Wednesday, December 30, 2020

अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच ने बनाया अनूठा कीर्तिमान

 विश्व के 16 देशों की 120  कवयित्रियों ने किया काव्य पाठ

नई दिल्ली 31 दिसम्बर(डॉ.शम्भू पंवार) अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच तंजानिया की संस्थापिका डॉ. ममता सैनी ने  ऑन लाइन चार दिवसीय 'महिला' काव्य सम्मेलन 'का भव्य आयोजन किया।
 इस भव्य आयोजन की सयोजक डॉ.ममता सैनी ने विश्व के 16  देशों की 17 वर्ष से 75 वर्ष तक कि 120 महिला कवयित्रियों को काव्य प्रेमी मंच पर काव्य पाठ करवा कर अपने आप मे अनूठा ,अद्भुत,रोचक, और अप्रितम आयोजन किया।
इस आयोजन में भारत,अमेरिका,
जर्मनी, क़तर, दोहा, सिंगापुर, रूस,  तंजानिया, फिंलिपींस, नैरोबी, कनाडा, बहरीन, केन्या, यूगांडा, आबूधाबी, नाइजीरिया और नेपाल आदि देशों की  कवयित्रियों ने प्रतिभगीता की।
   कवि सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच की संस्थापिका एवं कार्यक्रम की संयोजक प्रसिद्ध कवयित्री डॉ ममता सैनी (तंजानिया) ने की।चार दिवसीय  इस काव्य अनुष्ठान के पहले दिन  तंजानिया के सुप्रसिद्ध कवि जीतू जलेसरी जी के कुशल संचालन मे देश विदेश की 35 कवयित्रियों व दूसरे दिन प्रतिष्ठित कवि सी ए अजय गोयल के संचालन में 35 कवयित्रियों ने तीसरे दिन भारत से सुप्रसिद्ध कवयित्री व मंच संचालिका डॉ.कीर्ति काले की गरिमामयी अध्यक्षता एवं कवि अमित शर्मा के कुशल एवं प्रभावी संचालन मे 26 कवयित्रियों ने अपनी सुमुधर रचनाओं की प्रस्तुतु दी।
   इस साहित्यिक अनुष्ठान के अंतिम सत्र में  देश विदेश की 26 प्रसिद्ध कवयित्रियों ने इस साहित्यिक अनुष्ठान मे रचनात्मक पूर्णाहुति डाली। अंतिम सत्र का संचालन  कवि जीतू जलेसरी ने किया ।
    आयोजन की संयोजिका डॉ ममता सैनी ने सी.ए. राकेश सैनी (तंजानिया) के सहयोग एवम् उत्साह वर्धन का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि शीघ्र ही इन सभी कवियित्रियों की रचनाओं का संग्रह प्रकाशित किया जाएगा। 
 भारत सहित विश्व के 16 से भी अधिक देशों से आई डाॅ संहिता अग्निहोत्री, डॉ कीर्ति काले,अंशु पाल'अंशु',अर्चना पांडा, श्वेता सिंह, डाॅ नमिता राकेश,सुरेखा अग्रवाल, रेखा भदौरिया, नन्दिनी श्रीवास्तव, वेदिका आदि  कवयित्रियों की नायाब कविताओं से सुसज्जित अन्तरष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच द्वारा आयोजित इस साहित्यक आयोजन को कवि सीए. अजय गोयल (तंजानिया) द्वारा लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स एवं गिनीज़ बुक ऑफ रिकार्ड्स मे उल्लिखित कराने का प्रयास जारी है।

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