Wednesday, February 5, 2020

घर-घर जाकर काम करने वाले रामेश्वर की है अब अपनी दुकान ( खुशियों की दास्तां)

   तहसील कोलारस के ग्राम सरजापुर निवासी रामेश्वर घर-घर जाकर बाल काटने का काम करते थे परंतु अब उनका स्वयं का कटिंग सैलून है। मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के तहत मिली धनराशि से उन्होंने यह सैलून खोला है। रामेश्वर का कहना है कि पहले उनके पास कभी-कभी काम आता था। वह लोगों के घर-घर जाकर कटिंग करते थे परंतु इसमें उन्हें अच्छा लाभ नहीं मिलता था और काम भी कभी-कभी ही मिलता था वह आजीविका के लिए किसी स्थाई रोजगार की तलाश में थे।
      रामेश्वर ने बताया कि वह अपनी दुकान खोलना चाहते थे जिसके लिए कुछ धन राशि की भी जरूरत थी तब उन्होंने आजीविका मिशन में जाकर संपर्क किया और किसी रोजगार के लिए आर्थिक सहायता की मांग की। जहां से उन्हें मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना की जानकारी मिली। उन्होंने योजना के तहत आर्थिक लाभ लेने के लिए आवेदन कर दिया और कुछ समय में बैंक ऑफ इंडिया से उन्हें 50 हजार रुपए लोन के रूप में मिल गए। अब उन्होंने अपनी स्वयं की सैलून खोली है जिससे उन्हें अब घर-घर जाकर मजदूरी नहीं करना पड़ती। लोग कटिंग के लिए उनकी दुकान पर आते हैं। इससे उन्हें आजीविका का एक स्थाई साधन भी मिल गया है।     


 


पदमभूषण स्व.कर्नल ढिल्लन की 14वीं पुण्यतिथि आज ग्राम हातौद में














     प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सैनानी, पद्मभूषण स्व. कर्नल जी.एस.ढिल्लन की चौदहवीं पुण्यतिथि 6 फरवरी 2020 को तहसील शिवपुरी के ग्राम हातौद में मनाई जाएगी। 
    कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) शिवपुरी श्री अतेन्द्र सिंह गुर्जर को संपूर्ण कार्यक्रम का नोडल अधिकारी एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा तहसीलदार शिवपुरी को सहयोगी अधिकारी नियुक्त किया है।




 

 



 



आंगनवाड़ी के माध्यम से दी जा रही सेवाओ के संबंध में शिकायत एवं सुझाव हेतु व्हाट्स एप नम्बर जारी














    महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश मे स्वीकृत आंगनवाड़ी, मिनी आंगनवाड़ी केन्द्रो के संचालन एवं प्रदाय सेवाओ के विषय मे जन आधारित शिकायत के निवारण हेतु व्हाट्सएप नम्बर पर शिकायत प्रकोष्ठ का संचालन प्रारंभ किया गया हैं। व्हाट्सएप नम्बर 8305101188 पर आम आदमी अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है, जिसका निराकरण ब्लॉक स्तर पर परियोजना अधिकारी द्वारा, जिला स्तर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा, संभाग स्तर पर संभागीय संयुक्त संचालक संभाग एवं राज्य स्तर पर संचालनालय भोपाल द्वारा निर्धारित समय सीमा मे किया जायेगा।  




 

 



 



जवाहर नवोदय विद्यालय पनघटा नरवर में प्रवेश हेतु परीक्षा 08 फरवरी को















    जवाहर नवोदय विद्यालय पनघटा नरवर में कक्षा 9वीं में प्रवेश हेतु परीक्षा जवाहर नावेदय विद्यालय पनघटा नरवर एवं शा.उ.मा.वि.नरवर पर 08 फरवरी 2020 को प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक आयोजित की जाएगी। 
    जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि परीक्षा में सम्मलित होने वाले समस्त छात्र-छात्राएं अपने प्रवेश पत्र वेबसाईट nusadmissionclassnine.in से अपलोड कर प्राप्त कर सकते है।





 

 



 



ग्राम लुकवासा में आयोजित होने वाला आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम निरस्त














     आमजन की समस्या के निराकरण के लिए जिले में जनसमस्या निवारण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में जनपद पंचायत कोलारस के ग्राम लुकवासा में 07 फरवरी को आयोजित होने वाला ‘आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है। शिविर आयोजन संबंधी आगामी तिथि की सूचना पृथक से दी जाएगी।




 

 



 



ग्राम पंचायत में विकास कार्य होने से ग्रामीण करेंगे धरना प्रदर्शन






इसी पर जब हमारे संवाददाता ने जब वहां के ग्रामीणों से हालचाल जानने के लिए पहुंचे तो वहां के ग्रामीणों ने सड़कों पर उतर कर आप और प्रदर्शन किया उन्होंने कहा कि अगर गांव में सफाई कर्मी तैनात नहीं किया गया तो सड़कों पर उतरकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा वहीं ग्राम प्रधान रंजीत मिश्रा का कहना है कि अगर खंड विकास अधिकारी सरिता गुप्ता मेरे साथ सौतेला व्यवहार ऐसे ही करती रही तो मैं मरण अनशन करने के साथ-साथ आत्महत्या करने जैसा भी कदम उठा सकता हूं।


 

 



 



खंड विकास अधिकारी के सौतेले व्यवहार से गांव में लगा गंदगी का अंबार

बाराबंकी। के विकासखंड सिद्धौर की ग्राम पंचायत अमसेरेरूवा टिकरिया के ग्राम प्रधान रंजीत मिश्रा ने खंड विकास अधिकारी सरिता गुप्ता के ऊपर सौतेला व्यवहार का आरोप लगाते हुए गांव में विकास कार्य ना होने का आरोप लगाया है उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी बाराबंकी तथा मुख्य विकास अधिकारी से लेकर अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से लगा चुके हैं लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान आज तक नहीं हुआ उनका कहना है कि खंड विकास अधिकारी सरिता गुप्ता की तरफ से विकास कार्यों की आईडी जनरेट कराने में कमीशन की मांग की जा रही थी जिसको लेकर प्रदर्शन करने के साथ-साथ मोर्चा खोला था जिससे नाराज खंड विकास अधिकारी उनके साथ सौतेला व्यवहार करते हुए उन को नुकसान पहुंचाने का काम करती है उन्होंने कहा कि करीब 15 लाख रुपए कीमत का विकास कार्य करवाया जा चुका है लेकिन खंड विकास अधिकारी की तरफ से पैसा भुगतान नहीं कराया जा रहा है ग्राम प्रधान रंजीत मिश्रा का कहना है कि खंड विकास अधिकारी सरिता गुप्ता उनके साथ सौतेला व्यवहार करने के साथ-साथ उन से दुश्मनी मानने लगी है जिसके चलते गांव में विकास का रुक गया है गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिससे किसी भी समय गंदगी की चपेट में आकर ग्रामीण बीमार हो सकते हैं।

 

पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस लाइन में किया गया विदाई समारोह का आयोजन

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता,रामपुर-पुलिस उपाधीक्षक सलोनी अग्रवाल वर्तमान में क्षेत्राधिकारी मिलक के पद पर नियुक्त थीं जिनका स्थानांतरण जनपद रामपुर से जनपद गौतम बुद्ध नगर को हो गया है जिसके चलते पुलिस अधीक्षक रामपुर सन्तोष कुमार मिश्रा द्वारा पुलिस लाइन रामपुर में उनकी विदाई पर फेयरवेल समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक रामपुर, समस्त क्षेत्राधिकारीगण, प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन आदि अधिकारी एवं कर्मचारीगण मौजूद रहे।

भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता का संगठन विस्तार मोहम्मद जाबिर को जिलासंगठन मंत्री बनाया

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता,रामपुर-भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता का संगठन विस्तार करते हुए युवा प्रदेश अध्यक्ष उस्मान अली पाशा ने ग्राम मोनागर निवासी मोहम्मद जाबिर को जिले का जिला संगठन मंत्री मनोनीत किया मौजूद सभी पदाधिकारियों ने फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया इस मौके पर बोलते हुए युवा प्रदेश अध्यक्ष उस्मान अली पाशा ने कहा पूरे जिले में स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से झोलाछाप डॉक्टर अवैध पैथोलॉजी एक्स-रे सेंटर यहां तक कि नर्सिंग होम ग्रामीणों की जिंदगी से खुलेआम खिलवाड़ कर रहे हैं इसकी शिकायत भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता काफी समय से उच्च अधिकारियों से करती चली आ रही लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही इससे प्रतीत होता है यह लोग आपस में मिले हुए हैं उन्होंने चेतावनी दी। अगर जल्दी ही स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीणों की जिंदगी से खिलवाड़ बंद नहीं किया तो भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता चुप नहीं बैठेगी पूरे जिले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पुतले फुकेगी स्वागत करने वालों में जिला कोषाध्यक्ष नूर मोहम्मद जिला सचिव शाकिर खान,इरशाद अली, पाशा शैजी अली,आलमगीर,रामप्रसाद, कमला देवी,बीना रजनी,मोहम्मद फैजान,लालता प्रसाद,अब्दुल हफीज ,नूर आलम ,राहुल राजपूत आदि लोग मौजूद रहे।

  फुटपाथ पर आलम मार्केट ; नगर आयुक्त को दिया ज्ञापन।

कानपुर नगर- कानपुर में यू तो कब्जे और कब्जेदारों के किस्से, कहानियां बहुत सी है इस बार कुछ पुराने अवैध निर्माणों पर कड़ी कार्यवाही करने के लिए ज्ञापन देते हिंदुत्व समन्वय समिति के महानगर अध्यक्ष के नेतृत्व में नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया 

                शहर में हर तरफ भूमाफिया ने अपने अपने मकड़जाल फैलाये हुए हैं। कानपुर के कंघी मोहाल में ऐसी ही एक पुराने निर्माण की आलम मार्केट का मामला सामने आया है। जिसमे हिंदुत्व समन्वय समिति ने दावा किया है कि पार्किंग और फुटपाथ की जगहों पर मार्केट बना दी गयी हैं जो कि पूरी तरह अवैध है। हिंदुत्व समन्वय समिति के महानगर अध्यक्ष आशुतोष शुक्ला ने बताया कि  कानपुर में आलम मार्केट को पार्किंग और फुटपाथ की जगह पर दुकान बना कर अवैध कब्जा किया गया है, जिसे लेकर हिंदुत्व समन्वय समिति से निष्पक्ष जांच कर त्वरिक कार्यवाही करने के लिए नगर आयुक्त कानपुर नगर को ज्ञापन दिया गया है, अगर जांच व कार्यवाही नही हुई तो "हिंदुत्व समन्वय समिति" आंदोलन करेगी। कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से अभिषेक गुप्ता, महेश कश्यप (जिला महामंत्री), अंकित बाजपेयी (महानगर उपाध्यक्ष), विवेक त्रिपाठी, ऋषि त्रिपाठी, पवन कुमार तिवारी, सुरेश कुमार शर्मा, दीपक झा आदि मौजूद रहे।



 



जौहर विश्वविद्यालय मार्ग पर बनी 4 किलोमीटर अनाधिकृत दीवार आजम खां के जुल्मों की याद दिलाती है - मुस्तफा हुसैन

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता,रामपुर-किसान सेवा सहकारी समिति के चैयरमेन एवं पूर्व मन्त्री हाजी निसार हुसैन के पुत्र मुस्तफा हुसैन के नेतृत्व में आज अलीगंज बेनजीर व शौकतनगर के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया और जौहर विश्वविद्यालय के सामने बेनजीर-शौकतनगर के गरीबों के घरो के आगे बनी अनाधिकृत दीवार को हटाये जाने की मांग की। उन्होने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर आजम खाॅ पर आरोप लगाया कि स0पा0 सरकार में उनके घरो के आगे जबरन दीवार बना कर दरवाजे बन्द कर दिये गये।मुस्तफा हुसैन ने आरोप लगाया कि स0पा0 सरकार में कैबिनेट मन्त्री रहे मौ0 आजम खाॅ ने शासन व प्रशासन के माध्यम से जौहर विश्वविद्यालय को बनाने के लिये गरीब किसानों पर जुल्म ढाये। उन्होनें अंग्रेज़ों से प्ररेणा लेते हुये नियमविरूद्व तरीके से जौहर विश्वविद्यलय मार्ग पर ग्राम बेनजीर, शौकतनगर, आलियागंज, सिंगनखेड़ा के गरीबो के घरो, दुकानो, स्कूल व खेतो के रास्तों के आगे लोक निर्माण विभाग द्वारा अनाधिकृत 4 किलोमीटर लम्बी दीवार बनवाकर दरबाजे व रास्ते बन्द कर दिये, जिससे स्कूली बच्चों, बुजुर्गो तथा महिलाओं को दीवार कूद कर आना जाना पड़ता है।ज्ञापन में यह भी अवगत कराया गया है कि रामपुर से जौहर विश्वविद्यालय मार्ग पर सरकारी नहर के दोनो ओर 4 कि0मी0 लम्बी डामर रोड डाली गई है। इस रोड पर ग्राम शौकतनगर, अलीगंज बेनजीर, आलियागंज व सिंगनखेड़ा आदि के सामने आबादी वाली एक साइड पर अनाधिकृत 4 फीट ऊंची, 4 कि0मी0 लम्बी दीवार बनाई गई है, जिससे गांवो में 25-30 वर्ष से रहने वाले गरीबों के घरो, दुकानो व कृष्णा पब्लिक स्कूल के दरबाजे व रास्ते बन्द हो गये। इस रोड पर दीवार बनाने का एक मात्र उद्देश्य तत्कालीन मन्त्री मौ0 आजम खाॅ को निजी लाभ पहुचाने की दृष्टि से जौहर विश्वविद्यालय को लाभ पहॅुचाना और गरीबों पर जुल्म ढाना था। इसके विरोध में जब-जब स्थानीय ग्रामीणों ने आवाज उठाई, तो लोगो को फर्जी मुकदमों में जेल भिजवा दिया गया। जिस कारण आज भी वहाॅ के ग्रामीणों में मौ0 आजम खाॅ का डर व खौफ कायम है।इस मौके पर बेनजीर के ग्राम प्रधान सीताराम, मो. इशाक, बाबू शराफत, जसवीर सिंह, मौ0 यासीन, नेपाल सिंह, नरेश सिंह, विजय सिंह, शेर सिंह, अलताफ, फिरासत अली, लियाकत अली, शरीफ, गौहर अली, जमील, गामा, हसरत अली, इबने अली, अफसर, सोमपाल, बलधारी, शाहनवाज, रियासत शाह, गुल मोहम्मद, महेश, नासिर अली, शफीक अहमद, मनीराम, शिव कुमार, रहमत अली, साबिर आदि लोग मुख्य रूप से थे।

 

नंदघर व उत्कर्ष आंगनवाड़ी केंद्र का डीएम ने किया निरीक्षण।

अमेठी 05 फरवरी 2020, जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार ने आज दरपीपुर स्थित नंदघर का निरीक्षण किया। नंद घर में नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक पेंटिंग, एलईडी  सहित अन्य व्यवस्थाएं ठीक पाए जाने पर डीएम ने प्रसन्नता व्यक्त की। निरीक्षण के दौरान केंद्र पर 58 बच्चे उपस्थित पाए गए, डीएम ने लाल श्रेणी में दर्ज बच्चों की जानकारी ली, सुपरवाइजर द्वारा बताया गया कि चार बच्चे लाल श्रेणी में हैं, जिस पर डीएम ने लाल श्रेणी के बच्चों पर विशेष ध्यान देते हुए हरी श्रेणी में लाने के निर्देश दिए। इसके बाद डीएम ने होमोग्लोबिन रजिस्टर, टीकाकरण रजिस्टर, गर्भवती महिलाओं का रजिस्टर का निरीक्षण किया। जिसमें गर्भवती महिलाओं के रजिस्टर में महिला के गर्भवती होने की जानकारी होने के बावजूद भी उसका नाम रजिस्टर में दर्ज नहीं किया गया था, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए गर्भवती महिलाओं की समय से जांच कराने व रजिस्टर में नाम दर्ज करने के निर्देश दिए। इस दौरान डीएम ने बच्चों को बिस्किट  वितरित किए। इसके बाद जिलाधिकारी ने उत्कर्ष आंगनवाड़ी केंद्र महिमापुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आंगनवाड़ी केंद्र में बाहरी पेंटिंग व केंद्र के अंदर की पेंटिंग ठीक नहीं पाई गई, टाइल्स की गुणवत्ता भी सही नहीं थी, जिस पर उन्होंने केंद्र के अंदर ज्ञानवर्धक पेंटिंग व केंद्र के बाहर अच्छे कलर की पेंटिंग कराने के निर्देश दिए। साथ ही केंद्र पर एलईडी टीवी, पंखे, छोटे बच्चों के बैठने हेतु कुर्सी सहित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने केंद्र पर मौजूद पुष्टाहार की जानकारी ली, आंगनवाडी कार्यकत्री द्वारा बताया गया कि केंद्र पर 4 महीने से राशन उपलब्ध नहीं है, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए सीडीपीओ संतोष कुमार गुप्ता को तत्काल राशन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रभुनाथ, एडीओ आईएसबी साबिर अनवर सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।

 

 

हाय हाय रे चुनाव 

चुनाव आते ही नेताजी व्यस्त हो जाते है । क्योंकि देश के किसी न किसी कोने  में प्रायः चुनाव रहता ही है।आजकल दिल्ली में हमारे बिहारी नेता कुछ ज्यादा ही दिलचस्पी और जोर लगा रहे हैं, क्योंकि वहाँ बिहारी ज्यादा है, पर क्यूँ ? नेताजी क्यूँ ज्यादा है ?आपने अंतर्मन से कभी सवाल किया अगर किया होता तो शायद आज आपको बिहारी उतनी संख्या में नही मिलते।कोई शौक से दिल्ली जैसे दम घुटाने वाले शहर में नहीं रहता उसे रहने पर मजबूर किया है, आपकी नीतियो, ने और आप पहुँच जाते है वोट माँगने? आप सभी को कैसे नींद आती होगी आखिर बिहारियों की यह दुर्दशा किसने बनाई और इसके जिम्मेदार कौन और तो और आज भी आप लोगो के पास वैसी कारगर नीतियाँ तक नही है जिससे पलायन रोका जा सके।क्या आने वाले समय में कोई बिहारी ऐसे नेताओ को मिलना भी चाहेगा जिसकी नीतियों ने उसे पलायन होने को मजबूर किया हो। 

सरकार की गलत नीतियाँ हर वक्त रोजगार पर भारी पर रही है और लोग पलायित, पर इन्हें चुनाव की पड़ी और वोट की।मोटी मोटी और गोल गोल बाते चुनावी रैली और शाम को पार्टी और मीडिया मे लम्बी चौड़ी बातें आज तक मैने कभी किसी को यह कहते नही पाया कि मै बिहार को ऐसा बना दूँगा कि आप लोगो को रोजगार के लिए बिहार से बाहर न जाना पड़े।क्यों नेताजी तो बिहार से आये है बिहार भवन फूल है लम्बी चौडी व्यवस्था के बीच बडी शान से कहते है बिहारी वोटर निर्णायक है पर क्यूँ निर्णायक है बिहार सरकार क्या कर रही थी कि दिल्ली में बिहारी वोटर बढते रहे।कोई बस की बात करता तो कोई संस्कृति की पर आज जो विक्राल रूप से सवार है वह है रोजगार इसकी बात कोई करना नही चाहता।मै तो धन्यबाद कहूँगा दिल्ली का जो भी बिहारी या दूसरे राज्यो से वेरोजगार आये वे कही न कही सेट हुए है भले ही वे अपने से अलग हैं। इस चुनावी मौसम में बिहारी नेताजी जरूर जले पर नमक छिड़क रहे हैं यह दौर ऐसा है जब सबकुछ दिखता है जागरूकता की पराकाष्ठा है। बिहारी का किसी और शहर में पाया जाना वो भी इतनी बडी संख्या में गर्व की बात नही यह शर्म की बात है लेकिन नेताजी तो आंकडो के जाल में उलझे हुए है।यह आंकडा जिस तरफ भी जाएगी सरकार उसी की बनेगी ।

हाल के दिनो मे बिहार में सिपाही भर्ती की परीक्षा हुई थी जिसमें उन तमाम दावो को उखाड़ दिया है क्योंकि एक सीट पर लाखो की तादाद है जो  कितनी भयावह और मुँह चिढ़ाने वाली है इसका अंदाजा भीड़ और लाइन में खड़े युवाओ से पता चलता है।बढ़ती बेरोजगारी का आलम यह है कि एक साधारण सी नौकरी पाने के लिए लोग एक ट्रेन में गाजर मूली की तरह ठूस कर परीक्षा देने जाते है।

यूँ तो पलायन एक बडी समस्या रही है लेकिन बिहार में पिछले 30 सालो में यहाँ की व्यवस्थाएँ उद्योग, शिक्षा,स्वास्थ्य, कृषि सभी का हाल बूरा है।कुछ चीनी मीले को छोडकर 90 के दशक में जीतने भी उद्योग चल रहे थे वे सारे करीब करीब बंद हो चूके जिसमें चीनी उद्योग, जूट उद्योग, वस्त्र छोटे तथा लघु उद्योग शामिल हैं, जो बचे थे वो विभाजन के बाद झारखंड के हिस्से में आ गया यहाँ केवल वादे के सहारे कब तक चलती रहेगी? उद्योग बंद होने का परिणाम यह हुआ कि किसान नगदी फसल लगाना बंद कर दिए जिनमें गन्ना कपास जूट आदि। फसल नही लगने से खेतो में काम कम और आमदनी रूक गयी।रही सही कसर बाढ और जातिवाद की राजनीति ने ली यह कैसी विडम्बना है? 

सरकार को लोग चुनते है ताकि उन्हे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति के लिए यहाँ वहाँ नही भटकना पडे लेकिन विगत 30 वर्षो में सिर्फ फूट के अलावा कुछ नही मिला।कभी अगड़ा बनाम पिछडा,कभी हिन्दू /मूसलमान/कभी दलित/मूसलमान/कभी आरक्षण कभी ओबीसी/दलित इसी में उलझकर शायद  राजनीति चमकती रही। कभी आधारभूत संरचनाओ की ओर न तो ध्यान दिया गया और न ही स्तरीय प्रयास किए गए।

आज तो बडी बडी मानव श्रृंखला बनायी जा रही कभी उद्योग के लिए बनाइये,रोजगार के लिए बनाइये, कभी कृषि के लिए बनाइये, कभी शिक्षा के लिए बनाइये कभी स्वास्थ्य के लिए बनाइये लेकिन यह कभी संभव नही हो सकेगा क्योंकि लोगो और दलो में फूट अनैतिकता की चरम सीमा पार चुकी है,जमीर मर चूका है और सभी की अपनी डफली है और अपनी ही बीन है। श्रोता भी वही है जो चंद सिक्को पर बीकते रहे है । आज यह भयावह तस्वीर  विचलित करता है उन विद्यार्थियों को जो इस भीड़ का हिस्सा है और वोटर भी और अंत में पलायन का हिस्सा भी। मैं उन तमाम समाज के प्रतिनिधि से सवाल करता हूँ यह स्थिति कैसे बनी ?क्यों नही समय रहते कड़े फैसले लिए गए अगर इसका कारण जनसंख्या है या अनियमितता या कुछ और तो इसका निदान क्या है?क्यों बिहार अब तक इतना पिछडा हुआ है कि यह बेरोजगारी और पलायन के नाम से जाना जाता है? पर नेताजी तो वोट मांगने वहाँ भी पहुँच जाते।हाय हाय रे चुनाव?