Friday, May 29, 2020

जवाहर बाल भवन द्वारा ऑनलाइन राज्य बालश्री कला प्रतियोगिता का आयोजन

शिवपुरी, 29 मई 2020/ जवाहर बाल भवन द्वारा लॉकडाउन के इस दौर में भी बच्चों की सृजनात्मक कला के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जा रही है। बच्चों को विभिन्न कलाओं में ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसमें अभिनय सृजनात्मक लेखन, नाटक आदि शामिल है।
बाल भवन द्वारा बच्चों के सृजनात्मक कला के विकास के लिए ऑनालाइन राज्य बालश्री प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। 20 जुलाई तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग में 5 से 10 वर्ष तथा सीनियर वर्ग में 11 से 16 वर्ष तक के बच्चे भाग ले सकते है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए http://www.jawaharbalbhawanbhopl.com/ पर पंजीयन कराया जा सकता है। इसके अतिरिक्त 8959503202, 9425011719 तथा 9669333020 मोबाइल नम्बर पर भी सम्पर्क किया जा सकता है।
सभी प्रतियोगिता के लिए जवाहर बाल भवन में ऑनलाइन पंजीयन कराना अनिवार्य होगा। प्रतियोगिता में सम्मिलित लेखन के अन्तर्गत हस्तलिखित रचना तथा चित्रकला, हस्तकला एवं मूर्तिकला प्रतियोगिता के अन्तर्गत निर्मित कलाकृतियों को लॉकडाउन समाप्त होने के पश्चात भोपाल संभाग के बच्चे जवाहर बाल भवन, भोपाल में तथा अन्य जिलों के बच्चे निकटतम संभागीय बाल भवन ग्वालियर, सागर, रीवा, जबलपुर, उज्जैन एवं इंदौर में अपनी सुविधानुसार जमा करा सकते हैं।
नृत्य, गायन, वादन एवं अभिनय के कुछ चयनित प्रतिभागियों की प्रस्तुतियाँ लॉकडाउन समाप्त होने के पश्चात आवश्यकतानुसार जवाहर बाल भवन, भोपाल में कराई जायेगी। नृत्य, गायन, वादन, अभिनय की वीडियो तथा हस्तकला, चित्रकला, मूर्तिकला की कलाकृति की फोटो एवं लेखन के अन्तर्गत लिखी रचनाओं की स्केनकॉपी 20 जून 2020 को सायं 6 बजे तक jawaharbhavanbpl@gmail.com पर ई-मेल कर सकते हैं। सभी प्रतियोगिताओं में जूनियर एवं सीनियर वर्ग में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान के लिये चयनित प्रतियोगिताओं को पृथक-पृथक पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे। प्रतियोगिता विवरण और नियम की विस्तृत जानकारी बालभवन की वेबसाइट पर उपलब्ध है।


रोजगार सेतु’ योजना के अंतर्गत सर्वेक्षण प्रारंभ

शिवपुरी, 29 मई 2020/ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कुशल प्रवासी मजदूरों को उनके कौशल के अनुरूप उद्योगों, नियोजनों, निर्माण कार्यों आदि में कार्य देने के लिये ‘रोजगार सेतु’ योजना प्रारंभ की गयी है। इस प्रकार की योजना बनाने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। योजना के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में कुशल प्रवासी मजदूरों के सर्वेक्षण का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सर्वेक्षण के दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत में आये प्रवासी मजदूरों के संबंध में उनके कौशल सहित अन्य जानकारी एकत्रित की जा रही है। वहीं दूसरी ओर उद्योगों, कारखानों, नियोजनों आदि से जानकारी एकत्रित की जा रही है कि उन्हें किस कौशल के मजदूरों की आवश्यकता है। इस प्रकार एक रोजगार सेतु का निर्माण किया जा रहा है जिसके माध्यम से कुशल मजदूरों को उनके कौशल के अनुसार कार्य मिल सकेगा, वहीं उद्योगों, नियोजनों, निर्माण कार्यों के लिये कुशल श्रमिक आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे।
टिड्डी दल से बचाव के समस्त उपाय
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में टिड्डी दल का आक्रमण हुआ था परंतु तत्परतापूर्वक इनके आक्रमण से फसलों को बचाने तथा इन्हें भगाने की पुख्ता व्यवस्था की गयी। खेतों में धुंआ करना, जोर-जोर से आवाज करना, बिना साइलेंसर के ट्रेक्टर चलाना, दवाओं का स्प्रे करना आदि सारे प्रयास किये जा रहे हैं। बड़ी संख्या में टिड्डी दल मारा भी गया है। हम किसानों का नुकसान नहीं होने देंगे।


अवैध संबंध में पति ने पत्नी के प्रेमी को गला घोट कर उतारा मौत के घाट






मौदहा हमीरपुर। कोतवाली क्षेत्र के गांव रीवन सनसनी वारदात सामने आई प्रेमीका के पति ने दिया अंजाम उतारा मौत के घाट

  अवैध संबंध के चक्कर में प्रेमिका के पति ने प्रेमी को उतारा मौत के घाट निर्मम हत्या कर दनेस्वर बाबा मंदिर के बगल घर में बने शौचालय टैंक में छुपाया मृतक देवराज कुशवाहा (२२) पुत्र राजबहादुर वहीं परिजनों का कहना है की राजबहादुर प्रेम प्रसंग पड़ोस में ही दो वर्ष से चल रहा था प्रेमका क पति मनोज इसकी जानकारी हुई कई बार मना करने के बाद भी नहीं माना तभी आरोपी ने उठाया बड़ा कदम अपने घर के बाहर बुलाकर निर्मम हत्या कर दी और अपना गुनाह कबूल किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया   पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की और शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया। मृतक देवराज कुशवाहा के पिता राजबहादुर गुमशुदा की तहरीर मौदहा कोतवाली में 22 मई को दी थी  परिजनों की मिली जानकारी के मुताबिक 22 मई से देवराज लापता हो गया वो अपने घर पर काम कर रहा था तभी वह गाव के बाहर बने तालाब के पास चला गया और लापता हो गया  पुलिस को परिजनों  शक होने पर पुलिस को सूचना दी गई जो खुदाई कर कर उसके शव को घर से बाहर निकाला गया।


 

 



 



सूखे पड़े तालाब बूंद बूंद को तरस रहे हैं पशु पक्षी




दैनिक अयोध्या टाइम्स/महफूज अहमद

शुकुल बाजार अमेठी। विकासखंड के कई ग्राम सभाओं में तालाब सूखे पड़े हैं बेजुबान प्राणी जानवर बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। यही नहीं पानी की तलाश में जंगली जानवर गांव की तरफ भाग रहे हैं ऐसे में ग्रामीणों को भी जंगली जानवरों से खतरा बना हुआ है। बताते चलें एक तरफ आसमान से आग बरस रही है गर्मी से जनजीवन अस्त-व्यस्त है इंसान ही नहीं जानवर और अन्य प्राणी भी जैसे पशु पक्षी बेहाल है वही इस विकराल भीषण गर्मी में क्षेत्र के बहुतायत तालाब सूखे पड़े हैं ।नाला और पोखर भी सूख चुके हैं ऐसे में इंसान तो अपना काम चला लेता है लेकिन बेजुबान प्राणी बूंद बूंद पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं जबकि मनरेगा के अंतर्गत हर वर्ष तालाब खुदवाऐ जाते हैं लेकिन उन तालाबों में जल भराने का कोई प्रबंध नहीं दिखाई दे रहा है ।जबकि शासन की तरफ से ग्राम सभाओं में तालाबों में जल भराने के निर्देश दिए गए हैं ऐसे में क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों ने शासन प्रशासन और उच्च अधिकारियों से मांग की है कि सभी तालाबों में या फिर हर ग्राम सभा के कुछ तालाबों में जल भराना सुनिश्चित कराया जाए जिससे एक तरफ जल स्तर सही रहे और दूसरी तरफ बेजुबान प्राणियों को बूंद बूंद पानी के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े। बताते चलें हर वर्ष मनरेगा के अंतर्गत तालाबों की अंधाधुंध खुदाई होती है लेकिन बरसात के बाद इन तालाबों में जल नहीं दिखाई देता जबकि इन तालाबों का मुख्य उद्देश्य ही जल संरक्षण का है।


 

 



 

मंत्री ने जिला अस्पताल का किया दौरा , सोशल डिस्टेंसिंग  के साथ ओपीडी चालू करने के दिए निर्देश

*संदीप दूबे दैनिक अयोध्या टाइम्स न्यूज सुलतानपुर*- कोविड- 19 के दृष्टिगत प्रदेश के मा0 मंत्री, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग  उ0 प्र0 सरकार / जनपद प्रभारी मंत्री श्री जय प्रताप सिंह ने जिला चिकित्सालय सुल्तानपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय में बाह्य रोगी विभाग, आकस्मिक कक्ष, डायलिसिस सेंटर, आइसोलेशन वार्ड, दंत रोग विभाग, जनरल वार्ड में स्थित मानसिक रोग विभाग, पिडियाट्रिक वार्ड, आर्थो वार्ड, मेडिकल वार्ड, एवं कोरोना वायरस से सम्बन्धित ओ0पी0डी0 कक्ष का निरीक्षण किया। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि आपातकालीन सेवा व ओ0पी0डी0 सेवा पूर्व की तरह किन्तु सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए संचालन प्रारंभ कराए जाएं। इसी के साथ-साथ मेडिकल स्टाफ पी0पी0ई0 किट, मास्क, ग्लब्स आदि का प्रयोग कर स्वयं को सुरक्षित रखते हुए सेवा योगदान प्रदान करें। मा0 प्रभारी मंत्री जी ने अपने निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि जिला चिकित्सालय में साफ-सफाई,सोशल डिस्टेन्सिंग,मास्क का प्रयोग करायें तथा चिकित्सालय का नियमित सेनेटाइजेशन भी सुनिश्चित कराएं।उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को यह भी निर्देशित किया कि बाहर से आने वाले प्रवासियों की शत-प्रतिशत थर्मल स्क्रीनिंग कराने के बाद ही उनको उनके गंतव्य तक छोड़ा जाए। संदिग्ध पाए जाने पर उन सबको फैसेलिटी क्वॉरेंटाइन कर उनकी जांच कराई जाय।निरीक्षण के दौरान मा0 विधायक सुल्तानपुर सूर्यभान सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा डा0आर0ए0वर्मा, महामंत्री विजय त्रिपाठी महामंत्री सुशील त्रिपाठी, प्रवीण अग्रवाल सहित अन्य भाजपा पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। मा0 प्रभारी मंत्री जी द्वारा पं0 राम नरेश त्रिपाठी सभागार मे समस्त प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संपादक / संवाददाताओं के साथ प्रेस वार्ता की गई ।इस अवसर पर जिला अधिकारी सी0इन्दुमती,पुलिस अधीक्षक शिव हरी मीना, मुख्य विकास अधिकारी रमेश प्रसाद मिश्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 सीबीएन त्रिपाठी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ वी0बी0 सिंह, संयुक्त निदेशक / नोडल अधिकारी जिला चिकित्सालय डॉ0 ओ0पी0 सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी पन्नालाल,उपजिलाधिकारी सदर रामजीलाल, सीओ सिटी सतीश चंद्र शुक्ला, तहसीलदार सदर पीयूष श्रीवास्तव सहित आदि सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता की पंचायत वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा आयोजित

दैनिक अयोध्या टाइम्स,रामपुर-भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता की पंचायत वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा आयोजित की गई किसानों को संबोधित करते हुए युवा प्रदेश अध्यक्ष उस्मान अली पाशा ने कहा जहां एक और सरकार डिफाल्टर उद्योगपतियों के लोन को बट्टे खाते में डाल कर उनको दोबारा उद्योग को बचाने के नाम पर बहुत मोटा लोन दे रही है।वहीं किसान के गन्ने का भुगतान तक भी नहीं करा पा रही जबकि इस लॉक डाउन में सबसे ज्यादा नुकसान किसान और मजदूर का हुआ है सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपया के आर्थिक पैकेज की घोषणा की जिसका ज्यादातर हिस्सा इन भगोड़े उद्योग पतियों को दिया गया जबकि मजदूरों के लिए सरकार बस या ट्रेन तक का इंतजाम नहीं कर पाई और वे पैदल कई हजार किलोमीटर की दूरी तय करके अपने घर तक पहुंचे जिसकी वजह से कोरोना जैसी बीमारी को जिस पर बहुत जल्दी काबू पाया जा सकता था वह फैलता चला गया इससे प्रतीत होता है यह सरकार किसानों और गरीबों के हक में कोई काम नहीं करना चाहती और उद्योगपतियों के हाथों की कठपुतली है।शायद भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस या अन्य पार्टियों के हास्य से सबक नहीं लिया जो किसानों और मजदूरों को नजरअंदाज कर रही थी उनको किसानों और मजदूरों ने ऐसा सबक सिखाया कि आज यह पार्टियां अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रही हैं पंचायत के बाद प्रधानमंत्री जी को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी रामपुर के व्हाट्सएप पर भेजा गया पंचायत में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष नरगिस खान,मोहम्मद फैजान,हफीज अहमद खान, दानिश खान,अब्दुल हफीज,शाकिर खान,विनोद कुमार आदि लोग सम्मिलित रहे।

  दर्शकों को 'बाज़ार ट्रेवल्स' पर ले जाएंगी बरखा सिंह

—अनिल बेदाग—
मुंबई : पॉकेट एसेस का लाइफस्टाइल चैनल गोबल एक नई यात्रा श्रृंखला के साथ वापस आ गया है। 'बाज़ार ट्रेवल्स' नाम के इस चार एपिसोड में अभिनेत्री बरखा सिंह होस्ट के तौर पर आप सभी को जोधपुर, दिल्ली, जयपुर और कोलकाता के स्थानीय बाज़ारों में ले जाएंगी। ये 4 एपिसोड गोबल के फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब चैनल पर दिखाए जा रहे हैं।
       कोविड-19 की वजह से लॉकडाउन के दौरान आज किसी के पास बाज़ारों में आने के अवसर उपलब्ध नहीं हैं लेकिन गोबल ने उन लोगों के लिए राहत पहुंचाने का काम किया है जो बाज़ारों में झांकना चाहते हैं और घर बैठे लोकप्रिय बाज़ारों की सैर करना चाहते हैं। सीरीज़ को होस्ट कर रही बरखा सिंह कहती हैं कि यात्रा प्रतिबंधों के बीच बाज़ार ट्रेवल्स दर्शकों को एक नई यात्रा पर ले जाने का अनुभव देगा, जो रोमांचक होगा। यह शो भारत के कुछ सबसे पुराने, बहुत ही अनोखे और सबसे लोकप्रिय बाजारों की यात्रा पर ले जाएगा।
       बकौल बरखा श्रृंखला में हम जिन बाजारों में जा रहे हैं, उनमें से प्रत्येक अपने आप में अलग हैं और खरीदारी के बेहतरीन बाज़ार हैं। एक ऐसी दुनिया में जहां फास्ट फैशन आदर्श है। 'बाजार ट्रेवल्स' दर्शकों को हस्तशिल्प, कारीगरी और स्थानीय बाजारों में सबसे अच्छा लगेगा। यह जयपुर के जौहरी बाजार में आभूषण, दिल्ली के चांदनी चौक में दुल्हन के पहनावे, जोधपुर के सरदार मार्केट में हस्तकला या कोलकाता के गरियाहाट में हस्तनिर्मित साड़ियों को दिखाएगा। प्रत्येक एपिसोड एक अलग तरह का अनुभव लिए होगा।
      बरखा कहती हैं कि वर्तमान लॉकडाउन की स्थिति ने हममें से कई को विदेशी नए स्थलों की यात्रा और खोज करने को याद करने का मौका दिया है। यात्रा करना अभी कोई विकल्प नहीं है, हम गोबल में बाज़ार ट्रेवल्स शुरू करने से खुश हैं ताकि आप घर पर रहते हुए जयपुर, जोधपुर, दिल्ली और कोलकाता जैसे लोकप्रिय शहरों में अद्भुत बाजारों का पता लगा सकें। इस शो की आकर्षक पृष्ठभूमि है और यह भारत के सबसे अधिक देखे जाने वाले बाजारों के पीछे का एक ऐतिहासिक मिश्रण है। हमें विश्वास है कि यह उन लोगों के लिए एक शानदार घड़ी होगी जो खरीदारी पर्यटन, बजट खरीदारी और सामान्य रूप से यात्रा करना पसंद करते हैं।   


 

"स्वामीजी की शालीनता"

करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता (आधुनिक नाम कोलकाता) में पिता विश्वनाथ दत्त और माता भुवनेश्वरी देवी के घर हुआ था। दरअसल, यह वो समय था, जब यूरोपीय देशों में भारतीयों व हिन्दू धर्म के लोगों को हीनभावना से देखा जा रहा था व समस्त समाज उस समय दिशाहीन हो चुका था। भारतीयों पर अंग्रेजीयत हावी हो रही थी तभी स्वामी विवेकानंद ने जन्म लेकर न केवल हिन्दू धर्म को अपना गौरव लौटाया अपितु विश्व फलक पर भारतीय संस्कृति व सभ्यता का परचम भी लहराया।

                           बात सन् 1893 की है,जब स्वामीजी अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व करने गए थे।वहां पहुचने पर लोग इन्हें देखकर इनका उपहास करने लगे और कुछ अंग्रेजों ने इन्हें पागल तक कहकर संबोधित किया।और सम्मेलन वाले दिन कुछ अंग्रेजों ने स्वामीजी का  अनादर करने के लिए एक चाल चली,और उन्होंने आयोजन स्थल पर मंच के ठीक सामने स्थित दो वृक्ष पर एक बड़ा सा बैनर लगा दिया जिस पर बड़े अक्षरों में शून्य लिखा हुआ था,उस बैनर के माध्यम से वे स्वामीजी को इशारों-इशारों में कहना चाहते थे कि आप शून्य हैं।परन्तु स्वामीजी ने अपना हौसला बनाये रखा।स्वामीजी को उद्बोदन के लिए मात्र 2 मिनट का समय दिया गया,और मंच पर आते ही जैसे ही उन्होंने सम्बोधन के शुरू के कुछ शब्द-"मेरे प्यारे अमेरिकी भाइयों और बहनों" कहा पूरा सभागार कई मिनटों तक तालियों से गूंज उठा।और अपने उस उद्बोदन के कारण स्वामीजी आज लगभग 127 साल बाद भी स्वामीजी सभी युवाओं के प्रेणापुंज बने हुए हैं और बने रहेंगे।युवा वर्ग को स्वामीजी से अवश्य प्रेरणा लेकर नित नए विचारों के साथ कुछ अच्छा करने के लिए तत्पर होना चाहिए।मेरे प्रेणापुंज स्वामीजी को मेरा कोटि कोटि प्रणाम।उनका एक सुविचार सर्वदा प्रेरित करता रहता है-"उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये।"

 

श्री कृष्णा फाउंडेशन का भोजन एवं राशन वितरण कार्यक्रम जारी-पवन सोनी




पुष्पेंद्र सिंह सवांददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स लखनऊ

 श्री कृष्णा फाउंडेशन(समाज सेवी संस्था) लॉक डाउन के अंतराल में लगातार जरूरतमंदों तक भोजन एवं राशन पहुंचाने का कार्य कर रही है। संस्था के अध्यक्ष श्री पवन कुमार सोनी का कहना है कि जिनका कोई नही होता है उसका ईश्वर होता है। इसी आशय के साथ ईश्वर का मार्गदर्शन मानते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन में लगे रहना ही जीवन है। संस्था लॉक डाउन के समय मे लगातार जरूरतमंदों तक राशन एवं सब्जी पहुंचाने का कार्य कर रही है। अपनी नजर में कोई भी व्यक्ति भूखा नही रहना चाहिए। संस्था के सचिव एवं भाजपा के सक्रिय सदस्य शिवम सोनी लगातार सेवा में लगे हुए है। श्री सोनी ने कहा कि अपने कर्तव्य को करते रहिए उसके बदले में बहोत से लोग तारीफ करेंगे और वहीँ बहोत से लोग बुराई भी करेंगे। संस्था ने आज 9  ऐसे परिवारों के मुखिया जो कि ब्लाइंड है उनको एवं 40 परिवारों को राशन वितरित किया है। संस्था ने लॉक डाउन में सैकड़ों परिवार को राशन वितरित करके उनका प्यार हासिल किया है । कच्चे राशन में दाल,चावल,आटा, तेल,शक्कर,चाय की पत्ती एवं नमक,मसाला आदि दिया जा रहा है। शहर में अलग अलग जगह से आ रहे प्रवासी मजदूरों को खाने की पैकेट,केला,बिस्कुट, फ्रूटी, पानी की बोतल एवं मास्क भेंट किया जा रहा है।  

        संस्था में मुख्यरूप से  अध्यक्ष पवन कुमार सोनी, सचिव शिवम सोनी, उपाध्यक्ष शशांक सोनी , विकास दीप सिंह, शिखर सोनी, शिवम गुप्ता,विपिन बिहारी,शिव सिंह,सचिन रस्तोगी अपना योगदान दे रहे है।


 

 



 

स्पीक अप इंडिया कार्यक्रम के तहत फेसबुक पर लाइव होकर अयोध्या कांग्रेसजनों ने सरकार के समक्ष रखी अपनी मांगे

अयोध्या,अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा घोषित स्पीक अप इंडिया कार्यक्रम में जनपद के कांग्रेसजनों ने फेसबुक पर लाइव होकर अपनी मांगों को रखा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य राजेंद्र प्रताप सिंह ने लॉकडाउन से प्रभावित गरीब,जरूरतमंद लोगों को मदद के लिए न्याय योजना की तरह 10000 रुपए का भुगतान तुरंत उनके खाते करे और 6 महीनों तक7500 रुपए देना सुनिश्चित करें और जो मजदूर अपने गांव पहुंच चुके हैं उनके लिए मनरेगा कार्य दिवस को 200 दिन तक बढ़ाया जाए तथा लॉकडाउन से जिनके रोजगार समाप्त हो गए हैं जिनके पास अब कोई रोजगार नहीं है उनको भारतीय जनता पार्टी की सरकार आर्थिक पैकेज दे तथा श्रमिकों की समस्याओं को देखते हुए उनको घर वापस ले जाने की सही व्यवस्था उनके लिए की जाए। फेसबुक लाइव होकर अपनी मांगों को रखने वालों में प्रमुख रूप से पूर्व महानगर अध्यक्ष सुनील पाठक,पीसीसी सदस्य मोहम्मद शरीफ,वेद सिंह कमल,संजय तिवारी,शैलेंद्र पाण्डेय,श्रीमती मधुपाठक,हरे कृष्ण गुप्ता,रणजीत सिंह,अज़मल खलील,शैलेश शुक्ला,तारिक़ रूदौलवी सहित अनेकानेक कांग्रेस जन शामिल हुए। इन नेताओं ने कहा इस विषम महामारी के समय भारतीय जनता पार्टी को राजनीति से हटकर गरीब,मजदूरों,किसानों भाइयों की मदद के लिए शासन सत्ता का उपयोग करना चाहिए ना कि अपने विरोधियों का दमन हेतु इन नेताओं ने कहा लगातार गरीब,मजदूरों भाई-बहनों बुजुर्गों की सेवा में दिन रात एक करने वाले उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू को इसी दमनकारी नीतियों के तहत गिरफ्तार किया गया एवं 60 कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे कायम किए गए इन नेताओं ने फेसबुक लाइट के माध्यम द्वारा  सरकार से मांग की की तत्काल अजय कुमार लल्लू जी को रिहा किया जाए एवं जो कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे कायम किए गए उसको तत्काल वापस लिया जाए।

 

तेंदुआ पुलिस ने 51 किसानों की शिकायत पर खरई-कोलारस की नीलम जैन के खिलाफ किया मामला दर्ज








कोलारस- कोलारस के मालवा स्कूल के सामने चंद दिनों पूर्व अपना मकान बेचकर तथा खरई क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांवो के 51 से भी अधिक किसानों की फसल खरीद कर सोमवार से अपने पुत्र के साथ गायव नीलम पत्नि अनिल उर्फ बल्लू जैन उम्र करीब 45 वर्ष हाल निवासी ग्राम खरई एवं उसके पुत्र विपुल जैन के खिलाफ तेंदुआ पुलिस थाने में किसानों की फसल उनके गांव जाकर खरीदने तथा फसल का भुगतान लेने के लिये दुकान पर आने पर फोन एवं दुकान बंद मिलने पर खरई क्षेत्र के कई गांवो के करीब 51 किसानों ने एक करोड़ से अधिक का भुगतान लेकर फरार महिला एवं उसके पुत्र के खिलाफ धारा 420, 406 का मामला 51 शिकायती आवेदनों के आधार पर अतरसिंह रावत पुत्र जगदीश रावत को तेंदुआ पुलिस द्वारा फरियादी बनाकर गुरूवार को संयुक्त रूप से मामला दर्ज कर तेंदुआ पुलिस ने आरोपी नीलम जैन एवं उसके पुत्र विपुल जैन की खोजबीन प्रारम्भ कर दी है। उक्त महिला द्वारा किसानों की फसल अधिक दाम में खरीद  कर सोमवार की सुबह कोलारस के मकान की राशि तथा खरई के मकान एवं दुकान का सामान समेट कर भागने वाली महिला की खवर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित कर किसानों की आबाज को पुलिस अधिकारियों तक पहुंचाया जिसके बाद गुरूवार को तेंदुआ पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर आरोपी महिला की खोजबीन प्रारम्भ कर दी है। किसानों को उनका भुगतान में कितना समय लगेगा यह तो अभी तय नही है। किन्तु तेंदुआ पुलिस थाने में मामला दर्ज हो जाने के बाद किसानों को महिला के लोटने तथा न्यायलीन कार्यवाही के बाद भुगतान मिलने की एक उम्मीद अवश्य पैदा पुलिस कार्यवाही के बाद जाग गई है। 




 

 



 



"21वी दशक के भारत के पास सभी का जवाब है""

जिस प्रकार से कुछ दिनों से लद्दाख सीमा पर चीन हरकतें कर रहा था , और आप जानते हैं कि चीन के इरादे क्या है और वह क्यों अचानक सीमा पर भारत से भिंड रहा है? लेकिन दोस्तों आज भारत ने अपने संयम और शक्ति से चीन को ऐसा जवाब दिया की कुछ ही घंटों में चीन के तेवर बदल गए l दोस्तों हम व्यक्तिगत जीवन में भी देखते हैं की जिसके पास संयम है और जिसके पास शक्ति है ,खुद पर भरोसा है उसका कोई भी कुछ बिगाड़ नहीं सकता है ऐसा ही भारत और चीन के बीच पिछले डेढ़ महीने से जारी सीमा विवाद मे  अचानक से चीन का तेवर बदला और नरम हो गया और होना भी था जिस प्रकार से वैश्विक स्तर पर चीन को घेरा जा रहा है कोरोना वायरस को लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा है सभी देशों का दबाव है कि निष्पक्ष जांच करने के लिए चीन साथ दें कि आखिर यह वायरस कैसे फैला लेकिन चीन हमेशा आंखों में धूल झोकने का प्रयास कर रहा है |देखो जो चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने मंगलवार को अपनी सेना को युद्ध की तैयारी तेज करने के लिए कहा था और चीन की सेना लद्दाख सीमा पर भारत को आक्रमक तेवर दिखा रही थी फिर अचानक- सा चीन के तरफ से कहा गया कि दोनों देश कोरोना वायरस से लड़ रहे हैं, और इस वक्त रिश्तो को मजबूत करने की जरूरत है और साथ में कहा कि दोनों देश एक दूसरे के लिए खतरा नहीं बल्कि अवसर है l सच है दोस्त की युद्ध में किसी भी देश का कोई फायदा नहीं होता बल्कि हानि ही होता है ,और इसलिए किसी भी रिश्ते में मतभेद हावी नहीं होना चाहिए बल्कि बातचीत से ही मतभेदों का समाधान निकलना चाहिए l दोस्तों हम वसुधैव कुटुंबकम में विश्वास करने वाले हैं l सदियों से हम पूरे विश्व को अपना परिवार मानते हैं, किसी भी संकट की घड़ी में हम हमेशा मदद के लिए तत्पर रहते हैं अपना परिवार समझकर पूरे विश्व में वसुधैव कुटुंबाम की विचार देने वाला हम हैं l हम भगवान बुद्ध के धरती से हैं l हम हमेशा शांति पूरे विश्व को अपना परिवार और मानव विकास के साथ-साथ सभी के लोक कल्याण की बातें करते  हैं लेकिन जब हमारा पड़ोसी हमारे तरफ आंखें तरेरेगा  तो हम चुप नहीं रहेंगे l दोस्तों पिछले दिनों जो चीन लद्दाख में अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाया भारत को धमकाया साथ में भारत को सड़क बनाने से रोकना चाहा लेकिन भारत के सख्त रवैए से चीन को लग गया कि उसके हथकंडे भारत के सामने नहीं चल पाएगा l  इसीलिए अब चीन बातचीत की टेबल पर आना चाहता  हैं जिसका हम स्वागत करते  हैं l क्योंकि दोस्त भारत ने साफ कह दिया सीमा पर अपने इलाके में सड़क बनाना भारत बंद नहीं करेगा और इंफ्रास्ट्रक्चर पर उतनी ही रफ्तार से काम होगा जितनी रफ्तार से पिछले कुछ वर्षों से काम चल रहा है l दोस्तों आपने भी देखा होगा सीमा पर जिस प्रकार से चीन  ने अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाई उसी तरह हमने भी अपनी संख्या बढ़ा दिया मतलब हमने चीन के आक्रामक रवैया के सामने किसी भी दबाव में आने से इनकार कर दिया क्योंकि यह 21वी  सदी का भारत है, किसी से डरने वाला नहीं हैl

दोस्तों भारत चीन को उसी तरह से जवाब दे रहा है जैसा जवाब हमने 2 वर्ष पहले चीन को डोकलाम में दिया था l चीन की हरकतों को भारत हल्के में नहीं ले रहा है, ना  ही किसी के उकसावे में आकर काम कर रहा है जिस प्रकार पिछले दिनों नेपाल ने चीन के उकसावे में आकर बयानबाजी कर रहा था अब वह भी ठंडा पड़ गया l आपको मालूम होगा दोस्तों डोकलाम विवाद को हल करने में मुख्य भूमिका राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत और विदेश मंत्री एस जयशंकर का मुख्य भूमिका था l यही तीनों टीम ने 2017 में डोकलाम विवाद पर भारत की रणनीति बनाई थी जो 73 दिन विवाद चला था l उस वक्त जनरल बिपिन रावत सेना प्रमुख थे और एस जयशंकर भारत के विदेश सचिव थे इस वक्त भी यही तीनों टीम ने रणनीति बनाई जिससे चीन को झुकना पड़ा l दोस्तों देखा जाए तो चीन के साथ सीमा विवाद पहले भी होते रहे हैं सैनिकों के बीच धक्का-मुक्की और झड़प भी होते रहे हैं l लेकिन बातचीत से मामला खत्म हो जाता था ,लेकिन इस बार ऐसा हुआ कि लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास कई जगहों पर चीन के सैनिक बंकर बनाकर और टेंट लगाकर बैठ गए, फिर भी चीन के उकसावे पर भारत ने बौखला कर नहीं बल्कि शांत होकर संयम और शक्ति से जवाब दिया और अपने 10 से 12 हजार सैनिकों को आगे बढ़ने और तैयार रहने को कहा ज़िससे चीन बौखला गया और भारत ने साफ शब्दों में कहा कि चीन के हर हरकत पर पूरी नजर हमने रखा है l दोस्तों यह 1962 का भारत नहीं है यह नया भारत है हर हाल में भारत अपने हितों की रक्षा करेगा और चीन या कोई भी देश हो हरकत करेगा उसको उसी तरह का जवाब दिया जाएगा चीन को जैसे पिछली बार डोकलाम में दिया गया था l दोस्तों लगता है कि लद्दाख सीमा पर भारत से उलझा चीन  यह सोच रहा था कि वह भारत को झुका देगा डरा धमका लेगा और अपनी बात मनवाने पर मजबूर कर देगा, लेकिन दोस्तों यह नया भारत है यह सपना कभी पूरा नहीं होगा चीन का हम हर एक भारतीय युवा सैनिक की तरह डटकर लड़ेंगे और चीन के वस्तुओं का बहिष्कार करेंगे ताकि आर्थिक कमर उसकी टूटे और चीन की घमंड टूटे l दोस्तों सच्चाई यह है कि कोरोना वायरस की महामारी से चीन  अब भी संघर्ष कर रहा है, और इस वायरस को लेकर चीन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय जांच का दबाव बन रहा है , और जिस प्रकार से चीन और अमेरिका में शीत युद्ध जारी है अमेरिका ने तो साफ कह दिया है कि जब तक चीन कोरोना वायरस को लेकर जिम्मेदारी भरा व्यवहार नहीं करेगा l  तब तक चीन के साथ रिश्ते सुधारना मुश्किल है और दूसरी बात चीन के अंदर ही हांगकांग जहां फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए जिसका कारण चीन द्वारा प्रस्तावित उस कानून के विरोध में है इसके जरिए हांगकांग की आजादी को कुचलना चाहता है चीन लेकिन वहां विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं l और एक बात गौर से देखे तो चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई की धमकी भी देता रहा है लेकिन अब पूरी दुनिया धीरे-धीरे ताइवान का समर्थन कर रही है और चीन के लिए बहुत बड़ी कूटनीतिक विफलता भी है आज पूरी दुनिया चीन के खिलाफ कहीं ना कहीं धीरे-धीरे होती जा रही है इसलिए चीन दबता जा रहा है l एक बात और जिस प्रकार डोनाल्ड ट्रंप भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की देखा जाए तो ऐसा पहली बार हुआ है अमेरिका ने भारत और चीन के आपस के मामलों में इस तरह से बीच-बचाव करने का प्रस्ताव दिया है , दोस्त वैसे तो डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले भारत और पाकिस्तान के मामले में इसी तरह की बात कर चुके हैं लेकिन ध्यान से देखें तो इस बार भारत और चीन के मामले की बात अलग है l हो भी क्यों नहीं जब 2 बड़े देशों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बातचीत या मध्यस्थता का प्रस्ताव दें, तो फिर सवाल यही उठता है कि इस पर चीन की क्या प्रतिक्रिया होगी l क्योंकि दोस्त चीन कोरोना वायरस की वजह से इस वक्त अमेरिका का दुश्मन नंबर वन बन चुका है? दोस्तों यह आश्चर्य की बात नहीं है कि चीन के तेवर नरम पड़े बल्कि नेपाल भी भारत के साथ टकराव से पीछे हड़ता दिख रहा है जिस प्रकार पिछले दिनों नेपाल ने अपने जिस नए नक्शे पर भारत से लड़ने के लिए तैयार था उस नक्शे पर नेपाल की संसद में कोई चर्चा नहीं हो सकी और नेपाल के संसद में इसको लेकर एक संवैधानिक सुधार पर प्रस्ताव पेश होना भी था लेकिन वह प्रस्ताव भी पेश नहीं हुआ इसलिए हम कह सकते हैं कि यह नेपाल की घरेलू राजनीति थी या हो सकता है कि भारत के कड़े रुख के बाद नेपाल बैकफुट पर आ गया हो l दोस्तों नेपाल ने ज़िन स्थानों को अपने नक्शे मे दिखाया था ,वह हमेशा से भारत का ही  रहा है लेकिन चीन के इशारे पर नेपाल ने भारत के साथ नए विवाद को जन्म देने का प्रयास किया जिस नेपाल से हमारा बेटी और रोटी का रिश्ता है जहां मुक्त आवाजाही है सदियों से रिश्तो को तिलांजलि देने का प्रयास किया l लेकिन अब बात इसको समझ आ  गया है और दोस्तों हम इस तरह के विस्तारवादी दावो को कभी भी स्वीकार नहीं करेंगेl

यह मौजूदा विवाद भारत को आजादी के बाद विरासत में मिला. भारत और चीन के बीच में कई इलाकों में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल रेखा स्पष्ट नहीं है, इसीलिए बार-बार तनाव बनती है ,यह  भारत और चीन के बीच 3500 किलोमीटर से ज्यादा लंबी रेखा  हैं l और चीन जानबूझकर इस सीमा विवाद का हल नहीं करना चाहता और समय-समय पर इसका इस्तेमाल भारत पर दबाव बनाने के लिए करता रहता है l दोस्तों हमारा दावा ऐतिहासिक आधार पर अक्साई चीन पर भी है और अब लोग बात भी करने लगे हैं इस पर कि यह भारत का हिस्सा है l लेकिन चीन इस पर अवैध कब्जा कर रखा है अगर हम इतिहास देखे तो 1865 में ब्रिटिश शासन काल में जॉनसन जो कि एक सिविल सर्वेंट थे उन्होंने एक वैचारिक रेखा खींची थी ,जिसके मुताबिक अक्साई चिन का इलाका जम्मू कश्मीर में आता है इसको हम जॉनसन लाइन भी कहते हैं इसलिए यह क्षेत्र हमारा ही है लेकिन चीन इसको कभी नहीं मानता और तो और 1951 से अक्साई चीन पर कब्जा करने वाली चाल चलता रहा ध्यान से देखें तो चीन ने पहले 1951 में एक सड़क के जरिए तिब्बत को चीन के शिनजियांत प्रांत से जोड़कर फिर इसी से जुड़े इलाकों में सड़क बनाकर अक्साई चीन पर कब्जा करने के इरादे करने लगा लेकिन भारत ने इस पर ध्यान नहीं दिया और इसके बाद 1962 का युद्ध हुआ तो भारत का दोस्तों अक्साई चिन चीन के पास चला गया l  दोस्तों यह करीब 38 हजार वर्ग किलोमीटर का इलाका है, जो कि चीन के अवैध कब्जे में है दोस्तों हम अपने संयम और शक्ति के बलबूते चीन को जवाब देंगे l

दुल्हन

दुल्हन बनना आसान कहां

 

नए सपने नई उम्मीद होती है

नए रिश्ते नया परिवार होता है

नई आशा नई पहचान होती है

नया पहनावा नई साज होता है

 

दुल्हन बनना आसान कहां

 

नई जिम्मेदारी नया संसार होता है

नया परिवेश नया आगाज़ होता है

नया मंदिर नया भगवान होता है

नए घूंघट में सिमटी नववधू होती है

 

दुल्हन बनना आसान कहां

 

नए दुल्हन का सौंदर्य नव मुस्कान होता है

नए विवाहित जीवन का शुरुवात होता है

नया ससुराल पुराना मायका होता है

नई लक्ष्मी अब ससुराल की दुल्हन होती है