Thursday, May 13, 2021

देश सर्वोपरि का पाठ पढ़ाने वाले युवाओं के मार्गदर्शक आईपीएस पंकज चौधरी वापस मैदान में आ गए

याद रखना सच्चाई  परेशान हो सकती है , लेकिन  हार नहीं सकती  "सत्यमेव जयते " भारतीय पुलिस सेवा में ध्रूव तारे की तरह पुनः सुशोभित होने पर हम सभी के तरफ से बहुत बहुत बधाई , मेरे आत्मीय साथियों कोई व्यक्ति बहुत से मुसीबतों के बावजूद भी कैसे अपनी ईमानदारी के बल पर कैसे हंसते खिलखिलाते रहते हुए, कैसे बड़ी से बड़ी मुसीबतों के पहाड़ों को पराजित करता है यह बात तो हम  2009 बैच के बड़े भैया आईपीएस पंकज चौधरी जी से सिखे। साथियों ईमानदारी, सच्ची देशभक्ति, न जाति न धर्म न क्षेत्र केवल राष्ट्र सर्वोपरि, साहस , सत्य की भावना रखने वाले आईपीएस पंकज चौधरी सर से जब पहली बार बात हुई थी तो बोले थे विक्रम तैयारी करो ईमानदारी से तुम मेरे छोटे भाई हो तुम जरूर आईएएस ऑफिसर बनोगे। ध्यातव्य हो कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भारतीय पुलिस सेवा 2009 बैच के राजस्थान कैडर के अफसर पंकज चौधरी को फिर से सेवा में बहाल करने के साथ ही जॉइनिंग भी दे दिए है, जैसा कि हम जानते हैं कि वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में आईपीएस पंकज चौधरी को बर्खास्त करने की सिफारिश दी गई थी, उस वक्त राज्य की सिफारिश को केंद्र ने मंजूरी दे दी थी, जिसे लेकर पंकज चौधरी ने कैट के प्रिंसिपल बेंच में भी चुनौती दिए थे। कहते हैं ना साथियों की जीवन में सत्य के लिए लड़ा गया संघर्ष सदैव विजय ही दिलाता है, जो सत्य के लिए लड़ता है उसे ईश्वर भी कभी पराजित नहीं होने देते, जैसा कि जानते ही हैं कि पंकज चौधरी जैसलमेर जिले के  बाड़मेर में एसपी रहते हुए वर्ष 2013 में गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट वापस खोलकर चर्चा में आए थे, उस समय गाजी फकीर द्वारा नेताओं से सेटिंग करके पंकज चौधरी को सेवा से बर्खास्त करवा दिया गया था, लेकिन इन्होंने हार नहीं माने लड़े और आज जीत गए। साथियों सच्चे ,कर्मठ ,ईमानदार और बहादुर अधिकारी की जरूरत देश को हमेशा रहती हैं और आज तो बहुत जरूरत  है ऐसे सच्चे ईमानदार अधिकारियों की, आपको बता दें कि पंकज भैया पुलिस सेवा से बर्खास्त होने के बाद देश की सेवा के लिए राजनीति के तरफ भी कदम बढ़ाए थे, अपने ही कर्म भूमि बाड़मेर जैसलमेर से लोकसभा चुनाव 2019 में बसपा के टिकट पर भाग आजमाना चाहे थे लेकिन नामांकन पत्र में सेवा से बर्खास्तगी के संबंध में निर्वाचन विभाग से सर्टिफिकेट नहीं लगाए जाने के कारण उसी वक्त उनका नामांकन पत्र निरस्त हो गया था, कहते हैं ना दोस्तों की देश सेवा के लिए दिल में जज्बा होना चाहिए चाहे पद या क्षेत्र  कोई भी हो, आज हम सभी के मार्गदर्शक पंकज चौधरी भैया जी ने प्रमाणित कर दिए हैं कि सत्य कभी भी नहीं हारता, ऐसे ही आप भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग जारी रखिए,यह जीत आपके साथ ही हम सभी चाहने वालों का भी है, मैं खुद अपनी स्कूल समय से ही संघर्ष करते हुए वंचितों के न्याय के लिए आवाज उठाते रहते है , आपके मार्गदर्शन में आपके जैसा ही बनने के लिए संघर्ष  कर रहा हूं।


डॉ विक्रम चौरसिया ( चिंतक/आईएएस मेंटर/ दिल्ली विश्वविद्यालय 9069821319 लेखक सामाजिक आंदोलनों से जुड़े रहे है व वंचित तबकों के लिए आवाज उठाते रहते हैं।

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