Sunday, March 29, 2020

कछौना के तिलक नगर में मुहल्ला वासियों ने चंदा लगाकर किया छिड़काव



कछौना/ हरदोई। (अयोध्या टाइम्स)कोविड-19 करो ना वायरस महामारी के चलते कछौना कस्बा के तिलक नगर मोहल्ला में मोहल्ला वासियों के द्वारा चंदा लगाकर दवा का छिड़काव प्रतिदिन किया जा रहा है जिसमें नगर पंचायत का कोई भी सहयोग नहीं है मोहल्ला वासी सुरक्षा की दृष्टिकोण से प्रतिदिन शाम को यह छिड़काव मशीन के द्वारा करते हैं जिसमें मृगेन्द्र सिंह, लाला सिंह,टिंकू सिंह,मनीष गुप्ता,विकाश गुप्ता,दिनेश गुप्ता,
आदि लोग शामिल हैं।


 

 



 

बिल्हौर बार एसोसिएशन द्वारा निरन्तर 2 दिनों से लंच पैकेट बांटे जा रहे




पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष एवं पूर्व अध्यक्ष अजीत सिंह, हरिओम भदौरिया द्वारा राहगीर एवं दूर दराज गरीब मजदूर आदि लोगों को 2दिनों से लगातार भोजन व्यवस्था चला रहे है आपको बताते चलें कि देश में फैली  कोरोनो महामारी की वजह से देश  में लॉक डाउन रहने तक भोजन व्यवस्था अनवरत चलती रहेगी आस पास के जिन लोगों को जानकारी नही है वे लोग इन  नम्बरों पर 9794477678,9956986533,9919988988 सम्पर्क करके भोजन प्राप्त कर सकते हैं


 

 



 

गणेश पुर गांव में अभी तक नहीं हुआ सैनिटाइजर का छिड़काव





बघौली /हरदोई। (अयोध्या टाइम्स)विकासखंड अहिरोरी के ग्राम सभा उमरापुर के मजरा गणेश खेड़ा में बजबजाती गंदी नालियों में तथा गांव के अंदर ग्राम प्रधान के द्वारा अब तक किसी भी प्रकार का छिड़काव नहीं कराया गया


बताते चलें कि कोविड-19 करो ना वायरस के चलते आज सभी ब्लाकों में ग्राम प्रधानों के द्वारा अपने अपने ग्राम सभाओं सैनिटाइजर का छिड़काव या फिर अन्य बैक्टीरिया नाशक दवाओं का छिड़काव करवाया जा रहा है लेकिन उमरा पुर ग्राम सभा के मजरा गणेशपुर में अब तक इस छिड़काव के लिए कोई भी जागरूक नहीं हुआ है ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर जल्द से जल्द छिड़काव करवाया जाए।


 

 



 



ग्राम पंचायत पायली में मरीजों की स्किनिग घर से बाहर  न निकलने की दी सलाह




सुसनेर। रविवार को ग्राम पंचायत पायली में बाहर काम करने हेतु गये वापस गांव आए लोगों को सुसनेर से आई स्वास्थ  विभाग की टीम द्वारा स्किनिग की गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा राजस्थान से आए हुए लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया ग्राम पायली में सचिव रामलाल बगड़ावत दिनेश मालवीय कैलाश मालवीय द्वारा टीम को बुलाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया


 

 



 

खेत में लगी अज्ञात कारणों से आग जिससे 2 बीघा गेंहू की फसल हुई खाक।




सुसनेर ।। सुसनेर समीपस्थ ग्राम गुंदलावदा के खेड़ा में एक खेत पर आग लग गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम गुंदलाव दा के खेड़ा के निवासी परमानंद मेगवाल के खेत में अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई। आग में उनके लगबग 2 बिगा के गेहूं जलकर खाक हो गए। जब वो खेत पहुंचे तो पता चला की आग लग रही है , फिर फायर बिग्रेड की सहायता से आग पर काबू पाया गया। समय रहते अगर आग नहीं बुझती तो काफी किसानों की फसलें जल जाती।


 

 



 

पंचायत द्वारा किया गया  मास्क वितरण




सुसनेर।।सुसनेर समीपस्थ ग्राम पंचायत गणेशपुरा मे हाथ धुलाकर और लोगो के घर-घर जाकर पँचायत द्वारा सेनेटाजर किया गया ओर मास्क का वितरण भी किया गया। ओर आमजन को जागरूक किया गया तथा कोरोना महामारी बीमारी के संबद्ध में विस्तृत जानकारी  जानकारी दी गई । ओर  पंचायत वासियों से घर पर रहने की अपील की ओर माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा घोषित लॉक डाउन का पालन करने की अपील प्रधान पंचायत प्रतिनिधि निरंजन गोस्वामी द्वारा की गई की। इस अवसर पर सचिव मोहन लाल कादरा सहायक सचिव बालचन्द पाटीदार, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि कालू सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गोस्वामी, अर्जुन सिंह ,राजू दादा, ईश्वर गोस्वामी, विष्णु मास्टर,  गोवर्धन माली ,रविन्द्र गोस्वामी  आदि मौजूद थे।


 

 



 

108 व 102 के कर्मचारियों के परिवार अब भुखमरी के कगार पर



सण्डीला/हरदोई:(अयोध्या टाइम्स)-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोथावां में लगे 108 व 102 के कर्मचारियों का 2 महीने से वेतन नही मिल पाया है आज उन्ही कर्मचारियों का परिवार में भुखमरी होने का मामला सामने प्रकरण में आया है।
          ब्लॉक अध्यक्ष आदेश कुमार ने बताया कि हमारी समस्या यह है। कि  2 महीने से हम लोगो को वेतन नही मिला है। करीब 7 महीने से पी०एफ० नही कटा हुआ है। न हमारे लिए सरकार सोच रही है। कि कोई किट वगैरा मिलती है। वह भी नही मिल पा रही है। हम सब लोग परेशानीयो से जूझ रहे है। तो हमारा सरकार से यंही कहना है। कि कम्पनी  अपने अंडर से काम कराना चाहती है। तो हम सब लोग कल तक गाड़िया खड़ी कर देंगे। सरकार साफ साफ कह रही है। कि आप प्राइवेट इम्पालाई हो हम अगर हम प्राइवेट इम्पलाई है। तो कल से गाड़ी खड़ी कर देंगे।     
              सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगे ई एम टी रचित कुमार  से इस विषय पर पूछा गया तो उन्होंने बताया  कि सरकार हमारे साथ सौतेला व्यवहार कर रही है और बिना हथियार के लिए हम लोगो  को मरने के लिए छोड़ दिया गया है। एक तरफ सरकार कह रही है कि हमारी 4500 एम्बुलेंस चल  रही है और उन 4500 एम्बुलेंस पर जो 19 हजार 200 कर्मचारी है। उनका कोई ध्यान नही है। उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। सरकारी इम्प्लाई के लिए 50 लाख का बीमा है। हमारे लिए कुछ भी नही है। इस महामारी के दौर में हम लोगो को दो महीने से कोई भी सेलरी नही मिल रही है। इन लोगो ने बताया कि इनके परिवार भुखमरी पर है। सरकार इनकी तरफ कोई ध्यान नही दे रही है।
         सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगे पायलट जसवीर सिंह ने बताया कि सरकार यह कहती है कि एम्बुलेंस सरकारी है वह हमारी है। लेकिन उस एम्बुलेंस पर लगे पायलट व ईएमटी कर्मचारी वह प्राइवेट है। सरकार जो 8 हजार बन्दे के लिए सरकार कुछ नही दे रही है। तो हम लोग क्या मरने के छोड़ दिये गए है। जिस तरीके से कम्पनी व सरकार इस ओर ध्यान नही दे रहे है। सरकारी कर्मचारी के लिये पच्चास पच्चास लाख के कराए जा रहे है। हम लोगो के लिए कुछ भी बीमा वीमा नही है। दो महीने से हमे वेतन नही मिला है। हम लोग क्या खाएंगे क्या पीयेंगे जितने भी कर्मचारी है। दिन रात भाग रहे है। हम लोगो के लिए सरकार इस समय सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है।


 

 



 

दैनिक उपयोग वस्तुओं के वितरण की शिकायत पर उत्तरदायित्व ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं कोटेदार का निर्धारित किया जायेगा:- पुलकित खरे





हरदोई।(अयोध्या टाइम्स) जिलाधिकारी पुलकित खरे ने अवगत कराया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए पूरे देश को लाॅकडाउन किया जा चुका है, ऐसी दशा में ग्रामीण क्षेत्र में जनसामान्य को दैनिक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हेतु विकास खण्ड बावन में स्थिति सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों से दैनिक वस्तुओं जैसे आटा, दाल, चावल, सब्जी, मशाला, तेल, नमक, हल्दी, मिर्चा, अजवाईन, साबुन, दूथपेस्ट एवं अन्य सामग्री की आपूर्ति की जायेगी।उन्होने बताया कि बावन ब्लाक के ग्राम पंचायत बेहटी में कोटेदार सत्यपाल, भिठारी में कमलेश, राजू, शिवकुमार तथा अंगबेहटा में कोटेदार विरेन्द्र कुमार द्वारा आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया जायेगा तथा सम्बद्व वाहन सं0 यूपी 30टी-9272 द्वारा आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जायेगी। ग्राम पंचायत अल्लीपुर में कोटेदार रमाकांत, ककवाही में दुलीचंद्र, काशापुर में सुनीता सिंह, कौढ़ा में नीलम देवी व मुन्नी देवी के कोटे से आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया जायेगा और यहां वाहन सं0 यूपी 30एटी-3183 के माध्यम से आपूर्ति की जायेगी। ग्राम पंचायत कौढ़ा में कोटेदार शिशुपाल व सुधीर कुमार, कोर्रिया में महावीर प्रसाद व सत्यापल एवं खुमारीपुर में अनिल सिंह के कोटे से आवश्यक वस्तुओं का वितरण होगा तथा वाहन सं0 यूपी 30टी-5278 के माध्यम से आपूर्ति की जायेगी, ग्राम पंचायत गुलामऊ में कोटेदार रवीन्द्र कुमार, तत्योरा में कल्पना सिंह, कामिनी सिंह, उमादेवी, नयागांव हबीबपुर में अनतराम यादव तथा फूलबेहटा में धनीराम के कोटे से आवश्यक वस्तुओं का वितरण होगा और वाहन सं0 यूपी 74टी-4981 द्वारा आपूर्ति की जायेगी तथा ग्राम पंचायत बजेहरा में कोटेदार अखिलेश, वीरेन्द्र कुमार, चन्द्रपाल, बेहटा सधई में प्रमोद कुमार, मंनसुख लाल एवं विनय कुमार के कोटे से आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया जायेगा तथा वाहन संख्या यूपी 30एटी-4742 के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जायेगी।
इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने सहायक संभागीय अधिकारी परिवहन को निर्देश दिये है कि आवंटित वाहन 29 मार्च 2020 तक खण्ड विकास अधिकारी पिहानी राजेन्द्र कुमार श्रीवास को प्राप्त हो जायें तथा अधिशासी अधिकारी नगर पालिका हरदोई उक्त वाहनों पर दैनिक उपयोग की वस्तुएं जो कि संबंधित वाहनों पर खण्ड विकास अधिकारी की उपस्थित में अपलोड करवाना सुनिश्चित करें तथा प्रति कोटेदार मात्रा का आकलन व्यवहारिक दृष्टिकोण से खण्ड विकास अधिकारी से समन्वय कर निर्धारित कर लें ताकि सामग्री कम न हो। उन्होने कहा है कि खण्ड विकास अधिकारी बावन अपने स्तर से संबंधित ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी की डियुटी लिखित रूप में इस निर्देश के साथ लगा दें कि दैनिक उपयोग की सामग्री संबंधित कोटेदार को 29 मार्च 2020 को ही उपलब्ध कराते हुए वांछित धनराशि कोटेदार से प्राप्त कर अधिशासी अधिकारी के माध्यम से संबंधित थोक बिक्रेा को उक्त दिनांक को ही शाम तक उपलब्ध करा दें तथा जनसामान्य को दैनिक उपयोग की वस्तुओं को आवश्यकता अनुसार तत्काल उपलब्ध करायें और इसका सामुहिक उत्तरदायित्व ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी को होगा। जिलाधिकारी ने कहा है यदि उपरोक्त ग्रामों से इस आशय की शिकायत प्राप्त होती है, कि जनसामान्य को दैनिक उपयोग की वस्तुएं प्राप्त नहीं हो रही है तो यह सामूहिक उत्तरदायित्व ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं कोटेदार का निर्धारित किया जायेगा। श्री खरे ने जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिये है कि संबंधित कोटेदार से व्यक्तिगत समन्वय कर उपरोक्ता अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करायें।


 

 



 



 लागातार गरीबो तक खाना पहुंचा रही समाजसेवी संस्थायें

कानपुर नगर, कोराना एक महामारी का रूप ले चुका है और इसके चलते पूरे देश में लाॅकडाउन चल रहा है। हालात खराब
होते जा रहे है और कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या भी लगातार बढती जा रही है। ऐसे में प्रशासन भी सख्त हो चला है।
सुबह सडकों पर खरीदारी के लिए निकली भीड के कारण प्रशासन ने दूसरी व्यवस्था शुरू करने का निर्णय लिया है।
          ऐसे में जब शहर में लाॅकडाउन चल रहा है और दैनिक मजदूरो, कामगारो, प्राइवेट काम करने वालो के सामने रोजी रोजी की समस्या उठ खडी हुयी है। इसी बीच राहत की खबर यह है कि प्रशासन के साथ शहर के कई सामाजिक संगठन और समाजसेवी लोगो के साथ जनता भी ऐसे लोगों तक खाना पहुंचाने का काम कर रही है। कुछ लोग अपने स्तर पर खाने का पैकेट
तैयार लोगो तक पहुंचा रहे है। इसी प्रकार नई पहल संस्था के सदस्यों द्वारा लगातार लोगों को तक खाना पहुंचाया जा रहा है। खाने के पैकेट तैयार कर उन लोगो तक पहुंचाया जा रहा है जिन्हे इसकी आवश्यकता है। इसके साथ रोजमर्रा के अन्य सामान भी बंटवाये गये जिनमें दूध के पैकेट, साबुन, बिस्किट के पैकेट भी थी। संस्था के सदस्यो ने घंटाघर से शुरूआत की तथा खपरा मोहाल, रेल बाजार, स्टेशन के आस-पास के क्षेत्रों में खाना वितरित किया। इस दौरान संस्था के रोहित मिश्रा, विजय मिश्रा, शुभम गुप्ता, आरिफ, शिवम जायसवाल, विमल शाह आदि ने कहा के यह हमारा ही नही बल्कि हर उस शहर के नागरिक का कर्तव्य है कि वह ऐसे समय में अपनी क्षमता अनुसार योगदान दे ताकि हम मिलकर इस माहामारी के खिलाफ जंग जीत सकें।





HARI OM GUPTA




समाजसेवियों ने सड़को व गलियों को सेनेटाइज किया व राहगीरों को फल,भोजन वितरित किया



बघौली,हरदोई।(अयोध्या टाइम्स) ग्राम प्रधान अजय प्रताप सिंह  एवं समाज सेवियो ने बघौली चौराहा के समस्त सड़कों गलियों एवं मकानों में सघन सैनिटाइज अभियान चलाया साथ ही लखनऊ दिल्ली आदि से पैदल आ रहे हमारे  क्षेत्र के एवं दूर-दराज  के रिश्तेदारों एवं  राहगीरों को भोजन पूड़ी सब्जी अचार एवं बिस्किट और फल वितरित किए जिसके कारण कई दिनों से भूखे इन यात्रियों के चेहरे पर एक खुशी नजर आई इस वितरण के दौरान मानव दूरी डेढ़ मीटर की जिस पर विशेष ध्यान दिया गया तथा समस्त दूरदराज से आए हुए व्यक्तियों महिलाओं एवं बच्चों को डिटॉल सेनीटाइजर द्वारा सैनिटाइज भी किया गया और खाने से पहले लोगों को साबुन से हाथ भी धूलाए गए। एवं समस्त समाजसेवी जैसे नितेश सक्सेना, श्यामा पाल ,पारुल कश्यप मायाराम वर्मा टीनू सिंह लोधी पिंकू सिंह लोधी आशाराम,सद्दीकआदि ने बढ़-चढ़कर सहभागिता दिखाई तथा डॉ वीरपाल सिंह द्वारा लोगों को वायरस से बचाव की सावधानियां बताई गई तथा लोगों को जागरूक भी किया और इस दौरान यात्रियों ने प्रधानमंत्री ,एंव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उठाए जा रहे कदमों की भूरि भूरि प्रशंसा भी की और बघौली पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी प्रशंसा की इसीलिए प्रधान अजय प्रताप द्वारा बघौली चौराहे को और पुलिस चौकी एवं पर्यावरण चौराहा  को बघौली पुलिस एवं जनता  की  कोरोना वायरस से सुरक्षा हेतु सघन सैनिटाइज कराया गया।और निरंतर अंतराल पर आगे भी इस महामारी से बचाव के लिये किया जाता रहेगा।


 

 



 

समाजसेवियों ने मास्क वितरित किये



हरदोई।(अयोध्या टाइम्स)क्रांतिकारी गरीब सेवा फ़ाउन्डेशन सामाजिक संस्थान   के अध्यक्ष मुकेश विक्रम सिंह ने लोगों को कोविड 19 कोरोना से बचाव एवं सावधानियों के बारे में सभी को जागरूक किया घरों से न निकलने के लोगों को प्रेरित किया साथ ही 25ता से लेकर 29ता तक कई गाँवों में निःशुल्क मास्क वितरण किया गया संस्थान के सभी पदाधिकारी दीपक सिंह गौर योगेश विक्रम सिंह प्रवेश विक्रम सिंह श्याम सिंह अमन सिंह आदि सभी क्रांतिकारी भाईयो का सहयोग रहा वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया और घर से ना निकलने सलाह दी गाँव के लोगों ने भारत बन्द का पुरज़ोर समर्थन किया आप सभी का प्यार और आशीर्वाद मिलता रहा 


 

 



 

कोविड 19  कैरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से घरों मे रामचरित मानस के सुंदर पाठ

लखनऊ  :-अता खान अशोक सिंह की रिपोर्ट


 कोविड 19  कैरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से  शम्भूका फाउंडेशन के आह्वाहन पर रविवार अमीना बाद आशियाना अली गंज ठाकुर गंज इंदिरा नगर समेत दर्जनों जगहों पर लोगों द्वारा अपने अपने घरों मे रामचरित मानस के सुंदर पाठ का आयोजन किया गया । 



शम्भूका फाउ़डेशन के अध्यक्ष अनुराग गोयल ने जानकारी देते हुए  बताया  कि  कोरोना वायरस के प्रभाव से पूरी दुनिया मे हाहाकार मचा हुआ है। डॉक्टर और वैज्ञानिक इस बीमारी की दवा खोजने में लगे है और साथ ही प्रभावित लोगों की देखभाल कर रहे हैं ।सरकार द्वारा प्रभावी नियंत्रण के लिए लाक डाउन लागू किया गया है । शम्भूका फाउंडेशन के आह्वाहन पर कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से रविवार के दिन अलग अलग जगहों पर इंदिरा नगर अमीना बाद ठाकुर गंज आशियाना के पुराना किला अली गंज के निवासी हर्षित अधिवक्ता वंदना कुमार लिबना जैन पारूल अग्रवाल सोना आहूजा अंजलि पांडेय पद्मा धीर सुधा सिंह आराधना गुप्ता विशाल व प्रियंका समेत करीब चार दर्जन लोगों  द्वारा अपने अपने घरों में सुंदर पाठ किया गया ।   कोरोना के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से शम्भूका फाउंडेशन के आवाहन पर शनिवार को शाम पांच बजे सुंदरकांड का पाठ किया गया। अनुराग गोयल ने बताया कि सुंदर का़ड पाठ का काफी मह्तव है इसके सामूहिक पाठ से निश्चय ही संक्रमण जनित  कोरोना जैसी भयानक बीमारी का प्रभाव कम हो सकेगा । इस सामूहिक सुंदर कांड पाठ मे  लोगों को जोड़ने के लिए आशा वेलफेयर फाउंडेशन के उपाध्यक्ष बृजेंद्र बहादुर मौर्या द्वारा सराहनीय योगदान किया गया ।


आपदा न आये यदि लोग मानव बन कर रहें






यह समय युद्ध का नही महायुद्ध का है। कोरोना केवल एक महामारी नही, महाकाल के रूप में फैल रहा है। अमानवीय जीवन संस्कृति ने हमे इस मुकाम पर लाकर खड़ा कर दिया है। इसके लिए केवल और केवल हम दोषी हैं। जरा सोचिए, लाखो करोड़ो की लक्सरी गाड़ियां आपके किस काम की। महंगे सात और पांच सितारा होटल किस काम के। महंगे रेस्टुरेंट किस काम के। मॉल, बिग बाजार, v मार्ट, डिजाइनर सामान, परफ्यूम, साबुन, डिटेरजेंट, मिठाईयां, आइसक्रीम, यूनिसेक्स सैलून, कालीन, क्रॉकरी, अन्य लक्सरी सामान इस समय किस काम के रह गए। बड़े बड़े युद्ध पोत, विमान, टैंक, मिसाइलें, बंदूकें, बम, परमाणु बम किस काम के रह गए। दुनिया की सभी सत्ताएं चिल्ला चिल्ला कर हमसे आदमी के रूप में बदल जाने को कह रही हैं। आज केवल और केवल मानवीय पक्ष सामने करने को कहा जा रहा है। सनातन पवित्रता ही सबसे बड़े हथियार के रूप में उभरी है। पवित्रता से बड़ा कोई वैज्ञानिक साधन फिलहाल दुनिया को इस महायुद्ध से बचाव में कारगर नही दिख रहा। इसीलिए विभव स्वास्थ्य संगठन भी अब केवल भारत उर भारतीयता के भरोसे है। वह साफ साफ कह रहा है , दुनिया को भारतीय जीवन की सनातन पवित्रता को अपनाना ही होगा।

अभी तक दुनिया के लोग कर क्या रहे थे। प्रकृति से लेकर अंतरिक्ष तक को अपने अपने कब्जे में लेने की होड़ मची थी। जब हम सनातनी बार बार पृथिवी शांति, वनस्पतयः शांति, अन्तरिक्षः शांति का उद्घोष कर रहे थे तो हर सनातन मनुष्य को दुनिया पिछड़ा और अवैज्ञानिक करार देती थी और पिछले 70 वर्षों में भारत मे तैयार की गई कथित प्रगतिशीलता की जमात हमारी हंसी उड़ाने से बाज नही आती थी। हमारी उपासना, पूजा, घड़ी घंट, हवन पूजन, होम, आरती, व्रत , तीज , त्यौहार, होली, दिवाली , दशहरा , नवरात्रि आदि सभी पिछड़ेपन की श्रेणी में थे। घरों से चौके हटा कर किचन स्थापित करने की होड़ मच गई। धरती पर मकान की बजाय हवा में तैरते मचान लक्सरी सुविधाओं के साथ संभ्रांत और कुलीन मान लिए गए। गायों की जगह घरों में कुत्ते ले लिए। खेतों खलिहानों , बगीचों, जंगलों, तालाबो , पहाड़ो, नदियों, पशुओं, पक्षियों सभी को निगल कर हम खुद को सभ्य कहने लगे। 

कल्पना कीजिये कि आपके पास आज भी खेत खलिहान होते, घर मे गाय होती, पशु पक्षी होते, तालाब होते, नदियां अपने प्रवाह में होतीं, भरपूर अनाज होता, अपने खेत की सब्जियां, अपने बगीचों के फल होते, क्या तब भी आपको करोना क्राइसिस से कोई घबराहट होती? आज सब्जी , फल, अनाज आदि के लिए महानगरों में जो दरिद्रता दिख रही है वह क्यों है , अब तो इसकी समीक्षा कर लीजिए। जिस सेनिटाइजशन के लिए आपको चिंता हो रही है वह तो युगों से हमारी जीवन संस्कृति में था। घर के भीतर किसी को प्रवेश देने से पहले उसका हाथ पैर धुलवाते थे। भोजन केवल चौके में करते थे। खेती केवल अपने घर के पशुओं से प्राप्त खाद के बल पर करते थे। न डीजल जलता न पेट्रोल। न प्रदूषण होता न रासायनिक दवा की जरूरत पड़ती। शिक्षा भले कम रही हो लेकिन ज्ञान बहुत था। नैसर्गिक न्याय पर्याप्त था। नैतिकता थी। संवेदना थी। मर्यादा थी। संस्कार थे। बड़े छोटो का लिहाज था। लज्जा थी। भय था। संकोच था। प्रेम था। 

लेकिन हमें तो सब कुछ वह करना था जो पश्चिम सिखा रहा था। घर का भोजन नही भा रहा था। होटल और रेस्टुरेंट में खाना स्टेटस सिंबल बना लिया हमने। घर मे रहना अच्छा नही लगता, होटलों में रहने लगे। डिजाइनर कपड़े, डिजाइनर समान। लग्जरी गाड़ियां। अमर्यादित आचरण। पति पत्नी धर्म से इतर अन्यत्र कामुक संबंधों में डूबने की अभिलाषा। सादगी से दूरी। सूर्य की उपस्थिति में नींद और कृत्रिम प्रकाश में जागरण। कथित आधुनिकता ने आज कहां ला कर खड़ा कर दिया है आपको, इसका अंदाजा भी है?

रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत आवश्यकता को हमने व्यवसाय बना दिया। जन्म और मरण जैसे प्राकृतिक प्रक्रिया को भी उद्योग बना दिया। आज डॉक्टरों के लिए बहुत कुछ लिखा और कहा जा रहा है लेकिन आधुनिक चिकित्सा के अति वैज्ञानिक भगवानों से पूछिए की किसी बच्चे की पैदाइश और आदमी की मृत्यु को दुनिया का सबसे बड़ा व्यवसाय किसने बनाया है भाई? बीमारी उद्योग बन गयी और तुम खुद को भगवान बना लिए। अब इतनी ही शक्ति तुम्हारे मेडिकल साइंस में थी तो इस एक सूक्ष्म विषाणु से परेशान क्यो हो? तुम्ही ने भारतीय आयुर्वेद, प्राकृतिक औषधियों, मानवीय जीवन संस्कृति, सामाजिक सरोकारों को सर्वाधिक नुकसान पहुचाया है। गौर से अपनी कारस्तानियों की समीक्षा करो। आत्म मंथन करो आधुनिक विज्ञानियों और चिकित्साशास्त्रियों फिर तय करो कि मनुष्यता के लिए तुमने क्या किया ? किसी सामान्य मनुष्य ने दवाओं को विश्व का सबसे बड़ा कारोबार नही बनाया, मनुष्य के शरीर के एक एक अंग का व्यवसाय किसी सामान्य व्यक्ति ने नही किया, किसी सामान्य व्यक्ति ने कभी किसी को जीवन का भय दिखा कर ठगा नही, किसी के खेत, आभूषण आदि कभी किसी सामान्य व्यक्ति ने नही बिक़वाये। अभी दो वर्ष ही हुए, डेंगू और स्वाइन फ्लू का इलाज किस तरह किस कीमत पर किया गया, यह अब सभी को पता है। कोरोना कोई प्राकृतिक विषाणु नही है। चीन हो या अमेरिका , इस पचड़े में नही पड़ना लेकिन यह सत्य है कि एक जैविक हथियार के रूप में कोरोना का निर्माण किया गया। आज यह भस्मासुर बन गया और अब इससे बचाव के लिए सारी दुनिया पागल होकर रास्ता तलाश रही है। अभी तक एक ही रास्ता दिख सका है और वह है कि प्राचीन भारतीय सनातन संस्कृति का अनुसरण कीजिये। दूसरा कोई उपाय है ही नही।

विनोद कुमार मिश्र 'संपादक ' (कादम्बरी टाइम्स )व काउंसलर लखनऊ जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान l