Wednesday, December 30, 2020

परिवार से बिछड़े बुजुर्ग को फखरपुर पुलिस ने मिलवाया

आयोध्या टाइम्स सबांददाता


फखरपुर/बहराइच। थाना फखरपुर की पुलिस टीम रात में गश्त के दौरान एक बुजुर्ग व्यक्ति को टहलते पाया जिससे पूछताछ में पुलिस को मालूम पड़ा कि यह व्यक्ति अपने परिवार से बिछड़ कर फखरपुर क्षेत्र में पहुंच गया था। थाना अध्यक्ष श्री प्रकाश त्रिपाठी उपनिरीक्षक अर्जुन भदौरिया सिपाही अजय यादव, शशांक गोड ने जानकारी ली तो जानकारी में पता चला कि बुजुर्ग व्यक्ति का नाम नंदलाल पुत्र जगधारी 60 वर्ष निवासी ग्राम अहरानी थाना फूलपुर जनपद   बनारस का निवासी है। जिस पर ऐसो श्री प्रकाश त्रिपाठी ने बनारस पुलिस से संपर्क कर बातये हुए पाते पर मालूम करवाया तो जानकारी सत्य पाई गई जिसपर थाना फूलपुर की पुलिस ने परिजनों को फखरपुर बहराइच भेजा थाना फखरपुर पहुँचे नंदलाल को परिजनों से पहचान कराने के बाद  सुपुर्द किया गया अपने परिवार से मिलकर बुजुर्ग नंदलाल भाऊक हो उठा और सभी परिवार के लोगों ने बहराइच पुलिस वह थाना अध्यक्ष फखरपुर को धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया।

जहरीला आदमी


                बहुत समय पहले वर्ली नाम का एक व्यक्ति एक टापू पर रहता था और उस टापू से कुछ दूरी पर एक गांव था जिसका नाम बरपाना था उस गांव के लोग बहुत ही भोले भाले थे और खेती तथा मजदूरी से अपने जीवन यापन किया करते थे । एक बार उस गांव के कुछ लोग लकड़ी काटने के लिए जब उस टापू के पास पहुंचे तो उन्होंने वर्ली नामक उस व्यक्ति को टापू पर पूजा पाठ करते हुए देखा तो गांव के सभी लोगों ने निर्णय लिया कि.. यह व्यक्ति बहुत ही धार्मिक और सज्जन प्रतीत होता है । अतः इस व्यक्ति को हम अपने गांव लेकर चले ताकि हमारा गांव जो विषमताओं से गुजर रहा है तो हो सकता है इस व्यक्ति के कारण कुछ अच्छा होने लगे और हम सब इस व्यक्ति से सामाजिक , धार्मिक अनुष्ठान करा कर अपने गांव का भला कर सकते हैं ।

            यही सोच विचार कर सभी गांव वाले अगले दिन वर्ली के पास पहुंच जाते हैं तथा उसे अपने गांव बरपाना में चलने का निवेदन करते हैं  काफी मान मनौव्वल के बाद वर्ली उनके साथ गांव आने को तैयार हो गया । गांव आने के बाद वर्ली की दिनचर्या बहुत ही धार्मिक, सामाजिक सत्कर्म व लोगों को प्रवचन देना अर्थात् कर्मकांड का पाठ पढ़ाना नित्य कर्म उषाकाल में उठना पूजा पाठ करते हुए ग्रंथों का अध्ययन करना तथा सप्ताह में एक दिन सभी गांव वालों को प्रवचन के माध्यम से धार्मिक व सामाजिक गतिविधियों का महत्व बताते हुए उन्हे सत्कर्मों के रास्ते पर चलने हेतु मानव सेवा का पाठ पढाना बता कर कार्य करने के लिए प्रेरित करना  रहता । वर्ली के इस प्रकार के कामों सभी जगह सराहना होती व गाँव के सभी लोग बहुत प्रसन्न रहा करते थे । 

             ऐसा कई दिनों तक चलता रहा और गाँव के सभी लोग वर्ली को एक बहुत बड़ा पहुंचा हुआ संत व सत्कर्म वाला व्यक्ति मानकर उसकी आराधना पूजा करने लगे । इस तरीके से यह क्रमान्तर चलता रहा और गांव वाले भी बहुत खुश थे उनका गांव अब सत्कर्म और धार्मिक प्रवृत्ति वाला हो गया । परंतु अचानक एक दिन जिस झोपड़ी में वर्ली रहा करता था वहां पर एक कोबरे ने वर्ली को काट लिया तथा वर्ली चिल्लाता हुआ बाहर निकला गांव वालों ने जब बर्ली की आवाज सुनी तो सभी दौड़कर बर्ली के झोपड़ी के पास पहुंचे तब बर्ली ने पूरी बात बताई और झोपड़ी में जा कर गाँव बालों ने जब काला कोबरा नाग देखा जो कि एक कोने में दुबक कर बैठा था । 

              बर्ली जो कि दयालु था तो उसने गांव वालों को मारने से मना कर दिया इसके बाद सभी गांव वाले वर्ली को शहर के अस्पताल ले गए वहां पर इलाज कराने हेतु भर्ती करा दिया । अब गांव में यह चर्चा फैल गई वर्ली का बचना मुश्किल है क्योंकि जिस काले सांप ने काटा है वो बहुत ही जहरीला होता है और इसका काटा हुआ अभी तक कोई बचा नहीं है , ऐसी चर्चा होती रही और सब लोग कहने लगे कि कैसे इतने सच्चे, सहज, धार्मिक, कर्म प्रधान और दयालु व्यक्ति को सांप ने काट लिया कितना घोर अन्याय है । ये कैसे कलयुग के दिन आ गए हैं कि एक अच्छे व सज्जन व्यक्ति को साँप ने काट लिया है उसका जीवित रहना मुश्किल है और सभी गांव वालों में शोक की लहर दौड़ पड़ी । धीरे-धीरे एक तरह से गम के रूप में गांव वाले का माहौल बनने लगा और गांव वालों ने झोपड़ी में जाना भी कम कर दिया और चारों तरफ उदासी ही उदासी थी धीरे-धीरे यह माहौल और गम हीन होने लगा । 

             परंतु ये क्या एक सप्ताह बाद वर्ली पुनः स्वस्थ होकर वापस लौटा तो गाँव के लोगो को अविश्वसनीय लगा कि इतने जहरीले सापों के काटने के बाद भी वर्ली जिंदा है, तो ये कोई दैवीय शक्ति का ही चमत्कार है खैर वर्दी के जिंदा आने की खुशी में उन्होंने ढोल धमाकों के साथ बर्ली का जुलूस निकालते हुए झोपड़ी तक लेकर गए पर जैसे ही झोपड़ी में प्रवेश किया तो वहाँ का नजारा देख सभी आश्चर्य चकित रह कि जिस सांप ने बर्ली को काटा था वह सांप झोपड़ी के बीचों बीच मरा हुआ बड़ा था । अर्थात जिस सांप के काटने से कोई नहीं बचता है पर व्यक्ति तो ठीक हो गया परंतु साँप मर गया जो इतना जहरीला था । इसके बाद तो गाँव बाले बर्ली की पूजा ही करने लगें कि बर्ली एक महान आत्मा बाला सज्जन पुरूष है ये बर्ली के सत्कर्मों का ही प्रतिफल है कि आज वह जीवित है । परन्तु गाँव के भोले भाले लोग ये नही जानते थे कि जिस व्यक्ति की गाँव के लोग पूजा पाठ कर रहे है वास्तव में वह व्यक्ति अन्दर से बहुत विष बाला है कि धार्मिक प्रवृत्ति और सामाजिक प्राणी होने के बाद भी उसके अंदर कितना जहर है कि वह ठीक हो गया और एक जहरीला सांप मर गया । ये कही न कही गाँव बालों की अज्ञानता और अंधविश्वास को दर्शाता है ।  

            इस प्रकार से हम कह सकते है कि व्यक्ति दिखता कुछ और है, होता कुछ और है व करता कुछ और है । हर शख्स के चेहरे पर बना हुआ मुखौटा रहता है जरूरी नहीं है कि व्यक्ति ऐसा ही हो लेकिन अंदर से वह कितना जहरीला होता है । उसकी कार्य पद्धति व जीवन शैली कितनी नकारात्मकता वह अपने अंदर रखता है, यह कोई नहीं जानता है । इसलिए दिखावे पर नहीं उसके बिचार पर जाना चाहिए, उसके व्यवहार पर जाना चाहिए क्योंकि जरूरी नहीं है कि समाज में रहने वाला व्यक्ति जो कर्मकांड में लिप्त हो तो वह बहुत अच्छा हो । हो सकता है कि वह ये सब दिखावा करता हो परंतु उसकी नसों में बहने वाला खून बहुत ही जहरीला हो । इसलिए हमे ऐसे लोगों से बचना चाहिए ऐसे लोग समाज और देश के लिए बहुत ही घातक होते हैं । 

मासूम सवाल


गुजरा जो यह साल है भगवन
जमके किया बवाल है भगवन।

कोरोना से बच गए हैं जो यहां
तुम्हारा ही कमाल है भगवन।

कोरोना जिंदगियां लील गया
ये चाइना की चाल है भगवन।

भूलेगा नहीं ये साल किसी को
अनुभव फिलहाल है भगवन।

नया साल तो अच्छा होगा ना ?
ये मासूम सा सवाल है भगवन।

लकड़हारा

जब मैं तुम्हारी तरह था तो मुझे भी घरवालों की ओर से स्कूल जाते वक्त पैसे नहीं मिलते थे। और मिलेंगे भी कैसे! घर में खाने को खुद लाले पड़े हों, और चपाती बनाने के लिए पिसान न हो तो घर वाले कहाँ से लाकर पैसे देंगे! गरीबी की वजह से मेरी पढ़ाई छूट गई। हमारे पिताजी लकड़हारे का काम करते थे पिताजी रोज़ अलस्सुबह पेड़ काटने जाते थे। और जब साँझ होती थी, तब पिताजी लकड़ी को बेचकर कुछ पैसे लेकर घर आते थे। तब जाकर रात को मेरी माँ अधिश्रयणी जलाती थीं। कभी-कभी तो पिताजी आर्त्त हो जाते थे तो उस दिन भूखे ही सोना पड़ता था। जब पिताजी जंगल पेड़ काटने जाते तब घर में तीन वक्त की रोटी मयस्सर होती थी, लेकिन मुन्ना बेटा गरीबी जीवन में कुछ मयस्सर हो या ना हो किंतु गरीबी जीवन में भूख अवश्य मयस्सर होती है। जब मैं होश संभाला अर्थात मेरी उम्र उस समय पंद्रह साल थी, और पिताजी सदा-सर्वदा के लिए इस लोक से परलोक चले गए। पिताजी मुझे सिखाए थे कि पेड़ को कैसे काटा जाता है। मुझे पिताजी की ओर से प्रशिक्षण मिला था। और मेरे पास उनकी एक ही निशानी बची हुई है। जब वे बिस्तर पकड़े तो मुझे अपने पास बिठाकर बोले थे कि जीवन में कभी भी हराम नहीं खाना। बल्कि खून-प्रतिस्वेद की कमाई से खाना और अपने हाथों से ये कुल्हाड़ी हमको सौंप दिए। फिर मैं अपने पिताजी की भांति मैं भी एक लकड़हारा बन गया। और उसी दिन से लकड़ी बेचकर अपने जीवन व्यतीत करने लगा। मुन्ना मुशहरी काका को बोलता है,, पिताजी आप जो पेड़ काट रहे हैं। ये बिल्कुल भी औचित्य नहीं है। लकड़हारे मुशहरी काका मुन्ना को डांटते हुए बोले उनमुन हो जा। नहीं तो ऐसा थप्पड़ मारूंगा, औचित्य-अनौचित्य वाली बात ही भूल जाएगा। तुम्हारा उदर भर रहा है। अतएव तुम औचित्य अनौचित्य वाला पाठ पढ़ा रहा है। तुम पढ़े लिखे हो तो इसका ये आशय नहीं कि तुम एक अनक्षर पिता को पढ़ाओ। तुम पढ़े लिखे हो ये अच्छी बात है। किंतु तुम इस तरह हमें पाठ पढ़ा रहे हो ये तो कतई नहीं माकूल है। मुन्ना बोला क्षमा कीजिए पिताजी मैं इसलिए कहा कि आप पेड़ काटकर लकड़ी को बाजार में बेचते हैं तो इससे आपको कुछ पैसे मिलते हैं। किंतु पिताजी आपको इतना भान जरूर होने चाहिए। कि आप जो पेड़-पौधे काट रहे हैं। पेड़-पौधों को काटने से क्या होता है आपको पता है। मुशहरी काका बोले नहीं क्या होता है! मुन्ना बोला जंगल काटने से वसुंधरा पर महामारी का उद्भव होता है, यानी कि महामारी आती है, और इससे हज़ारों लोगों की जानें जाती हैं। क्या आप पेड़ काटना बंद नहीं कर सकते हैं! अरे मुन्ना तुम कैसीं बातें कर रहे हो अगर पेड़ नहीं काटूंगा तो घर में तीन वक्त की रोटी जो मिलती है। वह भी रोटी नहीं मिलेगी। और आजकल अपने देश में छोटी नौकरी लेना यानी कि टेढ़ी खीर की भांति है। किसी के पास जाओ नौकरी करने और बोलोगे यहाँ कोई नौकरी मिलेगी क्या! तो बोलता है नहीं नहीं यहाँ कोई नौकरी-वौकरी नहीं मिलेगी। आगे का रास्ता देखो तुम ही बताओ लकड़हारे का पेशा तो कई पीढ़ियों से चलता आ रहा है। अगर मैं यह काम छोड़ दूंगा, तो जो कई पीढ़ियों से ये जड़ें चलती आ रही हैं, वो तो खत्म हो जाएंगी। मुन्ना मुशहरी काका को समझाता है, पिताजी इससे आपकी जड़ ही ना समाप्त होगी। आप स्वयं सोचिए, जब धरती पर महामारी आती है तो हमसब कितने हमवतनों को खो देते हैं। फिर एक छोटी सी जड़ को खो नहीं सकते हैं क्या! जहाँ तक मुझे ज्ञात है कि आपके पिताजी के पिताजी ही लकड़हारे थे। यानी कि सिर्फ हमारे प्रपितामह ही लकड़ी काटकर बाजार में लकड़ी बेचते थे। दो-तीन पीढ़ियां ही यह काम करती थीं, फिर आप कैसे कह रहे हैं कि हमारे खानदान की मूल जड़ ही समाप्त हो जाएगी। मुशहरी काका ठीक है मैं अब से कोई पेड़ पौधों को नहीं काटूंगा। अपितु परदेश जाकर दूसरे काम की तलाश करूंगा। मुन्ना आत्यंतिक प्रसन्न हुआ, और मुशहरी काका मुन्ना से गलबाँही करते हुए कहा मुन्ना बेटा मुझे तुम पर गर्व है। आज तुम्हारी वजह से अपनी विरासत में मिला धन लकड़हारे का पेशा को छोड़ रहा हूँ। तुम वाकई में प्रकृति के संरक्षक हो, हे ईश्वर आपका लाख-लाख शुक्रिया ज्ञापित करता हूँ आपने हमारे घर में एक होनहार बेटा दिया है।।

मो. जमील
अंधराठाढ़ी, मधुबनी (बिहार) 

मुबारक हो सबको नववर्ष

चलिए मिलकर साथ सभी,

        शपथ आज हम खायें।
ग्लोबल वार्मिंग के खतरे को,
         दुनिया से दूर भगायें।
दुनिया से दूर भगायें, 
         तब ही बच सकता है जीवन।
पोखर में पानी करें इकट्ठा, 
        काटें न झाड़ी बन उपवन।।

खुद के बाहन से चलना छोड़ें,
         सामाजिक वाहन का करें उपयोग।
पैदल चलिए साइकिल चलाइये,
         पेट्रोल बचाकर करें धन योग।
पेट्रोल बचाकर करें धन योग,
         साथ ही स्वास्थ्य भी होगा अच्छा।
रासायनिक खादों का न करें प्रयोग, 
        उर्वर होगी धरती और बच्चा।।

देशी तरीके से खेती कीजिए, 
         कचरे से बनाइये खाद कम्पोस्ट।
रद्दी कागज से थैली बनाकर, 
        दूर भगाइये पालीथीन का घोस्ट।
दूर भगाइये पालीथीन का घोस्ट,
        तब ही साफ होगी गंगा मैया।
अपनी जीवन शैली में करें बदलाव, 
        नहीं तो पुकारोगे दैया दैया।।

साधन ऐसे जो खाते बिजली, 
        उनको कह दें आज अलविदा।
एल ई डी बल्ब लगाकर घर में,
         सी एफ एल को करें विदा।
सी एफ एल को करें विदा, 
         लिखिए कागज में दोनों ओर।
सफेद रंग से घर पुतवाइये,
          लाउडस्पीकर से न मचाएं शोर।।

तीज त्यौहार के मौकों पर, 
       करें न अतिशय आतिशबाजी।
इनके दुष्परिणाम बताकर, 
       नन्हें मुन्हों को कीजिए राजी।
नन्हें मुन्हों को कीजिए राजी,
        न फैलाइये प्रकृति में प्रदूषण।
दोनों हाथ जोड़कर अपना, 
       प्यार से जोड़िए सबसे मन।।

दया कीजिए जीवों पर, 
        त्याग दीजिए मदिरा मांस।
पीना छोडिए पेप्सी कोला,
          छोड़ दीजिए बिदेशी ड़ांस।
छोड दीजिए बिदेशी ड़ांस,
          करना शुरू कीजिए योग।
सुखमय जीवन हो जायेगा,
          दूर हो जायेंगे सब रोग।।

दुनिया का है हर धर्म बराबर, 
      जग का हर बन्दा अपना भाई।
छोटे  बड़े का भेद मिटाकर,
       पाटिए ऊँच नीच की चौड़ी खाईं।
पाटिए ऊँच नीच की चौड़ी खाईं,
      मानवता के लिए कीजिए संघर्ष।
इसी प्रण के साथ "हरी",
       मुबारक हो सबको नववर्ष।।

Tuesday, December 29, 2020

ब्लॉक परिसर में आयोजित हुआ किसान मेला

कछौना (हरदोई) :(अयोध्या टाइम्स)विकास खण्ड कछौना के अंतर्गत जनपद में संचालित राष्ट्रीय कृषि विकास 30 नान एनएचएम जनपद राष्ट्रीय दो दिवसीय औधोगिक विकास योजना के तहत मंगलवार को खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय कछौना के परिसर में कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में कार्यक्रम का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक रामपाल वर्मा ने दीप जलाकर किया। क्षेत्रीय विधायक रामपाल वर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा किसान परंपरागत खेती को छोड़कर नवीन तकनीक को अपनाते हुए खेती करें, जिससे उसकी आय में बढ़ोतरी हो सके। किसानों की आय को बढ़ाने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही है। इस गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिकों ने मशरूम की खेती के बारे में किसानों को विस्तृत रूप में जानकारी दी। वहीं जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार द्वारा केला की खेती व ड्रिप सिंचाई पद्धति के बारे में विस्तार रूप से कृषकों को जानकारी दी गई। आलू व मटर में लगने वाले रोगों के निराकरण के बारे में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को जागरूक करते हुए इसके निराकरण के बारे में बताया। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ० दीपक कुमार मिश्रा व डॉ० पीसीएन गौतम ने कृषकों को उच्च तकनीक से फूलों और सब्जियों की खेती करने हेतु विस्तार रूप से जानकारी दी। साथ ही किसानों को उक्त तकनीकी से खेती करने हेतु प्रेरित किया। इस गोष्ठी में कृषि उद्यान राजकीय फल संरक्षण केंद्र पशुपालन, मत्स्य, आयुर्वेदिक एवं अन्य विभागों के स्टाल लगाए गए। किसानों को उच्च तकनीक की जानकारी के लिए कई विभागों के स्टाल लगाए गए। इन सभी स्टालों के माध्यम से किसानों को नई तकनीकी के बारे में जागरूक किया गया। जिला उद्यान अधिकारी ने जनपद में संचालित अन्य विभागीय योजनाओं की विस्तृत रूप से जानकारी दी। वहीं जिला उद्यान अधिकारी द्वारा गोष्ठी में आए हुए किसानों का आभार व्यक्त किया।

      इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक रामपाल वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार, खण्ड विकास अधिकारी कछौना विपिन चौधरी, डॉ० मुकेश सिंह, डॉ० डीबी सिंह, डॉ० दीपक मिश्रा वैज्ञानिक केवीके, डॉ० सी०पी०एन० गौतम वैज्ञानिक केवीके, डॉ० राजाराम वर्मा सेवानिवृत्त प्रधान वैज्ञानिक हिमाचल प्रदेश, डॉ० रमेश सिंह क पशुचिकित्सा अधिकारी हरदोई, रेखा श्रीवास्तव सहायक निदेशक मत्स्य हरदोई, हरिओम नारायण वर्मा मधु विकास निरीक्षक, अनिल कुमार वर्मा उद्यान निरीक्षक, औचित्य सिंह सहायक उद्यान निरीक्षक, भाजपा मंडल अध्यक्ष नवीन पटेल सहित विकास खण्ड कछौना, कोथावां, सण्डीला, बेंहदर से आए  किसानों ने प्रतिभाग किया।

सुधीर गुप्ता को समाजवादी व्यापार सभा का जिलाध्यक्ष बनने पर व्यापारियों और सपाइयों में खुशी की लहर

हरदोई।(अयोध्या टाइम्स)समाजवादी पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी है और पार्टी लगातार संगठन में सक्रिय भूमिका निभा रहे युवा नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपने में जुट गई हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी के निर्देश पर समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष व सहारनपुर नगर से सपा विधायक/ पूर्व मंत्री संजय गर्ग ने तेजतर्रार नेता यूथ ब्रिगेड के पूर्व  ज़िला सचिव सुधीर गुप्ता मिन्ना को जिले का बड़ा दायित्व सौंपा है। 

समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री गर्ग ने सुधीर गुप्ता मिन्ना को समाजवादी व्यापार सभा हरदोई का जिला अध्यक्ष मनोनीत किया है।समाजवादी व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष बनाये गए सुधीर गुप्ता की गिनती सपा के तेजतर्रार युवा नेताओं में होती है और वह सपा के कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं।
समाजवादी व्यापार सभा का जिलाध्यक्ष बनाये जाने की खबर जिले में पहुंचते ही सुधीर गुप्ता को बधाई देने वालों का तांता लग गया है। यूथ ब्रिगेड के पूर्व जिलाध्यक्ष रामज्ञान गुप्ता ने मा० राष्ट्रीय अध्यक्ष जी, मा० प्रदेश अध्यक्ष की का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सुधीर गुप्ता को व्यापार सभा का जिलाध्यक्ष पद की ज़िम्मेदारी देने से व्यापारियों में हर्ष है हम अधिक से अधिक व्यापारी वर्ग को जोड़कर समाजवादी पार्टी को मज़बूत करने का कार्य करेंगे। बधाई देने वालों में समाजवादी पार्टी के एमएलसी डॉक्टर राजपाल कश्यप ,सपा जिला अध्यक्ष जितेंद्र बर्मा जीतू, पूर्व सांसद उषा वर्मा, पूर्व विधायक बाबू खा,पूर्व सांसद अंशुल वर्मा, पूर्व विधायक आसिफ खान बब्बू, पूर्व जिलाध्यक्ष शराफत अली, पूर्व विधायक राजेश्वरी, पूर्व जिलाध्यक्ष पदमराग सिंह यादव पम्मू, ज़िलामहासचिव बीरेन्द्र सिंह यादव , पूर्व प्रत्याशी सुभाष पाल, सरताज खाँन, पिछड़ा वर्ग प्रदेश महासचिव संजय कश्यप, छात्रसभा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव मुकुल सिंह आशा, व्यापार मंडल अध्यक्ष वेदप्रकाश गुप्ता, आर्दश दीपक मिश्रा, पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष राकेश पाल, सूरज वर्मा, अवनीश पांडेय बिलग्राम, मनोज गुप्ता, सोनू गुप्ता परसपुर, मोहसिन खान, शुभम् सिंह, सुखदेव गुप्ता, अभय सिंह, पंकज अस्थाना, आशीष गुप्ता, अजय गुप्ता, उमेश गुप्ता, मुजीब मलिक, प्रखर दीक्षित, अनुज यादव, दीपू यादव, पंकज यादव, अभय गुप्ता, प्रवीण यदुवंशी, मुकेश गुप्ता, आदि सैकड़ों लोगों ने बधाई दी।

क्रिकेट टूर्नामेंट रोके जाने के विरोध में कांग्रेसियों एवं खिलाड़ियों ने तहसील गेट पर किया धरना प्रदर्शन

खिलाड़ियों एवं कांग्रेसियों ने लगाया प्रशासन पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप

मिल्कीपुर, अयोध्या। 
इनायत नगर थाना क्षेत्र के तरौली गांव में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट को पुलिस द्वारा जबरन रोके जाने पर आयोजकों एवं खिलाड़ियों का गुस्सा फूट गया और उन्होंने कांग्रेसी पार्टी के जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में तहसील गेट पर धरना दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
 बताते चलें कि मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत तरौली तार डीह के प्रधान  मसरूर अहमद द्वारा क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन करवाया गया था। जिसके लिए उन्होंने अनुमति हेतु प्रार्थना पत्र एसडीएम मिल्कीपुर को 29 दिसंबर को ही सौंपा था  तहसील प्रशासन की ओर से क्रिकेट टूर्नामेंट की अनुमति न दिए जाने के बावजूद भी आयोजकों द्वारा क्रिकेट टूर्नामेंट शुरू करा दिया गया इसकी जानकारी मिलते ही इनायत नगर  थाने से भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई  और जबरन क्रिकेट टूर्नामेंट बंद करवा दिया। पुलिस प्रशासन का रवैया देख खिलाड़ियों एवं आयोजकों में गहरा असंतोष व्याप्त हो गया और वह कांग्रेस पार्टी जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में तहसील गेट पहुंच गए और गेट पर भारी संख्या में धरने पर बैठ गए आक्रोशित खिलाड़ियों तथा आयोजकों एवं कांग्रेसियों ने और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यह देखते ही इनायत नगर थाने से भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और किसी भी अनहोनी से निपटने की योजना बना ली। लगभग 1 घंटे तक प्रदर्शनकारी खिलाड़ियों कांग्रेसी नेता तहसील गेट पर नारेबाजी करते रहे काफी मान मनोबल के बाद प्रदर्शनकारी इस शर्त पर माने की आगामी 30 दिसंबर को सुबह तक यदि क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजन की अनुमति तहसील प्रशासन द्वारा नहीं दे दी जाती तो कांग्रेसी नेता खिलाड़ियों एवं ग्रामीणों के साथ इनायत नगर थाने के सामने फैजाबाद रायबरेली मार्ग जाम करेंगे। कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के लोगों के द्वारा क्रिकेट प्रतियोगिता सहित अन्य आयोजनों के लिए किसी भी प्रकार की कोई अनुमति नहीं ली जाती। तब बच्चों के इस क्रिकेट प्रतियोगिता में आयोजन समिति को अनुमति लेने का भार चौथ थोपा जा रहा है। अभी चंद दिन पूर्व इनायत नगर थाना क्षेत्र के ही खिहारन मेंहदौना गांव में क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसका उद्घाटन भी क्षेत्रीय विधायक द्वारा किया गया था। उस समय प्रशासन के क्रिकेट टूर्नामेंट के अनुमति का कानून कहां चला गया था। लगभग 1 घंटे के बाद उग्र एवं आक्रोशित खिलाड़ी तथा कांग्रेसी नेता माने और धरना प्रदर्शन समाप्त हो सका। धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से कांग्रेस पार्टी जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव, पूर्व प्रधान तरौली मसरूर खान, संजय तिवारी, आसिफ खान सिराज अहमद, बच्चा तिवारी, खुनखुन शुक्ला, सत नारायण यादव एवं दीनानाथ शुक्ला सहित दर्जनों खिलाड़ी तथा कांग्रेसी नेता एवं अन्य ग्रामीण शामिल रहे।

ट्वीट करने पर सोशल मीडिया सेल, सहारनपुर द्वारा एक व्यक्ति की मजदूरी की धनराशि कराई वापस, ट्वीटकर्ता द्वारा पुलिस का किया गया धन्यवाद

अवगत कराना है कि दिनांक 05-12-2020 को ग्राम नसीरपुरा थाना सरसावा जनपद सहारनपुर के रहने वाले नईम पुत्र मुस्तकीम द्वारा @Naeemkhan ट्विटर एकाउंट से tweet कर सहारनपुर पुलिस से अपनी मजदूरी दिलाने के लिए आग्रह किया गया था। जिस पर सोशल मीडिया सेल में नियुक्त कर्मचारीगण द्वारा उक्त tweet पर थाना प्रभारी नागल को आवश्यक कार्यवाही करने के संबंध में reply दिया गया तथा इसके साथ-साथ थाना प्रभारी नागल से जरिये दूरभाष संपर्क स्थापित कर उक्त व्यक्ति की मजदूरी दिलाने के संबंध में वार्ता की गई। जिस पर थाना प्रभारी नागल द्वारा उक्त प्रकरण का स्वयं संज्ञान लेते हुए नईम उपरोक्त की मजदूरी के 16616/-रुपये वापस दिलाये गये। जिस पर आज दिनांक 29-12-2020 को नईम उपरोक्त द्वारा अपने @Naeemkhan ट्विटर एकाउंट से सहारनपुर पुलिस की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई।


रामनगर कोलियरी में बकाया वेतन को लेकर हुई बैठक रहा विफल

बराकर : रामनगर कोलियरी में कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनी और ठेका श्रमिक नेताओं के बीच मंगलवार को बकाया वेतन के भुगतान व अन्य मांगो को लेकर लगातार तीन घंटे तक बैठक चली । बैठक पूरी तरह विफल रहा । श्रमिक नेता ने कहा की भविष्य में अब तभी बैठक होगी जब तक बकाया राशि का भुगतान नहीं हो जाता। कोलियरी छोड़ने पर आउटसोर्सिंग कंपनी के मशीनों को श्रमिकों ने अपने कब्जे में ले लिया है। वही ठेका श्रमिक नेता दीनेश मंडल ने बताया कि रामनगर कोलियरी में आउटसोर्सिंग कंपनी का समझौता के तहत अगस्त 2021 तक काम करना था । कोई कंपनी बीच में काम छोड़कर जाती है तो लेबर एक्ट के अनुसार तीन महीने का एडवांस वेतन देने के अलावा अन्य सुविधा श्रमिकों को देनी पड़ती है । लेकिन कंपनी मात्र लीभ और डेढ़ महीने का वेतन देने की बात कह रही है । जबकि कंपनी पर डेढ़ माह का रनिंग वेतन बकाया होने के अलावा  डेढ़ महीने का लीभ तथा तीन महीने का वेतन बकाया है । बैठक में कंपनी अधिकारी नरेश सिंह, अजय सिंह, जय कुमार के अलावा श्रमिकों की तरफ से मलय पाल, मधु घोष, आशिस चटर्जी, इरफान, अरविंद सिंह, गुलाम अंसारी, गौतम मंडल, पवित्रो रुइदास समेत कई श्रमिक उपस्थित थे ।

आरटीपीएस का वेवसाइट धीमा होने से कार्य में परेशानी

गोरौल (संवाद सूत्र)दैनिक अयोध्या टाइम्स। आरटीपीएस में 7 दिसम्बर से सर्विस प्लस सॉफ्ट वेयर लागू किया गया लेकिन वेवसाइट काफी धीमा होने के कारण कार्य में कठिनाई हो रही है । इससे आमजनों को घोर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । खासकर जाति , आय , आवासीय बनबाने वालों को विशेष कष्ट उठानी पड़ रही है और दिन दिन भर बैठकर विना कार्य कराए ही वापस लौट जा रहे हैं । आरटीपीएस कर्मी मो. आलम ने बताया कि 7 दिसम्बर से पूर्व अधिकार सॉफ्ट वेयर पर कार्य हो रहा था और सभी कार्यों का निष्पादन आसानी से की जाती थी । इस सम्बंध में जब सीओ ब्रजेश पाटिल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह स्थिति केवल यहीं का नहीं है। यह  स्थिति पूरे जिले की ही नहीं बल्कि पूरे बिहार की है । इसमें सुधार किये जाने की व्यवस्था जल्द की जा रही है । इधर आरटीपीएस में कार्य कराने आये ब्रह्मदेव सिंह , बैद्यनाथ कुमार , मोहित कुमार , देवेश कुमार ने बताया कि हम लोग प्रतिदिन आरटीपीएस में आते हैं लेकिन काम नहीं हो पाता है और वापस लौट जाना पड़ता है । यह कार्य नहीं होने से अनेकों कार्य वाधित हो रहे हैं । इनलोगों ने जिला पदाधिकारी से मांग किया है कि आरटीपीएस में हो रहे टेक्निकल गड़बड़ी को जल्द से जल्द ठीक करायी जाये जिससे आमलोगों को इस कष्ट से निजात मिल सके । हलाकि जिले के अधिकारी भी आकर आरटीपीएस का मुआयना कर चले गये लेकिन अभी तक इसका निदान नहीं हो सका , जिससे आम लोगों को  काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।

प्रसपा के प्रथम चरण की पदयात्रा गांव- गांव,पाव-पाव का हुआ समापन

प्रतापगढ़। भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे जनता के शोषण एवं जन विरोधी फैसलों के विरोध एवं प्रसपा की नीतियों एवं सिद्धांतों को जन- जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के निर्देश पर संपूर्ण प्रदेश में शुरू की गई गांव- गांव, पाव-पाव पदयात्रा मंगलवार को जूनियर बार एसोसिएशन पुरातन के पूर्व अध्यक्ष व उच्च न्यायालय लखनऊ के अधिवक्ता प्रसपा नेता विनोद कुमार पांडेय के नेतृत्व में सदर विधानसभा क्षेत्र के विकासखंड मंगरौरा के गांव सराय रजाई , मदाफरपुर सहित आधा दर्जन से अधिक गांव में भ्रमण करते हुए  चंनुवाडीह पहुंची जहां पर प्रथम चरण की पदयात्रा का समापन किया गया। पदयात्रा के दौरान किसानों व ग्रामीणों में कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों द्वारा पंपलेट का वितरण करते हुए पार्टी की नीतियों एवं सिद्धांतों से लोगों को रूबरू कराते हुए जागरूक किया गया। इस दौरान प्रसपा नेता विनोद पांडेय ने कहा कि इस पदयात्रा का उद्देश्य प्रदेश के हर गांव में पहुंचना और पार्टी व राष्ट्रीय अध्यक्ष के विचारों को जनता तक पहुंचाना है। उन्होंने ग्रामीणों से प्रदेश में सुशासन लाने हेतु पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को मजबूत करने की अपील करते हुए ग्रामीणों व  किसानों के बीच पंपलेट का वितरण किया। समापन के दौरान श्री पांडेय ने कहा कि बेरोजगारी से नौजवान हताशा व कुंठित हो रहा है किंतु सरकार पर कोई असर नहीं पड़ रहा है, इतना ही नहीं वर्तमान सरकार सुरक्षा शिक्षा चिकित्सा व सम्मान तथा रोजगार उपलब्ध कराने में पूर्णतया असफल साबित हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा के दौरान पार्टी की नीतियों व उद्देश्यो को जहां जन-जन पहुंचाया गया वहीं सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर कर जनता के समक्ष पार्टी के कार्यकर्ता व पदाधिकारी लाने का कार्य किया है। श्री पांडे ने कहा कि दूसरे चरण की यात्रा जनवरी माह से शुरू होगी।
पद यात्रा के दौरान हौसला प्रसाद यादव, राम अचल यादव ,उद्धव पांडेय,लालजी पांडेय,राहुल कनौजिया, धीरज यादव, सनी यादव, जमील मंसूरी सहित आदि लोग शामिल रहे।

धान की खरीद मे अव्यवस्था समेत विभिन्न मांगो पर आक्रोशित वकील, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन


लालगंज, प्रतापगढ़। धान क्रय केन्द्रों पर अव्यवस्था तथा सार्वजनिक क्षेत्र की जमीनों पर अवैध अतिक्रमण एवं लेखपालो व राजस्व निरीक्षको की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध वकीलों ने मंगलवार को आक्रोश जताया। संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश की अगुवाई मे एसडीएम को सौपे गये ज्ञापन मे कहा गया है कि धान क्रय केंद्रो पर डीएम के निर्देश के बावजूद किसानो को फरवरी माह तक की खरीद की तारीखें दी जा रही है। वहीं क्रय केंद्रो पर पिछले वर्ष के सरकारी बोरों को भी मुनाफाखोरों के हाथ बेंचकर बड़ा घोटाला किया गया है। अध्यक्ष अनिल महेश ने आरोप लगाया कि राजस्व महकमे की मिलीभगत से तहसील के गांवो मे सरकारी जमीनो पर अवैध अतिक्रमण लगातार जारी है। वहीं तहसील मे लेखपालो तथा राजस्व निरीक्षको की अनुपस्थिति व इनके द्वारा वरासत मे लोगों से अवैध वसूली का भी आरोप लगाते हुए वकील आक्रोशित दिखे। वकीलों ने समस्याओं के समाधान न होने पर अगले तहसील समाधान दिवस पर विरोध प्रदर्शन की भी चेतावनी दी। एसडीएम राम नारायण ने ज्ञापन पर समुचित कार्रवाई का भरोसा दिलाकर माहौल को शांत कराया। इस मौके पर उपाध्यक्ष दिनेश सिंह, महामंत्री रामकुमार पाण्डेय, पूर्व अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल, टीपी यादव, विकास मिश्र, शैलेन्द्र सिंह, राजेश सरोज, सोमनाथ मिश्र, मस्तराम पाल, हरिश्चंद्र पाण्डेय, शैलेन्द्र शुक्ल, शिव नारायण शुक्ल, विनय जायसवाल, दिनेश मिश्र, शहजाद अंसारी, सत्येन्द्र श्रीवास्तव, राकेश शुक्ल, कालिका प्रसाद पाण्डेय, संजय सिंह, रामअभिलाष यादव आदि अधिवक्ता रहे।