Wednesday, May 27, 2020

कोरोना काल में भी उत्तर कोरिया के खतरनाक प्रयोग विश्व के समक्ष चिंतनशील प्रश्न

आज जहाँ दुनिया का लगभग हर देश कोरोना रूपी घातक जानलेवा बीमारी से उबरने के लिए दवाईयों और टीके की खोज करने में अपनी एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है ताकि इस जानलेवा घातक बीमारी से मानव जाति को बचाया जा सके वहीं उत्तर कोरिया इन सब बातों को दरकिनार करते हुए अपनी युद्धक क्षमता बढ़ाने हेतु एक के बाद एक नये परमाणु हथियारों का परीक्षण करने में लगा हुआ है। किसी भी वैश्विक प्रतिबंधों को न मानने वाले उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम के सफल परीक्षण करने के साथ ही अपनी सैन्य क्षमता को और भी मजबूत कर लिया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रमों के विरोध और प्रतिबंध लगाने की प्रतिक्रिया पर उसने अमेरिका को ही धमकी देते हुए कहा कि वो उनकी बिजली सप्लाई व्यवस्था को ही ध्वस्त कर सकने में सक्षम है। इस धमकी से नाराज अमेरिका ने उत्तर कोरिया के साथ अपने सारे कार्यक्रमों को प्रतिबंधित कर लिया मगर इससे भी उत्तर कोरिया पर कोई असर नहीं हुआ और वह समस्त मानव जाति के लिए खतरनाक परमाणु हथियारों के परीक्षणों को रोकने से मना कर दिया क्योंकि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम-जोंग ने उत्तर कोरिया को विश्व परमाणु हथियार क्षमता में प्रथम स्थान दिलाने का प्रण लिया है।
उत्तर कोरिया ने अनेकों मिसाइल परीक्षणों व अपने इस सबसे बड़े परमाणु परीक्षण द्वारा दुनिया के हर देश को उनकी सुरक्षा हेतु चिंतित कर दिया है। इस कोरोना काल में भी उत्तर कोरिया का यह खतरनाक खेल निर्बाध रूप से जारी है एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर कोरिया अब एक नए परीक्षण पर कार्य कर रहा है जिसमें वह परमाणु निरोधक हथियारों का निर्माण करने के साथ विश्व का सबसे ताकतवर देश बन जाएगा।
इस कोरोना काल में भी उत्तर कोरिया नये-नये परीक्षण करने के लिए उत्सुक है उसकी यह उत्सुकता पूरी दुनिया के लिए चिंतनीय विषय है। वैश्विक विरोधों के बीच भी उत्तर कोरिया चीन की तरफदारी में लगातार लगा हुआ है और उसके द्वारा अपनी सैन्य सेना को किसी भी कार्यवाई के लिए हाई एलर्ट पर रहने का आदेश यह संकेत देता है कि उसका इरादा नेक नहीं लगता वह चीन को वैश्विक घेराव से बचाने के लिए कहीं न कहीं उसका हिमायती बनकर खड़े होने की फिराक में है। ऐसे में उत्तर कोरिया का यह रवैया कोरोना से भी घातक बनता जा रहा है।
सूत्रों का मानना है कि कोरोना जैसी महामारी से प्रभावित देशों को उबरने में अभी वक्त लग सकता है क्योंकि अभी तक कोरोना विषाणु का कोई आधिकारिक इलाज नहीं मिल पाया है। लगभग सभी देश खुद को लॉकडाउन और सोशल डिस्टैंसिंग के माध्यम से बचाने में लगे हुए हैं। जिस कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था का ग्राफ का नीचे गिरना स्वाभाविक है ऐसे में चीन के नापाक हरकतों के बाद अब उत्तर कोरिया का नया परमाणु परीक्षण पूरी दुनिया को चिंतित कर दिया है कि आखिर इस तनावपूर्ण स्थितियों का परिणाम कैसा होगा? क्या चीन और उत्तर कोरिया तृतीय विश्वयुद्ध की तैयारी में जुटे हैं? अनेकानेक सवाल इस कोरोना काल से ग्रसित पूरी दुनिया के मन में उत्तर कोरिया के खतरनाक प्रयोगों को लेकर चल रहे हैं। वैसे ही पूरी दुनिया कोरोना के कहर से प्रभावित है उसमें चीन व उत्तर कोरिया के बढ़ते आपसी संबंधों और उनके एक से बढ़कर एक खतरनाक प्रयोग विश्व के समक्ष महज एक सवाल बनकर खड़े हैं कि उत्तर कोरिया आखिर आगे क्या करने वाला है? आखिर उसका इरादा क्या है? कुछ पता नहीं पर इतनी बात तो साफ है कि उत्तर कोरिया अपने मिसाइलों व परमाणु हथियारों के बदौलत पूरी दुनिया पर अपनी हुकूमत चलाने की सोच में नित नवीन खतरनाक परमाणु परीक्षण कर रहा है।


रचनाकार :- मिथलेश सिंह 'मिलिंद


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