Thursday, May 13, 2021

देश सर्वोपरि का पाठ पढ़ाने वाले युवाओं के मार्गदर्शक आईपीएस पंकज चौधरी वापस मैदान में आ गए

याद रखना सच्चाई  परेशान हो सकती है , लेकिन  हार नहीं सकती  "सत्यमेव जयते " भारतीय पुलिस सेवा में ध्रूव तारे की तरह पुनः सुशोभित होने पर हम सभी के तरफ से बहुत बहुत बधाई , मेरे आत्मीय साथियों कोई व्यक्ति बहुत से मुसीबतों के बावजूद भी कैसे अपनी ईमानदारी के बल पर कैसे हंसते खिलखिलाते रहते हुए, कैसे बड़ी से बड़ी मुसीबतों के पहाड़ों को पराजित करता है यह बात तो हम  2009 बैच के बड़े भैया आईपीएस पंकज चौधरी जी से सिखे। साथियों ईमानदारी, सच्ची देशभक्ति, न जाति न धर्म न क्षेत्र केवल राष्ट्र सर्वोपरि, साहस , सत्य की भावना रखने वाले आईपीएस पंकज चौधरी सर से जब पहली बार बात हुई थी तो बोले थे विक्रम तैयारी करो ईमानदारी से तुम मेरे छोटे भाई हो तुम जरूर आईएएस ऑफिसर बनोगे। ध्यातव्य हो कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भारतीय पुलिस सेवा 2009 बैच के राजस्थान कैडर के अफसर पंकज चौधरी को फिर से सेवा में बहाल करने के साथ ही जॉइनिंग भी दे दिए है, जैसा कि हम जानते हैं कि वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में आईपीएस पंकज चौधरी को बर्खास्त करने की सिफारिश दी गई थी, उस वक्त राज्य की सिफारिश को केंद्र ने मंजूरी दे दी थी, जिसे लेकर पंकज चौधरी ने कैट के प्रिंसिपल बेंच में भी चुनौती दिए थे। कहते हैं ना साथियों की जीवन में सत्य के लिए लड़ा गया संघर्ष सदैव विजय ही दिलाता है, जो सत्य के लिए लड़ता है उसे ईश्वर भी कभी पराजित नहीं होने देते, जैसा कि जानते ही हैं कि पंकज चौधरी जैसलमेर जिले के  बाड़मेर में एसपी रहते हुए वर्ष 2013 में गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट वापस खोलकर चर्चा में आए थे, उस समय गाजी फकीर द्वारा नेताओं से सेटिंग करके पंकज चौधरी को सेवा से बर्खास्त करवा दिया गया था, लेकिन इन्होंने हार नहीं माने लड़े और आज जीत गए। साथियों सच्चे ,कर्मठ ,ईमानदार और बहादुर अधिकारी की जरूरत देश को हमेशा रहती हैं और आज तो बहुत जरूरत  है ऐसे सच्चे ईमानदार अधिकारियों की, आपको बता दें कि पंकज भैया पुलिस सेवा से बर्खास्त होने के बाद देश की सेवा के लिए राजनीति के तरफ भी कदम बढ़ाए थे, अपने ही कर्म भूमि बाड़मेर जैसलमेर से लोकसभा चुनाव 2019 में बसपा के टिकट पर भाग आजमाना चाहे थे लेकिन नामांकन पत्र में सेवा से बर्खास्तगी के संबंध में निर्वाचन विभाग से सर्टिफिकेट नहीं लगाए जाने के कारण उसी वक्त उनका नामांकन पत्र निरस्त हो गया था, कहते हैं ना दोस्तों की देश सेवा के लिए दिल में जज्बा होना चाहिए चाहे पद या क्षेत्र  कोई भी हो, आज हम सभी के मार्गदर्शक पंकज चौधरी भैया जी ने प्रमाणित कर दिए हैं कि सत्य कभी भी नहीं हारता, ऐसे ही आप भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रखिए,यह जीत आपके साथ ही हम सभी चाहने वालों का भी है, मैं खुद अपनी स्कूल समय से ही संघर्ष करते हुए वंचितों के न्याय के लिए आवाज उठाते रहते है , आपके मार्गदर्शन में आपके जैसा ही बनने के लिए संघर्ष  कर रहा हूं।


डॉ विक्रम चौरसिया ( चिंतक/आईएएस मेंटर/ दिल्ली विश्वविद्यालय 9069821319 लेखक सामाजिक आंदोलनों से जुड़े रहे है व वंचित तबकों के लिए आवाज उठाते रहते हैं।

लॉकडाउन के उल्लंघन में परसौना में एक कपड़ा दुकान को किया गया सील

परसा(सारण)संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स परसा थाना क्षेत्र परसौना बाजारपट्टी में स्थित पशुपति नाथ कपड़ा दुकान को सील किया गया।बीडीओ रजत किशोर सिंह सीओ अखिलेश चौधरी,थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार वर्मा,ईओ डॉ किशोर कुणाल,ने  पुलिस बल के साथ गुरुवार की दोपहर परसौना पहुचे व कपड़ा दुकान को सील किया।वही बीडीओ ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए परसा प्रखंड प्रशासन द्वारा लगातार लोगो से अपील करने के बावजूद भी कुछ लोग लॉकडॉन का उल्लंघन करने से बाज नही आ रहे हैं और चोरी छुपे अपना दुकान चला रहे हैं जिससे संक्रमण फैलने का हमेश डर बना रहता हैं।लॉकडाउन का उल्लंघन  करने वाले पर शक्ति से कानूनी कार्रवाई की जा रही हैं।

पातेपुर श्रीराम चंद्र उच्च विद्यालय के शिक्षक का कोरोना से मौत प्रखंड क्षेत्र में शोक की लहर

पातेपुर ( वैशाली) संवाददाता  दैनिक अयोध्या टाइम्स

पातेपुर बाजार स्थित श्री रामचन्द्र हाई स्कूल के गणित विभाग के शिक्षक  प्रखंड क्षेत्र के चकनसीर गांव निवासी 32 वर्षीय काशिफ कैफ़ी का निधन इलाज के दौरान पटना के किसी निजी नर्सिंग होम में कोरोना के कारण हो गया। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनकी हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उन्हें पटना के किसी नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। जहां बुधवार को उन्होंने कोरोना से जंग हारते हुए अंतिम सांस ली। शिक्षक के असामयिक निधन से प्रखंड के तमाम शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ गयी है।

                 श्री राम चन्द्र हाई स्कूल के गणित शिक्षक काशिफ कैफ़ी के असामयिक निधन पर प्रखंड के तमाम शिक्षकों एवं शिक्षाविदों ने शोक जताया है एवं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। विद्यालय के प्राचार्य श्याम प्रसाद सिंह ने बताया कि दिवंगत शिक्षक काशिफ कैफ़ी अपने माता पिता का इकलौता पुत्र थे। बड़े ही मिलनसार तथा मृदुल स्वभाव के धनी, उच्च शिक्षा प्राप्त विद्यालय के गणित के इलकौते शिक्षक के असामयिक निधन से पूरा विद्यालय परिवार शोकाकुल है।उन्होंने बताया कि हाल फिलहाल ही उनकी शादी के लिए  रिशता तय हुआ था तथा अगले ही माह लॉक डाउन खुलने के बाद शादी होने वाली थी। पिछले आठ मई को तबियत खराब होने के बाद कोरोना का टेस्ट कराया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें पटना के एक निजी नर्सिंग होम में उन्हें भर्ती कराया गया था।जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन पर विद्यालय के सहायक शिक्षक सुमन कुमार, सुधीर कुमार, मो0 इकरामुल, मो0 अरमान, नवीन अख्तर, देवेंद्र सिंह, लालू पासवान, सुरेश पासवान, गुरुशरण दास समेत क्षेत्र के तमाम शिक्षाविदों ने शोक सभा का आयोजन कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।

Tuesday, May 11, 2021

दो भाइयों के बीच हुई मारपीट में एक युवक की हुई मौत

सारण (ब्यूरो चीफ) दैनिक अयोध्या टाइम्स 

सोनपुर -- सोनपुर प्रखंड के खरिका पंचायत अंतर्गत सुल्तानपुर गंगाजल में दो सहोदर भाइयों के बीच भूमि विवाद  को लेकर जमकर हिंसक झड़प हो गई। इस मारपीट में वहां के अशोक सिंह का पुत्र राहुल कुमार 26 वर्ष तथा उसका छोटा भाई रोहित कुमार 24 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों ने घायल को आनन फानन में लादकर उसे पटना के पीएमसीएच पहुंचाया। जहाँ इलाज के दौरान बड़े भाई राहुल कुमार की अस्पताल में ही सोमवार को रात्रि में मौत हो गई वही दूसरा भाई रोहित वहां अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहा है। वही दूसरे पक्ष से कमलेश सिंह तथा उनके दो पुत्र भी गंभीर रूप से घायल है। कुछ लोगों ने बताया कि उनके पुत्र को चाकू भी लगी है। इन सबों का इलाज भी पटना के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। राहुल की मौत की खबर जैसे ही मृतक के गांव मंगलवार को पहुंचा परिवार वालों में कोहराम मच गया वही परिवार जनों को रो रो का बुरा हाल है ।

नशे में हंगामा करना युवक को पड़ा महंगा, पुलिस ने किया गिरफ्तार

मुज़फ़्फ़रपुर : जिले के सकरा थाना के थाना परिसर में नशा कर हंगामा करना एक युवक को पड़ा महंगा, सकरा थाना के पुलिस ने नशेड़ी को किया गिरफ्तार.

जानकारी के अनुसार जिले के सकरा थाना परिसर में नशा कर हंगामा करने के मामले में सकरा पुलिस ने थाना क्षेत्र के सकरा वाज़िद निवासी अमित कुमार झा को किया गिरफ्तार है.

वही पूरे मामले की पुष्टि सकरा थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु डीएसपी सतीश सुमन ने करते हुए बताया कि एक युवक नशा कर थाना परिसर में हंगामा कर रहा था युवक को गिरफ्तार कर पूछताछ कर आगे की कवायद की जायेगी ।

कोरोना महामारी की गांवों में तीव्रता से दस्तक - संक्रमण फैलने से रोकने महायुद्ध स्तर पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना जरूरी

भारत गांव प्रधान देश है गांव में कोविड-19 इलाज का सुचारू प्रबंधन, झोलाछाप चिकित्सकों पर सख्त कार्यवाही, टीकाकरण, जनजागरण अभियान जरूरी - एड किशन भावनानी

गोंदिया - वैश्विक रूप से मानव को तीव्रता से संक्रमित कर रही कोरोना महामारी के अब सिम्टम्स पर भी नियंत्रण नहीं रहा।बड़ी तेजी से सिम्टम्स का बदलना, वैश्विक रूप से बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है। 2020 में जिसके कुछ सीमित सिम्टम्स से लेकिन अब 2021 में इस महामारी ने भयंकर तांडव मचाते हुए अपने सिम्टम्स में विशालता लाकर विस्तृत परिक्षेत्र में समायोजित कर मानव को घेर रही है जिसमें मानव उसको पता ही नहीं चल पाता और उसके फेफड़े संक्रमित हो चुके होते हैं।....बात अगर हम भारत की करें तो यह एक गांव प्रधान देश है हमारी करीब 70 प्रतिशत जनसंख्या गांवों में रहती है। भारत में 2020 और 2021 की शुरुआत में कोरोना संक्रमण का प्रभाव शहरी क्षेत्र में अधिक फैला हुआ था। 2021 की शुरुआत में ही माननीय प्रधानमंत्री महोदय ने जनता के नाम अपने संदेश में कहा था कि हमें ग्रामीण भारत को कोरोना से बचाना होगा कोरोना संक्रमण के कारण शहरों के अस्पतालों की हालात देखकर अब हर किसी को गांवों में फैल रहे संक्रमण की चिंता है, गांवों में शहरों की तरह अस्पताल नहीं है, लोगों के पास आवाजाही से साधन नहीं है, जिससे आने वाले समय में यह और अधिक समस्या खड़ी कर सकता है और वर्तमान जिस तरह से अनेक राज्यों से आंकड़े आ रहे हैं उसमें ग्रामीण क्षेत्र के भी आंकड़े बहुत तादाद में हैं जिसके लिए हम सभी नागरिक, शासन, प्रशासन, नेता, राजनीति के सभी कहीं ना कहीं कसूरवार हैं। हम सब ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। पांच राज्यों के चुनाव हो या यूपी के पंचायती चुनाव हो या अन्य प्रदेशों के खाली सीटों के चुनाव हो हमने रैलियां, रोडशो, जनसभाओं में जनता के हुजूम देखें, टीवी चैनलों पर बार-बार कोविड-19  नियमों का उल्लंघन करते हुए हमने देखा। चुनावी क्षेत्रों की ग्राउंड रिपोर्ट हम सब ने  देखी और नतीजा आज हमारे सामने है कि ग्रामीण क्षेत्रों मैं भी कोरोना महामारी ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है।....बात अगर हम संक्रमण को फैलने से रोकने की करें तो अभी भी स्थिति बेकाबू नहीं हुई है। अब जरूरत है संक्रमण को रोकने के लिए महायुद्ध स्तर पर मेडिकल प्रबंधन, भ्रांतियों को रोकना, इलाज में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना, तात्कालिक तीव्रता से टीकाकरण अभियान चलाकर गांव वासियों को जागृत करना, गांव स्तर तक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को पहुंचाना, जिला प्रशासन स्तर पर मेडिकल मानवीय संसाधनों को संविदात्मक स्तर पर सेवा के लिए नए लोगों को हायर कर गांव में नियुक्त करना, झोलाछाप चिकित्सकों पर नकेल कसना, इत्यादि सभी उपाय तात्कालिक प्राथमिकता से लागू करवाने के आदेश केंद्रीय या राज्य स्तर पर स्वास्थ्य मंत्रालय को जारी करना चाहिए। वैसे यह परंपरा रही है कि चिकित्सीय क्षेत्र राज्यों के अंतर्गत रहता है। टीवी चैनलों द्वारा हमेंने देखें कि कोरोना महामारी के इलाज के लिए मनमाने तरीके के उपचार क्रियान्वयन किए जा रहे हैं। संतरे के बगीचे में इलाज, जंगलों में इलाज, झाड़-फूंक से इलाज, गोमूत्र से इलाज, इत्यादि अनेक नुस्खे गांव में इस्तेमाल इन झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा मरीजों पर अपनाकर उनके जीवन को जोखिम में डाला जा रहा है। क्योंकि इसमें उनके फेफड़ों पर विपरीत प्रभाव पड़ने और अन्य अनेक लोगों के संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है। अतः हर गांव में बड़ी तीव्रता से टेस्टिंग कर पीड़ितों को उनकी स्थिति अनुसार होम आइसोलेशन या अस्पताल में भर्ती कर संक्रमण को फैलने से रोकने में शासन, प्रशासन को महायुद्ध स्तर पर कार्य करना होगा। पॉजिटिव लोगों को आइसोलेशन करने के लिए गांव के स्कूलों, पंचायत भवनों, या गांव छोड़कर गए हुए लोगों के खाली मकानों का प्रयोग किया जा सकता है। जहां अस्पताल नहीं है वहां कुछ किलोमीटर के दायरे में अस्पताल की सुविधा तातपूर्ति रूप से शुरू करनी होगी जो अभी के हालातों को देखकर बहुत जरूरी है। एक अनुमान के अनुसार 135 करोड़ भारत की जनसंख्या में से 90 करोड़ लोग गांव में रहते हैं अभी तक 45 करोड लोगों जो शहरों के थे उनमें से पीड़ितों के लिए मेडिकल संसाधनों, माननीय संसाधनों, की कमी पड़ गई है और वैश्विक मदद ली जा रही है तो हम सोचे कि अगर गांवमें इसी पीक से संक्रमण फैला तो कितनी भयानक और चिंतनीय स्थिति होगी। अभी एक राज्य के गांव के टेस्टिंग के आंकड़े आए जो हैरान करने वाले हैं वो यह कि हर तीसरा व्यक्ति संक्रमित पाया गया है। अब हमें जरूरत है तीव्रता से सभी नागरिक, शासन, प्रशासन, मिलकर इस महामारी से लड़ाई करें गांव के पंचायतों, ग्रामसभा, ग्रामसेवक तथा सभी स्तर के सेवकों को चाहिए कि छोटी-छोटी मेडिकल सुविधाओं जैसे ऑक्सीमीटर सहित अन्य प्राथमिक मेडिकल संसाधनों को जुटाना होगा और किसी भी गांववासी का ऑक्सीजन लेवल कम, बुखार , खांसी, स्वाद नहीं आना, या अन्य सिम्टम्स मिले तो समझे यह कोविड 19 की दस्तक है और टेस्ट करवाएं। अधिक से अधिक लोग टीकाकरण करवाएं, शासकीय दिशा निर्देशों का पालन करें, शासन प्रशासन का सहयोग करें, और इस महामारी से घबराए नहीं इसका सभी मिलकर मेडिकल इलाज से मुकाबला करें और इस महायुद्ध में हम जरूर कामयाब होंगे और इस महामारी को हारना होगा। अतः उपरोक्त पूरे विवरण का अगर हम विश्लेषण करें तो यही निष्कर्ष निकलेगा कि हमें कोरोना महामारी संक्रमण को गांव में फैलने से रोकने के लिए प्रतिबंधात्मक उपायों को महायुद्ध स्तर पर अपनाना होगा।

-संकलनकर्ता लेखक- कर विशेषज्ञ एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र

एक ही सपना देश के कोने कोने में गुणवत्तापूर्ण स्कूल कॉलेज और हॉस्पिटल हो ( डॉ. विक्रम क्रांतिकारी)

बचपन से वंचित तबकों को देखता था ,तो एक अजीब सी दर्द महसूस होती थी , जो की अपने  स्कूल समय से ही सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते रहा ,लेकिन बहुत कुछ चाह कर भी वंचित बच्चों के लिए नही कर पाता था,लेकिन धिरे धिरे बडे़ होते गए अपने सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंद लोगों का साथ देता  गया, उनकी आवाज उठाते रहे,अलग अलग एनजीओ व ट्रस्टों के साथ मिलकर काम करते रहे,फिर निर्भया कांड के वक्त तो खून सा खौल उठा था, मेरे शरीर में और न्याय के लिए पूरे दिन रात गीता फाउंडेशन व अपराध मोर्चा  के साथ मिलकर प्रोटेस्ट, भूख हड़ताल , संसद घेराव से लेकर सब किए ,खैर देर हुआ लेकिन न्याय मिला ,जो की मेरा मकसद ही  है की अंतिम पंक्ति में बैठे हुए हर उस  व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कुराहट हो और ऐसा तभी संभव  होगा जब वह अपने अधिकारों को जानेगा और समझेगा इसके लिए हम सभी को जागरूकता लानी होगी ,  इसी जोश में दिल्ली के मुखर्जी नगर में आकर सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करने लगा ताकि आईएएस ऑफिसर बनकर लोगो को उनका अधिकार दिला सकू,जो की अभी जारी है,  आज फिर हम एक पहल की शुरुआत कर रहे है ,जो की आने वाले वर्षों में देश के कोने कोने में हॉस्पिटल, स्कूल व कॉलेज खोलेंगे ,यह  हमारा   एक अनोखी पहल है जो समाज म़े क्रांन्ति की दिशा में शुरूआत हुआ है,जिसके लिए आप सभी का साथ अपेक्षित है। आईये हम आप मिलकर इस क्रान्ति में अपना सहयोग करे और एक सशक्त और जागरूक भारत के निर्माण में अपना सहयोग करे,खुद के लिए अकेले जीने से अच्छा है कि कुछ समाज को ऐसा दे की जिससे हमारा  समाज  सशक्त बने।   इसका शुरूआत  टीम के साथी अपने अपने स्तर पर मेरे  देख रेख में शुरू कर  रहे है ,जिसमे मैं विक्रम अपना आजीवन मानव कल्याण के कार्यों में साथ देता रहूंगा ,हमें  पूरा यकीन है की एक  न एक दिन हम अपने समाज के अन्तिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कुराहट ला देंगे ,जिससे वंचित ,गरीब ,असहाय भी अपने  सपनों के  ऊड़ान भरेगा ,अभी कुछ दिनों पहले ही ज्योती प्रकाश भाई जी भी  किसी कारणवश शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाने वाले गरीब , असहाय बच्चों के लिए उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में मेरे ही मार्गदर्शन में शुरू किए है , जो खुद ज्योति जी पहले आईएएस जैसे प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर चुके है,ऐसे ही आने वाले समय में  हमारा टीम  देश के छोटे छोटे गांव,जिले में भी स्कूल,कॉलेज व अस्पताल खोलेंगी ,आप सभी भी आगे आकर साथ दे व  इस सशक्त समाज के निर्माण में अपनी भुमिका निभाएं।

     
विक्रम क्रांतिकारी( डॉक्टर विक्रम चौरसिया ) 9069821319

Wednesday, May 5, 2021

आग लगने से पान व फुल की दुकान जलकर हूई राख

वैशाली नवीन कुमार संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स।

(वैशाली) बिदूपुर थाना क्षेत्र के बिदुपुर  बाजार स्थित गर्दनिया चौक मे स्थित जगदंबा पान पैलेस दुकान में अचानक सॉर्ट सर्किट से आग लग गयी आग लगते ही वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया और वही देखते ही देखते भारी भीड़ जुट गयी। दुकान हाजीपुर-महनार मुख्य मार्ग पर होने से घटना के बाद वहां जुटी भीड़ के कारण थोड़ी देर के लिए वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा। घटना की जानकारी मिलते ही फयर ब्रिगेड की गारी दल बल के साथ पहुची। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग जगदम्बा पान भंडार सह आयुष फूल भंडार की दुकान में लगी थी। यह दुकान शादी-ब्याह में गाड़ियों की सजावट भी करती है। दमकल ने किसी तरह आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक काफी नुकसान हो चुका था नुकसान लाखो मे बताया जा रहा है।

कोरोना महामारी को लेकर विधायक ने क्षेत्र के लोगों से किया अपील

राजापाकर( वैशाली) संवाददाता दैनिक अथवा टाइम्स

वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर   राजापाकर की विधायक प्रतिमा कुमारी ने विधानसभा क्षेत्र की जनता से लाॅकडाउन व  कोविड-19 के नियमों का पालन करने की अपील की है। इस संबंध में बुधवार को अपने संदेश में विधायक ने आमजनों से अनुरोध करते हुए कहा है कि बेवजह घरों से बाहर नहीं निकले बहुत जरूरी हो तभी घर से बाहर निकले। मास्क लगाएं शरीर को पूरी तरह  ढक कर रखें। साबुन से  हाथों को बराबर  अच्छी तरह से धोएं सैनिटाइज का प्रयोग करें भीड़ वाले स्थानों पर ना जाएं अपने एवं अपने परिवार की सुरक्षा का ख्याल रखें। वहीं उन्होंने विशेष रुप से अपील करते हुए कहा है कि हर हाल में सभी आदमी वैक्सीन के दोनों डोज अवश्य ले तथा वैक्सीन लेने के लिए लोगों को प्रेरित करें। उन्होंने आगे कहा कि गर्म पानी का इस्तेमाल करें भोजन में शाक हरी सब्जी  का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें। सर्दी खांसी और बुखार होने पर अपने नजदीक के स्वास्थ्य पर  जाकर जांच कराएं और समय पर दवा लें और लोगों को इसके लिए प्रेरित करें। आपका जीवन अमूल्य है इसकी रक्षा करें । उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो हम से अवश्य संपर्क करें मैं हमेशा आपकी सेवा में तत्पर रहूंगी।

प्रीतिलता स्वाधीनता संग्राम प्रथम शहीद महिला जिसने अंग्रेजो के दांत खट्टे किए-डॉ गौतम

पीएन कॉलेज परसा के प्राचार्य डॉ पुष्पराज गौतम

ने कहा कि महान देवी को शत-शत नमन चटगांव शस्त्रागार कांड के बारे में जो भी मार्ग अपनाया जाएगा वह भावी विद्रोह  का प्राथमिक रूप से होगा यह संघर्ष भारत की पूरी सफलता के साथ स्वतंत्रता जारी रहेगाप्रीतिलता वाद्देदार भारत के स्वाधीनता संग्राम की प्रथम महिला क्रांतिकारी थीं जिन्होंने अपने प्राण त्याग उत्सर्ग कर दिए।

प्रीतिलता का जन्म 5 मई 1911 में हुआ था।उन्होंने सन् 1928 में मैट्रिक की प्ररीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की।इसके बाद सन् 1929 में उन्होंने ढाका के इडेन कॉलेज में इण्टरमिडिएट प्ररीक्षा पास करने के बाद,प्रीतिलता ने कोलकाता के बेसिन कॉलेज से दर्शनशास्त्र से स्नातक प्ररीक्षा उत्तिर्ण की।कोलकाता विश्वविद्यालय के ब्रिटिश अधिकारियों ने उनकी डिग्री रोक दिया। उन्हें 80 वर्ष बाद मरणोपरान्त यह डिग्री प्रदान की गई थी।जब वे कॉलेज की छात्रा थीं,रामकृष्ण विश्वास,व अन्य क्रांतिकारियों से मिलने ज़ाया करती थीं, उन लोगों से जुड़कर उनसे भी स्वाधीनता  के सपने देखना शुरू कर दिया।उन्होंने निर्मल सेन से  युद्ध का प्रशिक्षण लिया था।शिक्षा के उपरांत उन्होंने चटगाँव के एक पाठशाला में नौकरी शुरू की और इसी उनकी भेंट प्रसिद्ध क्रांतिकारी सूर्य सेन से हुई।प्रीतिलता उनके दल की सक्रिय सदस्य बनी और वे सूर्यदेन के नेतृत्व के इन्डियन रिपब्लिकन आर्मी में महिला सैनिक बनी।

जब पूर्वी बंगाल के घलघाट में क्रांतिकारियों को पुलिस ने घेर लिया था,घिरे हुए क्रांतिकारियों अपूर्व सेन,निर्मल सेन,प्रीतिलता और सूर्यसेन आदि थे। सूर्यसेन ने गोलियाँ चलाने व लड़ने का आदेश दिया।उनके क्रांतिकारी साथी अपूर्व सेन और निर्मल सेन शहीद हो गये।सूर्यसेन की गोली से कैप्टन कैमरान मारा गया।सूर्यसेन,प्रीतिलता व अन्य क्रांतिकारी लड़ते लड़ते भाग गये।सूर्यसेन पर 

10 हज़ार रूपये का इनाम घोषित था। दोनों एक सावित्री नाम का महिला के घर पर गुप्त रूप से रहते थे। 

सूर्यसेन ने अपने क्रांतिकारी साथियों का बदला लेने की यूरोपीय क्लब और ब्रिटिश शस्त्रागार समेत पांच स्थानों पर हमले की योजना बनाई। प्रीतिलता ने अपने 10 -15 क्रांतिकारी साथियों का नेतृत्व ने पतलहटी में यूयोपीय कल्ब पर धावा बोल कर नाच-गाने में मग्न अंग्रेजों को मृत्यु का दंड देकर सफलतापूर्वक बदला लिया गया।प्रीतिलता को एक गोली लगी मगर पकड़े जाने के बजाय पोटेशियम सायनाइड खा कर शहीद हो गई।1857 के विरुद्ध के बाद स्वतंत्रता के लिए हुए सशस्त्र विद्रोह में शहीद होने पहली महिला थीं।

स्वतंत्रता संग्राम में देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों की आहुती देने वाली देशभक्त,क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी प्रीतिलता वादृेदारकी 110वीं जयंती पर शत् शत् नमन।

मुख्यमंत्री से अधिवक्ताओं को पांच लाख के स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किए जाने की मांग

 अधिवक्ता कल्याण संघर्ष समिति की वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्री  से अधिवक्ताओं को सपरिवार रु 500000 के स्वास्थ्य बीमा कवर देने की मांग की गई


 बैठक में बोलते हुए संयोजक पं रवीन्द शर्मा ने कहा कि अधिवक्ता जो कि न्यायालय का अधिकारी है इस कोरोना महामारी में अन्य के साथ-साथ वह भी गंभीर रूप से प्रभावित है सभी को पता है किं महामारी के इस दौर में अन्य के साथ अधिवक्ताओ का भी न्यायालय परिसर में प्रवेश बंद है  जिसकी वजह से हमारी आय भी बंद हो गई है सरकार द्वारा विभिन्न वर्गों के लिए की जा रही सहायता की  घोषणाओं में अधिवक्ताओं की पूर्णतया उपेक्षा की जा रही है जो कि  अत्यन्त दु:खद है आज अधिवक्ताओं के  एक बड़े वर्ग के समक्ष चिंतनीय आर्थिक  संकट के साथ साथ सपरिवार  स्वास्थ्य की चिंता भी गंभीर विषय है इस महामारी में विगत वर्ष और इस वर्ष प्रदेश के तमाम अधिवक्ता व उनके परिजन यथोचित इलाज न मिलने के कारण और तमाम अधिवक्ता व उनके परिजन महंगा इलाज न करा पाने के कारण काल के गाल में समा गए। इसकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए आज अधिवक्ताओं को सपरिवार तत्काल कम से कम रू 500000 के स्वास्थ्य बीमा कवर की महती आवश्यकता है जिसके लिए हमारी मुख्यमंत्री जी से मांग है कि वो तत्काल अधिवक्ताओं और उनके परिवार को कम से कम ₹500000 की स्वास्थ्य बीमा कवर तत्काल प्रदान करें।मांग का प्रतिवेदन जरिए ईमेल मुख्यमंत्री जी को भेजा गया।
 बी एल गुप्ता अध्यक्ष इनकम टैक्स जीएसटी बार एसोसिएशन ने कहा कि अधिवक्ता ओ को तुरन्त स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जाना समय की मांग है।
प्रमुख रूप से विनय अवस्थी महामंत्री सेल्स टैक्स बार एसोसिएशन अविनाश बाजपेई पूर्व अध्यक्ष लायर्स एसोसिएशन दिनेश वर्मा अध्यक्ष कमिश्नरी बार एसोसिएशन राम आश्रय त्रिपाठी एस के सचान श्रीकांत मिश्रा सोमेंद्र शर्मा मो कादिर खाअदेश शर्मा मो तौहीद अंकुर गोयल संजीव कपूर नमन गुप्ता राकेश सिद्धार्थ प्रतीक बाजपेई  प्रेम शंकर शुक्ला  विनय पांडे आनंद गौतम अनुराग मिश्रा नवनीत पाण्डे अनूप शुक्ला मोहित शुक्ला के के यादव आदि रहे।

जानकीपुरम पुलिस ने ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वाले अपराधियों को किया गिरफ्तार , 115 भी किये बरामद

पुष्पेंद्र सिंह दैनिक अयोध्या टाइम्स लखनऊ


उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना महामारी वायरस की दूसरी लहर से ग्रसित है और लाखों लोग मौजूदा समय में कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित होकर एक-एक सांस के लिए जिंदगी और मौत से जंग कर रहे हैं ऐसे हालात में भी इंसान की शक्ल में हैवान कुछ लोग आपदा में भी अवसर तलाश कर प्राण वायु ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कालाबाजारी कर अपनी तिजोरिया कर रहे हैं। ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ लखनऊ पुलिस द्वारा चलाई जा रही मुहिम में लखनऊ की जानकीपुरम पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है । आपको बतादेे की तेज तर्रार एसीपी अलीगंज अखिलेश सिंह के नेतृत्व में अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक जानकीपुरम राज किशोर पांडे की टीम ने आज जानकीपुरम इलाके से ऑक्सीजन गैस के बड़े सिलेंडरों का जखीरा एक मकान से बरामद कर ऑक्सीजन गैस के सिलेंडरों की कालाबाजारी करने वाले सीतापुर रोड योजना सेक्टर ए मड़ियांव के रहने वाले करण भारद्वाज और बेगरिया काकोरी के रहने वाले ने नेकराम को गिरफ्तार किया है । एक घर से बरामद किए गए 115 ऑक्सीजन गैस के बड़े सिलेंडरों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। एडिशनल इंस्पेक्टर जानकीपुरम राज किशोर पांडे ने बताया कि 115 खाली सिलेंडरों के साथ पकड़े गए करन भारद्वाज और नेकराम आपदा के इस दौर में कोरोना संक्रमित मरीजों के तीमारदारों की मजबूरी का फायदा उठा कर प्रति एक सिलेंडर 30 से 35 हज़ार रुपए में बेच रहे थे। उन्होंने बताया कि कुछ सिलेंडर घर के अंदर रखे हुए थे और कुछ सिलेंडर टाटा एस गाड़ी में लदे हुए थे उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए करन भारद्वाज और नेकराम वैसे तो ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर के कारोबार से पहले से ही जुड़े हुए थे लेकिन कोरोना काल में जब ऑक्सीजन गैस की किल्लत हुई तो इन लोगों ने आपदा में अवसर तलाशते हुए ऑक्सीजन गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी शुरू कर दी उन्होंने बताया कि यह पता लगाया जा रहा है कि करन भारद्वाज और नेकराम के इस काले कारोबार में और कितने लोगों की संलिप्ता है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है । आपको बता दें कि गुडंबा पुलिस ने भी 87 ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर बरामद किए हैं इसके अलावा गोमतीनगर और नाका पुलिस के द्वारा भी ऑक्सीजन गैस के सिलेंडरों की कालाबाजारी करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया है । आपदा के इस दौर में लोगों की मजबूरी का फायदा उठा कर दवाओं और ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ लखनऊ पुलिस का अभियान लगातार जारी है।


Tuesday, May 4, 2021

छींके

छींक आना कोई बीमारी नहीं होती मगर हद से ज्यादा आने लगे तो यह परेशान कर देती है। जिस तरह फेफड़ों को हल्का करने के लिए हम खांसते हैं उसी तरह सिर को हल्का कराने के लिए छींक जरूरी होती है। छींक यदि दो-चार बार हो जायें तो कोई बात नहीं लेकिन जब अधिक आने लगती है तो इसे छींको का अधिक आना कहते हैं।

कलौंजी :कलौंजी और सूखे चूने को एक साथ अच्छी तरह मसलकर किसी कपड़े में बांधकर उसकी पोटली बनाकर सूंघने से छींके बंद हो जाती है।कलौंजी (मंगरैल) का प्रयोग रसोई में मसालें के रूप में की जाती है। कलौंजी के बीजों को पीसकर सूंघने से छींक का बार-बार आना बंद हो जाता है।
 सरसों का तेल: मौसम में बदलाव होने पर भी छींक आने लगती है। इस तरह के मौसम में बदलाव के कारण आने वाले छींक में सरसों का तेल नाक में 2 से 3 बूंद डालकर रोजाना नीचे से ऊपर खीचना चाहिए। इससे छींकों का अधिक आना बंद हो जाता है।
कपूर: यदि छींक के कारण से जुखाम हो जाये तो एक चावल के दाने के बराबर कपूर को बताशे में डालकर या चीनी के साथ मिलाकर खिलायें और ऊपर से पानी पिलाने से अधिक छीके आना बंद होती है। नोट: कपूर की मात्रा ज्यादा न हो।
पोस्त खसखस: पोस्त खसखस 12 ग्राम को लगभग 125 मिलीलीटर पानी में मिलाकर नाक से इसकी भाप लें। इससे छींक का अधिक आना बंद हो जाता है।
रोगनगुल: रोगन गुल 2-2 बूंद नाक में डालने से और ऊपर की ओर खींचने से और 2-2 बूंद कान में डालने से छींक का अधिक आना बंद हो जाता है।
खुलतजान: खुलतजान को पीसकर कपड़े से छानकर रोजाना सुबह-शाम सूंघने से छींक का अधिक आना बंद हो जाता है।
 इतरीफल किश्नीजी : इतरीफल किश्नीजी 7 ग्राम, पानी से रात को सोते समय लने से अधिक छीक में लाभ होता है।
अजवायन: 10 ग्राम अजवायन और 40 ग्राम पुराने गुड़ को लगभग 450 मिलीलीटर पानी में डालकर उबालने के लिए रख दें। उबलने पर जब 250 मिलीलीटर के करीब पानी बाकी रह जाये तो उस पानी को थोड़ी देर तक रखकर थोड़ा ठंडा होने पर पीकर ऊपर से चादर ओढ़ कर सो जाये। इससे छींक आना बंद हो जाती है।
 अदरक: नजले या जुकाम के साथ-साथ अगर लगातार छींके भी आ रही हो तो 3 ग्राम अदरक को 6 ग्राम गुड़ के साथ मिलाकर रात को सोने से पहले खाने से छींके बंद हो जाती है। इसके ऊपर से पानी नहीं पीना चाहिए।
नाक के बाल: अगर नाक के बाल बढ़कर अन्दर की ओर चले जाते है तो भी छींके आती रहती है इसलिये नाक के बालों को काट देना चाहिए।
कुलिंजन: कुलिंजन को किसी कपड़े में बांधकर नाक से सूंघने से छींके आना रुक जाती है।
छींकों से बचने के लिए गर्मी लगने पर या कहीं बाहर से चलकर आने पर, मेहनत करने के बाद हमें एकदम से कपड़ों को नहीं उतारना चाहिए।


डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय
प्राकृतिक चिकित्सक
मुंबई