Friday, June 5, 2020

जिला अधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा बनाया गया रोस्टर पर कोई भी व्यापारी का नहीं दे रहा ध्यान

बरेली शहर के अंदर जिला अधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा बनाया गया रोस्टर पर कोई भी व्यापारी का ध्यान नहीं दे रहा है और वह अपनी मनमर्जी के अनुसार दुकानें खुल रहा है जिसकी जानकारी बरेली जिले के जिला अधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी है लेकिन रोस्टर के हिसाब से कोई भी काम बरेली जिले के अंदर नहीं चल रहा है और ना ही कोई अधिकारी उन दुकानों का चालान कर रही है जो दुकान है अवैध रूप से सुबह 7:00 बजे से खोल दी जाती हैं उन दुकानों को कोई भी अधिकारी चेक नहीं कर रहा है ऐसा क्यों|


बेजुबानों की मदद कर रहे हिन्दू  युवा वाहिनी के क्रयकर्ता




*संवाददाता:- जितेंद्र सिंह अन्नू*

उत्तर प्रदेश बाराबंकी सिद्धौर में हिन्दू युवा वाहिनी के कार्य स्थानीय लोगो मे ख़ुशी का माहौल बना आज सुबह तड़के एक सूचना पर की एक नीलगाय भारत गैस एजेंसी मंदिर के पास बाग में अत्यंत गंभीर अवस्था में चोटिल है सूचना पर नगर प्रभारी धर्मराज सिंह नगर अध्यक्ष पंकज मौर्य जिला महामंत्री दीप्तांशु निगम प्रदुम वर्मा उपाध्यक्ष जगदेव सरदार सिंह  ननकू राहुल नाग मनोज कश्यप बालक राम शेष कुमार आदि सभी लोग मौके पर पहुंचकर नीलगाय को काबू में किया और गांव पर औपचारिक मलमपट्टी की उसके बाद पशु चिकित्सालय के डॉक्टर और वन विभाग के इंचार्ज को सूचना दी गई सूचना पर तत्काल पहुंचे डॉक्टर ने पूर्ण रूप से नीलगाय का इलाज किया और वन विभाग की टीम ने गाड़ी को बुलवाकर हरख अस्पताल में नीलगाय को ले गए ।इस मौके पर अभिषेक राजपूत विनोद सोनी अनिल सोनी हरीश अज्जू रवि रवि राजपूत इत्यादि लोग सहयोग में मौजूद रहे।


 

 



 

सम्राट महाराणा प्रताप पर टिप्पणी कर विवादों में फंसे योगी के मंत्री, कांग्रेस एमएलएसी ने प्रशासन से की शिकायत 




अमेठी विजय कुमार सिंह

अमेठी : योगी सरकार में मंत्री और अमेठी के जगदीशपुर विधानसभा से विधायक सुरेश पासी विवादों के घेरे में आ गए हैं. सड़क पर लगे एक बोर्ड के कारण लोगों में आक्रोश है. दरअसल यूपी सरकार में गन्ना विकास एवं चीनी मिल राज्यमंत्री सुरेश पासी ने जगदीशपुर के जाफरगंज बाईपास पर महाराणा प्रताप पर टिप्पणी करने वाला एक बोर्ड लगाया था. जिसके बाद कांग्रेस एमएलसी ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की और अल्टीमेटम दिया. विवाद बढ़ने के बाद प्रशासन ने इस बोर्ड को तत्काल हटा दिया है. हालांकि, इस पूरे मामले को लेकर मंत्री सुरेश पासी ने बुधवार को ही सोशल मीडिया पर लिखा कि भाई साहब मिस प्रिंट हो गया है सही हो जाएगा. 

बता दें कि सम्राट महाराणा प्रताप द्वार पर मंत्री ने एक बोर्ड लगवाया, जिसपर लिखा था 'समय इतना बलवान होता है कि एक राजा को भी घास की रोटी खिला सकता है.' बोर्ड पर लिखे इस इस पंक्ति पर विवाद खड़ा हो गया. राजपूत समाज ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए इसे तत्काल हटाने की मांग की. साथ ही साथ कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने भी अपना विरोध दर्ज कराया. दीपक सिंह ने कहा, 'गंदी विचारधारा वाले' दीपक सिंह ने कहा, 'शौर्य पराक्रम वीरता की पहचान महाराणा प्रताप ने समय बलवान होने के कारण नहीं बल्कि स्वाभिमान के कारण घास की रोटी खाई थी. सुरेश पासी ने जो बोर्ड लगवाया उससे हमारे गौरवशाली इतिहास का अपमान हुआ है. यह बोर्ड उस विचारधारा की गंदी सोच है जिन्होंने लिखित माफी मांगकर अंग्रेजों की अधीनता स्वीकार कर ली थी.'

जिला प्रशासन को लिखे पत्र में 

दीपक सिंह ने कहा कि मंत्री की विचारधारा उन लोगों की है जो अभी तक कांग्रेस के महापुरुषों का अपमान करती थी. अमेठी में कीचड़ से अनाज की बात कहकर अपमानित करती थी. अब उनकी विचारधारा इतना नीचे गिर गई है. महाराणा प्रताप का ऐसा अपमान अब बर्दाश्त नहीं होगा. कांग्रेस एमएलसी ने डीएम को अल्टीमेटम दिया कि अगर तत्काल इस बोर्ड को नहीं हटाया गया तो वह स्वंय जाकर इसे हटा देंगे. जिसके बाद अब बोर्ड को हटवा दिया गया है.


 

 



 

उत्तर प्रदेश में बिजली निगम में सभी कैशियरों की होगी जांच 





गोरखपुर। नगरीय विद्युत वितरण निगम मोहद्दीपुर में कैशियर द्वारा गबन किए जाने के बाद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी के बालाजी ने सभी जिलों में कैशियर, कार्यालय सहायक की आईडी, तीन साल में उनके द्वारा किए गए कार्यों की जांच कराने का निर्देश दिया है। इसके लिए अधिशासी अभियंता के नेतृत्व में टीम बनानी होगी, जिसमें लेखा विभाग के अधिकारी भी शामिल होंगे। 20 जून तक सभी जिलों की रिपोर्ट भेजनी होगी। मोहद्दीपुर में कैशियर इफ्तेखार ने करीब 43 लाख रुपये का गबन किया था। उसे निलंबित किया जा चुका है और निगम की ओर से एफआइआर भी दर्ज कराई गई है। सभी मुख्य अभियंताओं को जारी पत्र में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी ने गोरखपुर के अलावा दो अन्य जिलों में हुए गबन का जिक्र भी किया है।
पर्यवेक्षकों की भूमिका भी संदिग्ध
एमडी ने कहा है कि अन्य जिलों में भी कैशियरों द्वारा आईडी का गलत इस्तेमाल कर अनियमितता करने से इनकार नहीं किया जा सकता है। कैश काउंटर और कैशियरों की भूमिका के साथ पर्यवेक्षकों पर भी सवाल उठाए गए हैं। गबन में पर्यवेक्षकों की भूमिका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। उनकी भूमिका की भी जांच की जाएगी। पिछले तीन साल में कैश से जुड़े जो भी काम किये गए हैं, उनकी ऑडिट कराई जाएगी। किसी प्रकार की अनियमितता मिलने पर कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया गया है।

शहर के चार खण्डों में हो रही जांच
मोहद्दीपुर में अनियमितता मिलने के बाद मुख्य अभियंता देवेंद्र सिंह ने शहर के चारों वितरण खण्डों में कैशियर व सहायकों की जांच करने का निर्देश दिया है। जोन स्तर पर तीन सदस्यीय कमेटी बनी है। इसकी रिपोर्ट जल्द ही आएगी। इस संबंध में मुख्‍य अभियंता ई. देवेन्‍द्र सिंह का कहना है कि सभी जिलों में कैश काउंटर से जुड़े कार्य, कैशियरों के आईडी, उनके द्वारा पिछले तीन साल में किए गए कार्य की जांच कराई जाएगी। जांच जल्दी शुरू हो जाएगी।