घटना के विरोध में पार्षदो और भाजपाईयों ने घेरा नौबस्ता थाना
कानपुर नगर, सूबे की योगी सरकार में जहां पुलिस व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने की लगातार कोशिश की जा रही है वहीं पुलिस का आम जनता के लिए रवैया नही सुधर रहा है। आज आम आदमी पुलिस के नाम से ही घबराता है। आये दिन समाचारपत्रों में पुलिस के कारनामें छपते रहते है लेकिन न ही अधिकारी कोई एक्शन लेता शासन। एक बार फिर एक चैकी इंचार्ज पर एक ट्रांसपोर्टर को मारे का आरोप लगा है और इस विरोध में पार्षदो और और भाजपाइयों ने थाना नौबस्ता का घेराव कर कार्यवाही की मांग की। नगर के जानेमाने पार्षद पीरोड निवासी वार्ड 49 महेंद्र नाथ शुक्ला के छोटे भाई राजेंद्र ट्रांसपोर्टर है। उन्होने बताया कि उनका चालक शफीक डीसीएम से यशोदानगर माल उतारने गया था तथा लौटते समय नौबस्ता चैराहे के पास एक ट्रक ने सीएम को टक्कर मारी दी, जिसमें डीसीएम का चालक घायल हो गया। घायल चालक को हैलट में भर्ती कराकर वह जब डीसीएम के ए वापस घटना स्थल पर पहुंचे तो बसंत बिहार चैकी इंचार्ज ने क्रेन खुद लाने की बात कही। बताया जाता है कि चैकी इंचार्ज ने ली गलौज की और उनकी चैकी लेजाकर कमरे में बंद करके पटे से बुरी तरह पीटा। इसके बाद जब पार्षद महेन्द्र नाथ को जानकारी हुई तो वह तत्काल कई पार्षदों को लेकर थाना नौबस्ता पहुंच गये, वहीं भाजपाई भी आ गये और चैकी इंचार्ज पर कार्यवाही की मांग
करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। पार्षन ने चैकी इंचार्ज पर भाई का मोबाइल फोन और 40 हजार रू0 छीनकर सिपाहियों को देने का आरोप लगाया है। मौके पर
हंगामा की सूचना पाते ही गोविंदनगर सीओ मनोज कुमार गुप्ता ने मौके पर पहुंच कर सभी को शांत कराया और कार्यवाही का आश्वासन दिया।
Thursday, February 27, 2020
चैकी इंचार्ज ने की ट्रांसपोटर की पिटाई
कांग्रेस ग्रामीण नेता ऊषारानी कोरी पर दर्ज हुआ केस
कानपुर नगर, बीती फरवरी को मंगटा गांव में हुए दो समुदायों के बीच संघर्ष के बाद घटना लागातार राजनीतिक रंग लेती जा रही है। इस सघंर्ष में घायल हुए लोग उर्सला अस्पताल में भर्ती है और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता यहां लगातार आ रहे है। घायलो का हालचाल लेने के लिए रोजाना सपा, कांग्रेस और भीम आर्मी के नेता आ चुके है।
मंगटा गांव की घटना में कांग्रेस की ग्रामीण जिलाध्यक्ष ऊषारानी कोरी ने ट्वीटर पर टिप्पणी की थी और टिप्पणी में वह फंस गयी। ऊषारानी के खिलाफ झूठी अफवाह फैलाने पर अकबरपुर कोतवाली पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं पूरे मामले पर ऊषारानी कोरी का कहना है कि वह किसी भी सूरत ने दबेंगी नही। उन्होने कहा कि वह जेल जाने को तैयार है लेकिन जमानत नही करायेगी। ऊषारानी के खिलाफ मीडिया प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने दी हुई तहरीर में कहा है कि बिना किसी प्रकार की जांच किये बगैर ऊषारानी ने झूठी अफवाह फोली व दो समुदायों में तनाव फैलाने की उनके द्वारा साजिश की गयी है। उनपर आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
विकास की राह तकते देहली सुजानपुर गांव के लोग
सडको नही पता, कीचड से होकर गुजर रहे ग्रामवासी
कानपुर नगर, विकास की बात करने वाली सरकार के महकमों में काम करने वाले अधिकारी सरकार के विकास के दावों को पलीता लगा रहे है। जहां कानपुर नगर की हालत किसी से छिपी है वहीं नगर के गावों की हालत बहुत ही खराब है।
गावों में लोगों को कई अव्यवस्थाओं से जूझना पड रहा है न ही ग्राम प्रधान और न ही कोई जनप्रतिनिधी ध्यान दे रहा हैवहीं
सम्बन्धित विभाग के अधिकारी आंखू मूंदे है।
चकेरी के दहेली सुजानपुर गांव में आने जाने का रास्त इतना खराब है कि यहांसे पैदल निकलना भी दूभर हो गया है। इस गांव में नालियों की कभी सफाई नही होती है, जिसके नालियां चोक पडी है, बजबजा रही है। लोगों ने बताया कि कई बार शिकायत
करने के बाद कोई व्यवस्था नही की जा रही है। सडकों पर नालियों का पानी बह रहा है। क्षेत्रीय पार्षद प्रभा सिंह चैहान को समस्या से कई बार अवगत कराया लेकिन कोई नतीजा नही निकला। कहने को देहली सुनाजपुर कानपुर नगर का एक हिस्सा हे लेकिन इसकी दशा काफी दयनीय है। ग्रामीणों का कहना है कि हमारी समस्याओं का निवारण शीघ्र नही किया जाता है तो हम ग्रामवासी धरना-प्रदर्शन कि लिए मजबूर होगे। इस दौरान मान सिंह कनौजिया, रामकुमार कठेरिया, अभिमन्यु, रामचंद्र बघेल आदि मौजूद रहे।
भजन कीर्तन,सीताराम के जयकारों के साथ कोथावां पहुचा रामादल
कोथावां/हरदोई:-(अयोध्या टाइम्स)सीताराम के जयकारों की गूंज के साथ कोथावां पहुचा रामादल जंहा पर प्रसाशन द्वारा पुष्पो की वर्षा कर माल्यर्पण कर उनका स्वागत किया गया।
विवर्णानुसार चौरासी कोसीय परिक्रमा बुधवार को सीताराम के जयकारों की गूंज के साथ नगवा कोथावां को पहुचा जंहा पर प्रशाशन के द्वारा पहला आश्रम के मेला अध्यक्ष महंत भरतदास व उनके साथ चल रहे सैकड़ो की संख्या में अनेक परिक्रमार्थी पैदल,हांथी घोड़ा व अपने निजी साधनों से चल रहे थे। जिनका स्वागत पुष्प वर्षा के साथ किया गया। वही मेला अध्यक्ष महंत भरद्वाज का माल्यर्पण किया गया। इनके लिए पुष्पो से सजा हुआ रथ था। रथ पर सवार महंत जी का स्वागत अतरौली रोड से मुख्य तिराहे से होते हुए कोथावां ब्लॉक मुख्यायल पर पहुँचे। मेले में लाखो की संख्या में आये हुए सन्तो व परिक्रमार्थियों ने शारदा नहर में स्नान किया। स्नान करने के बाद भजन कीर्तन किया। इसके बाद कस्बे वासीयो ने अपने घरों में साधु संतों के लिए मिष्ठान,दही बड़ा,रोटी सब्जी दाल, पूड़ी सब्जी आदि की व्यवस्था कर सन्त महात्माओ को खिलाकर दान दक्षिणा देकर विदा किया। मेले में तरह तरह के विभिन्न मिठाइयां,खेल खिलौने,घर ग्रहस्थी समान,झूले,वर्तनो की दुकान, चाट आदि लगी हुई थी।
मान्यता है कि ये परिक्रमा मानव के समस्त पापों को नष्ट कर चौरासी लाख योनियों से मुक्ति देती है। स्कंद पुराण के अनुसार ये परिक्रमा सबसे पहले भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने की थी।
स्कंद पुराण के धर्मारण्य खंड में इस बात का वर्णन है कि भगवान श्रीराम ने भी अयोध्यावासियों के साथ ये परिक्रमा की थी। इसी वजह से परिक्रमा में शामिल श्रद्धालुओं के जत्थे को रामादल कहा जाता है। जो व्यक्ति संपूर्ण परिक्रमा करने से वंचित रह जाता है, यदि मिश्रिख तीर्थ में पांच दिन तक वह पंचकोसी परिक्रमा कर ले तो उसे भी पुण्य का लाभ मिलेगा। परिक्रमा के दौरान श्रद्धालुओं को जानकी कुंड, कुमनेश्वर, कुर्कुरी, मानसरोवर, कोटीश्वर, महादेव, कैलाश, हत्या हरण, नर्मदेश्वर, दस कन्या, जगन्नाथ, गंगा सागर, कपिल मुनि, नागालय, नीलगंगा, शृंगी ऋषि, द्रोणाचार्य पर्वत, चंदन तालाब, मधुवसनक, व्यास गद्दी, मनु सतरूपा तपस्थली, ब्रम्हावर्त, दशाश्वमेघ, हनुमान गढ़ी, यज्ञवाराह कूप, हंस-हंसिनी, देव-देवेश्वर, रुद्रावर्त आदि के दर्शन होंगे। अगला पड़ाव उमरारी होगा। मेले में महिलाओं ने जहां साज सज्जा का समान खरीदा वही ग्रह गृहस्थी का समान वर्तन व जरूरत की चीजें खरीदी। वही बच्चो ने खेल खिलौने लेने में पीछे नही हटे। और झूले का भी भरपूर आनंद उठाया। मेले में आये हुए देश विदेश के परिक्रमार्थियों व साधु संतों के लिए बालामऊ विधान सभा के भाजपा विधायक रामपाल वर्मा द्वारा हर वर्ष की भांति भंडारे का आयोजन कियाया गया। वही कस्बे के लोगो ने पूड़ी सब्जी का भी वितरण किया वही पर उत्तरप्रदेश आदर्श ब्यापारी के जिला अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता द्वारा चाय,कुरकुरे का वितरण किया गया।
सरदार बल्लभ भाई पटेल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन
आजम खान के जेल जाने पर भाजपाइयों ने मनाया जश्न
Wednesday, February 26, 2020
केंद्रीय गृह मंत्री ने आज दिल्ली की स्थिति पर मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की
गृह मंत्री ने कहा कि इस स्थिति से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ही निपटा जा सकता है। ज़मीन पर पुलिस की कमी को गलत बताते हुए उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने पेशेवर मूल्यांकन के आधार पर पर्याप्त दल और बल प्रभावित इलाकों में तैनात किए हैं एवं अधिकतम संयम बरतते हुए स्थिति पर नियंत्रण प्राप्त किया है। भविष्य में आवश्यकता अनुसार केंद्र सरकार द्वारा अतिरिक्त पुलिस बल दिए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की उत्तर प्रदेश और हरियाणा सीमाओं पर विशेष निगरानी बरती जा रही है और दिल्ली पुलिस सतर्क है कि कोई भी असामाजिक तत्व दिल्ली में प्रवेश ना पा सके, खासकर उच्चतम न्यायालय में लंबित नागरिकता कानून के मुद्दे पर सुनवाई के मद्दे नज़र। गृह मंत्री ने सभी पार्टियों से अपील की कि उच्चतम न्यायालय में इस मामले की सुनवाई को ध्यान में रखते हुए भड़काऊ वक्तव्य देने से बचें।
गृह मंत्री ने सभी पार्टियों से अपील की कि अपने सांसद, विधायक, काउंसलर एवं पार्टी कैडरों को जनता के बीच भेजें और प्रभावित इलाकों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर आम जनता के बीच भय और अफवाहों के माहौल को दूर करें। श्री शाह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को निर्देश दिए कि स्थानीय शांति समितियों के साथ मिलकर जनता से एक संवाद प्रक्रिया शुरू करें और उन में विश्वास का माहौल कायम करें।
पुलिस हेड कांस्टेबल रतनलाल की मृत्यु पर शोक जताते हुए श्री शाह ने कहा कि दिल्ली पुलिस एक पेशेवर पुलिस बल है और समाज में सुरक्षा और शांति का माहौल बनाये रखने में सदैव ततपर है। उन्होंने अपील की कि पुलिस का मनोबल बनाए रखने के लिए यह ज़रूरी है कि ऐसी स्थिति में पुलिस का सहयोग करें और हिंसा की कोई भी घटना होने से रोके।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की पहली वर्षगांठ
सशस्त्र सेना को समर्पित करने के बाद से अब तक 21 लाख विदेशी और घरेलू पर्यटक इस स्मारक को बड़े उत्साह के साथ देख चुके हैं। रोजाना 5 हजार से 7 हजार लोग इस स्मारक पर आते हैं, जिनमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के स्कूलों के छात्रों की बड़ी संख्या शामिल है। माननीय राष्ट्रपति और माननीय प्रधानमंत्री पिछले एक वर्ष में इस स्मारक में तीन बार श्रद्धासुमन अर्पित कर चुके हैं। दिन का सबसे अधिक मर्मस्पर्शी क्षण हर शाम पुष्प चक्र रखने का समारोह होता है, जिसमें शहीदों के परिवार का कोई सदस्य अमर चक्र रखता है।
पहला वार्षिक समारोह लगातार तीन दिन तीनों सेनाओं के बैंड प्रदर्शन के साथ 22 फरवरी से शुरू हुआ। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में 25 फरवरी, 2020 को तीनों सेनाओं के भूतपूर्व सैनिकों के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ ने अमर चक्र रखा। भारतीय सेना के इतिहास पर आधारित एक क्विज प्रतियोगिता 26 फरवरी, 2020 को आयोजित की जाएगी, जिसमें दिल्ली के स्कूलों और कॉलेजों के छात्र भाग लेंगे। यह नागरिकों के लिए सशस्त्र सेनाओं के सदस्यों के साथ बातचीत करने और भारत की पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के समारोह में भाग लेने का अच्छा अवसर है।
आगामी टिड्डी आक्रमण व उसके नियंत्रण हेतु केंद्र व राज्य सरकार की तैयारियों के आकलन हेतु सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण,भारत सरकार की अध्यक्षता मे उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन
संयुक्त सचिव (पीपी), ने भारत मे किए गए टिड्डी नियंत्रण के बारे मे पावर पॉइंट के द्वारा माह मई 2019 से अब तक किए गए टिड्डी नियंत्रण के बारे मे ,व नियंत्रण के दौरान अनुभव की गई कठिनाइयों व सफलताओं पर विस्तार से चर्चा की गई। फसलों मे टिड्डी से हुए नुकसान के बारे मे चर्चा की गई व एनडीआरएफ़ ,एसडीआरएफ़ के मानको के अनुसार सहायता की स्थिति के बारे मे बताया ।
कृषि सचिव ने टिड्डी नियंत्रण हेतु आगामी तैयारियो के लिए राजस्थान, गुजरात,पंजाब व हरियाणा के टिड्डी प्रभावित जिलों मे टिड्डियों के बारे मे जागरूकता अभियान कार्यक्रम एक निश्चित समय मे आयोजित करने हेतु कहा जिसमे राज्य कृषि विभाग के अधिकारी, व ग्राम स्तर पर राजस्व विभाग के पटवारी,ग्राम विकास अधिकारीयों, कृषकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। सीमा सुरक्षा बल के कार्मिको को भी टिड्डी के बारे मे प्रशिक्षित किया जाएगा.
सचिव महोदय ने इस वर्ष के नियंत्रण व उपलब्ध संसाधनो को ध्यान मे रखते हुए आगामी मौसम मे भारत सरकार के टिड्डी नियंत्रण संगठन, राज्य सरकार, स्थानीय कृषकों, बीएसएफ़ व अन्य संगठनो के द्वारा संयुक्त प्रयास द्वारा टिड्डी नियंत्रण करने हेतु कहा व राज्य सरकारो को टिड्डी नियंत्रण के लिए आवश्कतानुसार संसाधन हेतु सहायता देने व बैठक के अंत मे सचिव महोदय ने अब तक किए गए प्रयासों पर संतुष्टि व्यक्त की, कठिन परिश्रम की प्रशंशा की और भविष्य मे बेहतर प्रयास की अपेक्षा की और सभी को धन्यवाद कहा।
डीबीटी स्थापना दिवस समारोह
विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे और पुरस्कार प्रदान करेंगे। अपने अस्तित्व में आने के बाद विभाग ने देश भर में विभिन्न स्तरों पर विभिन्न अनुसंधान संस्थानों, विश्वविद्यालयों, वैज्ञानिक संगठनों, राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं आदि में कार्यरत वैज्ञानिकों के योगदान को प्रोत्साहित करने और उसे पहचान प्रदान करने के लिए विभिन्न पुरस्कारों की शुरूआत की। डीबीटी द्वारा शुरू किए गए विभिन्न पुरस्कारों को अब समग्र रूप से डीबीटी ब्राइट (बायोटेक्नोलॉजी, रिसर्च इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी एक्सीलेंस पुरस्कार) के नाम से जाना जाता है। विभाग ने भारतीय विज्ञान को उल्लेखनीय योगदान देने वाले देश के कुछ ऐसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों के सम्मान में कुछ पुरस्कारों को नया नाम दिया है, जो दुनिया भर में वैज्ञानिक समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं।
डीबीटी ब्राइट पुरस्कार में डीबीटी द्वारा दिए जाने वाले निम्नलिखित पुरस्कार शामिल हैं:-
- हर गोविंद खुराना – नवोन्मेष युवा जैव प्रौद्योगिकी वैज्ञानिक पुरस्कार
- एस रामचंद्रन – करियर बनाने के लिए राष्ट्रीय जैव विज्ञान पुरस्कार
- जानकी अम्मल राष्ट्रीय महिला जैव वैज्ञानिक पुरस्कार
- टाटा नवोन्मेष फैलोशिप पुरस्कार
- जैव प्रौद्योगिकी सामाजिक विकास पुरस्कार
डीबीटी स्थापना दिवस व्याख्यान जाने-माने वैज्ञानिक, एल वी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट, हैदराबाद के अवकाश प्राप्त निदेशक पद्मश्री डॉ. डी. बालासुब्रमण्यम देंगे।
भारत में जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र पिछले तीन दशकों में विकसित हुआ है और इसने विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर स्वास्थ्य, कृषि आदि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सरकार और निजी क्षेत्र से काफी समर्थन मिलने के कारण जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र काफी तेजी से विकसित हुआ है और इसकी वार्षिक वृद्धि दर करीब 20 प्रतिशत है। भारत की गणना दुनिया के 12 शीर्ष जैव प्रौद्योगिकी स्थलों में होती है।
भारत में पेरोल रिपोर्टिंग - एक औपचारिक रोजगार परिप्रेक्ष्य
अमेरिका के राष्ट्रपति श्री डोनाल्ड ट्रंप की भारत की राजकीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का प्रेस वक्तव्य
अमेरिकी delegation के सम्मानित सदस्य गण,
Ladies and gentlemen,
नमस्कार।
राष्ट्रपति ट्रम्प और उनके डेलीगेशन का भारत में एक बार फिर हार्दिक स्वागत है। मुझे विशेष ख़ुशी है की इस यात्रा पर वो अपने परिवार के साथ आए हैं। पिछले आठ महीनों में राष्ट्रपति Trump और मेरे बीच ये पाँचवी मुलाक़ात है।
कल मोटेरा में राष्ट्रपति Trump का unprecedented और historical welcome हमेशा याद रखा जाएगा। कल ये फिर से स्पष्ट हुआ कि अमेरिका और भारत के संबद्ध सिर्फ दो सरकारों के बीच नहीं हैं, बल्कि people-driven हैं, people-centric हैं। यह संबंध, 21वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण पार्टनरशिप्स में है। और इसलिए आज राष्ट्रपति Trump और मैंने हमारे संबंधों को Comprehensive Global Strategic Partnership के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है। संबंधों को इस मुकाम तक लाने में राष्ट्रपति Trump का अमूल्य योगदान रहा है।
Friends,
आज हमारी चर्चा में हमने इस partnership के हर अहम पहलू पर सकारात्मक विचार किया - चाहे वो defence and security हो, एनर्जी में strategic partnership हो, टेक्नॉलजी cooperation हो, global connectivity हो, ट्रेड relations हों या फिर people to people ties । भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता रक्षा और सुरक्षा सहयोग हमारी strategic partnership का एक बहुत अहम हिस्सा है। अत्याधुनिक रक्षा उपकरण व platforms पर सहयोग से भारत की डिफेन्स क्षमता में बढ़ोतरी हुई है। हमारे defence manufacturers एक दूसरे की supply chains का हिस्सा बन रहे हैं। भारतीय forces आज सबसे अधिक ट्रेनिंग exercises US की forces के साथ कर रही हैं। पिछले कुछ सालों में, हमारी सेनाओं के बीच interoperability में unprecedented वृद्धि हुई है।
Friends ,इसी तरह हम अपने homelands की सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय अपराध से लड़ने के लिए भी सहयोग बढ़ा रहे हैं। आज homeland security पर हुए निर्णय से इस सहयोग को और बल मिलेगा। आतंक के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराने के लिए आज हमने अपने प्रयासों को और बढ़ाने का निश्चय किया है। President Trump ने ड्रग्स और opioid crisis से लड़ाई को प्राथमिकता दी है। आज हमारे बीच Drug trafficking, narco–terrorism और organized crime जैसी गम्भीर समस्याओं के बारे में एक नए mechanism पर भी सहमति हुई है।
Friends ,कुछ ही समय पहले स्थापित हमारी Strategic Energy Partnership सुदृढ़ होती जा रही है। और इस क्षेत्र में आपसी निवेश बढ़ा है। तेल और गैस के लिए अमेरिका भारत का एक बहुत महत्वपूर्ण स्त्रोत बन गया है। पिछले चार वर्षों में हमारा कुल energy व्यापार करीब 20 बिलियन डॉलर रहा है। Renewables हो या न्यूक्लियर energy, हमारे cooperation को नई ऊर्जा मिल रही है।
Friends,इसी तरह, Industry 4.0 और 21st Century की अन्य उभरती टेक्नालजीज़ पर भी इंडिया-US partnership, innovation और enterprise के नए मुक़ाम स्थापित कर रही है। भारतीय professionals के टैलेंट ने अमेरिकी companies की टेक्नॉलजी leadership को मजबूत किया है।
Friends,भारत और अमरीका आर्थिक क्षेत्र में openness औऱ Fair and Balanced trade के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिछले तीन वर्षों में हमारे द्विपक्षीय व्यापार में double-digit growth हुई है, और वह ज्यादा संतुलित भी हुआ है। अगर energy, civil aircrafts, defence, और higher Education लें तो पिछले चार-पांच सालों में सिर्फ इन चार sectors ने ही भारत-अमेरिका के आर्थिक संबंधों में लगभग 70 बिलियन डॉलर्स का योगदान किया है। इसमें से काफी कुछ राष्ट्रपति Trump की नीतियों और फैसलों के कारण संभव हुआ है। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में ये आंकड़ा काफी बढ़ जाएगा। जहां तक bilateral trade का सवाल है, हमारे Commerce Ministers के बीच सकारात्मक वार्ताएँ हुई हैं । राष्ट्रपति ट्रंप और मैं सहमत हैं कि हमारे Commerce Ministers के बीच जो understanding बनी है उसे हमारी teams legal रूप दें। हम एक बड़ी trade deal के लिए negotiation शुरू करने पर भी सहमत हुए है। हमें आशा है कि आपसी हित में इसके अच्छे परिणाम निकलेंगे।
Friends, वैश्विक स्तर पर भारत और अमरीका का सहयोग हमारे समान लोकतांत्रिक मूल्यों और उद्देश्यों पर आधारित है। खासकर Indo-Pacific और global commons में rule based international order के लिए यह सहयोग विशेष महत्व रखता है। हम दोनों देश विश्व में connectivity infrastructure के विकास में sustainable and transparent financing के महत्व पर सहमत हैं। हमारा यह आपसी तालमेल एक दूसरे के ही नहीं, बल्कि विश्व के हित में है।
Friends , भारत और अमरीका की इस स्पेशल मित्रता की सबसे महत्वपूर्ण नींव हमारे people to people relations हैं। चाहे वो professionals हों या students, US में Indian Diaspora का इस में सबसे बड़ा योगदान रहा है। भारत के ये ambassadors ना सिर्फ़ अपने टैलेंट और परिश्रम से US की अर्थव्यवस्था में contribute कर रहे हैं। बल्कि अपने democratic वैल्यूज़ और समृद्ध culture से अमेरिकन society को भी enrich कर रहे हैं। मैने राष्ट्रपति ट्रंप से अनुरोध किया है कि हमारे professionals के social-security contribution पर totalisation agreement को दोनों पक्ष चर्चा आगे बढ़ाएं। ये आपसी हित में होगा।
Friends,इन सभी आयामों में हमारे रिश्तों को और मज़बूत बनाने में राष्ट्रपति ट्रम्प की यात्रा ने ऐतिहासिक भूमिका निभाई है। एक बार फिर, मैं President Trump को भारत आने के लिए, और भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूँ।
डॉ.हर्षवर्धन ने नोवेल कोरोना वायरस से बचाव के उपायों और तैयारियों की समीक्षा की
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार को मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ देश में नोवेल कोरोना वायरस से निपटने के उपायों और तैयारियों की समीक्षा की।
डॉ हर्षवर्धन को इस बात से अवगत कराया गया कि वर्तमान में, देश के सभी 21 हवाई अड्डों, 12 बड़े और 65 छोटे बंदरगाहों तथा सीमाओं पर यात्रियों की जांच की जा रही है। अब तक सभी 4,214 उड़ानों और 4,48,449 विमान यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इसके अलावा उन्हें विदेश मंत्रालय के हवाले से यह भी जानकारी दी गई कि वुहान से और भारतीय नागरिकों को लाने के लिए वायुसेना का विशेष विमान 26 फरवरी को भेजने की जाने की योजना है। यह वुहान से लोगों को लेकर 27 फरवरी को वापस आएगा। कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए अब तक 2,707 नमूनों का परीक्षण किया गया, जिनमें से केवल 3 (केरल) लोगों के नतीजे ही पॉजीटिव रहे। उन्हें भी इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब वे घर पर हैं।
वुहान से लाए गए सभी भारतीय नागरिकों की जांच की गई और उनके नतीजे नेगेटिव रहे। इन सभी लोगों के लिए अलग व्यवस्था की गई थी पर अब इनको घर वापस भेज दिया गया है। 34 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के कुल 23,259 व्यक्तियों को एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के माध्यम से सामुदायिक निगरानी में रखा गया था।
डॉ हर्षवर्धन को जानकारी दी गई कि 22 फरवरी, 2020 को सिंगापुर की यात्रा के संबंध में संशोधित यात्रा परामर्श जारी किया गया है। पंजाब में करतारपुर सीमा पर श्रद्धालुओं की आवाजाही को देखते हुए इस बारे में गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और पंजाब सरकार के स्वास्थ्य सचिव के साथ विचार-विमर्श के बाद पंजाब सीमा पर विशेष स्क्रीनिंग व्यवस्था को मजबूत किया गया है और श्रद्धालुओं के लिए मास्क पहनने की सुविधा शुरू की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री को यह भी बताया गया कि चीन के अलावा अन्य देशों में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों को ध्यान में रखते हुए और 10 देशों से आने वाले यात्रियों के लिए भी स्क्रीनिंग शुरू की जा रही है और इस संबंध में विशेष स्वास्थ्य सचिव ने आज 21 हवाई अड्डों के स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों और संबंधित राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बात की। उन्हें यह भी सूचित किया गया कि वर्तमान में, चीन, हांगकांग, थाईलैंड, सिंगापुर, जापान और दक्षिण कोरिया से आने वाली उड़ानों के यात्रियों की स्क्रीनिंग के अलावा, वियतनाम, नेपाल, इंडोनेशिया और मलेशिया से आने वाली उड़ानों के यात्रियों के लिए भी 23 फरवरी, 2020 से स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। । स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव ने बताया कि दुनिया भर में नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण पर ताजा जानकारी पाने के लिए विदेशों में भारतीय दूतावासों के साथ लगातार करीबी संपर्क बनाए रखा गया है।
डॉ. हर्षवर्धन ने नोवेल कोरोना वायरस के प्रबंधन के लिए किए गए बेहतरीन प्रयासों के लिए राज्यों की सराहना की। उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के सभी अपर सचिवों और वरिष्ठ अधिकारियों को राज्य निगरानी मशीनरी की मजबूती सुनिश्चित करने के लिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में प्रतिनियुक्त किया जा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र, राज्यों तथा इसके साथ विदेशों में भारतीय दूतावासों के साथ समन्वय में किए जा रहे विभिन्न एहतियाती उपायों को भी सराहा।