Wednesday, April 29, 2020
अन्तराष्ट्रीय मजदूर दिवस ,1 मई
जनपद की सीमाओं पर पुलिस मुस्तैद लाक डाउन का उल्लंघन करने वाले को दी जा रही कड़ी नसीहत
किस एक्शन और किस घमंड में खड़े हैं आखिर यह दरोगा जी देखिएगा आप इसी प्रकार करते हैं लोगों से गुंडई
लॉक-डाउन के चलते समाजसेवी वसीम खा जरूरतमंदों की लगातार कर रहे हैं मदद
लॉकडाउन में हम सबको एक साथ जरूरतमंदों की करनी चाहिए मदद: अवतार सिंह
घायल छात्र छात्र-छात्राओं का जिला अस्पताल पहुंचकर कांग्रेस जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कुशल क्षेम
लॉक डाउन के संबंध में श्री प्रमोद तिवारी जी का केंद्रीय मंत्री को सुझाव
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री प्रमोद तिवारी ने कहा है कि मा. प्रधानमंत्री जी द्वारा उत्तर प्रदेश के प्रभारी बनाये गये केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री कौषल विकास एवं उद्यमिता मन्त्री डा. महेन्द्र पाण्डेय जी ने प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से 3 मई, 2020 के बाद ‘‘लाॅकडाउन’’ के संदर्भ में फोन पर मेरे विचार जानने के लिये कल फोन किया था। मैने उन्हें सुझाव दिया है कि अब पूरे देष के नागरिकों को घरों में लाॅकडाउन करने से बेहतर है कि 40 दिन (3 मई,2020) के बाद यदि लाॅकडाउन बढ़ाने की मंषा हो तो कृृपया --
1. अब पूरे देष के नागरिकों को लाॅकडाउन में बन्द करने की जगह ‘‘कोरोना वायरस’’ और उससे संक्रमित व्यक्ति को लाॅकडाउन किया जाय। क्योंकि इन 40 दिनों में कोरोना से प्रभावित काफी कुछ स्थल चिन्हित हो चुके हैं ।
2. जहांॅ कोरोना से संक्रमित व्यक्ति मिले उस मोहल्ले, गांॅव अथवा पुरवे को पूरी तरह लाॅकडाउन कर दिया जाय, और संक्रमित मरीज को न्यूकीलियस/ केन्द्र बिन्दु बनाकर उससे 500 मीटर या 1.00 किमी की परिधि में आने वाली आबादी को या उस पुरवे, मोहल्ले अथवा गांॅव को सील (हाॅट स्पाॅट) करके बन्द कर दिया जाय, और लाॅकडाउन के साथ - साथ उस सीमित संक्रमित स्थल में पूरी तरह से कफ्र्यू लगा दिया जाय ।
3. संक्रमित क्षेत्र के मोहल्ले, पुरवे या गांॅव में सघन टेस्टिंग/ जांॅच करायी जाय, तथा उस क्षेत्र में फ्यूमीगेषन ओर सेनेटाइज कराया जाय ।
4. बाकी क्षेत्र में, जो गांॅव, शहर या मोहल्ले है उनमें धारा- 144 लगाकर उसका सख्ती से पालन किया जाय, कहीं भी 5 या उससे अधिक व्यक्तियों को एकत्रित न होने दिया जाय, और उस स्थल पर भी ‘‘सोषल डिस्टेंसिंग’’ का पूर्णतः पालन किया जाय, और प्रयोग के तौर पर उस क्षेत्र से लाॅकडाउन एक सप्ताह या पन्द्रह दिनों के लिये हटा लिया जाय, तथा कोई नया केस न मिलने पर इसे और बढ़ा दिया जाय ।
5. किसान, मजदूर, रोज कमाने खाने वाले व्यक्तियों का ‘‘सोषल डिस्टेंसिंग’’ के साथ आवष्यकता पड़ने पर कार्य हेतु आवागमन चालू किया जाय । प्रत्येक ऐसे मजदूर, छोटे किसान और छोटे व्यापारियों तथा गरीब तपके के लोगों को रु. 7500 प्रतिमाह दिया जाय । छोटे दुकानदारों/ छोटे व्यापारियों को आर्थिक मदद दी जाय ताकि वे अपना व्यापार चालू कर सकें । डेढ़ माह का बिजली का बिल माफ किया जाय, राषन की कोटे की दुकानों में कुछ लोगों के कारण जिस तरह घटतौली और लूट चल रही है उसे रोका जाय और प्रत्येक व्यक्ति को चाहे उसके पास वैलिड राषन कार्ड हो या न हो, उसके ‘‘आधार कार्ड’’ पर राषन दिया जाय ।
चंूूॅकि 40 दिन में कोरोना योद्धाओं ने, चाहे वे चिकित्सक हों, चिकित्सा से जुड़े कर्मचारी हों, पुलिस कर्मी हों या अन्य कर्मचारी अथवा समाज सेवी हों, सभी को लगातार 40 दिन काम करने के कारण सिलसिलेवार विश्राम की आवष्यकता है । इस प्रकार जो संसाधन है उनका बेहतर उपयोग उन स्थलों में हो सकेगा जो कोरोना संक्रमित है, या ‘‘कोरंटाइन’’ में रखे गये हैं ।
ये हम सबके राजनैतिक और सामाजिक सुझाव हैं, इस पर विषेषज्ञों की राय ले ली जाय और उनकी राय को देषहित में सर्वोपरि रखा जाय ।
उपरोक्त सुझाव के अतिरिक्त श्री तिवारी ने इस बात पर चिन्ता व्यक्त की है कि जो कोरोना प्रभावित मरीजों की टेस्टिंग ‘‘चाइनीज किट’’ से की गयी है और उसने गलत रिपोर्ट दी है, उसकी वजह से बहुत से संक्रमित व्यक्तिय भी ‘‘निगेटिव’’ पाये गये हैं, ऐसे लोग इस सरकारी जांॅच रिपोर्ट पर भरोसा करके समाज में विचरण कर रहे हैं जबकि उनका कोई दोष नहीं है, इसके लिये अधिक दामों में ‘‘चाइनीज किट’’ को खरीदने वाले दोषी हैं, इसकी जांॅच की जानी चाहिए, तथा जिन व्यक्तियों की ‘‘चाइनीज किट’’ से जांॅच की गयी है, उनकी दोबारा जांॅच करायी जाय ।
श्री तिवारी ने कहा है कि कोरोना याद्धाओं- चिकित्सक, चिकित्साकर्मी, पुलिस कर्मी, इससे जुड़े अन्य कर्मचारी, जिनमें कुछ अपवाद को छोंड़कर, अपने जीवन को दांॅव पर लगाकर निष्ठापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वाहन किया है, उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप उनके वेतन के बराबर उतनी ही धनराषि ‘‘पुरस्कार स्वरूप’’ दी जाय, और कर्मचारियों के महंगाई, भत्ते की कटौती के प्रस्ताव को वापस लिया जाय ।
अधिवक्ताओं या जो निष्चित वेतन के बिना कार्य करते हैं, ऐसे लोगों को जो आर्थिक रूप से कमजोर है उन्हें एक निष्चित धनराषि दी जाय ।
श्री तिवारी ने कहा है कि जिस प्रकार दुनिया के बहुत से देषों ने किया है, हमें भी चीन से क्षतिपूर्ति का दावा करना चाहिए, और उस क्षतिपूर्ति को कोविड-19 से निपटने में खर्च किया जाना चाहिए ।
श्री तिवारी ने लोगों से अपील की है कि वैष्विक महामारी कोविड-19 से लड़ने में सावधानी बरतें, यह उनके परिवार और परिचितों के हित में हैै उक्त जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता मोहम्मद शरीफ ने दी।
वाॅछित चल रहे 02 अभियुक्तों को थाना अजीमनगर पुलिस द्वारा किया गया गिरफ्तार
पार्टी एवं सरकार हर तरह से जनता की सेवा के लिए तत्पर : स्वतंत्र देव सिंह
"क्यों न रस पान करे ये दिल"
मन मीत मिली है सरिता सी, कैसे उसका मैं मान करूँ,
वह आई है हाला बनके,कैसे अधरों से पान करूँ।
है प्रेम रुपी आँचल ओढ़े, हर पल दिल को है सहलाती,
वह आई स्नेह कली बनकर ,लहरों सी वह है लहराती।
वह पुष्प कली है कोमल सी,कैसे उसका सतकार करूँ।।
दस्तक देती हर पल दिल में,खुशबू उसमें है जूही सी,
मकरन्द बिखेर रही सम्मुख, गहराई उसकी है कूँई सी।
वह आम्र मंजरी सी तरुणी, कैसे उसका यश गान करूँ।।
मेरे मन बीच मरूथल को,सिंचित करती अपने जल से,
हर लेती तन के कष्टों को, ढक लेती जब निज आँचल से।
वह प्रथम प्रणय का आलिंगन, कैसे दिल के उदगार कहूँ।।
मेरे उर की इस तप्त भूमि को,हर पल वह है दहकाती,
ओढ़ चुनर दुल्हन के सम,रति भावों को है महकाती।
वह प्रथम प्रणय की सूर्य रश्मि, कैसे उसका श्रृंगार करूँ।।
आई है मधुर बसंत लिए, पुष्पित पुष्पों से सजी हुई,
क्यों न रस पान करे ये दिल, है वह वेणी सी गुंथी हुई।
वह लाजवंती वह सुघड़ हृदय,किस कर उसका गुणगान करूँ।।
मन मीत मिली है सरिता सी, कैसे उसका मैं मान करूँ।
वह आई है हाला बनके, कैसे अधरों से पान करूँ।।
(अशोक राय वत्स)©® स्वरचित