Thursday, June 4, 2020

प्रसव पीड़िता ने ऐसे विचित्र बच्चे को जन्मा उक्ति बच्चे की चार घंटे में हो गई मौत




*संवाददाता अरमान*

 हैदरगढ़ बाराबंकी विकास खंड सिद्धौर क्षेत्र के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र असन्द्रा पर बुधवार को जहाँ एक प्रसव  पीड़िता ने एक ऐसे विचित्र बच्चे को जन्म दिया जो जन्म के करीब चार घंटे बाद उक्त  बच्चे की मौत हो गई जबकि मां पूरी तरह से स्वस्थ हैं।सिद्धौर ब्लाक के ग्राम गनेशी का पुरवा निवासी धर्मेंद्र कुमार की पत्नी रीना को प्रसव पीड़ा होने पर जब परिजन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र असन्द्रा लेकर पहुंचे जहां उक्ति महिला  ने एक बिचित्र बच्चे को जन्म दिया।बच्चे को देखकर लोग आश्चर्य चकित हो गए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र असन्द्रा में तैनात ए .एन .एम. सरिता ने बताया कि बच्चे के जन्म के करीब चार घंटे बाद बच्चे की मौत हो गई जबकि मां पूरी तरह से स्वस्थ है‌।


 

 



 

भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र गौतम  जी के द्वारा पत्रकारों बंधुओं को सम्मानित किया




*संवाददाता शिवकेश गुप्ता*

रामसनेहीघाट बाराबंकी: ब्लॉक बनी कोडर के अंतर्गत ग्राम पंचायत फतेहगंज के फतेहगंज गांव में  भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीयता वादी अराजनैतिक जिला इकाई बाराबंकी के जिला अध्यक्ष विरेंद्र गौतम द्वारा पत्रकार बंधुओं को माल्यार्पण और अंग वस्त्र, मास्क देकर सोशल डिस्टेंसिंग  को मध्य नजर रखते हुए सम्मानित किया। जिसमें मुख्य रूप से दीपक वर्मा, धर्मराज यादव, हरिओम वर्मा, मुकेश यादव, जितेंद्र सिंह, लव कुश कुमार, विजय वर्मा ,शिव प्रकाश, आनंद कुमार वर्मा ,अमित कुमार वर्मा, सदानंद पटेल, अयोध्या प्रसाद वर्मा, अनूप वर्मा सूरज सिंह  नई बातें जन जन की आवाज  के  पत्रकार  मौजूद रहे और तमाम गांव के लोग मौजूद रहे।


 

 



 

प्यार बांटो नफरत नही

जयंत और दीपाली शादी के पहले से ही एक दूसरे से बेहद प्यार करते थेI 

थोड़ी नोक झोक रुठना मनाना सब चलता रहता था। लेकिन 

शादी के बाद तो जैसे सब कुछ बदल ही गया हर छोटी बात को लेकर बड़ी नोक-झोक होने लगी थी।

बहुत दिनों तक दोनों एक दूसरे से बात चीत करना पसंद नहीं करते थे।आज दीपाली का जन्म दिन था जयंत को दीपाली ने याद भी नहीं दिलाया....वह देखना चाहती थी कि जयंत को उसका जन्म दिन याद भी है या नहीं? लेकिन जयंत तो हमेशा की तरह घर से तैयार होकर दफ़्तर चला गयाI जयंत के दफ़्तर जाते ही दीपाली की आखों में आसूं भर आए वो सोचने लगी क्या सच में यह अब भी वही जयंत है जो शादी से पहले था!मेरी कितनी देखभाल,मुझसे जुड़ी हर छोटी बड़ी चीजें याद रखता था..I सोचते-सोचते दीपाली की आंख लग गई I तभी दरवाजे की घंटी सुनाई पड़ीI दीपाली ने दरवाजा खोला तो देखा कि जयंत हाथों में गुलाबी गुलदस्ते और ढेर सारे उपहारों को हाथ में लेकर खड़ा थाI दीपाली ने गुलदस्ते और उपहार को थामते हुए जयंत के सीने से लिपट गईI जयंत घर के अंदर चला गया, दीपाली सोफे पर बैठी सोच ही रही थी कि वो कितनी गलत थी जो जयंत को गलत समझ रही थी....कि तभी दीपाली का फोन बज उठा फोन नजदीकी पुलिस थाने से था फोन करने वाले पुलिस वाले ने बताया कि जयंत का बुरी तरह एक्सीडेंट हो गया है अब वो इस दुनिया में नहीं है,,पुलिस को जयंत का पर्स वा मोबाइल बरामद हुआ है I लेकिन तभी दीपाली को याद आया कि जयंत तो उसको गिफ्ट और गुलदस्ते देकर घर के अंदर गया हैI लेकिन दीपाली को वह बात भी याद आ गई जो उसने बहुत पहले सुन रखी थी कि मृत्यु के बाद हर किसी की आत्मा अपनी अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए एक बार आती जरूर हैI दीपाली भागते हुए कमरे में गई और देखा तो जयंत कमरे में नहीं थाI दीपाली को आभास हो गया कि जयंत की आत्मा अपनी अंतिम इच्छा पूरी करने उसके पास आई थीI वापस लौट आओ जयंत वापस लौट आओ यह कहकर

दीपाली जोर-जोर से रोने लगीIतभी दरवाजे की घंटी बजी दीपाली भागकर दरवाजा खोली देखी तो जयंत उदास मुंह लटकाए दरवाजे पर खड़ा था दीपाली को देखते ही जयंत बोला घर से दफ्तर के लिए निकलते ही रास्ते में किसी चोर ने मेरा पर्स और मोबाइल दोनों चुराकर भाग गया..इसलिए मैं तुम्हारे लिए गुलदस्ते और उपहार नहीं खरीद पाया शौरी... यह सुनते ही दीपाली पागलों की तरह जयंत से लिपटकर रोने लगी और सिसकते हुए बोली की तुम मेरे पास हो मेरे साथ हो यह मेरे लिए सबसे बड़ा उपहार है..अब इस जन्म में मेरा तुमसे कभी कोई भी झगड़ा नहीं होगा..I आज जिंदगी का सबसे बड़ा उपहार और सबक मुझे मिल चुका हैI कि रिश्ते की अहमियत को समझना है I जब तक जिंदगी है तब तक सिर्फ प्यार बांटना है नफरत नहीI 

 

विजन स्प्रिंग ने वितरित कराया मास्क साबुन व जागरूकता पत्रक  




दैनिक अयोध्या टाइम्स/महफूज अहमद

शुकुल बाजार ,अमेठी। वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ाई 

 के लिए लोगों के हाथ बढ़ते चले जा रहे हैं इसी कड़ी में अग्रणी संस्था विजन स्प्रिंग फाउंडेशन के तत्वावधान में जनपद अमेठी के विकासखंड शुकुल बाजार के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को संस्था के समन्वयक मनीष कुमार त्रिपाठी द्वारा जरूरतमंद परिवारों को मास्क, मास्क सफाई के लिए डिटर्जेंट ,हाथ धुलने के लिए साबुन व जागरूकता पत्रक से संबंधित किट का वितरण किया उन्होने बताया  कि संस्था का उद्देश्य यह है कि अधिक से अधिक लोग  कोरोना के प्रति जागरूक बने तथा मास्क लगाते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तभी हम कोरोना जैसी महामारी से जीत सकते हैं श्री त्रिपाठी ने बताया कि संस्था द्वारा देश के सत्तरह राज्यों के सत्तावन जिलों में  यह जागरूकता कार्यक्रम व किट का वितरण कर रही है जिस से लगभग एक लाख परिवारों को जागरूक किया जायेगा जिस से दैनिक मजदूर, कारपेंटर, बुनकर,वाहन चालको को लच्क्षित किया गया है  विजनस्प्रिंग द्वारा तैयार की गई इस किट को पाकर जरूरतमंदों के चेहरे खिल उठे और लोगों ने इसकी सराहना की ।