दैनिक आयोध्या टाइम्स
Sunday, August 15, 2021
स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर जनपदवासियों से प्रतिबन्धित प्लास्टिक की सामग्री का उपयोग न करने की डीएम ने की अपील
दैनिक आयोध्या टाइम्स
एटा में सभासद ने ईओ खिलाफ फिर खोला मोर्चा,
आमरण अनशन पर बैठे वार्ड नम्बर 13 के सभासद उमाकांत चतुर्वेदी,
आमरण अनशन पर बैठे सभासद के समर्थन मे पहुँचे अन्य सभासद,
ठाकुर समाज ने शहीदों का सम्मान समारोह ग्राम हदरुख में मनाया एडवोकेट संदीप सिंह सेंगर
दैनिक अयोध्या टाइम्स ब्यूरो रविकांत गौतम
ऊमरी जालौन: रविवार को ग्राम हदरुख में ठाकुर समाज ने शहीदों का सम्मान समारोह का आयोजन किया ठाकुर समाज के शहीदों के सम्मान कार्यक्रम की शुरुआत छात्र छात्राओं ने गीत गाकर की कार्यक्रम का संचालन कर रहे अजय दीप सिंह सेंगर हदरुख के द्वारा किया गया मंच पर उपस्थित एसके सिंह बरी का भूरा प्रमोद सिंह सेंगर एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उरई से चल कर आए हुए संदीप सिंह सेंगर एडवोकेट का मंच पर बैठे सभी लोगों ने फूल माला से स्वागत किया इसके बाद मुख्य अतिथि ने अपने हाथों से शहीद 9 जवानों के परिवार को सहायता राशि प्रदान की और कहा है कि हर साल हमारे वीर सपूतों का सम्मान समारोह मनाया जाएगा ऐसे वीर जवानों को हम नमन करते हैं जो हमारे क्षेत्र से निकलकर अपनी धरती मां की सेवा करने के लिए अपनी जान निछावर कर दी है नौजवानों से यही कहना है कि आप भी अपनी सेवा किसी मिलिट्री या सिविल सर्विस में देकर अपने क्षेत्र में अपने गांव का नाम रोशन करें आज हमारे द्वारा इस स्थल पर शहीदों के लिए सम्मान कार्यक्रम रखा गया है जो ऐसे वीर जवानों ने जो अपनी जान की बाजी लगाकर अपनी धरती मां को जान निछावर कर दी ऐसे परिवार के लोगों को हम सम्मान करके उनका हौसला बढ़ाते हैं और कहते है कि आपने ऐसे लाल पैदा किए हैं जो देश के खातिर अपनी जान दे देते हैं ऐसे वीर जवानों को हम बार-बार नमन करते हैं और कहा है कि देश 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ था जब से हमारे कई माताओं के लाल इस देश पर बलिदान हो गए हैं इस आजादी का स्वागत तो हम बखूबी चला रहे हैं लेकिन हजारों दर्द सहने वाले क्रांतिकारियों की याद करना और उनको सम्मान देना हमारा परम कर्तव्य है शायद इसलिए संविधान निर्माताओं ने अनुच्छेद 51 का काम है स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदेशों को हृदय में संजोये रखने और उनका पालन करने के मूल कर्तव्य को शामिल किया अब जबकि आजादी को 75 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है इस वर्षगांठ को और अधिक रूप से प्रदान करने के लिए आजादी का देशभर के बसे भारतीयों को आपस में जोड़ते हुए मनाया जा रहा है एडवोकेट संदीप सिंह सेंगर ने कहा है कि जिन अमर शहीदों की मां के लालो ने अपने देश के लिए बलिदान दिया है ऐसे वीर सपूतों को हम सब लोग नमन करते हैं और इस कार्यक्रम के अंतर्गत बताया जा रहा है कि हमारा तिरंगा हमारा स्वाभिमान और राष्ट्रगान की गरिमा से परिचित है और शहीदों की यादों में हमेशा तिरंगा का चिन्ह याद आता है इस सम्मान समारोह के कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक व्यक्ति आजादी के आंदोलन से जिन अमर शहीदों ने अपना सबकुछ बलिदान कर दिया है उनके प्रति यह कर्तव्य है कि हम सब लोगों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और ऐसे अमर शहीदों को याद करना चाहिए गांव के जो अमर शहीद हुए हैं उनके परिवार जनों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह वह साल देकर सम्मानित किया वीर जवानों के परिवारों को सम्मान और प्रमाण पत्र तौलिया मिलते ही उनके चेहरे पर खुशी देखने को मिली है बताते चलें आपको बुंदेलखंड जनपद जालौन का यह पहला हदरुख गांव है जहां पर भारतीय नौजवान ज्यादा संख्या में इस गांव से भर्ती होते हैं कार्यक्रम मैं उपस्थित सुरेंद्र प्रताप सिंह हथेरी, राजेश कुमार गुप्ता एडवोकेट, उरई बृजेंद्र सिंह एडवोकेट अजनारी उरई ,अनिल सिंह सेंगर , विपिन सिंह , कपिल सिंह सेंगर हदरुख ,राजकुमार सिंह सेंगर प्रबंधक जनता इंटर कॉलेज उरई ,विनय सिंह सेंगर, माधव सिंह टिल्लू ,अभिषेक सिंह, शिवम सिंह ,कुलदीप सिंह, राजदीप सिंह, राहुल नेता, गोरे भदोरिया, भजन सिंह, राज सेंगर, आदित्य सिंह ,सौरभ सेंगर, अतुल सिंह ,विशाल सिंह सेंगर औरैया, आजाद सिंह सेंगर हदरुख ,प्रवीण सिंहसेंगर हदरुख ,पुत्तन सिंह तोमर हदरुख आदि लोग उपस्थित रहे!!!
सिद्धौर के कार्यकर्ताओ द्वारा कुल 15 गांवो में किया गया ध्वजारोहण
दैनिक अयोध्या टाइम्स
सिध्दौर बाराबंकी- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई सिद्धौर के कार्यकर्ताओ द्वारा स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने तथा देश को आजाद कराने में जिन जिन शहीदों ने अपनी जान गवाई उसी को ध्यान में रखते हुए। पूरे देश में 102536 जगहों पर और सिद्धौर नगर के कार्यकर्ताओ द्वारा कुल 15 गांव जैसे की सिद्धौर,मोहम्मदपुर चंडी सिंह,अंबेडकर पार्क,बाबाकपुरवा और कई अन्य गांवों में ध्वजारोहण करके मिष्ठान वितरण किया। नगर मंत्री दुर्गेश वर्मा रुद्रांश ने बताया कि स्वाधीनता के 75 वे वर्ष में हम सब प्रवेश कर रहे है,यह हमारे लिए गौरव की बात है,भारत पुनः वैश्विक पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। यह दिन हमे महात्मा गांधी,भगत सिंह,नेता सुभाष चन्द्र बोस,चंदशेखर आजाद, समेत सैकड़ो महान स्वतंत्रता सेनानियो के त्याग तपस्या और बलिदान की याद दिलाता आज हम उन स्वतंत्रता सेनानियो को नमन करना चाहता हूं जिन्होंने इस देश को आजाद कराने में अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था। इस दिन ही हमारे देश को वर्षो के गुलामी के बाद आजादी मिली थी। नगर सह मंत्री विवेक कटियार ने बताया कि हम सब भारतीय के दिल में जो दिन देशभक्ति का जोश जगाने आता है वो है 15 अगस्त इस अवसर पर,नगर मंत्री दुर्गेश वर्मा रुद्रांश,नगर सहमंत्री विवेक कटियार,अनिकेत वर्मा,उत्कर्ष वर्मा,सूरज कुमार, राम तारे,सौरभ,शिवा, और कई अन्य कार्यकर्तओ द्वारा ध्वजारोहण करके मिष्ठान वितरण किया।
Thursday, July 1, 2021
तुम मेरी पहली और आखरी आशा
तुम्हीं मेरी पहली और आखरी आशा
आंखों में सागर लहराए
आँखों में सागर लहराए
यहां चौरासी सिद्धों को योगनी माता ने दिये थे साक्षात दर्शन
हिमाचल प्रदेश जिला मण्डी के वाह्य सिराज व सतलुज के साथ लगते शिमला जिला क्षेत्र के गांव व उप गांव का शायद कोई ऐसा व्यक्ति हो, जो च्वासी क्षेत्र व च्वासीगढ़ से परिचित न हो। समुद्रतल से करीब 9000 फुट की ऊंचाई पर स्थित च्वासीगढ़ के नामकरण के बारे में प्रदेश के स्थान नाम व्युत्पत्तिजन्य विवेचनात्मक अध्ययन पुस्तक में लिखा है ,कि मण्डी जिला की करसोग तहसील के च्वासीगढ़ में किसी समय गुरु गोरखनाथ चौरासी सिद्धों के साथ स्वयं इस स्थान पर आये थे । इसलिए यह स्थान चौरासी कहलाया। जो बाद में बदलकर ( अपभ्रंश शब्द) च्वासी हो गया ।अपने धार्मिक महत्व की वजह से यह स्थान सुकेत ही नहीं ,अपितु जिला कुल्लू व शिमला का भी प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रहा है ।
कोरोना से जान गंवाने वालों के परिजनों को बड़ी राहत - प्रवासी मजदूरों को राहत - सुप्रीम कोर्ट द्वारा मुआवजे सहित दो बड़े फैसले
कोरोना महामारी राहत पर दो दिन में सुप्रीम कोर्ट के 2 बड़े फैसले - मृत्यु पर परिजनों को मुआवजा और वन नेशन वन कार्ड, कम्युनिटी किचन से आम जनता को राहत - एड किशन भावनानी
बिना किसान किसी भी देश का संपूर्ण होना संभव नहीं है
देश में कोरोना की रफ्तार कम हो गई है,अधिकतर राज्य धीरे-धीरे अनलॉक की तरफ बढ़ रहे हैं, इस बीच हमारे अन्नदाता भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में जुट गए हैं। देश में अन्नदाता का विरोध प्रदर्शन जारी है।,देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन का करीब सात महीने से भी अधिक होने वाले हैं। देखे तो आजाद भारत में हम सबका पेट भरने वाले अन्नदाता को आये दिन अपने अधिकारों और हक को हासिल करने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ता है ,लेकिन देश की सरकारें है कि वो अपनी चतुर चाणक्य नीति से हर बार हम किसानों को आश्वासन देकर समझा-बुझाकर सबका पेट भरने के उद्देश्य से अन्न उगाने के लिए वापस खेतों में काम करने के लिए भेज देती है। देश में सरकार चाहें कोई भी हो, लेकिन अपने अधिकारों के लिए लंबे समय से संघर्षरत किसानों की झोली हमेशा खाली रह जाती है। आज अन्नदाता किसानों के हालात बेहद सोचनीय हैं, स्थिति यह हो गयी है कि एक बड़े काश्तकार को भी अपने परिवार के लालनपालन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, जो स्थिति देशहित में ठीक नहीं हैं। किसानों के इस हाल के लिए किसी भी एक राजनैतिक दल की सरकार को ज़िम्मेदार ठहराना उचित नहीं होगा। उनकी बदहाली के लिए पिछले 74 सालों में किसानों की वोट से देश में सत्ता सुख का आनंद लेने वाले सभी छोटे-बड़े राजनैतिक दल जिम्मेदार हैं। क्योंकि इन सभी की गलत नीतियों के चलते ही आज हम किसानों की स्थिति यह है कि भले-चंगे मजबूत किसानों को सरकार व सिस्टम ने कमजोर, मजबूर व बीमार बना दिया है। जिसमें रही सही कसर हाल के वर्षों में सत्ता पर आसीन रही राजनैतिक दलों की सरकारों ने पूरी कर दी है। जिनकी गलत नीतियों व हठधर्मी रवैये ने हम परेशान किसानों को सड़क पर आने के लिए मजबूर कर दिया है।
Monday, June 21, 2021
मिट्टी के बर्तनों से टूटता नाता:-
हिमाचल प्रदेश मण्डी जिला के पांगणा उप-तहसील मुख्यालय से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित तोगड़ा गांव देवी-देवताओं के देवगण "तोगड़ा" के कारण तोगड़ा नाम से जाना जाता है।"तोगड़ा" शब्द दिव्य शक्ति सम्पन्न देवगण के लिए व्यवहृत होता है।यह लोकोपकारी देवगण कुचाली स्वभाव का माना गया है।देवगण तोगड़ा अपने अनुयायियों की मनोकामनाएँ पूर्ण करने के लिए प्रसिद्ध है। इस गांव के पास धार,डूंघरु,कणाओग,मंशवाड़ा,फरै
भारतीय नए आईटी नियम मामला संयुक्त राष्ट्र पहुंचा - भारत का जवाब, नए नियम सोशल मीडिया प्रयोगताओं को सशक्त बनाने के अनुरूप
भारत के नए आईटी नियम मुद्दे पर यूएन एक्सपर्ट के पत्र पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी - एड किशन भावनानी
बैलगाड़ी में सवार बारातियों संग पालकी से पहुंचे दूल्हा राजा
देवरिया में रविवार को निकली एक बारात ने पुरानी परंपराओं की याद ताजा कर दी। इस बारात में दूल्हा पालकी से निकला तो वहीं बाराती बैलगाड़ी से रवाना हुए। इस बारत को जिसने भी देखा देखता ही रह गया। जिस चौराहे से भी यह बारात गुजरी वहां मजमा लग गया। कुछ बुजुर्ग तो बाराती व दुल्हा दोनों की तारीफ करते नहीं थक रहे थे।
रामपुर कारखाना विकासखंड के कुशहरी गांव के रहने वाले छोटेलाल पाल धनगर पुत्र स्व जवाहर लाल की शादी जिले के रुद्रपुर क्षेत्र के पकड़ी बाजार के नजदीक बलडीहा दल गांव निवासी रामानंद पाल धनगर की पुत्री सरिता से तय थी। रविवार को बारात रवाना होनी थी। इसके लिए कुशहरी में पिछले एक सप्ताह से तैयारी चल रही थी। छोटेलाल ने अपनी बारात पुराने रीति-रिवाज और परंपरा से निकालने की जानकारी दुल्हन पक्ष को पहले ही दे दिया था। सुबह 11 बैल गाड़ियां सज-धज कर छोटे लाल के दरवाजे पर पहुंची तो लोग देखते ही रह गए।
Thursday, June 17, 2021
भारत का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रुतबा बढ़ा - विवाटेक सम्मेलन पांचवे संस्करण 2021 में दुनिया के इनोवेटर्स और इन्वेस्टर्स को भारत में निवेश का आमंत्रण
अंतर्राष्ट्रीय सम्मिटों, G-7 शिखर सम्मेलन, संयुक्त राष्ट्र के मरुस्थलीकरण भूमिशरण और सूखे पर सम्मेलन तथा विवाटेक सम्मेलन में भारत का रुतबा बड़ा - एड किशन भावनानी