Saturday, February 6, 2021

पुरुलिया के अनाड़ा में पुरुलिया जिला तृणमूल कांग्रेस हिंदी प्रकोष्ठ के बैठक का आयोजन हुआ


नितुरिया : पुरुलिया जिला तृणमूल कांग्रेस हिंदी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शांतिभूषण प्रसाद यादव के नेतृत्व में प्रकोष्ठ की ओर से अनाड़ा के एक लॉज में हिंदी भाषा वासियों की समस्याओं को लेकर एक सभा का आयोजन किया गया

    जिसमें राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य के हिंदी भाषा भाषियों को किस तरह से सहायता प्रदान की जा रही है इस विषय में विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया। इस मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित पश्चिम बंगाल तृणमूल हिंदी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विवेक गुप्ता ने कहा इन दिनों राज्य में हिंदी के विकास के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सैकड़ों स्कूल निर्माण करने की घोषणा की है। जिसमें पुरुलिया जिला भी शामिल है। पुरुलिया जिले में भी लाखों की संख्या में हिंदी भाषा भाषी लोग निवास करते हैं। उनके लिए शिक्षा के क्षेत्र में किस तरह से और भी विकास किया जाए इस पर जिला के तृणमूल हिंदी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शांति भूषण प्रसाद यादव को जिम्मेवारी दी गई है। उन्होंने इस बीच हिंदी भाषा भाषियों के विकास के लिए हिंदी शिक्षा के विकास के लिए विद्यालयों के निर्माण के साथ-साथ अन्य तरह की सहायता प्रदान करने का प्रस्ताव दिया है। जिस पर प्रकोष्ठ द्वारा विचार विमर्श कर जल्द ही यहां हिंदी के लिए नए स्कूल का निर्माण कार्य आरंभ होगा।

विवेक गुप्ता ने कहा कि राज्य में 11 करोड़ आबादी में से सवा करोड़ हिंदी भाषा भाषी के लोग हैं जो राज्य भर में फैले हुए हैं। हम लोग हर जगह जाते हैं ताकि उनसे मिलने का मौका मिले और उनकी समस्याएं भी जान सकें।  उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राज्य की जनता के लिए स्वास्थ साथी या इसी तरह की अन्य  योजनाएं चालू करती हैं जो पूरी राज्य की जनता के लिए होता है। पर उन्हें लगता है कि हिंदी भाषा वासी उनसे नाराज हैं या उनका समर्थन नहीं करते हैं।इसे लेकर उन्होंने लोगों से संक्षिप्त में उनकी समस्याएं सुनी ताकि उनका निराकरण करने के लिए मुख्यमंत्री तक यह पहुंचाई जा सके। उन्होंने कहा कि माकपा सरकार से मैंने हिंदी में प्रश्न पत्र चालू करवाने के लिए 10 साल लड़ाई लड़ी पर उन्होंने हिंदी में प्रश्न पत्र शुरू नहीं किया। जब ममता बनर्जी मुख्यमंत्री बनी तब 2011 में 10वीं और 12वीं कक्षा की प्रश्न पत्र हिंदी में शुरू करवाएं। उन्होंने कहा कि 2011 में 1000 भी हिंदी माध्यमिक स्कूल नहीं थे। पर फिलहाल सोलह सौ हिंदी माध्यम के स्कूल हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी खुशी की बात है कि पूरे भारतवर्ष में दूसरा हिंदी का महाविद्यालय पश्चिम बंगाल के हावड़ा में बन रहा है। उन्होंने कहा कि 10 साल में काफी काम कर लिए गए हैं। अभी और काम करने बाकी हैं।  उन्होंने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि हर गांव में स्कूल चालू करें। गर्ल्स स्कूल और हॉस्टल भी हों। 

 इस दौरान कुछ लोगों ने हिंदी से जुड़ी समस्याओं को रखा। उनमें थानों के नाम बोर्ड पर हिंदी में लिखे जाने की सिफारिश की तथा कहा कि थानों में हिंदी में आवेदन लिए जाने की व्यवस्था होनी चाहिए। 

 मौके पर पुरुलिया जिला तृणमूल हिंदी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शांति भूषण प्रसाद यादव, पश्चिम बर्दवान तृणमूल हिंदी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनोज यादव, सुरेंद्र राम, पुलक बनर्जी, संजय शर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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