Wednesday, January 29, 2020

पुलिस की कार्यप्रणाली से छुब्ध एक महिला ने आत्महत्या की चेतावनी दी है



एसपी सिंह / ज्ञान प्रकाश मिश्रा
करनैलगंज(गोंडा)। पुलिस की कार्यप्रणाली से छुब्ध एक महिला ने आत्महत्या की चेतावनी दी है। करनैलगंज में एक महिला सफाईकर्मी की बहू के साथ 29 नवंबर की रात्रि एक व्यक्ति घर में घुसकर उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास किया और विरोध करने पर उसे मारा पीटा भी और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर गालियां दी और धमकी देते हुए फरार हो गया। इसके साथ ही परिजनों के आ जाने पर उनके साथ भी मारपीट की गई।
महिला द्वारा महिला आयोग, अनुसूचित जाति आयोग, पुलिस अधीक्षक, डीआईजी व अन्य तमाम अधिकारियों को भेजे गए प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि पुलिस ने घटना के पांच दिनों तक उसकी एफआईआर नहीं पंजीकृत किया। उसके बाद पुलिस ने मामूली धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया। बाद में पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वारा विवेचना में एससीएसटी एक्ट को भी हटा दिया गया।
जबकि जाति प्रमाण पत्र भी दिया गया। महिला का कहना है कि घर में घुसकर हुई इस वारदात में पुलिस ने समुचित धाराओं के तहत न तो मुकदमा पंजीकृत किया न ही अब तक आरोपी के विरुद्ध कोई कार्यवाही की गई। आरोपी के परिजन लगातार उसे ताना मारते हुए धमकी भी दे रहे हैं। महिला का कहना है कि प्रार्थना पत्र देकर परेशान हो चुकी है। पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। ऐसे में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है तो वह आत्महत्या करने के लिए विवश होगी।
उसने कहा है कि सामाजिक प्रतिष्ठा खराब होने से और वह और उसका परिवार पूरी तरीके से आहत है। उधर कोतवाल केके राणा बताते हैं कि संबंधित मुकदमे की विवेचना पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वारा की जा रही थी। एससी एसटी एक्ट हटाए जाने के बाद अब उसकी विवेचना कोतवाली के दरोगा द्वारा की जा रही है। विवेचना के बाद कार्रवाई अवश्य की जाएगी।


 

 



 

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