Sunday, May 31, 2020

पिनाहट में दबंग कर रहे अवैद्य कब्जा की कोशिश 






पीडिता ने की उप जिलाधिकारी से शिकायत

पिनाहट  ।पिता की जमीन व मकान पर पिता की मृत्यु के बाद बेटी को कब्जा तो मिल गया।लेकिन दबंग बेटी से जबरन कब्जा हटवाने की फिराक में तरह तरह की धमकियां दे रहे है।जिससे पीडित महिला ने उप जिलाधिकारी ने शिकायत की है।

 

      थाना बासोनी के गांव टोडीपुरा निवासी मालादेवी पुत्र लालाराम अपने पिता की इकलौती संतान है।पिता की मृत्यु के बाद पिता की  सम्पत्ति घर और जमीन पर उसने अपना कब्जा  कर लिया है । लेकिन आरोप है कि गांव के ही दबंग बलवंत,राजू,नारायणी देवी,इन्द्रादेवी राजकुमारी,जसराम मिलकर पिता की जमीन व घर पर जबरन कब्जा करना चाह रहे है ।जो आये दिन लडते झगडते रहते है।और महिला को प्रताड़ित कर तरह तरह की धमकियां दे रहे हैं ।महिला ने इस सम्बन्ध मे उप जिलाधिकारी बाह से शिकायत की है ।अपनी जान व माल को खतरा बताया है ।

    वही उप जिलाधिकारी बाह ने थानाध्यक्ष बासोनी को आदेशित किया कि मामले की जांच कर आख्या प्रेषित करे।


 

 



 



पिनाहट में मनायी गयी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती 






पिनाहट  ।रविवार को वीरांगना अहिल्याबाई की 295 वीं जयंती पुरा जयचंद में शेफर्ड टाइगर फोर्स इंडिया इकाई के लोगो ने शोसल डिस्टेंश के तहत मनायी। सभी सदस्यो ने मातेश्वरी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती मनायी।इस दौरान धर्मेन्द्र बघेल,गजेन्द्र बघेल,प्रताप बघेल,राजूबघेल,संदीप बघेल,बी पी बघेल,विपिन बघेल,नरेन्द्र बघेल आदि मौजूद रहे।


 

 



 



मैंने अपने ही चेहरे पर कई चेहरे चढ़ते -उतरते देखे




आदमियों की भीड़ में चेहरे अनोखे देखे 

कुछ हँसते तो कुछ रोते देखे 

कुछ गुस्से से भरे कुछ बिल्कुल शांत देखे 

कुछ के चेहरे पर थी उदासी असीम 

तो वहीं कुछ मुस्कराते देखे 

आदमियों की भीड़ में...... 

 

पुछना चाहा जो मैंने रोतों से 

सभी खून के प्यासे देखे 

बात की जो उदासी और पीड़ा से तो 

सबके सबके रोते देखे 

मैंने इक चेहरे पे कई चेहरे वो ढोते देखे 

आदमियों की भीड़.....

 

गुरूर किसी को दौलत का था 

कोई हुस्न की चाशनी में डूबा था 

कई अपनी जवानी पर इतराते देखे 

आदमियों की भीड़ में..... 

 

कुछ महलों में, कुछ झोंपड़े में जीते देखे 

कुछ के पास एक कमरा तो कुछ फुटपाथ पे देखे 

कुछ खाने से भागते तो कुछ भूखे -प्यासे देखे 

आदमियों की भीड़ में..... 

 

कुछ कुर्सी की चाह में लड़ते देखे 

कुछ कुर्सी पर ही अड़े देखे 

कुछ ने छोड़ी कुर्सी सम्मान में कुछ 

बेइज्जत छोड़ते देखे 

आदमियों की भीड़ में ....

 

मैं भी हिस्सा हूँ भीड़ की

इन में से बहुत से चेहरे मैंने खुद के देखे 

कुछ खुद ब खुद बदले और 

कुछ को जमाने ने बदलवा दिया 

मैंने अपने ही चेहरे पर कई चेहरे चढ़ते -उतरते देखे।

 

रीमा मिश्रा"नव्या"

आसनसोल(पश्चिम बंगाल)


 

 



 

मध्यप्रदेश के अन्य जिलों की यात्रा के लिए ई पास आवश्यक नहीं






शिवपुरी, 31 मई 2020/ अब मध्यप्रदेश के किसी भी जिले में यात्रा के लिए ई पास की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। लॉकडाउन के दौरान आर्थिक गतिविधियों को संबल प्रदान करने और प्रदेश के भीतर आमजनों का आवागमन सुलभ बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। राज्य शासन के नवीनतम निर्देशानुसार मध्यप्रदेश में एक जिले से अन्य जिले में यात्रा करने के लिए अब ई-पास की आवश्यकता नहीं होगी।
साथ ही प्रदेश से किसी जिले से अन्य राज्य में अथवा अन्य राज्य से प्रदेश के किसी जिले में यात्रा के लिए पूर्व व्यवस्था अनुसार ई-पास प्राप्त करना अनिवार्य होगा। ऐसी परिस्थिति में व्यक्ति को पूर्व की भांति ही https://mapit.gov.in/covid-19/ पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ई-पास ऑटो जनरेटेड होंगे एवं आवेदन करते ही संबंधित को sms के माध्यम से स्वतः प्राप्त हो जाएंगे।