सेमल कांटे वाला वृक्ष बढ़ाए फर्टिलिटी, दूर करे कमजोरी:खून की सफाई करे, खांसी और मुहांसे ठीक करे, ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाए!
ताकत के लिए बेहतरीन योग!
छोटे सेमल के पेड़ की मूल जिसकी हाइट 7 से 8 फिट हो उसको निकाल कर कूट करके बारिक पाउडर करके इसमें सिंघाड़े का पाउडर मिला करके सुरक्षित रखना कांच के पात्र में... अब इसको 10 ग्राम की मात्रा में दूध में डाल करके हल्का सा पका लें।
इसमें हल्की खांड भी मिला ले और खाली पेट इसे पी लें रात को खाना खाने के बाद एक महीने के अंदर शरीर में अपार बल की वृद्धि होती है।
बहुत ही सुंदर आसानी से तैयार होने वाला इम्यूनिटी बूस्टर शक्तिशाली योग है!!!"""""
यह प्रयोग पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए समान रूप से अत्यंत लाभकारी है!!!!!!!!!!
खून की सफाई करे, खांसी और मुहांसे ठीक करे, ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाए|हेल्थ एंड फिटनेस,Health & Fitness -
सेमल के पौधे से एक प्रकार का गोंद निकलता है। जिसे मोचरस कहा जाता है। आयुर्वेद चिकित्सा में मोचरस, सेमल के कांटे, जड़ एवं सेमल की छाल का अधिक प्रयोग किया जाता है। नए पेड़ की जड़ को मूसल नाम से पुकारा जाता है। जिसका प्रयोग शक्तिवर्धक औषधि के रूप में प्रमुखता से किया जाता है।
इस पेड़ से निकलने वाली रुई के गद्दे एवं तकिए ही भरे जा सकते हैं। इन्हें काता नहीं जा सकता इसकी रुई से बना तकिया यूज करने से थकान, माइग्रेन और आंखों की कमजोरी कम होती है। डॉक्टर अचल बता रहे हैं सेमल के फायदे।
महिला और पुरुष दोनों के लिए फायदेमंद सेमल आयुर्वेद में सेमल का पेड़ औषधीय गुणों का खजाना माना गया है। इसके पत्ते महिलाओं में होने वाली गंभीर वजाइनल डिस्चार्ज यानी ल्यूकेरिया में बहुत मददगार होते हैं। वहीं सेमल का इस्तेमाल पुरुषों की फर्टिलिटी को बढ़ाने में और कमजोरी को दूर करने में किया जाता है।
खून की सफाई करे सेमल सेमल के पत्ते और फूल ब्लड प्यूरीफायर की तरह काम करते हैं। खून को साफ करने के लिए आप सेमल के फूल और फल का सेवन कर सकते हैं। इससे रक्त संबंधी समस्याएं ठीक होने में मदद मिलती है। सेमल का फूल शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालता है, खून की सफाई करता है।
ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन बढ़ाए अगर मां के शरीर में दूध नहीं बन रहा है तो नियमित रूप सेमल की जड़ की छाल का पाउडर लेने से ब्रेस्ट मिल्क बनने लगता है। सेमल की जड़ को धोकर पाउडर बनाने के बाद दूध में मिलाकर पीने से भी ब्रेस्ट मिल्क का उत्पादन बढ़ सकता है ।
एंटी-माइक्रोबियल प्रभाव से खांसी से राहत सेमल में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। अगर आपको खांसी की शिकायत है तो सेमल की जड़ का सेवन करें। इससे आपको खांसी की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी।
मुंहासे करे दूर सेमल के फूल में एंटीएजिंग क्षमता होती है, जो उम्र बढ़ने के कारण त्वचा पर दिखने वाली झुर्रियों को कम कर सकता है। सेमल की पत्तियों और छाल में एंटी-एक्ने क्षमता होती है, जो मुंहासे की समस्या से राहत दिला सकती है । इसमें एंटी माइक्रोबियल इफ़ेक्ट होता है, जो फोड़े और चिकन पॉक्स जैसी त्वचा संबधी समस्याओं को कम कर सकता है। सेमल की जड़ से बने पेस्ट को मुंहासे, त्वचा के दाग-धब्बे और पिगमेंटेशन के घरेलू इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है।
पीरियड्स में फायदेमंद सेमल का फूल पीरियड्स से जुड़ी परेशानियों में सेमल का फूल काफी फायदेमंद है। एक रिसर्च के अनुसार, सेमल की जड़ में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इस वजह से आयुर्वेद में सेमल के फूल को पीरियड्स के दौरान होने वाली हैवी ब्लीडिंग में फायदेमंद बताया गया है। इरेगुलर पीरियड्स की समस्या में भी सेमल का इस्तेमाल फायदा पहुंचाता है। यह पीरियड्स से जुड़ी अन्य समस्याओं में भी लाभकारी है।
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