Monday, July 13, 2020
उचित फीस
जलती आग में घी डालना कोई विपक्षियों से सीखे
कल जब आठ पुलिस कर्मियों की बड़ी ही क्रूरता व निर्दयता से हत्यारे ने हत्या की , तब विपक्ष ने उसे हत्यारा कह-कहकर सरकार के नाक में दम कर दिया था । सोशल मीडिया से लेकर समाचारों के हर पन्नों पर विपक्ष की खोखली बयान बाजियां प्रमुखता से छाई हुई थीं , कि एक ऐसा खूंखार हत्यारा जो हमारे आठ पुलिस कर्मियों को मार कर खुलेआम घूम रहा है । आखिर उसके खिलाफ कार्रवाई कब होगी ? कल पुलिस कर्मियों के साथ दया भाव व घड़ियाली आसूं बहाने वाला यही विपक्ष जो सरकार पर सवालों के अंबार लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था , अब वही विपक्ष जिसने उसे खूंखार हत्यारे से संबोधित किया , आज उस हत्यारे के एनकाउंटर किए जाने के बाद विपक्ष ने ऐसा रंग बदला कि उसके आगे गिरगिट भी रंग बदलने में मात खा गया । आठ पुलिस कर्मियों के घर वाले कल महज विपक्ष की बयान बाजियां सुनते रहे और आज वही विपक्ष पलटी मार हत्यारे के साथ जा खड़ा हो गया । अब कांग्रेस को ही ले लें , वह खूंखार हत्यारे की हत्या के बाद हत्यारे का पक्षधर बन मानवाधिकार आयोग में जा पहुंचा । कल शहीद हुए पुलिस कर्मियों के पक्ष में महज खोखले राग अलाप रहे इस विपक्ष ने उन आठ पुलिस कर्मियों के पक्ष में मानवाधिकार आयोग का दरवाजा नहीं खटखटाया और न ही उन पुलिस कर्मियों के परिजनों से मिल उन्हें कोई सांत्वना ही दी , बस दूर से राजनैतिक रोटियाँ सेंकने में ही व्यस्त दिखे । गौरतलब है कि पुलिस द्वारा आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई के चलते एक खूंखार हत्यारे की हत्या हुई , तो विपक्ष और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को इस पर जाँच की माँग करना कहाँ तक जायज है ? जो अपराधी अनेक हत्याएं पहले ही कर चुका है , उसके लिए और कुछ हत्याएं करना बड़ी बात नहीं थी । ऐसे में पुलिस अपनी आत्मरक्षा न करती तो शायद आठ की जगह और अठ्ठारह पुलिस कर्मी उसके शिकार हो चुके होते , तब यही विपक्ष फिर सोशल मीडिया व समाचार चैनलों पर चिल्लाते फिरते कि एक हत्यारा हमारे पुलिस कर्मियों को मार कर चला गया और हमारी सरकार हाथ पर हाथ रखे बैठी है ! आज हमारे देश के विपक्ष की हालत ऐसी हो गई है कि बाल की खाल निकालने का कोई भी मौका नहीं चूकने देना चाहते । सरकार के किसी भी कार्य में विपक्ष अपना रोल क्या खूब निभा रहा है , जिसमें वह महज कमियां निकालने व चुटकियां लेने के काम में पूर्ण प्रतिबद्धता दिखा रही है । इन विपक्षियों को यह नहीं समझ आता है कि उनकी इस तरह से राजनैतिक रोटियां सेंकने में जनता के अंदर अनायास की हिंसा पनप सकती है , जो कि देश की एकता , अखण्डता व संप्रभुता के खिलाफ होगा ।
देश की एकता , अखण्डता व संप्रभुता को बनाएं रखना महज सत्ता में मौजूद सरकार का ही कर्तव्य है , क्या विपक्ष का कुछ भी हक नहीं बनता ? क्या यह उनकी अपनी जनता नहीं है ? आखिर इन बेवजह के मुद्दों पर आए दिन उंगली उठाना क्या राजनैतिक दृष्टिकोण से किसी भी विपक्ष के हित में होगा ? विपक्ष की भूमिका निभाने में विपक्षी यह भी भूल जा रहा है कि वह क्या कर गया ? उसकी कभी पाकिस्तान , कभी नेपाल तो कभी चीन के पक्ष में बयान बाजियां आग में घी का काम रही हैं , जिससे उसकी निजी छवि तो खराब हो रही है , साथ जनता के मन में समस्त राजनैतिक पार्टियों के प्रति नकारात्मक संदेश का संचार भी खूब हो रहा है । हालांकि विपक्ष की भूमिका अदा करना गलत नहीं है , मगर राजनीति की मर्यादा को ध्यान में रखकर विपक्ष के कार्य को अंजाम देना भविष्य के लिए बेहतर विकल्प पैदा कर सकता है ।
रचनाकार - मिथलेश सिंह 'मिलिंद'
मरहट , पवई , आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश)
Sunday, July 12, 2020
बघौली थाना में कोरोना की दस्तक, महिला कांस्टेबल व उसके पति की रिपोर्ट पॉजिटिव
बघौली ध्हरदोई। (अयोध्या टाइम्स)कोरोनावायरस महामारी का कहर दिनों दिन बढ़ता जा रहा है जिसकी चपेट में बघौली थाना भी आ गया है जहां पर तैनात महिला कांस्टेबल तथा उसके पति की रिपोर्ट कोरो ना पाजिटिव आई है थाना परिसर के साथ-साथ क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है
बताते चलें कि बघौली थाना में तैनात महिला हेल्थ हेड कांस्टेबल ज्योति कुशवाहा उम्र लगभग 38 वर्ष तथा देवकांत कुशवाहा पुत्र कालिका प्रसाद कुशवाहा उम्र लगभग 41 वर्ष की जांच दिनांक 10 ध्07ध् 2020 को सैंपल हुआ था जिसके बाद आज रिपोर्ट कोरो ना पाजिटिव आने से थाना परिसर संदेह के घेरे में है इसके साथ बघौली क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है बघौली पुलिस कर्मियों के मस्तक पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही हैं जिससे पूरा स्टाफ सदमे में है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक अहिरोरी मनोज सिंह ने बताया कि बघौली थाना में तैनात महिला कांस्टेबल एवं उसके पति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उन्हें क्वॉरेंटाइन कराने की व्यवस्था की जा रही है।
अमिताभ और अभिषेक के बाद एश्वर्या राय बच्चन और अराध्या बच्चन भी कोरोना पॉजिटिव
मुंबई
अमिताभ और अभिषेक के बाद एश्वर्या राय बच्चन और अराध्या बच्चन भी कोरोना पॉजिटिव.
अनुपन खेर की मां ,भाई, भाभी और भतीजी को हुआ कोरोना का संक्रमण
कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है अभी अमिताभ बच्चन और उनके बेटे अभिषेक बच्चन के कोविड 19 पॉजिटिव होने की खबरों ने सभी को हैरान करके रख दिया था। अब खबर आ रही है कि अनुपन खेर की मां दुलारी देवी सहित घर के कई सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। घर के कई सदस्यों के संक्रमित होने के बाद अनुपन खेर ने भी अपना कोविड 19 का टेस्ट करवाया हैं जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी हैं। फिलहाल अनुपम खैर की मां को कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती करवाया है। जानकारी के मुताबिक अनुपन खेर के भाई, भाभी और भतीजी को कोरोना संक्रमित है।
अनुपन खेर ने अपने मां और परिवार के सदस्यों के कोरोना पॉजिटिव होने के जानकारी खुद सोशल मीडिया से दी हैं। अनुपम खैर ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा-अनुपम खेर ने आगे लिखा, 'मैंने अपना भी कोरोना टेस्ट करवाया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। मैंने इसकी जानकारी बीएमसी को भी दी है।' वहीं वीडियो में अनुपम खेर ने कहा,'पिछले कुछ दिनों से मेरी मां दुलारी देवी को कुछ दिनों से भूख नहीं लग रही थी। वह कुछ भी नहीं खा रही थी और सोती रहती थी। तो हमने डॉक्टर की सलाह पर उनका ब्लड टेस्ट करवाया, उसमें सबकुछ ठीक निकला. इसके बाद डॉक्टर ने सीटी स्कैन करने किए कहा। तो हमने स्कैन करवाया, तो कोविड पॉजिटिव माइल्ड निकला।'
अमिताभ बच्चन के बंग्लो 'जलसा' की सुरक्षा बढ़ाई गई
मुंबई। मुंबई पुलिस ने अभिनेता अमिताभ बच्चन और उनके बेटे अभिषेक बच्चन के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद नानावती अस्पताल और यहां जुहू स्थित उनके दो बंगलों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। अमिताभ और अभिषेक नानावती अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अमिताभ और अभिषेक ने शनिवार को जब यह जानकारी दी कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं, तो उसके बाद कुछ लोगों ने विले पार्ले (पश्चिम) स्थित चिकित्सकीय केंद्र के बाहर एकत्र होने की कोशिश की, लेकिन उनसे वहां से जाने को कहा गया और बताया गया कि उन्हें सड़क पर खड़े होने की अनुमति नहीं है।
सांताक्रूज पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक श्रीराम कोरेगांवकर ने कहा, ‘‘हमने अस्पताल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है, ताकि वहां लोग एकत्र न हों। अस्पताल में कोविड-19 के और भी मरीज भर्ती हैं और उन्हें इससे असुविधा नहीं होनी चाहिए। हमारे अधिकारी अस्पताल के बाहर तैनात हैं और किसी को वहां एकत्र होने की अनुमति नहीं दी जा रही।’’
जुहू पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि अभिनेता के बंगलों के बाहर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है, क्योंकि लोग वहां एकत्र होने की कोशिश कर सकते हैं। अमिताभ और अभिषेक ने शनिवार को कहा था कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। अमिताभ 77 साल के हैं और अभिषेक 44 वर्ष के हैं।
Saturday, July 11, 2020
महानायक अमिताभ बच्चन हुए कोरोना पॉजिटिव, अस्पताल में भर्ती
बॉलीवुड के महानायक अभिताभ बच्चन की अचानक तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें मुंबई के नानावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में अमिताभ बच्चन की कोरोना वायरस की जांच भी हुई जहां उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। अमिताभ बच्चन ने अपने कोरोना पॉजिटिव होने की बात खुद सोशल मीडिया पर अपने फैंस को दी। हैं।
अमिताभ बच्चन ने ट्विचर पर लिखा- मेरा कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। अस्पताल में भर्ती किया गया है। अस्पताल अथॉरिटीज़ को जानकारी दे रही हैं। परिवार और स्टाफ का भी कोरोना वायरस का टेस्ट किया गया है, जिसकी रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है। पिछले 10 दिनों में जो लोग भी मेरे करीब आए हैं, उनसे गुज़ारिश है कि वो अपनी जांच करा लें।
आपको बता दें कि अमिताभ बच्चन हाल ही में फिल्म गुलाबो-सिताबों में नजर आये थे। अमिताभ ने इस फिल्म में पहली बार अयुष्मान खुराना के साथ काम किया था। इस फिल्म को अमेजन प्राइम वीजियो पर रिलीज किया गया था। इसके अलावा अभी अमिताभ कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं जिनकी शूटिंग लॉकडाउन के कारण रुकी हुई थी।
Friday, July 10, 2020
बढ़ती जनसंख्या बनतीं बड़ा खतरा
बढ़ती जनसंख्या को रोकना जरुरी
देश को प्रकृति और विकास के बीच संतुलन की आवश्कता
गैंगस्टर की गिरफ्तारी का कॉमेडी ड्रामा
विश्व जनसंख्या समस्या पर वैश्विक चेतना 2020
साल दर साल विश्व जनसंख्या विस्फोट की स्थिति में हो रही वृद्धि के मद्देनजर, इस स्थिति से अनभिज्ञ हो चुकी समस्त मानव जाति को एक मंच पर लाकर उन्हें बढ़ती हुई जनसंख्या के प्रति सचेत करने की एक पहल विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) के रूप में आयोजित की जाती है। जिसमें दुनिया के लगभग सभी देश मिलकर जनसंख्या विस्फोट से उत्पन्न हो रही समस्त समस्याओं पर आपसी विचार-विमर्श करते हुए इन समस्याओं से निजात पाने हेतु कई वैश्विक सुझावों पर सहमति जाहिर करते हैं। हालांकि इस वर्ष जनसंख्या दिवस का विषय ' परिवार योजना एक मानव अधिकार है ' के अंतर्गत स्वस्थ व सुदृढ़ परिवार की स्थापना में समस्त मानव जाति की भागीदारी को सुनिश्चित करना, मगर फिर भी हर वर्ष जनसंख्या दिवस की भाँति इस बार भी बढ़ती जनसंख्या को केंद्र में रखकर, समस्त मानव जाति को जनसंख्या के महत्व को समझाया जाएगा।
हालांकि जनसंख्या किसी भी राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। संसाधनों के मुकाबले अगर जनसंख्या की वृद्धि कम है तो यह किसी भी राष्ट्र की बेहतर सामाजिक-आर्थिक स्थिति को प्रेरित करती है। जनसंख्या वृद्धि के प्रति सचेत करते हुए, समस्त मानव जाति को इससे अनवरत घट रहे संसाधनों के प्रति जागरूक करना इस दिवस का मुख्य लक्ष्य होता है। तीव्र गति से बढ़ती हुई वैश्विक जनसंख्या कई बड़ी समस्याओं को जन्म देती है, जिसका प्रभाव मानव जाति के साथ-साथ प्राकृतिक चक्र पर भी प्रत्यक्षतः देखा जा सकता है। बात अगर स्वास्थ्य करें तो एक बच्चे को जन्म देने में प्रतिदिन लगभग 800 महिलाओं की मृत्यु हो जाती है, अतः हम कह सकते हैं कि जननीय स्वास्थ्य और परिवार नियोजन की तरफ समस्त मानव जाति को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर इन मुद्दों पर विशेष जोर दिया जाता रहा है, क्योंकि एक स्वस्थ प्रजनन एक सुदृढ़ विकास को बढ़ावा देता है।
वर्तमान समय में विश्व की जनसंख्या लगभग 7.7 अरब के पार पहुंच चुकी है, इस विशाल जनसंख्या वृद्धि में सबसे ज्यादा योगदान चीन और भारत के द्वारा किया गया है, जो कि एक चिंतनशील मुद्दा है। इस तरह की तीव्र जनसंख्या वृद्धि के मद्देनजर प्रश्न यह उठता है कि क्या हम इतनी बड़ी जनसंख्या के भरण-पोषण हेतु संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में सक्षम हैं ? अगर हैं ! भी तो आखिर कब तक ? आज जनसंख्या का दबाव जिस तरह संसाधनों के ऊपर बढ़ता जा रहा है, उसे देखकर यह नहीं लगता कि हमारे मौजूदा संसाधन भावी पीढ़ियों के लिए संरक्षित रह सकेंगे। यूएन के एक रिपोर्ट के अनुसार, अनुमान व्यक्त किया गया है कि 2023 तक विश्व की जनसंख्या 8 अरब तथा 2056 तक 10 अरब को पार कर जाएगी। ऐसे में यह आंकड़ें काफी चौकाने वाले हैं कि अगर ऐसा होता है तो दुनिया अनेक समस्याओं का सामना करेगी, मौजूदा जनसंख्या के भरण-पोषण, स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं व रोजगार मुहैया कराना, एक बड़ी चुनौती हो जाएगी।
आज जनसंख्या की यह तीव्र वृद्धि पूरी दुनिया के सम्मुख जनसंख्या विस्फोट के रूप में एक चुनौती बनकर खड़ी हो गई है। इस विस्फोटक चुनौती को संभालना पूरी दुनिया के लिए बेहद अहम है, क्योंकि जनसंख्या और संसाधन के बीच गहरा संबंध है, अधिक जनसंख्या अधिक संसाधन का उपयोग करेगी। अतः इस तीव्र गति से बढ़ती हुई जनसंख्या को नियंत्रित करना पूरी दुनिया के लिए बेहद जरूरी हो गया है, जिसके लिए समस्त मानव जाति को हम दो हमारे एक या दो को अपनाते हुए, स्वास्थ्य व सुरक्षा के प्रति जागरूक होना होगा। तीव्र गति से घट रहे संसाधनों का संतुलित उपयोग व संरक्षण सुनिश्चित करना होगा, ताकि भावी पीढ़ी के लिए सुरक्षित व संरक्षित संसाधनों को बचाया जा सके। क्योंकि संसाधन ही किसी समाज के सुदृढ़ विकास का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
रचनाकार - मिथलेश सिंह 'मिलिंद'
मरहट, पवई, आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश)
कानपुर SP बोले, गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश की, आत्मरक्षा में पुलिस ने फायरिंग की
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया गया है। कानपुर मुठभेड़ की मौत की पुष्टि पुलिस ने की है। कानपुर पश्चिम के एसपी ने बताया कि विकास दुबे को जब लाया जा रहा था तब गाड़ी पलट गई, इसमें जो पुलिसकर्मी घायल हुए उसने उनका पिस्टल छीनने की कोशिश की। पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर कर आत्मसमर्पण कराने की कोशिश की जिसमें उसने जवाबी फायरिंग की। आत्मरक्षा में पुलिस ने फायरिंग की। जिसके बाद उसे कानपुर के अस्पताल लाया गया और चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गौरतलब है कि विकास दुबे को कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी पलट गई। हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ। इससे पहले कल विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था।