Saturday, December 26, 2020

बहराइच: ग़रीबों के चेहरे की मुस्कुराहट यह बताती हैं कि इंसानियत अभी ज़िंदा है सी०ओ०सिटी

सब ब्यूरो शिवकुमार गुप्ता

बहराइच में आज शनिवार को। एस०एम०एच सोसाइटी की अगुवाई में ऑल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम द्वारा लखनऊ यूनिट और बहराइच यूनिट ने मिलकर स्टैंडर्ड क्रेसेन्ट स्कूल क़ाज़ीपुरा बहराइच यूपी। में इस बढ़ती ठंड में गरीब व असहाय लोगों में कंबल वितरण किया इस मौके पर मौलाना कौसर नदवी साहब ने कहा इंसान तभी इंसान है जब दूसरे इंसान का काम आए, एक इंसान को दूसरे इंसान से फायदा पहुंचे जो इंसानों के लिए फायदेमंद होता है और नफाबख्श होता है पालनहार उसको हमेशा बाकी रखता है इसी तरह कोई इंसान अगर किसी पर जुलम करता है तो उसके जुलम का बदला या तो उसी को मिलता है या उसकी औलाद को जरूर मिलता है अगर कोई किसी की मदद करता है तो करने वाला भी खुश होता है और उसके दुनिया से जाने के बाद भी खुशियां बाकि रहती है दूसरों के काम आने वाला दूसरों की मदद करने वाला मर के भी अमर रहता है,सी०ओ०सिटी बहराइच श्री० त्रयंबक नाथ दुबे ने कहा कि आज गरीब व असहाय लोगों के चेहरे की मुस्कुराहट यह बता रही है कि इंसानियत अभी जिंदा है ऑल इंडिया इंसानियत फोरम के इस तरह के प्रोग्राम और गरीबों की मदद के कामों में शिरकत कर के अपने आप को सौभाग्य समझता हूं यह बहुत सराहनीय काम है इस तरह के काम आप सब लोग मिलकर करते रहे इस से समाज में मोहब्बत प्रेम और भाईचारे और एकता पैदा होगा मौलाना अरशद अली नदवी साहब ने कहा इंसान और जानवर में यही फर्क है जानवर अपने लिए जीता है और इंसान अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए जीता है अगर हमने सिर्फ अपने लिए जिया तो यह इंसान की जिंदगी नहीं हुई बल्कि जानवर की ज़िंदगी है बहराइच शहर के ज़िम्मेदार और सरपरस्त मौलाना क़ारी ज़ुबेर अहमद कासमी साहब जिन की शोहरत पूरे मुलक में हैं उन्हो ने कहा पयामे इंसानियत वक्त की जरूरत है और वक्त की पुकार है हम पूरी तरह से पयामे इंसानियत के दिलो व जान से साथ हैं और हर तरह जहां जरूरत पड़ेगी मैं साथ खड़े होने का वादा करता हूं इस मौके पर मुफ़्ती अबुल क़ासिम नदवी ने कहा कि पालनहार हम में से हर एक से पूछेगा कि मैं भूखा था मैं प्यासा था मैं नंगा था तो तुम ने मेरा ख़्याल नहीं रखा तो हर शख़्स कहेगा पालनहार तु हि हर इंसान को खाना खिलाता है तू ही पिलाता है तु ही कपड़ा पहनाता है तो तू कैसे भूखा हो सकता है कैसे पियासे हो सकता है कैसे नंगे हो सकता है ‌ पालनहार कहेगा तुम्हारे पड़ोस में भूखा था अगर तू उसको खाना खिला देते उस प्यासे को पानी पिला देता और नंगे को कपड़ा पहना देते तो मुझे पा लेते फिर आज के प्रोग्राम के ज़िम्मेदार और हमारे फोरम के सर गरम नौजवान साथी एस०एम०एच०सोसाइटी के नायब सदर ताहा महमूद साहब ने सी०ओ०सिटी को कश्मीरी शॉल उड़ाके इस्तकबाल किया और तमाम मेहमानों का शुक्रिया अदा किया इस शुभ अवसर पर फाउंडर स्टैंडर्ड क्रेसन्ट स्कूल और एस एम एच सोसाइटी के सदर हाजी नासिर महमूद जी सभासद श्री मोहम्मद अनीस एस०आई० राजेश कुमार दुबे डा० उस्मान ग़नी ,सहाफी सलीम सिद्दीक़ी मुफ़्ती इकरामुद्दीन मुफ़्ती, अबैदुल्लाह कासमी ,मौलाना अहमद ज़ियाउद्दीन, हाजी सिराजुद्दीन ,मोहम्मद मियां मौलाना मसूद अहमद, मौलाना सुफ़ियान अहमद ,मौलाना सुहेल अहमद नदवी, मोहम्मद ज़ीशान, मौलाना अब्दुल अज़ीज़ नदवी, समाजी कारकुन सलीम सिददीकी ,मौलाना वसीउल्लाह क़ासमी,मोहम्मद जायद , ख़्वाजा सऊद अहमद शाह , जुनेद अहमद नूर , हाफिज महफ्जुर रहमान सईद, हाफ़िज़ मेराज, वलीउर रहमान और एलाके के ज़िम्मेदारान मौजूद थे ।

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