Wednesday, December 20, 2023

पत्तल

आइए, पत्तलों की परंपरा फिर से पुनर्जीवित करते हैं, be organic....
खुशी इस बात की है कि हम सभी अपनी संस्कृति को सहेजने को आतुर हैं व अपनी परंपराओं का आज भी सम्मान करते हैं। हमारे पत्तल, डोने बनाने वाले भाई व उनके परिवार आप सबका स्नेह पाकर बहुत खुश हैं और अपने इस रोजगार के लिए उन्हें रोशनी की न ई किरण दिखी है। मुझे उम्मीद है हम उन्हें नाउम्मीद नहीं होने देंगे। जो भरोसा आप सबने उन्हें दिलाया है वो कायम रहेगा ..


अकसर हम ब्रेंडिड चीजें बिना मोल भाव के लेते हैं। कभी बिना मोलभाव अपनी परंपरा को भी देना चाहिए। हमें भूलना नहीं चाहिए परंपरा, पर्यावरण, पेशा, परिवार, पशुधन का संरक्षण हमारा ही दायित्व है

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