हमारे वतन को हुआ क्या है ?
दमघोंटू चुप्पियों में छुपा क्या है ?
जिधर देखिए बस लूट-खसोट
नफ़रत का धुआं-धुआं क्या है ?
शासन से सवाल क्यूं नहीं पूछते
डर है, दहशत है औ क्या-क्या है ?
अपनी धनक में जो भूले हैं देश
सत्ता का ऐसा भी नशा क्या है ?
बेरुखी का नूर उनके चेहरे पर है
ऐसी जम्हूरियत का गुमां क्या है ?
रियाया मरती है मरे, फर्क नहीं
फिर अमन-चैन की दुआ क्या है ?
शेर के बच्चों,दहाड़ना मत भूलो
अमां यार ये हुआं-हुआं क्या है ?
जो जीत न पाए प्रजा का दिल
बता "वंदन", ऐसा राजा क्या है ?
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