Friday, April 3, 2020

रेल तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कोविड-19 से लड़ने के राष्ट्रीय प्रयासों को बढ़ाने की भारतीय रेल की तैयारियों की समीक्षा की

रेल तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने भारतीय रेल के अधिकारियों को अपनी सर्वश्रेष्ठ मानवीय क्षमताओं एवं संसाधनों के अनुसार भोजन एवं अन्य सहायता के साथ जरुरतमंद लोगों के पास पहुंचने का निर्देश दिया है।


आईआरसीटीसी एवं आरपीएफ जैसे रेलवे के संगठन पहले ही जरुरतमंद लोगों के लिए निशुल्क भोजन के वितरण से जुड़ चुके हैं। मंत्री ने कहा कि रेलवे को अपने प्रयासों का दायरा बढ़ाना चाहिए और जिला अधिकारियों तथा एनजीओ आदि के परामर्श से रेलवे स्टेशनों से दूर के क्षेत्रों तक पहुंचना चाहिए।


बैठक में रेल राज्य मंत्री श्री सुरेश अंगडी, रेलवे बोर्ड के सदस्य, जीएम एवं देश भर से पीएसयू के प्रमुखों ने भाग लिया जो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जुड़़े हुए थे।


अभी तक कोरोना से लड़ने में असाधारण कार्य करने एवं आइसोलेशन कोचों के रूप में यात्री कोचों को बदलने जैसे नवोन्मेषी समाधानों को अपनाने के लिए रेलवे की सराहना करते हुए श्री पीयूष गोयल ने विश्वास जताया कि सभी जोन इन कोचों को पूर्ण रूप से तैयार करने की चुनौती को पूरी करेंगे और इन्हें जल्द से जल्द इससे लैस कर दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 5000 कोचों की पहली खेप के रूपांतरण पर कार्य पहले ही चरणबद्ध तरीके से आरंभ हो चुका है।


रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने मंत्री को जानकारी दी कि प्रधानमंत्री की राष्ट्र को अपील के बाद पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपये का योगदान दिया गया। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार यादव ने सूचित किया कि भारतीय रेल एवं रेल पीएसयू के कर्मचारियों ने एक दिन का वेतन न लेने और उसे पीएम केयर फंड में देने का फैसला किया है। रेल के कई पीएसयू भी राष्ट्रीय प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए फंड में योगदान देने की योजना बना रहे हैं।


महत्वपूर्ण वस्तुओं की आपूर्ति के लिए विशेष पार्सल रेलगाड़ी चलाने की समीक्षा करते हुए, श्री पीयूष गोयल ने अधिकारियों को और अधिक रूटों पर इन सेवाओं को उपलब्ध कराने को कहा जिससे कि दवाओं, अनिवार्य उपकरणों, खाद्य वस्तुओं की त्वरित समय में देश भर में आपूर्ति हो सके। ई-कॉमर्स कंपनियों और अन्य महत्वपूर्ण वस्तुओं जिनकी कम मात्रा में आवश्यकता होती है, के आपूर्तिकर्ताओं को पार्सल रेलगाडि़यों से लाभ पहुंचेगा। विशेष पार्सल रेलगाडि़यां पहले ही 8 रूटों पर चल रही हैं और विभिन्न जोनों में 20 और की योजना है।


श्री पीयूष गोयल ने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ाई में अगले कुछ सप्ताह महत्वपूर्ण हैं और हममें से सभी के संकल्पित प्रयास यह सुनिश्चित करेगा कि देश इस लड़ाई में विजयी रहे।


मंत्री ने कहा कि इतिहास में पहली बार किसी भी यात्री की किसी रेल दुर्घटना में मृत्यु नहीं हुई। अब हम यह सुनिश्चित करने पर काम कर रहे हैं कि कोविड-19 का भारत पर न्यूनतम प्रभाव पडे।



जेएनसीएएसआर ने कोटिंग विकसित की, संक्रमण रोकने मदद में मिल सकती है

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत आने वाले स्वायत्त संस्थान जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड सांइसटफिक रिसर्च (जेएनसीएएसआर) ने एक एंटी-माइक्रोबियल कोटिंग विकसित की है। इसे कपड़े, प्लास्टिक पर लगाने से कोविड-19 जैसे वायरस मर जाएंगे।  


रासायनिक पदार्थों को मिलाकर तैयार किए गए इस सहसंयोजक कोटिंग को लेकर किए अनुसंधान संबंधी शोध पत्र को रिसर्च जर्नल 'एप्लाइड मैटेरियल एंड इंटरफेस' ने स्वीकार कर लिया है। शोध में पाया गया कि यह कोटिंग मेथिसिलिन प्रतिरोधी स्टैफिलोकोकस ऑरियस और फ्लुकोनाज़ोल प्रतिरोधी सी. अल्बिकंस एसपीपी सहित रोगजनक बैक्टीरिया और कवक से बचाने के साथ ही इन्फ्लूएंजा वायरस को पूरी तरह खत्म कर देगा।   


हाल ही में सामने आए सार्स-कोवी-2 हालिया प्रकोप ने वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य में अभूतपूर्व हलचल पैदा की है। कोरोना वायरस भी इन्फ्लूएंजा की तरह ही है। इसलिए यह अनुमान है कि कोटिंग से संपर्क में आने पर सार्स-कोवी-2 को निष्क्रिय कर सकती है और विभिन्न सतहों पर इसे लेपित करने पर यह संक्रमण को रोकने में मदद कर सकती है।


अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि, "आज तक, हमारी जानकारी में कोई सहसंयोजक कोटिंग रणनीति नहीं है जो सभी वायरस, बैक्टीरिया और कवक को खत्म सकती है।" इस कोटिंग को विभिन्न सतहों पर लगाया जा सकता है, और इसकी सुलभता और मजबूती कोटिंग की खरीद कुशल कर्मियों की आवश्यकता को पूरा कर सकती है।


विकसित अणुओं में यूवी विकिरण पर विभिन्न सतहों के साथ रासायनिक रूप से क्रॉस-लिंक करने की क्षमता होती है। कोटिंग का इस्तेमाल रोगजनकों (यानी बैक्टीरिया) की झिल्ली को निष्क्रिय करने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है।


माइक्रोबियल संक्रमण और अलग-अलग सतहों पर इसे लगाने से सामुदायिक संक्रमण को रोकने के साथ-साथ स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था में यह एक प्रमुख भूमिका निभाएगा। इसे ध्यान में रखते हुए, दैनिक जीवन में और साथ ही नैदानिक व्यवस्था में उपयोग की जाने वाली कई प्रकार की वस्तुओं को कोट करने के लिए एक सहज नजरिये के साथ इसे विकसित किया गया था।


अणु की एक विस्तृत श्रृंखला (जैसे कि पानी, इथेनॉल, क्लोरोफॉर्म इत्यादि) में उनकी इष्टतम घुलनशीलता को ध्यान में रखते हुए और आसानी से और उच्च क्षमता के साथ तीन से चार लेयर वाली सिंथेटिक रणनीति के साथ एक लागत प्रभावी डिजाइन तैयार किया गया था। अणु कपड़ा, पॉलीयुरेथेन, पॉलीप्रोपाइलीन, पॉलीस्टीरिन आदि विभिन्न वस्तुओं पर लगे होते हैं, जो कि हमारे आस-पास दिखाई देने वाली अधिकांश वस्तुओं का निर्माण करते हैं। संक्षेप में कहें तो कपड़े पर इसकी कोटिंग का तरीका बताते हैं। कोटिंग करने के लिए इसे पानी में मिलाकर कपड़े की चादर को उसमें डुबोना होगा। जबकि अन्य मामलों में इथेनॉल सब्सट्रेट पर यूवी विकिरण के द्वारा इसकी कोटिंग की जाती है। कोटिंग के बाद, सतहों का मूल्यांकन उनके जीवाणुरोधी, एंटिफंगल और एंटीवायरल गतिविधि के लिए किया जा चुका है।


कोरोना वायरस के मौजूदा प्रकोप को ध्यान में रखते हुए, यदि इसका इस्तेमाल किया जाए, तो सीआरओ (कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च ऑर्गनाइजेशन) के माध्यम से अणु को बड़े पैमाने पर संश्लेषित किया जा सकता है और निजी संगठनों के साथ मिलकर इसे विभिन्न व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरण जैसे मास्क, दस्ताने, गाउन आदि पर लेपित किया जा सकता है। इस कोटिंग को अस्पताल-अधिग्रहित या नोसोकोमियल संक्रमण से बचने के लिए अन्य चिकित्सा उपकरणों और उपकरणों पर भी लेपित किया जा सकता है।



Thursday, April 2, 2020

भारत सरकार के ट्रेजरी बिलों की नीलामी का कैलेंडर (जून 2020 में समाप्त होने वाली तिमाही के लिए)

भारत सरकार नेभारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श सेजून 2020 में समाप्‍त तिमाही के लिए ट्रेजरी बिल जारी करने के लिए रकम को अधिसूचित करने का निर्णय लिया हैजो इस प्रकार हैं:











































































































ट्रेजरी बिल की नीलामी के लिए अधिसूचित राशि


(1 अप्रैल2020 से 30 जून2020)


(करोड़रुपये में)



नीलामी की तिथि



91 दिन



182 दिन



364 दिन



कुल



08 अप्रैल, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



15 अप्रैल, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



22 अप्रैल, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



29 अप्रैल, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



06 मई, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



13 मई, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



20 मई, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



27 मई, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



03 जून, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



10 जून, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



17 जून, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



24 जून, 2020



10,000



8,000



7,000



25,000



कुल



120,000



96,000



84,000



300,000



2. भारत सरकार/ भारतीय रिजर्व बैंक को सरकार की आवश्यकताओं, बाजार की स्थितियों और अन्य प्रासंगिक कारकों के मद्देनजर ट्रेजरी बिल की नीलामी के लिए अधिसूचित राशि और समय को संशोधित करने का अधिकार होगा। इस प्रकारइस कैलेंडर में परिवर्तन किया जा सकता है जैसे छुट्टियों के कारण ऐसी कोई परिस्थिति उत्‍पन्‍न हुई तो। यदि ऐसा कोई बदलाव किया गया तो नियमित प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सूचित किया जाएगा।


3. ट्रेजरी बिल की नीलामी भारत सरकार द्वारा दिनांक 27 मार्च, 2018 को जारी सामान्य अधिसूचना संख्या एफ संख्‍या 4(2) - डब्‍ल्‍यू एंड एम / 2018 में निर्दिष्ट नियमों एवं शर्तों और समय-समय पर किए जाने वाले संशोधनों के अधीन होगी।



कार्गो उड़ानों ने देश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति की; निजी हवाई कंपनियों ने भी महत्वपूर्ण आपूर्ति कार्यों के लिए उड़ानों का परिचालन किया

कार्गो उड़ानों का 30 मार्च, 2020 को चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति के लिए दक्षिणी, पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में परिचलान किया गया। विवरण निम्न हैः-


लाइफ लाइन 1 - एअर इंडिया की फ्लाइट ए-320 ने अपने मार्ग मुंबई-नई दिल्ली-बेंगलुरु-मुंबई के दौरान एचएलएल खेप (6593 किलो), एवं नागालैंड वेंटिलेटर मास्क, केरल और कर्नाटक की खेप, मेघालय के लिए बिपैप्स की खेप और कोयंबटूर के लिए वस्त्र मंत्रालय की खेप पहुंचाई।


लाइफ लाइन 2 -  आईएएफ फ्लाइट ने हिंडन-दीमापुर-इंफाल-गुवाहाटी मार्ग पर एचएलएल की खेप और शिलोंग के लिए आईसीएमआर किट पहुंचाई।


इंडिगो, स्पाइसजेट और ब्लू डार्ट जैसी निजी हवाई कंपनियों ने भी वाणिज्यिक आधार पर उड़ानों का परिचालन किया।


एमओसीए समूह का गठन महत्वपूर्ण हितधारकों के साथ किया गया था। हब एंड स्पोक मॉडल के तहत लाइफ लाइन सेवाएं शुरू की गईं। दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बैंगलोर, कोलकाता में हब बनाए गए हैं। ये हब अपने स्पोक्स - गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, अगरतला, ऐजल, इम्फाल, कोयंबटूर और तिरुवनंतपुरम को सामग्री की आपूर्ति करते हैं।  


































































क्र. सं.



तारीख



एअर इंडिया



एलायंस



आईएएफ



इंडिगो



स्पाइसजेट



परिचालन किए गए कुल उड़ान



1



26.3.2020



02



-



-



-



02



04



2



27.3.2020



04



09



-



-



-



13



3



28.3.2020



04



08



-



06



-



18



4



29.3.2020


 



04 *



10 *



06 *



--



-



20



 



कुल उड़ान



14



27



06



06



02



55



* एअर इंडिया और आईएएफ ने लद्दाख के लिए आपसी साझेदारी की।


    26 मार्च से 29 मार्च, 2020 के दौरान कुल कार्गो भार 10 टन था। कार्गो में कोविड-19 से संबंधित री-एजेंट, एंजाइम, चिकित्सा उपकरण, पीपीई और जांच किट, एचएलएल के दस्ताने और अन्य सामान तथ राज्य केन्द्र/शासित प्रदेश सरकारों द्वारा मांग किए गए कार्गो शामिल थे।


    चिकित्सा एअर कार्गो के लिए समर्पित एक वेबसाइट की शुरुआत की गई है, जो आंशिक रूप से कार्य कर रही है। यह वेबसाइट 1 अप्रैल, 2020 से पूरी तरह काम करने लगेगी। लिंक एमओसीए वेबसाइट पर उपलब्ध है (www.civilaviation.gov.in)। आपूर्ति को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सूचनाओं को साझा करने, प्रश्नों के उत्तर देने और जमीनी कार्य चौबीसों घंटे किए जा रहे हैं ताकि कोविड-19 से लड़ने के प्रयासों की गुणात्मक वृद्धि की जा सके और सहायता प्रदान की जा सके।


केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री सदानंद गौड़ा ने अपने मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक उपक्रमों से आग्रह किया कि वे कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ने  के लिए अपने सीएसआर जारी करें

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए तत्काल आवश्यकता को ध्‍यान में रख्‍ते हुए अपने मंत्रालय के अधीन सभी लाभप्रद सार्वजनिक उपक्रमों से आग्रह किया है ताकि वे अपने सीएसआर फंड का एक हिस्सा प्रधानमंत्री की नागरिक सहायता एवं आपातकालीन स्थिति राहत कोष (पीएम केयर्स) में दान कर सकें।


  श्री गौड़ा ने सभी सार्वजनिक उपक्रमों के सीएमडी को भेजे गए पत्र मेंकहा हैकि भारत सरकार इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर सार्वजनिक स्वास्थ्य व्‍यवस्‍था के लिए समाज के सभी वर्गों से ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। इसलिए मैं आप सभी से अनुरोध करता हूँ कि आप अपने सीएसआर बजट की अधिकतम संभव राशि का योगदान पीएम केयर्स फंड में करें।


      श्री गौड़ा ने कहाकिभारत सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण पैदा होने वाली किसी भी आपातकालीन अथवा संकट की स्थिति से निपटने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ पीएम केयर्स फंड की स्थापना की है। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की ओर से पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि इस फंड में किया गया कोई भी योगदान कंपनी अधिनियम 2013 के तहत सीएसआर खर्च के रूप में मान्‍य होगा।


      श्री गौड़ा ने कहा कि सार्वजनिक उपक्रमों के लिए यह एक अच्‍छा अवसर है और वेइस फंड में तुरंत योगदान करते हुए वित्‍त वर्ष 2019-20 के लिए अपने सीएसआर फंड का उपयोग कर सकते हैं। इसी प्रकार कंपनियां भी वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अप्रैल 2020 से इस फंड में योगदान दे सकती हैं।


      केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने सभी पीएसयू के सीएमडी से यह भी अनुरोध किया है कि वे अपनी कंपनी के कर्मचारियों को स्वेच्छा कम से कम एक दिन का वेतन पीएम केयर्स फंड में योगदान करने के लिए प्रेरित करें।


      श्री गौड़ा ने अपना एक महीना का वेतन और अपने सांसद निधि से 1 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोष में दान किए हैं।



राष्ट्रपति कल राज्यपालों, लेफ्टिनेंट गवर्नरों एवं राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों के साथ कोविड-19 रिस्पांस पर चर्चा करेंगे

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद कल (3 अप्रैल, 2020) राष्ट्रपति भवन से उप राष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू के साथ कोविड-19 प्रकोप से उत्पन्न संकट को नियंत्रित एवं प्रबंधित करने के लिए केंद्रीय एवं राज्य स्तर पर किए जा रहे प्रयासों को बढ़ावा देने हेतु राज्यपालों, लेफ्टिनेंट गवर्नरों एवं सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों के साथ वीडियो कांफ्रेंस आयोजित करेंगे।


राज्यपालों/लेफ्टिनेंट गवर्नरों एवं राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों के साथ यह इस प्रकार का दूसरा वीडियो कांफ्रेंस होगा। 27 मार्च, 2020 को आयोजित पहले वीडियो कांफ्रेंस में 14 राज्यपालों एवं दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने अपने क्षेत्रों के अनुभव को साझा किया था। शेष राज्यपाल/लेफ्टिनेंट गवर्नर एवं प्रशासक कल अपने अनुभव साझा करेंगे।


कांफ्रेंस के एजेंडा में राज्यों में कोविड-19 की स्थिति, निर्बल वर्गों पर फोकस के साथ रेड क्रास की भूमिका, एवं नोवेल कोरोना वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने में केंद्रीय एवं राज्य सरकारों के प्रयासों में सहायता देने में सिविल सोसाइटी/ स्वयंसेवी संगठनों/निजी क्षेत्र की भूमिका शामिल होगी।



विनिमय दर अधिसूचना संख्या 37/2020 - सीमा शुल्क (एन.टी.)

सीमा शुल्‍क अधिनियम, 1962 (1962 का 52) की धारा 14 द्वारा प्रदत्‍त अधिकारों का उपयोग करते हुए और अधिसूचना संख्‍या 27/2020 – सीमा शुल्‍क (एन.टी.) दिनांक 19 मार्च, 2020 का अधिक्रमण करते हुए, ऐसे अधिक्रमण से पूर्व की गई अथवा हटाई जाने वाली बातों को छोड़कर, केन्‍द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्‍क बोर्ड एतद् द्वारा यह निर्धारित करता है कि संलग्‍न प्रत्‍येक अनुसूची-I और अनुसूची-II के कॉलम (2) में विनिर्दिष्‍ट प्रत्‍येक विदेशी मुद्रा के भारतीय मुद्रा में और भारतीय मुद्रा के विदेशी मुद्रा में विनिमय की दर 02 अप्रैल, 2020 से वह दर होगी, जिसका उल्‍लेख आयातित और निर्यातित माल के संबंध में उक्‍त धारा के उद्देश्‍य के लिए कॉलम (3) में दी गई तत्‍संबंधी प्रविष्‍टि में किया गया है: -


अनुसूची-I




















































































































































क्रम संख्या



विदेशी मुद्रा



भारतीय रुपये के समतुल्‍य विदेशी मुद्रा की प्रत्‍येक इकाई की विनिमय दर




  1.  



(2)



(3)



 



 



()



(बी)



 



 



(आयातित वस्‍तुओं के लिए)



(निर्यात वस्‍तुओं के लिए)



1.



ऑस्ट्रेलियाई डॉलर



47.80



45.65



2.



बहरीन दीनार



203.05



197.60



3.



कैनेडियन डॉलर



54.20



52.40



4.



चाइनीज युआन



10.80



10.50



5.



डेनिश क्रोनर



11.35



10.95



6.



यूरो



84.75



81.75



7.



हांगकांग डॉलर



9.90



9.55



8.



कुवैती दीनार



247.90



232.25



9.



न्‍यूजीलैंड डॉलर



46.75



44.55



10.



नार्वेजियन क्रोनर



7.30



7.05



11.



पौंड स्‍टर्लिंग



94.85



91.55



12.



कतर रियाल



21.40



20.10



13.



सउदी अरब रियाल



20.75



19.45



14.



सिंगापुर डॉलर



53.95



52.15



15.



दक्षिण अफ्रीकी रैंड



4.35



4.05



16.



स्‍वीडिश क्रोनर



7.65



7.40



17.



स्विस फ्रैंक



80.20



77.10



18.



तुर्की लीरा



11.85



11.15



19.



यूएई दिरहम



21.20



19.90



20.



अमेरिकी डॉलर



76.35



74.65



 


अनुसूची-II


 








































क्रम संख्या



विदेशी मुद्रा



भारतीय रुपये के समतुल्‍य विदेशी मुद्रा की प्रति 100 इकाइयों की विनिमय दर




  1.  



(2)



(3)



 



 



()



(बी)



 



 



(आयातित वस्‍तुओं के लिए)



(निर्यात वस्‍तुओं के लिए)



1.



जापानी येन



70.95



68.35



2.



कोरियाई वॉन



6.40



6.00



 



ईपीसीएच ने आईएचजीएफ-दिल्ली फेयर स्प्रिंग-2020 के 49वें संस्करण को रद्द किया

भारत और विदेशों में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट (ईपीसीएच) द्वारा आईएचजीएफ-दिल्ली फेयर स्प्रिंग-2020 के 49 वें संस्करण को रद्द कर दिया गया है। ईपीसीएच के महानिदेशक, राकेश कुमार ने कहा कि चूंकि देश लॉकडाउन की स्थिति में है, इसलिए निकट भविष्य में इस प्रकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन करना अव्यवहार्य बन गया है।


इससे पहले, 15-19 अप्रैल, 2020 को इस मेले का आयोजन होने वाला था, जिसे इस उम्मीद के साथ स्थगित कर दिया गया था कि कोविड-19 की स्थिति में सुधार आ जाएगा और मेले का आयोजन जून/जुलाई में कभी भी किया जा सकता है।


इस मेले में 10,000 से ज्यादा आगंतुकों और 7,000 विदेशी खरीदारों और उनके प्रतिनिधियों के आने की उम्मीद थी, जिसमें पूरे देश से भारतीय हस्तशिल्प में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 3,200 से ज्यादा प्रदर्शकों द्वारा मेजबानी किया जाना था।


हस्तशिल्प, सामूहिक गतिविधि पर आधारित होता है और इस मेले के रद्द होने से प्रमुख शिल्प समूहों जैसे मुरादाबाद, सहारनपुर, जोधपुर, जयपुर, आगरा, नरसापुर, फिरोजाबाद और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र का निर्यात प्रभावित होने वाला है।


आईएचजीएफ-दिल्ली फेयर ऑटम के 50वें संस्करण का आयोजन 14-18 अक्टूबर 2020 को इंडिया एनसीआर सेंटर और मार्ट, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली एनसीआर में किया जाएगा।



प्रधानमंत्री ने भारतीय उच्‍चायोगों के प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्‍फ्रेंस की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया भर में भारत के दूतावासों और उच्चायोगों के प्रमुखों के साथ आज शाम 5 बजे एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की। यह कॉन्‍फ्रेंस - दुनिया भर में भारतीय मिशनों के लिए इस तरह का पहला आयोजन था – जिसे वैश्विक कोविड-19 महामारी की प्रतिक्रियाओं पर चर्चा करने के लिए आयोजित किया गया था।


प्रधानमंत्री ने कहा कि असाधारण समय के लिए असाधारण समाधान की आवश्यकता होती है, यही वजह है कि वैश्वीकरण के इस युग में भी, दुनिया के अधिकांश लोगों ने खुद को अलग कर लिया था। इस महामारी से लड़ने के लिए यह एक अपरिहार्य कदम था, लेकिन इसके बहुत अधिक परिणाम निकलने थे, क्योंकि वैश्विक प्रणाली के बंद होने का अंतर्राष्ट्रीय परिवहन प्रणाली, वित्तीय बाजारों और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर व्यापक और दूरगामी प्रभाव पड़ा है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने इस महामारी पर अपनी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त करते हुए इस साल जनवरी के मध्य से अभूतपूर्व और शुरुआती कदम उठा लिए थे, ताकि संक्रमण के बाहर से आने के जोखिम को कम किया जा सके, और उसके बाद महामारी को फैलने से रोका जा सके। इसमें दुनिया का सबसे बड़ा क्‍वारंटीन और लॉक डाउन शामिल है, जिसे भारत ने लागू किया है।


प्रधानमंत्री ने कुछ संकटग्रस्‍त क्षेत्रों में विदेश में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए किए गए प्रयासों के लिए मिशनों के प्रमुखों की सराहना की। उन्होंने पांच विशिष्ट बिन्दुओं पर कदम उठाने के लिए उन्हें प्रेरित किया:


i. अपना स्‍वास्‍थ्‍य और सुरक्षा सुनिश्चित करें, साथ ही अपनी टीम और परिवार की सुरक्षा का भी ध्‍यान रखें;


ii. अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों की अनिश्चितता को देखते हुए, विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों पर ध्‍यान दिया जाए। उन्होंने भारतीय मिशनों के प्रमुखों का आह्वान किया कि वे विदेश में फंसे हमवतन लोगों के मनोबल को बढ़ाने में मदद करें, और विदेशों में उनके अनियोजित प्रवास से उत्पन्न मुद्दों के समाधान में मेजबान सरकारों के साथ मदद करें, और भारतीयों को विदेश में जिन अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, उनका समाधान करें, जिसमें जहां आवश्यक और संभव हो; आश्रय की व्यवस्था करना शामिल है,


iii कोविड​​-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में सतर्क रहें और सर्वोत्तम प्रथाओं, नवाचारों, वैज्ञानिक सफलताओं और चिकित्सा उपकरणों की खरीद के स्रोतों को अपने देशों में स्‍वीकृति प्रदान करें। उन्होंने मिशन के प्रमुखों को विदेशों से चंदा जुटाने के लिए नव-स्थापित प्रधानमंत्री संरक्षण कोष को उपयुक्त तरीके से प्रचारित करने की सलाह दी।


iv. चूंकि यह संकट अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव डालता है, पीएम ने मिशन के प्रमुखों को सलाह दी कि वे विदेशी भागीदारों के साथ अपने समन्वय के माध्यम से आवश्यक आपूर्ति, रसद श्रृंखला, प्रेषण पर ध्यान केंद्रित करें;


v. अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक स्थिति विकसित करने के लिए करीब से ध्यान देना जारी रखें, खासतौर से कोविड-19 महामारी के संदर्भ में।


जवाब में, बीजिंग, वाशिंगटन डीसी, तेहरान, रोम, बर्लिन, काठमांडू, अबू धाबी, काबुल, माले और सियोल स्थित उच्‍चायोगों के दस प्रमुखों ने प्रधानमंत्री और बाकी दर्शकों को अपने दृष्टिकोण की जानकारी दी। उन्होंने इस महामारी का मुकाबला करने के लिए भारत द्वारा उठाए गए दृढ़ उपायों को अपने देशों में स्‍वीकृति प्रदान करते हुए उसकी सराहना की।


मिशनों के प्रमुखों ने विदेश में फंसे भारतीयों, विशेष रूप से, छात्रों और श्रमिकों की मदद करने के अपने प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने दवाओं, चिकित्सा उपकरणों, प्रौद्योगिकियों, अनुसंधान और अन्य उपायों को स्‍वीकृति देने के प्रयासों की भी जानकारी दी, जो इस महामारी से लड़ने के भारत के राष्ट्रीय प्रयासों में मदद कर सकते हैं। कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में मिशन के प्रमुखों ने अन्य देशों से सीखे गए सबक, और उनके सर्वोत्तम तरीकों की भी जानकारी दी। हमारे पड़ोस में, मिशन के प्रमुखों ने कोविड -19 का मुकाबला करने के लिए सार्क देशों के लिए भारत की पहल पर बनाई गई विशेष निधि का उपयोग करते हुए सहायता करने के उपायों को रेखांकित किया। मिशन के प्रमुखों ने उनके काम के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और प्रेरणा के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।


अंत में, प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि विदेश में भारत के उच्‍चायोग घर से बहुत दूर हो सकते हैं, लेकिन वे कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में पूर्ण भागीदार बने हुए हैं। उन्होंने जोर दिया कि सभी भारतीयों की एकता और सतर्कता राष्ट्र के भविष्य को सुरक्षित रखने में मदद करेगी।



विपणन योग्‍य दिनांकित प्रतिभूतियां : अप्रैल, 2020 – सितंबर, 2020 के लिए कैलेंडर जारी

संस्थागत एवं छोटे निवेशकों को अपने निवेश की योजना कुशलतापूर्वक बनाने में सक्षम करने और सरकारी प्रतिभूति बाजार में पारदर्शिता एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के उद्देश्‍य से वित्त वर्ष 2020-21 की प्रथम छमाही (01 अप्रैल, 2020 से 30 सितंबर, 2020 तक) के लिए सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियां जारी करने के लिए एक सांकेतिक कैलेंडर को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के साथ परामर्श कर जारी किया जा रहा है। यह कैलेंडर निम्‍नानुसार है:


 









भारत सरकार की दिनांकित प्रतिभूतियां जारी करने के लिए कैलेंडर


(01 अप्रैल, 2020 से लेकर 30 सितंबर, 2020 तक)


 








































































































































































क्र. सं.



नीलामी सप्‍ताह



धनराशि


(करोड़ रुपये में)



प्रतिभूति-वार आवंटन



 


1



 


06 अप्रैल-10  अप्रैल, 2020



 


19,000




  1. 2 वर्षीय प्रतिभूति,  3,000  करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40   वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के लिए



 


2



 


13  अप्रैल -17 अप्रैल, 2020



 


20,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति,  9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति,  5,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



 


3



 


20 अप्रैल -24  अप्रैल,2020



 


21,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति,  9,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति,  5,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड, 4,000 करोड़ रुपये के लिए



 


4



 


27 अप्रैल -01 मई, 2020



 


19,000




  1.   5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14   वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए



  1. 30  वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के‍ लिए



5



 


4  मई -08  मई, 2020



 


19,000




  1. 2   वर्षीय प्रतिभूति,  3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति,  10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40   वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के लिए



 


6



 


11  मई -15  मई, 2020



 


19,000




  1. 5   वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14   वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



 


7



 


18  मई -22  मई, 2020



 


19,000




  1. 2   वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10   वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



 


8



 


25  मई -29  मई, 2020



 


21,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 8,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड, 4,000 करोड़ रुपये के लिए



9



01 जून-05 जून, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10   वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40   वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



10



08 जून- 12 जून, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14   वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



11



 15 जून-19 जून, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



12



22 जून-26 जून, 2020



21,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 8,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड,  4,000 करोड़ रुपये के लिए



13



29 जून-03 जुलाई, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



14



06 जुलाई -10  जुलाई, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



15



13  जुलाई -17 जुलाई, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



16



20 जुलाई -24 जुलाई, 2020



21,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 8,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड, 4,000 करोड़ रुपये के लिए



17



27  जुलाई -31  जुलाई, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के लिए



18



 3 अगस्‍त-7 अगस्‍त, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के लिए



19



10  अगस्‍त -14  अगस्‍त, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति,  6,000 करोड़ रुपये के लिए



20



  17  अगस्‍त -21 अगस्‍त, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



21



24  अगस्‍त -28  अगस्‍त, 2020



21,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 2,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 5,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड, 4,000 करोड़ रुपये के लिए



22



31  अगस्‍त -04 सितंबर, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



23



07  सितंबर -11  सितंबर, 2020



19,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 3,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



24



14  सितंबर -18  सितंबर, 2020



19,000




  1. 5  वर्षीय प्रतिभूति, 9,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 14  वर्षीय प्रतिभूति, 4,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 30  वर्षीय प्रतिभूति, 6,000 करोड़ रुपये के लिए



25



21  सितंबर -25  सितंबर, 2020



21,000




  1. 2  वर्षीय प्रतिभूति, 2,000 करोड़ रुपये के लिए

  2. 10  वर्षीय प्रतिभूति, 10,000 करोड़ रुपये के लिए

  3. 40  वर्षीय प्रतिभूति, 5,000 करोड़ रुपये के लिए

  4. फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड,   4,000 करोड़ रुपये के लिए



 



       कुल



488,000



 



 



जैसा कि अब तक देखा गया है, कैलेंडर के दायरे में आने वाली सभी नीलामियों में गैर-प्रतिस्‍पर्धी बोली योजना की सुविधा होगी, जिसके तहत अधिसूचित राशि का 5 प्रतिशत निर्दिष्‍ट रिटेल या छोटे निवेशकों के लिए आरक्षित होगा।


अतीत की तरह ही इस बार भी भारत सरकार के पास भारतीय रिजर्व बैंक के साथ सलाह-मशविरा करके अधिसूचित राशि, निर्गमन अवधि, परिपक्‍वता इत्‍यादि की दृष्टि से उपर्युक्‍त कैलेंडर में आवश्‍यक संशोधन करने और विभिन्‍न प्रकार के प्रपत्र (इंस्‍ट्रूमेंट) जारी करने का लचीलापन होगा। इसके अलावा गैर-मानक परिपक्वता वाले प्रपत्रों सहित विभिन्न प्रकार के प्रपत्रों को जारी करने और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) सम्बद्ध महंगाई से जुड़े बॉन्डों सहित प्लोटिंग रेट बॉन्डों (एफआरबी) को जारी करने की दृष्टि से भी उपर्युक्‍त कैलेंडर में आवश्‍यक संशोधन करने का लचीलापन होगा। ये संभावित संशोधन भारत सरकार की आवश्‍यकताओं, उभरती बाजार स्थितियों एवं अन्‍य प्रासंगिक कारकों पर निर्भर करेंगे और ये संशोधन करने से पहले बाजार को बाकायदा सूचित किया जाएगा। आवश्‍यकता पड़ने पर इस कैलेंडर में बदलाव किये जा सकते हैं। तय अवधि के दौरान कोई अवकाश पड़ जाने जैसे कारण भी इसमें शामिल हैं। इस तरह के बदलावों के बारे में जानकारी प्रेस विज्ञप्तियों के जरिए दी जाएगी।


भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से भारत सरकार के पास नीलामी संबंधी अधिसूचना में इंगित उपर्युक्त प्रतिभूतियों में से प्रत्येक के सापेक्ष 2000 करोड़ रुपये तक के अतिरिक्त अभिदान को बनाए रखने के लिए ग्रीन-शू ऑप्शन का इस्तेमाल करने का अधिकार है। हालांकि किसी भी नीलामी के अंतर्गत एक या उससे अधिक प्रतिभूतियों में ग्रीन-शू ऑप्शन या विकल्प का उपयोग नीलामी संबंधी समग्र अधिसूचित राशि के दायरे में ही करना होगा।


भारतीय रिजर्व बैंक महीने के प्रत्येक तीसरे सोमवार को नीलामी के जरिए प्रतिभूतियों की अदला-बदली भी सुनिश्चित करेगा। यदि तीसरे सोमवार को अवकाश रहता है, तो महीने के चौथे सोमवार को नीलामी के जरिए प्रतिभूतियों की अदला-बदली की जाएगी।


दिनांकित प्रतिभूतियों की नीलामी पर भारत सरकार द्वारा 27 मार्च, 2018 को जारी एफ. संख्‍या 4(2)-डब्‍ल्‍यूएंडएम/2018 में उल्लिखित शर्तें लागू होंगी। इसमें समय-समय पर संशोधन किया जाता है।  


 


*****


एएम/आरआरएस- 6441                           


कोथावां में रामनवमी को लेकर घरो में विधिविधान से की गई पूजा





सण्डीला/हरदोई:-(अयोध्या टाइम्स)चैत्र मास के नवरात्र के रामनवमी को लेकर घरो में विधिविधान से पूजा अर्चना की गई।
       विवर्णानुसार कोथावां कस्बे में आज सुबह रामनवमी के शुभ अवसर पर घरो में रामनवमी की पूजा विधिविधान से की गई। वही रामनवमी के अवसर पर कुंवारी कन्याओं को घर की माताओ,बहनो ने कन्याओं को फल नारियल व यथा शक्ति अनुसार दान दक्षिणा आदि देकर व्रत तोड़ा। इस समय कोरोना महामारी के चलते खुद को बचने व बचाने के लिए घर की महिलाओं ने एक या दो कुंवारी कन्याओं को पैकेट बनाकर दान दिया।
      बताया जाता है। नवमी  का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी  मनाया जाता है। हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था।
चैत्रे नवम्यां प्राक् पक्षे दिवा पुण्ये पुनर्वसौ ।उदये गुरुगौरांश्चोः स्वोच्चस्थे ग्रहपञ्चके ॥
मेषं पूषणि सम्प्राप्ते लग्ने कर्कटकाह्वये ।आविरसीत्सकलया कौसल्यायां परः पुमान् ॥  (निर्णयसिन्धु)
      हिन्दु धर्म शास्त्रों के अनुसार त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों को समाप्त करने तथा धर्म की पुन: स्थापना के लिये भगवान विष्णु ने मृत्यु लोक में श्री राम के रूप में अवतार लिया था। श्रीराम चन्द्र जी का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में रानी कौशल्या की कोख से, राजा दशरथ के घर में हुआ था। राम, सीता, लक्ष्मण एवं हनुमान राम नवमी पूजन में एक घर में रामनवमी के त्यौहार का महत्व हिंदु धर्म सभ्यता में महत्वपूर्ण रहा है। इस पर्व के साथ ही माँ दुर्गा के नवरात्रों का समापन भी होता है। हिन्दू धर्म में रामनवमी के दिन पूजा  अर्चना की जाती है। रामनवमी की पूजा में पहले देवताओं पर जल, रोली और लेपन चढ़ाया जाता है, इसके बाद मूर्तियों पर मुट्ठी भरके चावल चढ़ाये जाते हैं। पूजा के बाद आ‍रती की जाती है। कुछ लोग इस दिन व्रत भी रखते है। कबीर साहेब जी आदि राम की परिभाषा बताते है की आदि राम वह अविनाशी परमात्मा है जो सब का सृजनहार व पालनहार है। जिसके एक इशारे पर‌ धरती और आकश काम करते हैं जिसकी स्तुति में तैंतीस करोड़ देवी-देवता नतमस्तक रहते हैं। जो पूर्ण मोक्षदायक व स्वयंभू है।"एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा, एक राम का सकल उजियारा, एक राम जगत से न्यारा"।। यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। रामनवमी के दिन ही चैत्र नवरात्र की समाप्ति भी हो जाती है। हिंदु धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था अत: इस शुभ तिथि को भक्त लोग रामनवमी के रूप में मनाते हैं एवं पवित्र नदियों में स्नान करके पुण्य के भागीदार होते है। राम नवमी का त्यौहार हर साल मार्च - अप्रैल महीने में मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राम नवमी का इतिहास क्या है? राम नवमी का त्यौहार पिछले कई हजार सालों से मनाया जा रहा है। राम नवमी का त्यौहार भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियाँ थीं लेकिन बहुत समय तक कोई भी राजा दशरथ को संतान का सुख नहीं दे पायी थी। जिससे राजा दशरथ बहुत परेशान रहते थे। पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ को ऋषि वशिष्ठ ने कमेष्टि यज्ञ कराने को विचार दिया। इसके पश्चात् राजा दसरथ ने महर्षि रुशया शरुंगा से यज्ञ कराया। यज्ञ समाप्ति के बाद महर्षि ने दशरथ की तीनों पत्नियों को एक-एक कटोरी खीर खाने को दी। खीर खाने के कुछ महीनों बाद ही तीनों रानियाँ गर्भवती हो गयीं। ठीक 9 महीनों बाद राजा दशरथ की सबसे बड़ी रानी कौशल्या ने राम को जो भगवान विष्णु के सातवें अवतार थे, कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने जुड़वा बच्चों लक्ष्मण और शत्रुघ्न को जन्म दिया। भगवान राम का जन्म धरती पर दुष्ट प्राणियों को खत्म करने के लिए हुआ था।


 

 



 



त्रिदेव शक्ति ने वितरित किया लंच बॉक्स






*विनय सिंह ब्यूरो चीफ बाराबंकी*

त्रिदेव समाज सेवा संस्थान कोठी बाराबंकी ने करीब 1000 लंच बॉक्स बनवा कर दिहाड़ी मजदूरों के घर भिजवाया इसी दौरान दिहाड़ी मजदूरों और गरीबों के चेहरों पर रौनक नजर आई आपको बताते चलें कि त्रिदेव समाज सेवा संस्थान के संस्थापक विनोद कुमार विश्वकर्मा ने बाराबंकी जिला के विभिन्न जगहों पर लंच बॉक्स वितरित करते हुए एक मानवता की मिसाल दी है तो वही देखा गया है कि उनके निवास स्थान कोठी से करीब 500 लंच बॉक्स लखनऊ भी भिजवाया गया है इसी दौरान त्रिदेव समाज सेवा संस्थान के संस्थापक विनोद कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि जिस स्थिति में पूरा विश्व परेशान दिख रहा है ऐसी स्थिति में गरीब बेसहारों की मदद करना मेरी प्रथम प्राथमिकता है उनका कहना है कि लॉक डाउन के चलते बहुत से दिहाड़ी मजदूरों को कार्य न मिलने को लेकर मजदूर परेशान हैं ऐसी स्थिति में उनकी मदद की जा रही है उन्होंने कहा कि जब तक शरीर में जान है तब तक सेवा की भावना लेकर सेवा करने का काम मेरी संस्था के द्वारा किया जाएगा


 

 



 



कोरोना महामारी से उपजे हालत से निपटने के लिए रवि भारती ने बढ़ाये हाथ






*विनय सिंह ब्यूरो चीफ बाराबंकी*

बाराबंकी कोठी कोरोना वायरस महामारी से भारत में लॉक डाउन होने से तमाम डेली मजदूर की मुसीबतें बड़ी इसी हालत को देखते हुए राकेश भारती पूर्व प्रधान कोठी एवम युवा नेता रवि भारती ने तमाम जरूरतमंद लोगों के लिए मसीहा बने हुए हैं श्री रवि भारती की तरफ से सब्जी आलू मिर्ची प्याज कद्दू आदि वगैरा पैकेट मैं पैक कर पैकेट का वितरण किया आपको बता दें अभी हाल ही में दो दिन पहले रवि भारती द्वारा लंच पैकेट सभी बाहर से आए हुए लोगों को वर्तमान जरूरतमंद लोगो को उनके घर जा जाकर पूरे लम्बाउवा, पूरे रामदीन, बक्सावा,, कोठी, पूरे भवानी, पूरे कारी, नौबस्ता, पूरे जुगराज, पूरे बाज, पूरे कुबेर, लोखडिया, छातौनी ,तकिया आदि गावो मे दिया गया व अन्य दैनिक उपयोग की आवश्यकता सामग्री कुछ आर्थिक मदद के साथ सभी ग्राम सभा सभी पुरवे व मोहल्ले में एक तरफ से जरूरतमंदों के बीच एक हजार पैकेट का वितरण किया आपको बता दें अभी हाल ही में दो दिन पहले रवि भारती द्वारा लंच पैकेट सभी बाहर से आए हुए लोगों को वर्तमान जरूरतमंद लोगो को उनके घर जा जाकर लंच पैकेट दिया वह सब्जी मिर्चा आलू कद्दू टमाटर आदि वगेरह पहुंचाया आपको बताते चलें कि कोरोना वायरस  महामारी से लॉक डाउन होने से तमाम लोग बहुत ही परेशान हुए जिसको देखते हुए तमाम नेताओं ने आगे बढ़ कर हिस्सा लिया जिसमें सबसे पहले भी जिला मंत्री रवि भारती द्वारा बहुत ही सराहनीय काम किया गया इनकी टीम द्वारा सब लोग मिलकर बहुत ही बढ़िया इंतजाम करके सब्जी की पैकिंग की गई और घर घर जाकर जरूरतमंद को सब्जी दी गई रवि भारती ने तमाम जनपद वासियों ग्राम वासियों को कोरोना वायरस के बारे में बचने के लिए जागरूक किया और कहा कि आप लोग सुरक्षित रहें घर पर रहे बगैर काम के घर से बाहर ना निकले सरकार के आदेशों का पालन करें जिससे कोरोना महामारी से बचा जा सके... जिसमे जवाहर कनौजिया, कमल रावत, रिजवान, दिलीप सिंह, अंबुज सिंह, आवेश, चुनमून, आवेश, दीपक सिंह आदि मौजूद रहे