Monday, March 30, 2020

"एक टाइम था"

एक टाइम था जब हम भी खुश हुआ करते थे
बिना किसी मास्क के सड़को पर घूमा करते थे
ज़िन्दगी मानो हसीन सी थी हमारी
कोरोना ने कर दी ज़िन्दगी झंड सारी
ये विपत्ति हमारी ही देन है
जानवरो को खाना ये कहा कि केन है
मानो प्रकृति का चाटा है ये
वृक्षो को बहुत काटा है
इंसान ही इंसान से दूर हो चुका है
अब तो डरो यारोंं कुछ नहीं बचा है
समझदारी तुम्हारी तुमपे ही पड़ेगी भारी
निकले जो घर से बाहर तो नसीब न होगी ये दुनियाँ सारी
कुछ तो देश के लिए करके दिखाओ यारोंं
Stayathome का मतलब अब तो मान जाओ यारों
कोरोना ने दिया है अवसर आज
रहो परिवार के साथ
सदियों बाद ये अवसर आया है
घर में पूरा परिवार एकसाथ नज़र आया है
पापा से लेकर भैया तक को आज सुकून मिल पाया है
कोरोना ही सही पूरे परिवार में खुशियों का माहौल छाया है
अन्ताक्षरी से लेकर टीवी के रिमोट में आज अपनापन पाया है
कोरोना ने बहुत कुछ सिखाया है
विदेश छोड़ आज हर कोई गावं में नज़र आया है
देश की मिट्टी ने सबको बुलाया है
तुम भी देश की नागरिकता निभाओ
प्रशासन का पालन करना सबको सिखाओ
तेरी ज़िन्दगी तेरे हाथ है इंसान
खुद भी बच और दूसरों को भी बचाओ
जान हे तो जहान हे वरना यहाँ तो हर कोई महान है
कोरोना से डरो मत घर पर रहना ही असली सम्मान है


बंद आज सारा बाज़ार है
सबको अपना ख्याल है.
खुद को सम्भालो यारों
ये देश का सवाल है


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