Tuesday, November 29, 2022

क्या श्री ए.के. शर्मा का गुजरात मॉडल उत्तर प्रदेश में भी होगा प्रभावी ?

                                   क्या श्री ए.के. शर्मा का गुजरात मॉडल उत्तर प्रदेश में भी होगा प्रभावी ?

डॉ. अजय कुमार मिश्रा

श्री अखिलेश मिश्रा

 

उत्तर प्रदेश की कई बड़ी समस्यायों में से एक बड़ी समस्या बिजली की रही है | योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने पहले कार्यकाल में इस विषय पर सकारात्मक कार्य किया परन्तु खामियां भी विद्यमान रही | योगी सरकार के पुनः सत्ता में आने के पश्चात् बिजली विभाग की जिम्मेदारी तत्कालीन आई.ए.एस. और वर्तमान राजनैतिक नेता श्री ए. क. शर्मा को प्रदान की गयी है | इसके अतिरिक्त उन्हें नगर विकास की जिम्मेदारी भी प्रदान की गयी है | यदि दोनों विभागों की कार्य और आवश्यकता को देखा जाए तो प्रत्येक व्यक्ति और घर से इसका सीधा सम्बन्ध है, जहाँ हर कोई स्वतंत्र है कार्यो की प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए | आम जनता का मूल्यांकन सिर्फ बातों से ही नहीं बल्कि ईवीएम का बटन दबा करके भी दर्शाया जाता है | आधुनिकीकरण, तकनीकी का उपयोग और वैश्वीकरण ने परम्परागत तकनीकी को समाप्त करके मशीनरी और कंप्यूटरीकृत प्रणालियों का न केवल प्रचार प्रसार किया है बल्कि इनकी पहुँच घर-घर कर दिया है | आज प्रदेश के कोनें कोनें में इनका उपयोग किया जा रहा है | इन सभी के सफल उपयोग के लिए उर्जा अब आवश्यकता ही नहीं बल्कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन अनिवार्यता भी बन गया है | उदहारण के तौर पर मोबाइल के जरिये आज पलक झपकते ही लोग ऐसी जानकारियां प्राप्त कर लेते है जिसे आज के कई दशक पहले जानना लगभग असंभव था | ऐसे में उर्जा विभाग की गहरी भूमिका न केवल बड़े स्तर पर बल्कि तकनीकी के नवीनतम उपयोग की प्रतिबद्धता को भी अनिवार्य बना रहा है |

 यदि हम दूसरे पहलूँ की बात करें तो आज जिस आसानी से बिजली का कनेक्शन लोगों को मिल पा रहा है, या शिकायतों का त्वरित निवारण हो पा रहा है उसका सीधा श्रेय विभाग के मुखिया श्री ए.के. शर्मा को ही जाता है | जनता के बीच नियमित क्षेत्र में रहकर न केवल संवाद कर उनकी समस्या का समाधान करते है बल्कि स्वयं विभाग की शिकायत निवारण प्रणाली के अतिरिक्त सीधे प्लेटफार्म आम जन के लिए दे रखा है जहाँ आप किसी भी तरह की शिकायत को उन तक पहुंचा सकतें है | ये बातें यह भी दर्शाती है की गुजरात मॉडल में इनके द्वारा अदा की गयी भूमिका कोई तुक्का नहीं थी | हाल ही में चलायें गए एक मुश्त ब्याज माफ़ी योजना की स्वीकार्यता बड़े पैमाने पर प्रदेश के सभी कोने में रही और रिकॉर्ड लोगों ने इसका लाभ लेकर अपने बकाये बिजली के बिल का न केवल भुगतान किया बल्कि कनेक्शन को भी नियमित कराया है | बिजली के लिए गर्मियों में आम जन के बीच बढ़ी मांग की पूर्ति न होने पर गावों के अतिरिक्त शहरों में भी हाहाकार मचता दिखाई पड़ने पर स्वयं श्री ए.के. शर्मा ने मोर्चा सम्भाल करके स्थिति में बड़ा बदलाव करके निर्धारित मानकों से अधिक बिजली आपूर्ति सुनिश्चित किया है | आज निर्बाध रूप से बिजली सभी को प्राप्त हो रही है साथ है बड़ी बात यह भी है की बिजली की दरों में बढोत्तरी के बजाय इनके नेतृत्व में कमी की गयी है जिससे जनता में खुशियाँ विद्यमान है |

 किसी भी समस्या का समाधान करने के लिए सबसे जरुरी होती है आपकी योग्यता, अनुभव और समझ जिसके आधार पर आम लोगों के जीवन में प्रकाश लाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखातें है | पूर्व आई.ए.एस. होने और जनता की मूल समस्यायों को गहराई से समझने, आम लोगों से जुड़े रहने और समस्याओं को निस्तारित करने की मजबूत इच्छा शक्ति के साथ हमेशा जनता के बीच पाए जाने वाले नेता के रूप में उत्तर प्रदेश में श्री ए.के. शर्मा एक अमिट छाप छोड़ रहें है | दो दशक से अधिक समय तक गुजरात में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करके उपलब्धि से सभी को न केवल चौकाया बल्कि स्वयं प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में लगातार कार्य करके जनता का दिल भी जीता है | इन्ही उपलब्धियों की वजह से आज उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहें है | यदि आपको बिजली विभाग में जमीनी बदलाव देखना हो तो आप वर्तमान में प्राप्त और पहले प्राप्त सेवाओं का स्वयं मूल्यांकन कर सकतें है | इन परिवर्तनों में गुजरात मॉडल की झलक आपको देखने को जरुर मिलेगी |

 लखनऊ समेत जब पुरे प्रदेश में डेंगू का प्रकोप बढ़ा और हर तरफ परेशानियाँ उत्पन्न हो गयी तब स्वयं मोर्चा सम्भालातें हुए मैदान में उतर कर दिन और रात लगातार व्यवस्थाओं में बड़ा सुधार करके जनता की जमीनी आवश्यकता की न केवल पूर्ति की बल्कि साफ-सफाई पहले से कही अधिक बेहतर सुनिश्चित किया है | आज हर गली मोहल्ले में न केवल स्वच्छता दिख रही है बल्कि आम आदमी का जीवन बेहतर हो रहा है | प्रधानमंत्री जी के विज़न की पूर्ति के लिए प्रतिबद्ध और दो महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी लेकर श्री ए.के. शर्मा चल रहें है | विगत अपने 8 माह के कार्यकाल में उन्होंने हर क्षेत्र में जाकर अधूरी योजना परियोजना का न केवल जानकारी प्राप्त की बल्कि उनमे से कई पर कार्य करके परिणाम भी दिया है और अन्य पर लगातार कार्य चल रहा है | जिन बातों के लिए बिजली विभाग बदनाम था आज उन बातों से लगभग मुक्त हो चुका है ईमानदारी पूर्वक कार्य सभी पदों पर देखने को मिल रहा है तथा नियंत्रण के साथ-साथ सफल उत्पादकता भी अब प्रदर्शित हो रही है | श्री ए.के. शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश की इन दो विभागों पर किये जा रहें कार्यो से आप अवश्य ही रूबरू विभिन्न माध्यमों से होतें रहें है | फिर चाहें न्यूज़ पेपर, टीवी चैनल, वेब न्यूज़ या सोशल मीडिया या फिर आम जन का स्वयं का संवाद ही क्यों न हो | प्रदेश के कोने-कोने से इनके कार्यो की सराहना देखने और सुननें को मिल रही है |     

 पर जैसा की एक आम अवधारणा है अधिकांश आम जन के द्वारा पूर्ण हुए कार्यों की अपेक्षा अधुरें कार्यों की पूर्ति की चर्चा ज्यादा की जाती है ऐसे में श्री ए.के. शर्मा को और अधिक सतर्कता के साथ उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कार्य करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा की उनके साथ-साथ विभाग के लोग आम जन के लिए ईमानदारी से कार्य कर रहें है और जन समस्यायों का निस्तारण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है | उर्जा विभाग और नगर विकास विभाग दोनों एक महत्वपूर्ण कड़ी है सरकार की ईमानदारी और कार्यो को व्यापक पैमाने पर प्रदर्शित करने के लिए क्योंकि दिन प्रतिदिन इन विभागों के कार्यो से लोगों का दो चार होना पड़ता है | वर्तमान समय में श्री ए.के. शर्मा की दिख रही गुजरात मॉडल की कार्य प्रणाली और प्रतिबद्धता के आधार पर यह कहा जा सकता है की इन दोनों विभाग के द्वारा आगामी समय में बड़ी उपलब्धियां प्राप्त होगी क्योंकि 8 माह के कार्यकाल में आम जन की संतुष्टि दिखाई पड़ रही है | यह भी शाश्वत सत्य है की बड़े बदलाव और उपलब्धि प्राप्त करने में समय लगता है और दोनों विभागों के माध्यम से उपलब्धि प्राप्त करने का समय अभी 4 वर्ष से अधिक का है और यह तब और पुख्ता हो जाता है जब प्रदेश में शासन करने वाला शासक सब पर निगाह जमाये हुए हो और हर हाल में आम जनता की सहूलियत चाहता हो | यानि की वर्तमान परिदृश्य को देखकर यह कहा जा सकता है की श्री ए.के. शर्मा का गुजरात मॉडल उत्तर प्रदेश में भी प्रभावी होगा |

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