Wednesday, January 29, 2020

लूट के मामले का खुलासा कर आरोपी को किया गिरफ्तार




शिवपुरी - दिनांक 26.05.18 को फरियादी मोहर सिंह पुत्र परमाल सिंह उम्र 32 साल निवासी ग्राम पगारा ने रिपोर्ट की, कि वह अपनी टीवीएस स्टार स्पोर्ट मोटरसाइकिल से अमरलाल पाल को रन्नौद  छोड़कर अकेला वापस अपने घर जा रहा था, करीबन 07ः15 बजे शाम को सिद्ध कलेश्वर घाटी के ऊपर मथना रोड पर दो अज्ञात व्यक्तियों ने रोककर कट्टा अड़ाकर मेरी जेब से मोबाइल जिओनी कंपनी का एवं पर्स जिसमें 2000 रू रखे थे मय मोटरसाइकिल के लूट कर ले गए। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना रन्नौद में अपराध क्रमांक 100/18 धारा 392 भादवि एवं 11,13 एमपीडीपीके एक्ट के तहत कायम कर विवेचना में लिया गया।

घटना में आरोपी रमेश पुत्र मंगल सिंह केवट निवासी हरिपुरा थाना कोलारस द्वारा कोलारस में एक दुकानदार के पास मोबाईल बेचने को दिखाया, संदेह होने पर दुकानदार ने समझदारी दिखाते हुए आधार कार्ड लिया जिससे नाम पता ज्ञात होने पर तत्काल थाना प्रभारी रन्नौद उनि. के. एन. शर्मा को सूचित किया जिस पर से थाना प्रभारी रन्नौद द्वारा पुलिस टीम के साथ उसके गांव जाकर तलाश किया तो आरोपी गांव छोड़कर लापता हो गया। 

पुलिस अधीक्षक शिवपुरी श्री राजेश सिंह चंदेल द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए उक्त घटना के आरोपी को पकड़ने हेतु एक टीम को गठन किया उक्त पुलिस टीम द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवपुरी श्री गजेंद्र सिंह कंवर एवं एसडीओपी कोलारस श्री अमरनाथ वर्मा के निर्देशन में आरोपी की धरपकड़ की कार्यवाही शुरू की गई आज दिनांक 28.01.20 को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपी रमेश पुत्र मंगल सिंह केवट उम्र 35 साल निवासी हरीपुरा थाना कोलारस को दबोचकर पूछताछ की गई तो उसके द्वारा 1 साल 8 माह पूर्व की उक्त लूट की घटना का खुलासा करते हुए अपने एक साथी के साथ मिलकर घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस टीम द्वारा आरोपी रमेश केवट से घटना में प्रयुक्त 315 बोर का एक देशी कट्टा एवं दो जिंदा कारतूस तथा एक लूटा हुआ मोबाइल जिओनी कंपनी का कीमत 5000 रू का बरामद कर लिया है तथा उसके साथी की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।


 

 



 

थाना पिछोर द्वारा हाईकोर्ट ग्वालियर के एक प्रकरण में फरार 30000 रू के ईनामी वारंटी को किया गिरफ्तार




शिवपुरी - पुलिस अधीक्षक शिवपुरी श्री राजेश सिंह चंदेल के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय शिवपुरी श्री गजेंद्र सिंह कवर, प्रभारी एसडीओपी पिछोर श्री आत्माराम शर्मा के मार्गदर्शन में थाना पिछोर पुलिस टीम द्वारा माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ ग्वालियर के आपराधिक अपील क्रमांक 647/10 में फरार वारण्टी संग्राम पुत्र भैयालाल पाल उम्र करीब 32 साल निवासी ग्राम रही रूपनवारा को माननीय अपर सत्र न्यायालय शिवपुरी द्वारा थाना भौंती के अपराध क्रमांक 95/09 धारा 302 भादवि के प्रकरण क्रमांक 140/2009 धारा 302 भादवि में दोषसिद्ध किया जाकर आजीवन कारावास एवं 500 रू के अर्थदंड से दंडित किया गया था। जो कि माननीय न्यायालय से जमानत पाकर उक्त आरोपी वर्ष 2012 से फरार था, जिसे मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी पिछोर द्वारा अपनी टीम के साथ दबिश देकर दिनांक 28.01.20 को गिरफ्तार किया गया। उक्त वारंटी पर श्रीमान उप-पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर द्वारा 30000 रू का ईनाम घोषित किया था। 

 

उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी पिछोर निरी. अजय भार्गव, उनि संजीव पंवार, प्रआर चरण सिंह, आरक्षक रामनाथ रावत एवं आरक्षक हिमांशु चतुर्वेदी की सराहनीय भूमिका रही।


 

 



 

अधीक्षक की अध्यक्षता में शाखा डाकघर मछली गांव मे मेले काआयोजन कर डाक विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी



डाक अधीक्षक की अध्यक्षता में शाखा डाकघर मछली गांव में मेले का आयोजन कर डाक विभाग की विभिन्न योजनाओंं की जानकारीडाक अधीक्षक की अध्यक्षता में शाखा डाकघर मछली गांव में मेले का आयोजन कर डाक विभाग की विभिन्न योजनाओंं की जानकारी
29 जनवरी, 2020
बी.के.ओझा
मनकापुर ,गोंडा। डाक अधीक्षक की अध्यक्षता में शाखा डाकघर मछली गांव में एक मेले का आयोजन किया गया जिसका शीर्षक का डाक विभाग बैंक आपके द्वार इस मेले में सुकन्या समृद्धि योजना डाक जीवन बीमा ग्रामीण डाक जीवन बीमा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक जमा निकासी एंड फंड ट्रांसफर के बारे में ग्रामीणों को बताया गया।
मेले में डाक अधीक्षक फणीश्वर नाथ, सहायक अधीक्षक सूबेदार सिंह, डाक निरीक्षक सत्रोहन वर्मा तथा आईपीपीबी सहायक प्रबंधक अनिल कुमार चौरसिया एवं ग्राम प्रधान लाल साहब, सर्वेक्षक शैलेश, आसाराम, डाकपाल, संजय कुमार श्रीवास्तव, प्रदीप सिंह, रविंद्र प्रताप सिंह, अखिलेश, राजेश कुमार मिश्र, प्रमोद, संतोष उपाध्याय आदि लोग उपस्थित रहे।


 

 



 

दबंगो के द्धारा मंदिर कब्जा किये जाने पर हिन्दू संगठनों ने कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन



गोण्डा। गोंडा शहर के मोहल्ला रिकाबगंज के पास स्थित दूधनाथ मंदिर जो कई दशको पुराना बना हुआ है जहां स्थानीय लोग नियमित पूजा पाठ करते है।वहीं कुछ दबंग किस्म के लोग मंदिर के अगल-बगल दीवाल उठाकर मंदिर को कब्जा करना चाहते हैं।विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल व दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारियों दिखाई एकजुटता दिखाते हुए , शिकायत लोगों द्वारा किये जाने के बावजूद स्थानीय प्रशासन द्वारा विपक्षियों के खिलाफ कार्रवाई नही की गई।मोहल्ले के लोग इकट्ठा होकर विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल व दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारियों के साथ एक ज्ञापन देवीपाटन मंडल के मंडलायुक्त महेंद्र कुमार को दिया है।
ज्ञापन में बताया गया कि वहीं पर एक दुर्गा पूजा प्रतिमा हर साल रखी जाती है व उत्सव मनाया जाता है जिसपर अतिक्रमण कर हिंदू समुदाय के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ज्ञापन में कहा गया कि मंदिर कमेटी के कुछ लोग गलत तरीके से बगल की जमीन को बिक्री कर दिए हैं जो मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति कब्जा करना चाहते हैं।लोगो ने आरोप लगाया कि दबंंगो द्वारा नगरपालिका परिषद द्वारा गलत नक्शा भी पास करा लिया गया है। जिसकी शिकायत करने के बावजूद स्थानीय प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा है।
इसको लेकर लोगों ने उच्च न्यायालय में एक याचिका भी प्रस्तुत की है स्थानी एक महिला राजरानी ने मीडिया से बात करते हैं बताया कि रकाबगंज मोहल्ले में स्थित दूध नाथ मंदिर काफी पुराना है मोहल्ले के लोग पूजा-पाठ करते चले आ रहे हैं । कुछ अराजक के लोग मंदिर को कब्जा करना चाहते हैं उन्होंने बाउंड्री वाल कर ली है ।मंदिर को तोड़ना चाहते हैं बगल में एक मुस्लिम आरिफ ने मैरिज हाल खोल रखा है। उन्होंने पड़ोसी रामगोपाल गुप्ता को लालच दिया इस जमीन को बेच दिया है कहीं बगल में मंदिर को कब्जा करना चाहते हैं ।
वहीं इस पूरे प्रकरण को स्थानीय लोगों की मदद के लिए बजरंग दल,विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने एक ज्ञापन आयोग देते हुए कहा है कि तत्काल काम को रुकवा कर मंदिर को सुरक्षित किया जाए।


 

 



 

रवन्ना के परीक्षण के उपरांत ही कार्यदाई संस्था द्वारा ठेकेदारों को किया जाए भुगतान  -




बलरामपुर। अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कार्यदाई संस्था द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य में प्रयुक्त खनिजों के सापेक्ष देय रॉयल्टी के संबंध में बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न की गई। अपर जिलाधिकारी ने कार्यदाई संस्थाओं को निर्देश दिया कि उनके द्वारा करवाए जा रहे निर्माण कार्य में प्रयुक्त गिट्टी बालू मोरंग की रॉयल्टी ठेकेदार द्वारा जमा करवाएं। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि प्रायः देखा जा रहा है कि कार्यदाई संस्थाओं द्वारा कराए जा रहे कार्यो में प्रयुक्त गिट्टी ,बालू ,मोरंग मिट्टी आदि का ठेकेदारों द्वारा रॉयल्टी नहीं जमा की जाती है, जिससे कि राजस्व की हानि होती है। अपर जिलाधिकारी ने कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्माण कार्यों में प्रयुक्त गिट्टी, बालू, मोरंग, मिट्टी आदि का भुगतान खनन विभाग द्वारा रवन्ना के परीक्षण के उपरांत किया जाए।

बैठक में अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ला खनन निरीक्षक सुखेंद्र सिंह, डीएसटीओ संजीव कुमार, अपर उप जिलाधिकारी अलंकार अग्निहोत्री, कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।


 

 



 

 दिव्यांग जन सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हुआ प्रशिक्षण







बलरामपुर 29 जनवरी। दिव्यांगता वह स्थिति है, जिसके कारण व्यक्ति को दैनिक कार्य करने में कठिनाई का अनुभव होता है। ऐसे व्यक्ति बिना सहायता के कोई भी कार्य नहीं कर पाते। दिव्यांगता एक बीमारी नहीं बल्कि बीमारी व किसी अन्य कारण की वजह से उत्पन्न स्थिति है। दिव्यांगता कई प्रकार की होती है। ऐसे व्यक्तियों को देखकर, जांचकर व पूछकर उनकी दिव्यांगता का पता आसानी से लगाया जा सकता है। 

बुधवार को सदर ब्लाक के स्वर्ण जयंती सभागर में दिव्यांग जन पुनर्वास अधिकारी मुकलेश कुमार ने यह बातें आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए कही। दिव्यांग जन सशक्तिकरण और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ग्रामीण स्तरीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के दौरान उन्होने कहा कि सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के अंतर्गत जागरूकता के लिए 21 प्रकार की दिव्यांगताओं को शामिल किया गया है। जिनके लक्षण जैसे चलन दिव्यांगता, बौनापन, मांसपेशी दुर्विकास, तेजाब हमला पीड़ित, दृष्टि बाधित, अल्पदृष्टि, श्रवण बाधित, कम, ऊंचा सुनना, बोलने एवं भाषा की दिव्यांगता, कुष्ठ रोग से मुक्त, प्रमस्तिष्क घात, बहु दिव्यांगता, बौद्धिक दिव्यांगता, सीखने की दिव्यांगता, स्वलीनता, मानसिक रूगणता, बहु-स्केलेरोसिस, पार्किसंस, हेमोफीलिया, थेलेसीमिया, सिक्कल कोशिका रोग शामिल है। देहात परियोजना के सीडीपीओ राकेश शर्मा ने कहा क्षेत्र की आंगबाड़ी कार्यकत्रियां दिव्यांग सर्वेक्षण प्रश्न सूची की मदद से कम उम्र में ही उनकी पहचान करें। दिव्यांगों को उपचार, पुनर्वास सुविधाएं और प्रशिक्षण आदि में सहयोग करें। समाज में लोगों को दिव्यांगता से बचाव व रोकथाम की जानकारी दें और लोगों को बताएं कि घर में दिव्यांग की उचित देखभाल करें। उन्हे सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की मदद से आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में आयोजित कार्यक्रमों में दिव्यांग बच्चों को शामिल किया जाए। प्रशिक्षण के दौरान बीसीपीएम जय प्रकाश पाण्डेय, मुख्य सेविका सुमनलता, भानुमति और सावित्री ने भी आॅगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बताया कोई भी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड व विकलांगता दर्शाता हुआ फोटो लेकर सीएमओ कार्यालय में सम्पर्क कर सकता है। प्रशिक्षण के दौरान मीना कुमारी, उर्मिला श्रीवास्तव, सुमन सिंह, सुनीता व सरोज सहित नगर व देहात परियोजना की करीब 150 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां मौजूद रहीं।

-दिव्यांगों के लिए चल रहीं लाभकारी योजनाएं राज्य दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग की ओर से निराश्रित दिव्यांगों का भरण पोषण अनुदान, दिव्यांगों के विवाह हेतु प्रोत्साहन पुरस्कार, कृतिम अंग सहायता उपकरण, दुकान निर्माण संचालन योजना, निर्धन व असहाय दिव्यांग जन को चिकित्सकीय अनुदान, सरकारी बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा, दिव्यांगजन शिक्षा योजना और सरकारी नौकरी में आरक्षण सुविधा जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती है जबकि भारत सरकार की ओर से एपिड योजना, रेल यात्रा सुविधा, हवाई यात्रा सेवा सुविधा तथा दिव्यांगों के रोजगार व व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय दिव्यांगता वित्त एवं विकास निगम की ओर से तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं।


 

 




 

 

 


 



 



 




 



 लधु उधोगो पर विशेष रूप से दिया जायेगा ध्यान- सिद्धार्थ नाथ

कानपुर नगर, बुधवार को लघु उधोग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह कानपुर पहुंचे। यहां वह उधोग निदेशालय पहुंचे जहां उन्होने औधोगिक विकास से जुडी योजनाओं
की समीक्षा करते हुए कहा कि उधोगो को बढाने के लिए लगातार कार्य किये जायेगे तथा काम न करने वालो को र्बखास्त किया जायेगा।
                    उधोग निदेशालय में समीक्षा बैठक के दौरान लधु उधोग मंत्री सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि योजनाओं के अंतर्गत लधु उधोगो का विकास किया जायेगा  साथ ही इस काम को तेजी के साथ कराया जायेगा और जो भी काम नही करेगा उसे बर्खास्त किया जायेगा। साथ ही उन्होने कहा कि लघु उधोगो को विकास कैसे हो, किस प्रकार से उन्हे बढाया जाये, इसपर विशेष ध्यान दिया जायेगा। उन्होने कहा कि वर्तमान में बहुत से ऐसे उधोग है तो मंदी की मार झेल रहे है, उन उधोगो के लिए  जो भी अच्छे से अच्छा होगा वह किया जायेगा। समीक्षा बैठक में औधोगिक क्षेत्रों की स्थापना के लिए ग्राम समाज की भूमि पुनग्र्रहण व एक जिला उत्पाद जैसी योजनाओं
पर भी चर्चा की गयी।