ,
6. संध्या वंदन छोड़ा ।
7. रामायण पाठ, गीता पाठ छोड़ा ,
8. महिलाओं, लड़कियों ने साड़ी छोड़ी, बिछिया छोड़े, चूड़ी छोड़ी , दुपट्टा, चुनरी छोड़ी, मांग बिन्दी छोड़ी।
9. पैसे के लिये, बच्चे छोड़े (आया पालती है)
10. संस्कृत छोड़ी, हिन्दी छोड़ी,
11. श्लोक छोड़े, लोरी छोड़ी ।
12. बच्चों के सारे संस्कार (बचपन के) छोड़े ,
13. सुबह शाम मिलने पर राम राम छोड़ी ,
14. पांव लागूं, चरण स्पर्श, पैर छूना छोड़े ,
15. घर परिवार छोड़े (अकेले सुख की चाह में संयुक्त परिवार)।
अब कोई रीति या परंपरा बची है? ऊपर से नीचे तक गौर करो, तुम कहां पर हिन्दू हो, भारतीय हो, सनातनी हो, ब्राह्मण हो, क्षत्रिय हो, वैश्य होया कुछ और हो
कहीं पर भी उंगली रखकर बता दो कि हमारी परंपरा को मैंने ऐसे जीवित रखा है।
जिस तरह से हम धीरे धीरे बदल रहे हैं- जल्द ही समाप्त भी हो जाएंगे।
बौद्धों ने कभी सर मुंड़ाना नहीं छोड़ा!
सिक्खों ने भी सदैव पगड़ी का पालन किया!
मुसलमानों ने न दाढ़ी छोड़ी और न ही 5 बार नमाज पढ़ना!
ईसाई भी संडे को चर्च जरूर जाता है!
फिर हिन्दू अपनी पहचान-संस्कारों से क्यों दूर हुआ?
कहाँ लुप्त हो गयी- गुरुकुल की शिखा, यज्ञ, शस्त्र-शास्त्र, नित्य मंदिर जाने का संस्कार ?
हम अपने संस्कारों से विमुख हुए, इसी कारण हम विलुप्त हो रहे हैं।
अपनी पहचान बनाओ!
इंस्पायर अवार्ड मानक योजना अंतर्गत जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन
उरई जालौन
रिपोर्टर रविकांत गौतम जालौन
राजकीय इंटर कॉलेज उरई में संपन्न हुआ जिसमें मुख्य रुप से डॉक्टर रईस खान वैज्ञानिक आई0एम0एफ0 अहमदाबाद उपस्थित हुए इस कार्यक्रम में जनपद स्तर पर प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के 227 विद्यार्थियों का चयन किया गया चयनित सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों ने विज्ञान के मॉडल प्रस्तुत किए इन सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं के खातों में विज्ञान मॉडल बनाने प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा प्रत्येक खातों में दस-दस हजार रुपये की धनराशि स्थानांतरित की गई उक्त कार्यक्रम मे जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत पटेल ,मुख्यकोषा अधिकारी आशुतोष चतुर्वेदी ,अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका संजय कुमार, महिला थाना अध्यक्ष श्रीमती नीलेश कुमारी, एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद औरैया उत्तर प्रदेश मनीष यादव सहायक, बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद भूषण, डी0पी0आर0ओ अभययादव, एलड्रिच पब्लिक स्कूल के प्रबंधक अजय इटौदिया , अलीम सर ,सहित एवं निर्णाक मंडल विज्ञान संचारक मेंटर शिक्षक अभिभावक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे यह कार्यक्रम प्रदेश में प्रतिशतता की दृष्टि की प्रथम स्थान पर है इस आयोजन में गठित निर्णायक मंडल के सदस्यों द्वारा प्रत्येक मॉडल पर जाकर उसका अवलोकन किया गया और प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थियों से मॉडल से संबंधित तार्किक प्रश्न पूछे और मॉडल को अधिक से अधिक कैसे उपयोगी बनाया जा सकता है इस पर प्रकाश डाला गया योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब बिछड़े प्रतिभावन बच्चों का विकास करना है इसके लिए जनपद के शिक्षा विभाग के मुखिया श्री भगवत पटेल ,अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य सुश्री अर्चना त्रिपाठी ,सारिका आनंद, जिला विज्ञान समनयवक अनिल गुप्ता, सहायक समनयवक शैलेन्द्र निरंजन, एवंअतुल दीक्षित, सुमेन्द्र पान्डेय, पुश्पेन्द्र सिह ,नरेश श्रीवास, धीरेन्द यादव, अनरुद कुशवा अनिल श्रीवास्तव राजेन्द्र कुमार गुप्ता व जनता इंटर कॉलेज एट के छात्र देवेंद्र सिंह ने इलेक्ट्रिक साइकिल बनाकर एक जनपद में अपना अच्छा नाम रोशन किया है छात्र देवेंद्र सिंह का कहना है कि आने वाले समय में पेट्रोल खत्म हो सकता है तो इलेक्ट्रॉनिक का जमाना है और इस साइकिल को हम सोलर ऊर्जा के द्वारा चार्ज करके इस्तेमाल कर सकते हैं |
रविकांत गौतम दैनिक अयोध्या टाइम
उ0 प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के सौजन्य से 10 दिवसीय मण्डलीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्षनी में आज दिनांक 09/01/2020 को आयोजित सांस्कृतिक प्रोग्राम
उ0प्र0खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के सौजन्य से मोतीझील कानपुर नगर में दस दिवसीय मण्डलीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्षनी में आज दिनांक 09.01.2020 को सायं 6ः00 बजे सरिता यादव के निर्देषन में लखनऊ की रासरंग संस्था द्वारा मूल मराठी लेखक- श्री बसन्त सबनीस द्वारा रचित हास्य नाटक ”कहानी राजदरबार“ का मंचन किया गया। नाटक में राजा एवं साख्या का किरदार षुभम षर्मा, कोतवाल एवं प्रधान का किरदार-अभिशेक ने,ं हवलदार का किरदार - धीरेन्द्र पाण्डेय, सिपाही का-राज यादव, मैनाबाई- सरिता यादव ने भावपूर्ण किरदार निभाया। ”कहानी राजदबार की“ नाटक में देष में हो रहे भश्टाचारा को हास्य रूप में अभिनीत करके दर्षकों की खूब वाह-वाही लूटी।
श्री अभय त्रिपाठी परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी ने बताया कि कल दिनांक-10.01.2020 को विषेश कार्यक्रम संविधान षिल्पी बाबा साहब अम्बेडकर के संविधान निर्माण में योगदान एवं भारतीय संविधान के आदर्षो पर चर्चा हेतु विशय विषेशज्ञ एवं वरिश्ठ अधिवक्ताओं द्वारा विचार गोश्ठी व संविधान में उल्लेखित मूल कर्तव्यों के प्रति जागरूकता कार्यक्रम षाम-5ः30 बजे किया जा रहा है।
श्री हरिष्चन्द्र मिश्रा जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ने बताया कि दिनांक- 10.01.2020 को सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय प्रसिद्व कवि श्री हेमन्त पाण्डेय के नेतृत्व में कवि सम्मेलन का आयोजन सांय- 7ः00 बजे किया जायेगा जिसमें सुश्री नीरू श्रीवास्तव, डा0 अरूण तिवारी गोपल, श्री ओम नारायण षुक्ला, सुश्री षिखा सिंह एवं अन्य कवियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा।
मण्डल स्तरीय प्रदर्षनी में दर्षकों व क्रेताओ की अच्छी भीड़ देखी गयी । खादी एवं ग्रामोद्योग स्टालो में विषेश रूप से स्वराज आश्रम कानपुर, ग्राम सेवा संस्थान, मनोज पाल हरिद्वार, पवन गुप्ता औशधी संस्थान आदि में अच्छी बिक्री दर्ज की गयी
प्रदर्षनी में श्री सुरेष गुप्ता अध्यक्ष उ0प्र0 खादी ग्रामोद्योग महासंघ, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के सहयोगी राजीव द्विवेदी,मनोज पाठक, मनोज षुक्ला मो0षारिब, उर्मिला देवी मजीद अहमद,टोनी सक्सेना,ओम प्रकाष आदि उपस्थित थे।
Wednesday, January 8, 2020
ऐ नये साल तेरे झूठे दिलाशो की कसम?
ऐ नये साल तेरे झूठे दिलाशो की कसम?
फिर कदम हमने उठाया है बहकने के लिये।
जिन्दगी हार के फिर तेरे करीब आया हूँ,?
अपने सपने तेरे तलवों से मसलने के लिये।।
सियासत के तुगलकी फरमान पर भरोशा कर खून का आसू रो रहा है किसान?जब यू पी में भाजपा की सरकार बनी एक लाख तक किसानो का कर्ज माफ कर दिया गया। छुट्टा पशुओं से निजात के लिये वादा किया गया। लेकीन दोनो फैसला सियासी खेल हो गया।बैंक वसूली की नोटिस दे रहा,छूट्टा पशु खेतो में धमाल मचा रहे है। सङको पर बवाल कर रहें ह हँसते खेलती जिन्दगी को रोज हलाल कर रहें है।
बर्तमान परिवेश में किसान तबाही के आलम मे खून का आंसू रोने को मजबूर कर दिया गया? नहरों मे पानी नही? गन्ना कि खरीद्दारी नही? धान कि ऊपज बेचने के लिये दरहदर ठोकरे खा रहा है किसान।भारी वर्षात के चलते अधिकतर खेतो में गेहूं बोया नहीं गया?मंहगाई चरम पर है। हर तरफ तबाही है कैसे जियेगा किसान? छूट्टा पशु बिरान कर रहें है खेतऔर खलिहान? बे मौत मर जायेगा इन्सान?।अवारा पशुओं की खेतों में धमाचौकङी को रोकने के लिये दिन रात खेतो की रखवाली कर रहा है इस देश का अन्नदाता? गावों मे हर तरफ मायूसी कीसानो के चेहरो से गायब है खुशी? खेत बिरान है बुआई केअभाव सुना पङा सिवान है।? एक तरफ प्रकृति तो दुसरी तरफ सरकार की दोगली नीति से परेशान किसान है। तबाही के आलम में गांव के गांव हो गये सुनशान सारी सरकारी ब्यवस्था कागजी किसी का कोई सुनने वालानही।भरष्टाचार के चलते चारों तरफ हाहाकार , हर तरफ मायूसी | बैंक के कर्ज बिजली बिल के बढते दाम,के चलते थाम कर बैठ गया है किसान दिल?कैसे कटेगी जिन्दगी? हर तरफ मिल रही है शर्मिनदगी?यह सरकार भी किसानो की हितैशी नही कही कोई सुनवाई नही। आज उदासी के माहौल लोग कह रहे है भगवान क्या तेरी माया है? सियासत के आसमान में दर्द का बादल छाया है। न जाने कब हो जाये बगावत की बारिश?न खेती बची न बारी हर तरफ लाचारी! किसान तबाह परेशान ब्यापारी। आखिर कैसे जियेगा किसान? खेत बन गये शमशान? इस सवाल का जबाबआखिर देगा कौन ? मुर्दे सियासत बाज आखिर क्यों हो गयें है मौन?। हर तरफ लूट मची है। लोकतन्त्र की दुल्हन का चीरहरण हो रहा है ।भ्रष्टाचार का दानव रोजाना इन्सानियत का अपहरण कर रहा है। मच्छर के तरह घङियालू आंसू बहाने वाले वादा फरोश नेता ढपोर शंखी वादों के सहारे सियासत की बैतरणी पार कर लखनऊ व दिल्ली की रंगीन रियासत में आराम फरमा रहे है। जाति बाद का फार्मूला फैलाकर सियासत को रोज गर्मा रहे है।
इस देश का अन्नदाता कराह रहा है ।आहे भर रहा है। दर्द की हवा अब धीरे धीरे सियासी आँधी बनकर बदलाव की दरिया में सुनामी लाने के तरफ बढ रही है।यह देश की मजबूरी है। सियासत को रखैल समझने वालों के लिये एक झटका जरूरी है? खुद अब अन्न पैदा करने वाले का ही नहीँ भर पा रहा पेट है?महंगाई के चलते बोये नहीं गये खेत है?।कल तक बर्तमान सरकार का गुण गान करने वाला देश का किसान मन मसोस कर अफसोस कर रहा है।यह कहने को मजबूर हो गया कोई नृप होही हमें क्या हानी?आज का परिवेश भौतिकता की कसौटी पर वास्तविकता को नकार रहा है। मजबूर किसानो की लाचारी को ही ललकार रहा है।वादो की सलीब पर लटका कीसान परेशान है कि कब जिन्दगी के हौसले में सरकारी फैसले का समागम होगा?कब धरातल पर उतरेगी बिकाश की गंगा? कब रूकेगा इस देश मे सियासी दंगा?रोटी कपङा मकान के लिये हलकान है इस देश का आन्नदाता ? उसके जीवन चक्र मे केवल तूफान है? जब तक दुखी किसान रहेगा धरती पर तुफान रहेगा के गगन भेदी नारों को लगाते लगाते थक गया है। किसान आन्दोलन भी अब दम तोङ चुका है। कार्पोरेट घरानो की बन्धक बनती जा रही है कृषि ब्यवस्था। रोज़मर्रा की जिन्दगी में मानसिक गुलामी का दौर शुरू है। आर्थिक शोषण का पोषण करा रही है बर्तमान सरकार?, जिसके जङ में सियासत के प्रदुषित पानी को पाकर दिन रात बढ रहा है भरष्टाचार?। गुजरा साल तो केवल तबाही की निशानी छोङ गया आहे भरते लोगो का दिल तोङ गया?। कभी सूखा ने तबाही मचाया तो कभी भयंकर वारिश ने जीवन को आत्मसात कर दिया। लावारिश कर दिया?। सरकारी खेमों में काम करने वाले अहलकार फर्जी आकङो की खेल खलते रहे?। गांवो की दुर्दशा को सरकारी फाइलों में गुलाबी बयाँ करते रहे।जब की आज के दौर में यह चन्द लाईने एक दम सही सटीक लग रहीं है कि तुम्हारे फाईलो में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर ये आकङे झूठे है वादा खिलाफी है?। सरकारी तन्त्र लोकतन्त्र के मूल मन्त्र को ही प्रदुषित कर दिये।सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाकर अपनी झोली भर लिये।दम तोङती ब्यवस्था में किसान सिसक सिसक कर जिन्दगी बशर कर रहा है। इस आस व उम्मिद में की सरकार किसान नीतियाँ बनायेगी ऊपज के वाजीब कीमत दिलायेगी?, किसानो की समस्याओ का समाधान करायेगी? लेकीन सब कुछ फर्जी दिलाशा ही साबित हुआ।,हताशा मे तमाशा बनकर सब कुछ सियासी बवन्ङर में समा गया। न तकदीर बदली न समस्या का हुआ समाधान ।जैसे कल था वैसे ही बेमौत मर रहा है आज भी किसान?सर पर कर्ज का बढता मर्ज गृहस्थी सम्हालने के लिये हाँफ हाँफ कर पूरा कर रहा है फर्ज,? लेकीन इस दर्द को किसी ने नही समझा।मानसिक दबाव में कहीं किसान आत्म हत्या कर रहा है तो कहीं खुदकसी?घर पर कहीं खेतों में सिचाई के पानी की लगान तो कहीं बिजली की पहुँच रहीं है आरसी?चारो तरफ अन्धेरा ही अन्धेरा।दर्द की दरिया में ङूबते उपराते तबाही की घनघोर निशा में कब होगा सबेरा? यह सवाल मुँह बाये बर्तमान ब्यवस्था के आस्था पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया है?।किसानो के अरमानो पर तुषारापात कर देश को सुखी रखने की कल्पना करना भी बेमानी होगी। देखते जाईये आने वाला कल बिकल भाव से गुजरे बर्ष से निकल कर नये साल में क्या कमाल करता है।वख्त सुधरता है या अगले साल की ही तरह मन की बात सुनकर केवल फिसलता है।कभी गर्व से इस देश में यह लगने वाला नारा जय जवान जय किसान भी अब बेमानी लग रहा है।झूठे आकङो के दौर मे सारा बिकाश जबानी लग रहा है।