Monday, June 3, 2019

अदभुत अविश्वसनीय महात्मा सती प्रसाद जी महाराज जो विज्ञान के लिए बने रहस्य---

अमेठी
अदभुत अविश्वसनीय महात्मा सती प्रसाद जी महाराज जो विज्ञान के लिए बने रहस्य---


आज के युग में जहां इंसान जंक फूड खा कर अपने स्वस्थ के नुकसान पहुंचा रहा है अगर कोई व्यक्ति बीमारी में डॉक्टर के पास जाता है तो डॉक्टर उन्होंने साफ पानी पीने सलह देते हैं और साफ-सुथरा भोजन करने की सलाह देते हैं वहीं इस मामले में एक महात्मा ऐसे हैं जिन्होंने अपने जीवन का आधा से ज्यादा समय सिर्फ नदी का पानी कंकड़ नदी की बालू मिट्टी खाकर बिताया है आज यह विज्ञान के लिए एक चुनौती है|


https://www.youtube.com/watch?v=5DOI5ZT8CPE&feature=youtu.be
आज न्यूज़ कवरेज के दौरान एक ऐसे संत महापुरुष से भेंट हुई जिन्होंने अपने जीवन के लगभग 100 वर्ष गोमती नदी के किनारे और पूरे देश के भर्मण में लगा दिया ग्रामीणों की माने तो उनसे देश का कोई भी तीर्थ स्थल बाकी नहीं जहां वह ना गए हो और वह महात्मा नेपाल भूटान बर्मा देश का भी पैदल यात्रा कर चुके हैं।
लोकसभा क्षेत्र अमेठी की पावन धरती पर जन्मे संत श्री सती प्रसाद जी महाराज जोकि विज्ञान को कड़ी चुनौती दे रहे हैं जिन्होंने अपने जीवन का आधे से ज्यादा हिस्सा कंकड़ पत्थर मिट्टी बालू खाकर जीवन यापन कर रहे हैं और आज तक उनको किसी प्रकार की बीमारी वह परेशानी नहीं है वह पूर्णतया स्वस्थ हैं लगभग 100 वर्ष की अवस्था में आज भी दिन में एक से दो बार कंकड़ पत्थर का सेवन करते हैं अमेठी के ग्राम सभा गौरा प्राणी पिपरी में जन्मे इस महापुरुष की अद्भुत गाथा गांव के बच्चों बूढ़ों से भी भली बात जाना जा सकता है यह अद्भुत दृश्य विज्ञान को किसी चुनौती से कम नहीं है।



निर्देश--
कंकड़ पत्थर खाने की कोशिश घर पर ना करें यह आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है|


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